Kolkata Gang Rape Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ कॉलेज परिसर में ही सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आने के बाद न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं, बल्कि सियासी हलकों में भी उबाल आ गया है। इस जघन्य अपराध के तीन आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं, और तीनों का संबंध तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई से बताया जा रहा है।
राजनीतिक बयानों से और भड़का मामला- Kolkata Gang Rape Case
घटना को लेकर जहां विपक्ष ने ममता बनर्जी सरकार पर सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है, वहीं सत्तारूढ़ दल टीएमसी के नेताओं की टिप्पणियों ने आग में घी डालने का काम किया है। वरिष्ठ नेता और विधायक मदन मित्रा ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि “अगर छात्रा कॉलेज बंद होने पर वहां नहीं जाती, तो यह घटना नहीं होती।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर वह अपने साथ दोस्तों को लेकर जाती या किसी को सूचित करती, तो अपराध नहीं होता। इस बयान ने पीड़िता को ही जिम्मेदार ठहराने की कोशिश के रूप में व्यापक निंदा झेली है।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने भी ऐसी ही टिप्पणी कर डाली। उन्होंने कहा कि “अगर दोस्त ही बलात्कार करें, तो सरकार हर जगह सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकती है?” उनके इस बयान ने भी लोगों की नाराज़गी को और भड़काया। विरोधियों ने इसे महिला सुरक्षा पर सरकार की असंवेदनशीलता का उदाहरण बताया।
पार्टी ने नेताओं से बनाई दूरी
टीएमसी ने संकट को भांपते हुए दोनों नेताओं के बयानों से फौरन पल्ला झाड़ लिया। पार्टी प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि यह व्यक्तिगत राय है, पार्टी इन बयानों का समर्थन नहीं करती और इनकी कड़ी निंदा करती है। तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक, ये विचार पार्टी की सोच को नहीं दर्शाते।
बगावत पर उतरे सांसद कल्याण बनर्जी
हालांकि, बयान पर आलोचना के बाद खुद कल्याण बनर्जी ने पार्टी पर ही सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी के आधिकारिक बयान से वे सहमत नहीं हैं और पूछा कि क्या टीएमसी परोक्ष रूप से उन नेताओं का समर्थन कर रही है जो अपराधियों का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महज निंदा से कुछ नहीं होगा, जब तक जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कदम नहीं उठाए जाते।
मदन मित्रा की सफाई
मदन मित्रा ने खुद पर उठे आरोपों को खारिज करते हुए सोशल मीडिया पर सफाई दी। उन्होंने दावा किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और एक विशेष समूह उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री की तीखी प्रतिक्रिया
घटना पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे राज्य में महिला सुरक्षा की भयावह स्थिति का प्रतीक बताया और ममता बनर्जी सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है।