Mokama Murder Case: मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जनसुराज पार्टी के समर्थक और इलाके के प्रभावशाली नेता दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे इलाके में भारी तनाव पैदा कर दिया है। बुधवार को हुई इस हत्या के बाद पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और इस मामले में मोकामा से चुनाव लड़ रहे जेडीयू नेता अनंत सिंह को भी आरोपी बनाया गया है।
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पोते रविरंजन का आरोप: “मेरे दादा की हत्या करवाई गई” Mokama Murder Case
दुलारचंद यादव के पोते रविरंजन ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरे दादा की हत्या कर दी गई है और मुझे डर है कि मेरी भी जान को खतरा हो सकता है। पुलिस और प्रशासन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। हमें न्याय चाहिए।” रविरंजन ने आगे कहा कि उनके दादा हमेशा लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष करते थे और जनता की आवाज उठाते थे। उन्होंने कहा, “हम लोग पढ़े-लिखे हैं, हथियारबंद नहीं। मेरे दादा हमेशा सही काम करते थे, लेकिन अब प्रशासन मौन है और असली अपराधियों को बचाया जा रहा है।”
दुलारचंद यादव के घर की महिलाओं ने भी पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का कहना है कि जेडीयू प्रत्याशी और बाहुबली नेता अनंत सिंह ने ही हत्या करवाई क्योंकि दुलारचंद यादव चुनाव में जनसुराज पार्टी का समर्थन कर रहे थे। परिवार का मानना है कि राजनीतिक कारणों से उन्हें रास्ते से हटाने के लिए यह हमला किया गया।
गांव में तनाव, भारी पुलिस बल तैनात
घटना के बाद तारतार गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, पांच घंटे तक शव को गांव से नहीं उठाया गया। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि पहले दुलारचंद यादव के पैर में गोली मारी गई और फिर उन्हें गाड़ी से कुचल दिया गया।
वहीं, अनंत सिंह के समर्थकों ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज किया है। उनका कहना है कि दरअसल, जनसुराज समर्थकों ने पहले उनके काफिले पर हमला किया था और पथराव में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई थीं।
राजनीतिक माहौल और सुरक्षा पर सवाल
मोकामा हत्याकांड ने न केवल राजनीतिक तापमान बढ़ाया है, बल्कि बिहार चुनाव के पहले चरण से पहले सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। क्षेत्र में लोगों में डर का माहौल बन गया है और प्रशासन से अब यह उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है और आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। वहीं, परिवार न्याय की मांग करते हुए लगातार प्रशासन से मिलने की कोशिश कर रहा है। मोकामा हत्याकांड ने न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राज्य की राजनीति में भी हलचल पैदा कर दी है।



