vote chori scam:दिल्ली की सड़कों पर अभी एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। एक तरफ कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सड़को पर आंदोलन कर रहे है तो वहीं सपा के मुखिया अखिलेश यादव बेरिकेट फांद रहे है… वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा तो बेहोश हो गई, जिन्हे राहुल गांधी ने पानी छिड़क कर होश में लाने की कोशिश की। अब सवाल ये उठता है कि संसद में बैठने वाले सांसद सड़कों पर क्यों उतर आये है, तो इनका कारण है चुनाव आयोग।
क्या है मुद्दा
7 अगस्त को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने एक ही वोट को कई जगह डलवाया है, उन्होंने इस बात के सबूत भी पेश किये थे। जिसमे उन्होंने बताया कि कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई ऐसे राज्य है जहां लाखों फर्जी वोट डाले गए है। दरअसल कांग्रेस, टीएमसी, सपा समेत कई विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग घेरते हुए कहा कि उन्होंने वोट चोरी की है। जिसके लिए वो संसद में बहस करना चाहते है लेकिन उन्हें ऐसा करने नहीं दिया जा रहा है।
चुनान आयोग के विरोध में विपक्ष
अपना विरोध जताने के लिए उन्होंने मार्च निकालने का फैसला किया और सभी सांसद संसद की मकर द्वार से चुनाव आयोग के ऑफिस की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे। विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग को घेरते है कहा कि चुनाव आयोग ने वोट चोरी जैसे संगीन मुद्दे पर काफी लचर रवैया अपनाया। जब आयोग के पास पहले से वोट चोरी को लेकर शिकायत की गई थी तो चुनाव आयोग ने इस मामसे में लापरवाही क्यों बरती।
इस मार्च में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत करीब 300 सांसदो ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तो बेरिकेट फांद कर चुनाव आयोग के ऑफिस की तरफ जाने की कोशिश की लेकिन वो खुद को संभाल नहीं पायें जिसके बाद उन्हें कुछ पास खड़े नेताओं ने संभाल लिया। इतना ही नहीं इस आंदोलन में भाग लेने वाली टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा भी मार्च का हिस्सा बनने आई थी, लेकिन भीड़ और गर्मी के कारण वो बेहोश हो गई, जिनपर राहुल गांधी ने पानी छिड़क कर उन्हें होश में लाने की कोशिश की।
इस प्रदर्शन को लेकर चुनाव आयोग और संसद के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिसके काऱण सांसद चुनाव आयोग के ऑफिस में दाखिल नहीं हो पाये थे। लेकिन उनकी इस जोर जबरदस्ती के कारण जो शांति भंग हुई उसके कारण पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया।
राहुल गांधी ने कहा-संविधान बचाने की कोशिश
इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने चुनाव आयोग की विश्वस्नीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वोट चोरी का मामला आयोग के सच पर सवाल उठा रहा है। जब तक आयोग अपनी सच्चाई खुद आकर साबित नहीं कर देता, तब तक चुनाव आयोग सवालों के घेरे में रहेगा। राहुल गांधी ने मांग की है कि वो केवल संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है। ये एक एक वोट का सवाल है। हमें चुनाव आयोग से एक प्योर वोटर्स की लिस्ट चाहिए।
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चुनाव आयोग का जवाब
राहुल गांधी के आरोपो को लेकर कर्नाटक चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को जवाब दे दिया है कि जो दस्तावेज राहुल गांधी ने पेश किए है असल में वो चुनाव आयोग के डाटाबेस में मौजूद ही नहीं है। यहां तक कि राहुल गांधी ने जिस महिला शकुन रानी का जिक्र डबल वोट डालने के मामले में उछाला है, उसने खुद स्वीकार किया है कि उसने दो वोट नहीं डाले है। इलेक्शन कमीशन ने राहुल गांधी को वो सबूत पेश करने को कहा है जिसके आधार पर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर इतने संगीन आरोप लगाये है।
चुनाव आयोग और विपक्षी सासंद इस वक्त आमने सामने आ गए है। ऐसे में देखना ये होगा कि क्या राहुल गांधी चुनाव आयोग को गलत साबित कर पायेंगे या फिर चुनाव आयोग अपने आप को पाक साफ छवि के साथ बचा पायेगी। फिलहाल ये कहना गलत नहीं होगा कि संसद भवन इस वक्त जंग का मैदान बन गया है.. जिसमें लड़ाई चुनाव आयोग वर्सेस विपक्ष चल रही है, लेकिन सत्ता पक्ष की तरफ से किसी को कोई बयान अभी तक नहीं आया है।