Bihar Exit Poll Result: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग खत्म हो चुकी है और अब पूरा राज्य नतीजों का इंतजार कर रहा है। लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल्स ने माहौल और भी दिलचस्प बना दिया है। लगभग सभी चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने अपने-अपने अनुमान जारी कर दिए हैं। इनमें ज़्यादातर एग्जिट पोल्स में फिर से NDA की सरकार बनती दिख रही है। हालांकि, महागठबंधन ने इन तमाम सर्वे को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि असली तस्वीर 3 दिसंबर को वोटों की गिनती के बाद ही साफ होगी।
लेकिन इन सबके बीच दिलचस्प बात यह है कि पांच प्रमुख एजेंसियों ने अपने सर्वे में महागठबंधन को 100 से ज्यादा सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है। यानी इन एजेंसियों के मुताबिक मुकाबला उतना एकतरफा नहीं है, जितना कुछ शुरुआती एग्जिट पोल्स दिखा रहे थे।
पहली एजेंसी – पीपुल्स प्लस (Bihar Exit Poll Result)
पीपुल्स प्लस के एग्जिट पोल के अनुसार, NDA को 133 से 159 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं महागठबंधन को 75 से 101 सीटें दी गई हैं। इस एजेंसी का अनुमान बताता है कि भले ही NDA बढ़त में रहे, लेकिन विपक्ष भी मजबूत स्थिति में रहेगा।
दूसरी एजेंसी – पीपुल्स इनसाइट
पीपुल्स इनसाइट ने अपने सर्वे में NDA को 133 से 148 सीटें, जबकि महागठबंधन को 87 से 102 सीटें मिलने की संभावना जताई है। एजेंसी ने साफ कहा है कि कुछ सीटों पर मुकाबला बेहद करीबी है, और ऐसे में अंतिम परिणाम कई जगहों पर उलटफेर कर सकता है।
तीसरी एजेंसी – चाणक्य
एग्जिट पोल्स की दुनिया में भरोसेमंद मानी जाने वाली चाणक्य एजेंसी ने इस बार NDA को 130 से 138 सीटें, और महागठबंधन को 100 से 108 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। यानी इस एजेंसी के हिसाब से महागठबंधन 100 के आंकड़े को पार करता दिख रहा है।
चौथी एजेंसी – पोलस्ट्रैट
पोलस्ट्रैट ने भी लगभग यही ट्रेंड दिखाया है। इसके एग्जिट पोल के मुताबिक, NDA को 133 से 148 सीटें, और महागठबंधन को 87 से 102 सीटें मिलने का अनुमान है। पोलस्ट्रैट ने भी स्पष्ट कहा है कि महागठबंधन 100 के आसपास या उससे थोड़ा ऊपर पहुंच सकता है।
पांचवीं एजेंसी – जेवीसी पोल्स
जेवीसी पोल्स के सर्वे के अनुसार, NDA को 135 से 150 सीटें और महागठबंधन को 88 से 103 सीटें मिल सकती हैं। इस एजेंसी के आकलन के बाद यह बात और पुख्ता हो जाती है कि विपक्ष को कम आंकना जल्दबाजी होगी।
कुल मिलाकर, इन पांच एजेंसियों का दावा है कि महागठबंधन 100 सीटों के पार जा सकता है, जबकि NDA मामूली अंतर से बढ़त बनाए रख सकता है। पोल ऑफ पोल्स में हालांकि NDA को फिर से सरकार बनाते हुए दिखाया गया है, लेकिन इन एजेंसियों की भविष्यवाणी यह संकेत दे रही है कि मुकाबला इस बार काफी दिलचस्प और कड़ा रहने वाला है।
अब सारी निगाहें 3 दिसंबर पर टिकी हैं, जब असली नतीजे सामने आएंगे और यह साफ हो जाएगा कि जनता ने बिहार की सत्ता की चाबी किसके हाथों में सौंपी है – NDA के या फिर महागठबंधन के।
