Bihar Election Results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना शुरू होते ही सियासी पारा तेजी से चढ़ गया। शुरुआती रुझानों में NDA ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 243 सीटों में से 160+ सीटों पर बढ़त बना ली है। जबकि बहुमत के लिए 122 सीटों की आवश्यकता होती है, NDA का यह प्रदर्शन राजनीतिक माहौल में नई चर्चा का केंद्र बन गया है।
JDU का शानदार प्रदर्शन, NDA में बनी सबसे बड़ी पार्टी- Bihar Election Results 2025
इस बार जो सबसे चौंकाने वाला रुझान सामने आ रहा है, वह है JDU का मजबूत प्रदर्शन। कई सीटों पर JDU प्रत्याशी शुरुआती राउंड में ही निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं, जिससे यह साफ संकेत मिलने लगे हैं कि JDU NDA की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। इसके साथ ही एक बार फिर “नीतीश कुमार फैक्टर” को जनता का मजबूत समर्थन मिलता दिख रहा है।
नीतीश कुमार की वापसी के संकेत और सामाजिक वर्गों का समर्थन
चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने लगातार “एक बार फिर NDA सरकार” का नारा जोर-शोर से उठाया था। एग्जिट पोल में महिलाओं और OBC वर्ग का समर्थन JDU और NDA के पक्ष में बताया गया था, और शुरुआती रुझान भी उसी दिशा में जाते नजर आ रहे हैं। NDA के भीतर JDU और बीजेपी दोनों ही पार्टियां इस समय शानदार प्रदर्शन कर रही हैं।
महागठबंधन में निराशा, लेकिन तेजस्वी का दावा कायम
महागठबंधन भी मैदान में डटा हुआ है, लेकिन शुरुआती रुझानों ने उनकी उम्मीदों को झटका जरूर दिया है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने मतदान के बाद दावा किया था कि वे 18 नवंबर 2025 को शपथ लेंगे, लेकिन फिलहाल उनकी पार्टी कई क्षेत्रों में पिछड़ती दिख रही है।
हालाँकि राघोपुर सहित कई हॉट सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार कांटे की टक्कर देते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन व्यापक तौर पर गठबंधन NDA से काफी पीछे है।
काउंटिंग सेंटरों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
दो चरणों में हुए मतदान के बाद आज राज्यभर में 46 काउंटिंग सेंटरों पर मतगणना जारी है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी तरह की अनुचित गतिविधि पर तुरंत रोक लगाई जा सके। काउंटिंग केंद्रों के बाहर राजनीतिक दलों के समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
अंतिम नतीजों का इंतजार, दोपहर तक तस्वीर और साफ होने की संभावना
भले ही शुरुआती रुझान NDA की विशाल बढ़त की ओर इशारा कर रहे हों, लेकिन सभी की निगाहें अंतिम परिणामों पर टिकी हुई हैं। अगर रुझानों में बदलाव नहीं होता, तो इस बात की पूरी संभावना है कि बिहार की सत्ता एक बार फिर नीतीश कुमार के हाथों में लौट आए।
चुनाव आयोग का कहना है कि दोपहर तक चुनावी तस्वीर काफी स्पष्ट हो जाएगी।
फिलहाल बिहार की राजनीति में सबसे ज्यादा गूंजता हुआ नाम सिर्फ एक है— नीतीश कुमार।
