P Chidambaram Pahalgam controversy: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले पर ऐसे विवादित सवाल उठाए हैं, जिससे सियासी माहौल में हलचल मच गई है। उन्होंने पाकिस्तान की पैरवी करते हुए कहा कि अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे, वे लोकल भी हो सकते हैं। इतना ही नहीं, चिदंबरम ने यह भी आरोप लगाया है कि सरकार ने इस मामले में पर्याप्त जानकारी साझा नहीं की है और उन्होंने इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की भूमिका पर भी सवाल उठाए। अब चिदंबरम ने बयान तो दे दिया है, लेकिन कांग्रेस के लिए उनके बयानों पर सफाई देना मुश्किल होता दिख रहा है।
चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में कहा, “आतंकी कहां हैं? आपने उन्हें क्यों नहीं पकड़ा, या उनकी पहचान क्यों नहीं की?” साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि एनआईए ने इस हफ्ते में क्या किया है और क्या उसने आतंकवादियों की पहचान की है। उनका कहना था कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ कि आतंकी कहां से आए थे और क्या वे पाकिस्तान से थे या लोकल थे। उनका सवाल था कि पाकिस्तान को दोषी ठहराने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
सियासी प्रतिक्रियाएं- P Chidambaram Pahalgam controversy
चिदंबरम के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। जहां एक ओर विरोधी दलों के नेता उनके बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने चिदंबरम के बयान को लेकर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि अगर यह वीडियो सही है, तो चिदंबरम ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या कांग्रेस अब ऑपरेशन सिंदूर पर इस दृष्टिकोण से डिबेट करने जा रही है।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “हम जानते हैं कि बीजेपी हमेशा असली मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। असली मुद्दे पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर में सरकार की विफलता हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमेशा पाकिस्तान से आतंकवाद के निर्यात को बंद करने की बात की है और कांग्रेस सेना के साथ खड़ी है।
अखिलेश यादव का रिएक्शन
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “बीजेपी के शासन में आतंकवाद और आतंकी घटनाओं का सिलसिला क्यों बढ़ता जा रहा है? पहलगाम हमले में आतंकवादी कहां गए, यह सवाल अब सरकार को जवाब देना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस भी दिल्ली सरकार में रही है, इसलिए उनके पास इसके बारे में जानकारी होगी।
शिवसेना का रुख
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने चिदंबरम के बयान पर कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 70 सालों में हमने कई युद्ध लड़े हैं और पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों का सामना किया है। टीआरएफ ने पहले पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, फिर वह इससे मुकर गया। पाकिस्तान लगातार आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत को किसी भी सबूत की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान की भूमिका स्पष्ट है।
चिदंबरम की सफाई
वहीं, बढ़ते विवाद को देख चिदंबरम ने अपने बयान को लेकर सफाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, “कुछ लोग गलत सूचना फैलाने के लिए केवल कुछ शब्दों को चुनकर पूरी इंटरव्यू को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं। यह एक तरह का ट्रोलिंग है और इससे वे सिर्फ भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं।” उनका यह भी कहना था कि पूरी जानकारी दी गई थी और ट्रोल्स केवल कुछ वाक्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।
Trolls are of different kinds and use different tools to spread misinformation
The worst kind is a troll who suppresses the full recorded interview, takes two sentences, mutes some words, and paints the speaker in a black colour!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 28, 2025