Dharam Singh Chhoker: हरियाणा की राजनीति में उस वक्त भूचाल आ गया जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छौक्कर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 638 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। इस जब्ती में गुरुग्राम की 35 एकड़ जमीन भी शामिल है, जो सेक्टर 68, 103 और 104 में फैली हुई है। यह कार्रवाई महीरा इन्फ्राटेक लिमिटेड से जुड़े एक बड़े घोटाले के सिलसिले में की गई है, जिसका पहले नाम साई आईना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड था।
कौन हैं धर्म सिंह छौक्कर? (Dharam Singh Chhoker)
धर्म सिंह छौक्कर हरियाणा के समालखा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक रह चुके हैं। उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा और धीरे-धीरे गुज्जर समाज में एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित हुए। उनके भाई इंदर सिंह भी पहले राजनीति में सक्रिय थे, जिनके राजनीतिक करियर को छौक्कर ने आगे बढ़ाया। वे दो बार चुनाव जीत चुके हैं और दो बार हार का सामना भी कर चुके हैं। बताया जाता है कि धर्म सिंह, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं।
कैसे और कब हुई गिरफ्तारी?
धर्म सिंह छौक्कर को गुरुग्राम और दिल्ली से जुड़े रियल एस्टेट घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के दौरान झड़प की भी खबर सामने आई और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उनके कपड़े फटे हुए नजर आए। इस घटना के बाद गुज्जर समाज में गहरा रोष फैल गया और पानीपत में एक बड़ी पंचायत आयोजित की गई, जिसमें ED के व्यवहार की तीखी आलोचना की गई।
ED के आरोप क्या हैं?
प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि धर्म सिंह छौक्कर और उनकी कंपनी ने करीब 3,700 घर खरीदारों से 616 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि वसूली, लेकिन वादे के मुताबिक उन्हें घर नहीं दिए गए। इस राशि का उपयोग अन्य स्थानों पर किया गया, जिसका अनुमानित मूल्य 500 से 1,500 करोड़ रुपये तक हो सकता है। यह निवेश कथित तौर पर गैरकानूनी ढंग से किया गया और इसका हिसाब-किताब भी गड़बड़ पाया गया।
कोर्ट से मिली राहत, लेकिन जांच जारी
छौक्कर को 17 मई को ED हिरासत में भेजा गया था और बाद में हिरासत अवधि को भी बढ़ा दिया गया। हालांकि, 19 जून 2025 को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने उन्हें स्वास्थ्य आधार पर 12 दिनों की अंतरिम जमानत दी है। अब उन्हें 1 जुलाई तक ED के सामने पेश होना अनिवार्य है।
राजनीतिक असर और प्रतिक्रियाएं
चूंकि धर्म सिंह छौक्कर कांग्रेस से जुड़े रहे हैं, इसलिए इस पूरे घटनाक्रम ने राजनीतिक रंग भी पकड़ लिया है। विपक्ष ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया तो वहीं भाजपा समर्थकों ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जीत बताया है। कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस मामले में कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं दी है।