India Next Vice President: जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) ने हाल ही में उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया, और अब देश में सबसे बड़ी चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि उनके बाद उपराष्ट्रपति कौन बनेगा? वहीं, राष्ट्रपति द्वारा उनके इस्तीफे को मंजूरी दिए जाने के बाद बीजेपी ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए संभावित नामों पर मंथन शुरू कर दिया है। हालांकि, पार्टी इस बार किसी सहयोगी दल के नेता को नहीं, बल्कि अपनी विचारधारा से जुड़े एक मजबूत और साफ-सुथरे इमेज वाले नेता को चुनने की योजना बना रही है।
बीजेपी के पास लोकसभा और राज्यसभा में पर्याप्त संख्याबल है, जिससे यह साफ है कि उन्हें उपराष्ट्रपति पद पर किसी विपक्षी दल से मुकाबला नहीं करना पड़ेगा। इसके बावजूद पार्टी इस बार किसी भी निर्णय पर जल्दबाजी नहीं करना चाहती और सोच-समझ कर दांव खेलने के मूड में है।
रामनाथ ठाकुर के नाम की चर्चा- India Next Vice President
हाल ही में केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर (Rajya Sabha MP Ram Nath Thakur) के नाम पर चर्चा तेज हुई थी। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को रामनाथ ठाकुर से मुलाकात की, जिसके बाद यह कयास लगाए गए कि उनका नाम उपराष्ट्रपति के लिए हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, रामनाथ ठाकुर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं और अतिपिछड़ी जाति से आते हैं, लेकिन इस मुलाकात को लेकर सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात केवल औपचारिक थी और उपराष्ट्रपति पद से इसका कोई संबंध नहीं था। पार्टी ने इस मुद्दे पर जेडीयू से कोई बातचीत नहीं की है और रामनाथ ठाकुर के नाम पर अटकलें बेबुनियाद हैं।
बीजेपी का विचार: उपराष्ट्रपति पद पर पार्टी के व्यक्ति को ही बैठाना
धनखड़ के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार किसी बाहरी नेता को नहीं, बल्कि अपनी विचारधारा से जुड़े एक मजबूत और साफ छवि वाले नेता को उपराष्ट्रपति पद पर नियुक्त करने की योजना बना रही है। बीजेपी के पास ऐसे कई नेताओं की फौज है जो पार्टी कैडर से निकले हुए हैं और जिनकी छवि साफ-सुथरी है।
वेंकैया नायडू जैसा चेहरा ढूंढ रही है बीजेपी
बीजेपी के नेता इस समय वेंकैया नायडू जैसे एक मजबूत और साफ-सुथरे चेहरे की तलाश कर रहे हैं, जिन्हें पार्टी की विचारधारा से जुड़ा माना जा सके। वेंकैया नायडू 2017 में उपराष्ट्रपति पद पर चुने गए थे और वे बीजेपी के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं। बीजेपी इस बार भी उसी तरह के एक चेहरे को चुनने का विचार कर रही है, जो पार्टी के विचारों को सही तरीके से प्रस्तुत कर सके।
हरिवंश की भूमिका और उपराष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया
धनखड़ के इस्तीफे के बाद, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह इस समय उपराष्ट्रपति की भूमिका निभा रहे हैं। संविधान में उपराष्ट्रपति के पद के लिए कार्यभार सौंपे जाने की कोई विशेष व्यवस्था नहीं है, इसलिए इस मामले में कोई औपचारिकता की आवश्यकता नहीं है। हरिवंश नारायण सिंह इस समय राज्यसभा के उपसभापति के रूप में काम कर रहे हैं, और उनका कार्यकाल भी अगले कुछ सालों तक है।
दूसरी तरफ, बीजेपी इस समय नए उपराष्ट्रपति के चयन के बारे में गहरे विचार-विमर्श में है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार ऐसे व्यक्ति को चुनने जा रही है, जो पार्टी की विचारधारा से पूरी तरह जुड़ा हो और जिनकी छवि साफ-सुथरी हो। पार्टी नेताओं का मानना है कि इस बार उपराष्ट्रपति का पद किसी वरिष्ठ नेता को दिया जा सकता है, जो पार्टी के कैडर से आया हो और संगठन की मजबूती को देखते हुए उसे यह जिम्मेदारी सौंपी जा सके।