BJP minister Hiralal Nagar: राजस्थान की सियासत रविवार को उस वक्त गर्म हो गई, जब बीजेपी मंत्री हीरालाल नागर और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के बीच तीखी बयानबाजी का सिलसिला शुरू हुआ। एक ओर जहां बीजेपी मंत्री ने तंज कसा कि ‘नेताजी को नाम छपवाने की आदत है’, वहीं हनुमान बेनीवाल ने भी पलटवार करते हुए उन्हें खुली चुनौती दी और आरोप लगाया कि विकास के असली श्रेय का वह दावा नहीं कर सकते। इस जुबानी जंग ने राजनीति के गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक हलचल मचा दी। आइए जानते हैं कि क्या हुआ और क्यों यह सियासी सैलाब अब चर्चा का विषय बन गया है।
बीजेपी मंत्री का आरोप- BJP minister Hiralal Nagar
बीजेपी के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर रविवार को नागौर के हिलोड़ी गांव में 1.40 करोड़ रुपये की लागत से बने जीएसएस (ग्रिड सब स्टेशन) का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नाम लिए बिना हनुमान बेनीवाल पर तीखा हमला किया। मंत्री नागर ने कहा, “यहां कोई भी विकास कराए, लेकिन नेताजी को आदत है अपना नाम छपवाने की। हम जीएसएस का उद्घाटन करते हैं और वे अपने नाम के साथ फोटो खिंचवाते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार ने बिजली क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किए हैं, जबकि कांग्रेस ने पांच साल में सिर्फ तीन जीएसएस बनवाए थे। साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में किसानों को अब दिन में बिजली मिलेगी और ट्रिपिंग फ्री सप्लाई प्राथमिकता होगी।
हनुमान बेनीवाल का तीखा पलटवार
हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी मंत्री के इस आरोप का करारा जवाब दिया। बेनीवाल ने नागर को खुली चुनौती देते हुए कहा, “जो जीएसएस का उद्घाटन मंत्री कर रहे हैं, वे 2023 में मेरे धरने के बाद स्वीकृत हुए थे। बीजेपी सरकार ने इनमें से कोई भी त्रस्स् (ट्रांसफॉर्मर सब स्टेशन) घोषित नहीं किया था।” बेनीवाल ने नागर पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि मंत्री पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के बंगले पर चाय-पानी की व्यवस्था करते थे, अब उसी का इनाम उन्हें मंत्री बनने के रूप में मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री नागर को दोबारा मंत्री बनने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
प्रोटोकॉल पर भी उठाए सवाल
बेनीवाल ने मंत्री पर प्रोटोकॉल की अनदेखी का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि उद्घाटन पट्टिकाओं में उनका नाम तक नहीं लिखा गया, जबकि सरपंचों के नाम चमकाए गए थे। यह आरोप बीजेपी मंत्री पर इस प्रकार से हमला था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि दोनों के बीच केवल विकास को लेकर ही नहीं, बल्कि सम्मान और मान्यता को लेकर भी खींचतान चल रही है।
सोशल मीडिया पर बढ़ी गर्मी
यह जुबानी जंग अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। जहां एक ओर मंत्री नागर बीजेपी सरकार के विकास कार्यों का प्रचार कर रहे थे, वहीं बेनीवाल ने उनके दावों को नकारते हुए अपने पक्ष को सही ठहराया। इस विवाद ने सियासी माहौल को और गर्म कर दिया है, और अब यह देखने वाली बात होगी कि इस मामले का राजनीतिक असर क्या होता है।