Bihar Elections 2025: बिहार में अक्टूबर-नवंबर के बीच होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा चुका है। हाल ही में चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट का स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) करवाया, जिसमें लगभग 65 लाख मतदाताओं के नाम अवैध पाए गए और उन्हें सूची से हटा दिया गया। इस कदम ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में राज्य में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ चल रही है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है। इस पूरी सियासी धारा को देखते हुए सवाल यह उठता है कि अगर आज बिहार में चुनाव होते हैं, तो किस गठबंधन को फायदा हो सकता है?
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एनडीए की बढ़त का अनुमान– Bihar Elections 2025
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले टाइम्स नाऊ नवभारत और जेवीसी द्वारा किए गए एक सर्वे में अनुमान जताया गया है कि अगर अभी चुनाव होते हैं, तो एनडीए को 136 सीटें मिल सकती हैं। वहीं महागठबंधन को केवल 75 सीटें मिलने की संभावना है। इस सर्वे में यह भी बताया गया कि 26 सीटों पर कड़ा मुकाबला हो सकता है, जिससे यह चुनाव और भी दिलचस्प बन सकता है।
किसे कितनी सीटें मिल सकती हैं?
सर्वे के अनुसार, एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सबसे ज्यादा 64 सीटों पर जीत की उम्मीद है। इसके अलावा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को 29 सीटें मिलने का अनुमान है। एनडीए के अन्य सहयोगी दलों को भी छह सीटों पर जीत मिल सकती है, जबकि 18 सीटों पर उनकी बढ़त बन सकती है।
महागठबंधन के बारे में बात करें तो, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को 37 सीटों पर जीत मिल सकती है। कांग्रेस को आठ सीटों पर जीतने की संभावना है, वहीं वाम दलों में सीपीआईएमएल को सात सीटों पर जीत मिल सकती है। महागठबंधन के अन्य साथी एक सीट पर जीत सकते हैं और तीन सीटों पर बढ़त बना सकते हैं।
जाति गणना का चुनावी प्रभाव
बिहार में हाल ही में हुई जाति जनगणना को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। एक सवाल यह था कि इस जाति गणना से किसे ज्यादा फायदा होगा? इस पर 47.1% लोगों ने कहा कि एनडीए को फायदा होगा, जबकि 37.2% लोगों ने महागठबंधन के पक्ष में अपना मत दिया। 15.7% लोगों का मानना था कि स्थिति वैसे की वैसी रहेगी।
सर्वे का “मूड ऑफ द नेशन”
इसी बीच, इंडिया टुडे-सीवोटर द्वारा किए गए अगस्त 2025 के “मूड ऑफ द नेशन सर्वे” के परिणाम भी सामने आए हैं। इस सर्वे ने बिहार की राजनीति के रुझानों को भी उजागर किया है। इसके अनुसार, एनडीए अब भी राज्य में बढ़त बनाए हुए है। हालांकि महागठबंधन को भी कुछ हद तक फायदा होता दिखाई दे रहा है। सर्वे के नतीजों ने यह भी संकेत दिया कि अगर लोकसभा चुनाव कराए जाएं, तो एनडीए को 324 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजेपी अकेले 260 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।
वोट शेयर की बात करें तो…
वोट शेयर के संदर्भ में, एनडीए को 2024 के लोकसभा चुनाव में 47% वोट मिला था, और अब यह बढ़कर 50% तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं महागठबंधन को 2024 में 39% वोट मिला था, और अब यह बढ़कर 44% तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि दोनों गठबंधनों का वोट शेयर बढ़ा है, फिर भी एनडीए अभी भी आगे नजर आ रहा है।
क्या बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी?
सर्वे और बिहार की राजनीति के मौजूदा रुझानों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि एनडीए को कुछ हद तक बढ़त हासिल हो सकती है। हालांकि महागठबंधन को भी काफी समर्थन मिल रहा है, लेकिन यह मुकाबला काफी कड़ा होने वाला है। बिहार की राजनीति में क्या होता है, यह तो चुनाव के नतीजे ही तय करेंगे, लेकिन फिलहाल यह कहा जा सकता है कि दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।