Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही देर में आने वाले हैं और मतगणना शुरू होते ही यह साफ हो जाएगा कि इस बार किसके सिर ताज सजेगा। लेकिन इससे पहले ही राजधानी दिल्ली से लेकर पटना तक राजनीति का रंग थोड़ा मीठा और थोड़ा मसालेदार हो गया है। चुनावी दफ्तरों और उम्मीदवारों के घरों में जिस तरह की तैयारियां चल रही हैं, उनसे माहौल में चुनावी रोमांच के साथ-साथ खाने की खुशबू भी घुल गई है।
बीजेपी दफ्तर में सत्तू पराठा और जलेबी की तड़क- Bihar Election 2025
दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में सुबह-सुबह ही कड़ाही और तवे गरमा गए। पार्टी कार्यकर्ता सत्तू भरे पराठे सेकते दिखे, वहीं साथ में जलेबियाँ भी खनकते तेल में छन रही थीं। हरियाणा चुनाव के दौरान जिस जलेबी ने राजनीतिक बहसों में अपनी खास जगह बना ली थी, वह इस बार फिर सुर्खियों में है। बीजेपी खेमे में माहौल ऐसा है जैसे रुझानों से पहले ही जश्न की प्लेटें तैयार कर ली गई हों। सत्तू पराठे और जलेबी का यह कॉम्बिनेशन देखने में जितना दिलचस्प है, उतना ही लोगों में उत्सुकता भी बढ़ा रहा है कि आखिर यह ‘स्वाद’ किसके नाम होने वाला है।
मोकामा में ‘बाहुबली बनाम बाहुबली’, और दोनों के घरों में महाभोज की धूम
मोकामा इस बार भी चर्चाओं के केंद्र में है, क्योंकि यहां दो बाहुबली उम्मीदवार आमने-सामने हैं—JDU से अनंत सिंह और RJD से वाणी सिंह। अनंत सिंह के आवास पर तो जीत के जश्न की तैयारी किसी बड़े त्योहार जैसी है। बताया जा रहा है कि उनके घर चार लाख मिठाइयाँ तैयार हो रही हैं, 50 हजार लोगों के लिए महाभोज का इंतज़ाम है, 48 हलवाई 12 चूल्हों पर लगातार पकवान तैयार करने में जुटे हैं। पूड़ियों की लोइयों का ढेर लगा है और 10 हजार लीटर दूध का ऑर्डर देकर विशेष व्यंजन तैयार कराए जा रहे हैं। गुलाब जामुन तो चाशनी में पहले से ही डुबकी लगा चुके हैं।
उधर वाणी सिंह भी पीछे नहीं हैं। उनके घर की तस्वीरें बताती हैं कि जीत की मिठास पर उनका भी पूरा फोकस है। सफेद रसगुल्ले और पीले राजभोग के टब उनके आवास पर पंक्तियों में सजे हैं, यानी मुकाबला सिर्फ वोटों का नहीं, मिठास का भी है।
बीजेपी खेमे में भी मनेर के लड्डुओं की कतार
बिहार बीजेपी के दफ्तरों में भी तैयारियां जोर पकड़े हुए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने 500 किलो मनेर के लड्डुओं का ऑर्डर दिया है। मनेर के ये लड्डू अपनी बनाावट और इतिहास दोनों के लिए मशहूर हैं। काजू, किशमिश, खरबूजे के बीज और खास बूंदी से तैयार ये लड्डू मुंह में जाते ही घुल जाते हैं। इनका इतिहास भी दिलचस्प है कहा जाता है कि लगभग 350 साल पहले जब मुगल बादशाह आलम मनेर शरीफ आए थे, तब उनके खानसामों ने यह लड्डू बनाए थे। बादशाह तो चले गए, लेकिन लड्डू बिहार की पहचान बनकर यहीं रह गए।
मंदिरों में भीड़, भगवान से ‘जीत’ का आशीर्वाद
उम्मीदवार सिर्फ रसोई में नहीं, मंदिरों में भी सक्रिय हैं। मतगणना से कुछ ही घंटे पहले डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा अशोकधाम स्थित इंदमनेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान शिव से चुनावी सफलता का आशीर्वाद भी मांगा।
