Akhilesh Yadav statement: संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही SIR (Special Intensive Revision) का मुद्दा तेजी से गरमा गया है। विपक्ष लगातार इस पर चर्चा की मांग कर रहा है और संसद में जोरदार हंगामा भी देखा जा रहा है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने SIR को लेकर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला।
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“SIR का मकसद वोट बढ़ाना नहीं, वोट काटना है” – अखिलेश
1 दिसंबर को संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि SIR का असल उद्देश्य यह नहीं है कि नए मतदाता जोड़े जाएं, बल्कि रणनीति यह है कि जिन्हें भाजपा अपना विरोधी वोट बैंक मानती है, उनके वोट हटाए जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग, भाजपा के दबाव में काम कर रहा है और SIR के नाम पर वोट कटवाने की कार्रवाई हो रही है।
अखिलेश बोले, “इलेक्शन कमीशन का काम वोट बढ़ाना है, कम करना नहीं। SIR के जरिए वोट हटाने की कोशिश हो रही है, यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है।”
PM मोदी के “ड्रामा नहीं डिलीवरी” पर पलटवार (Akhilesh Yadav statement)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्ष पर किए गए “ड्रामा नहीं, डिलीवरी की राजनीति” वाले तंज का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा,“ड्रामा कौन कर रहा है, यह देश जानता है। लेकिन क्या BLO की मौतें भी ड्रामा हैं? जिन परिवारों ने अपने लोगों को खोया है, क्या उन्हें ये ड्रामा लगता है?”
उन्होंने कहा कि SIR के काम में भारी दबाव और अव्यवस्था के कारण BLO की मौतें हो रही हैं, और सरकार इस पर ध्यान देने की जगह इसे हल्का दिखाने की कोशिश कर रही है।
BLO को मिली नहीं ट्रेनिंग, परिवार कर रहा है मदद
अखिलेश का कहना है कि SIR प्रक्रिया के लिए BLO को ठीक से ट्रेनिंग तक नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि जमीन पर जाकर उन्होंने खुद देखा कि कई BLO फॉर्म भरने और अपलोड करने में सक्षम नहीं हैं, कई अपने परिवार के सदस्यों की मदद से काम कर रहे हैं, कुछ के परिजन अपनी नौकरी छोड़कर BLO की मदद करने आ रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि यह स्थिति खुद बताती है कि चुनाव आयोग ने इस पूरी प्रक्रिया को कितनी जल्दबाजी में और तैयारी के बिना शुरू कर दिया।
शादी के मौसम में SIR क्यों? अखिलेश ने उठाए सवाल
सपा अध्यक्ष ने कहा कि BJP ने SIR की तारीखें जानबूझकर उन दिनों में तय की हैं, जब देश में सबसे ज्यादा शादियां होती हैं। उन्होंने कहा,“अगर किसी पंडित से पूछेंगे कि किस समय सबसे ज्यादा शुभ मुहूर्त होते हैं, तो वो यही तारीखें बताएगा। इन दिनों लोग इधर-उधर जाते हैं, घरों से बाहर रहते हैं। BJP की साजिश है कि इसी बहाने उनके वोट कट जाएं।”
“इतनी जल्दी क्यों? यूपी में चुनाव भी नहीं”
अखिलेश ने यह भी सवाल किया कि जब यूपी में फिलहाल कोई बड़ा चुनाव नहीं है, तो SIR को इतनी तेज़ी में क्यों कराया जा रहा है? उनका कहना है कि BLO पर इतना दबाव बना दिया गया है कि कई लोगों ने तनाव में अपनी जान तक दे दी। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग लोकतंत्र की रक्षा की जगह भाजपा की “चुनावी रणनीति” को पूरा करने में लगा है।
“SIR लोकतंत्र मजबूत करने के लिए हो, न कि विपक्ष कमजोर करने के लिए”
अखिलेश ने अंत में कहा कि वे चाहते हैं कि हर योग्य नागरिक का नाम मतदाता सूची में हो और किसी का वोट न छूटे। लेकिन वर्तमान परिस्थितियाँ यह बता रही हैं कि SIR का उपयोग वोट जोड़ने नहीं, बल्कि विपक्षी वोट कम करने के लिए किया जा रहा है।




