officials who joins BJP: भारतीय राजनीति में नौकरशाहों की एंट्री कोई नई बात नहीं है, लेकिन 2014 के बाद से यह रुझान तेज़ी से बढ़ा है। मोदी सरकार आने के बाद कई नामी IAS, IPS और IFS अधिकारी अपनी नौकरशाही करियर को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए। किसी ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा, तो किसी ने संगठन और शासन में अपनी भूमिका निभाई। इस सूची में युवा अफसर भी हैं और कई दशकों का अनुभव रखने वाले दिग्गज अधिकारी भी।
ओपी चौधरी: युवा IAS से राजनीतिक चेहरा बने (officials who joins BJP)
छत्तीसगढ़ कैडर के 2005 बैच के IAS अधिकारी ओपी चौधरी इन मामले में सबसे अधिक सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने लगभग 13 साल प्रशासन में काम करने के बाद 2018 में इस्तीफा दिया और BJP का दामन थाम लिया। दिलचस्प बात यह है कि वे IAS अधिकारियों के उस नए वर्ग से आते हैं जो अपेक्षाकृत युवा उम्र में राजनीति को अपना नया करियर बनाने का फैसला कर रहे हैं।
संजीव त्रिपाठी: RAW चीफ से BJP नेता
पूर्व RAW प्रमुख और वरिष्ठ IPS अधिकारी संजीव त्रिपाठी ने 2014 में BJP का दामन थामा। उनकी एंट्री को सुरक्षा और खुफिया मामलों में पार्टी के लिए बड़ी मजबूती के रूप में देखा गया।
यह संजीव त्रिपाठी हैं
IPS अधिकारी थे, RAW के प्रमुख रहे
2014 में BJP में शामिल हो गए
रियासी से लेकर पहलगाम और दिल्ली बम ब्लास्ट तक लगातार intelligence फेलियर पर इनका मुँह नहीं खुला
लेकिन राहुल गांधी के ख़िलाफ़ फर्रा लिख रहे हैं
बेशर्म pic.twitter.com/oUvcuxN3bR
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) November 20, 2025
सूर्य कुमार शुक्ला: रिटायरमेंट से पहले ही बना लिया प्लान
UP के अपर पुलिस महानिदेशक (होमगार्ड्स) सूर्य कुमार शुक्ला ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP में शामिल होने की इच्छा जताई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर साफ कहा था कि वे रिटायरमेंट के बाद पार्टी के लिए प्रचार करना चाहते हैं। 2019 में उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली और सक्रिय राजनीति में कदम रखा।
राज कुमार सिंह: IAS से गृह सचिव और अब केंद्रीय मंत्री
पूर्व IAS और देश के गृह सचिव रहे राज कुमार सिंह 2013 में BJP में आए। 2014 में आरा से सांसद चुने गए और आज मोदी सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते हुए मंत्री पद पर हैं। एक सफल प्रशासक से प्रभावी राजनेता बनने की उनकी यात्रा आज एक उदाहरण के रूप में देखी जाती है।
सत्यपाल सिंह: मुंबई पुलिस कमिश्नर से BJP सांसद तक
1980 बैच के IPS अधिकारी और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले BJP में शामिल हुए। वे चुनाव जीतने में कामयाब रहे और बाद में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री भी बने। डॉ. सत्यपाल सिंह ने 2017 से 2019 तक मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया
केजे अल्फोंस: ‘डेमोलिशन मैन’ से केंद्रीय मंत्री
केरल के पूर्व IAS और अपने सख्त फैसलों के लिए चर्चित KJ Alphons ने 2011 में सेवा छोड़ दी थी और कुछ समय बाद BJP में शामिल हो गए। उन्होंने मोदी सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री बनकर राष्ट्रीय स्तर काम किया था।
किरण बेदी: देश की पहली महिला IPS से राजनीति तक
IPS अधिकारी के रूप में देशभर में पहचान बनाने वाली किरण बेदी ने अन्ना आंदोलन के दौरान एक मजबूत आवाज़ के रूप में हिस्सा लिया था। 2015 में BJP ने उन्हें दिल्ली चुनाव में CM उम्मीदवार बनाया। भले चुनाव न जीते हों, लेकिन बाद में वे पुडुचेरी की उपराज्यपाल बनाईं गईं।
हरदीप सिंह पुरी: IFS अधिकारी से कैबिनेट मंत्री
करीब 40 साल की डिप्लोमैटिक सेवा निभाने वाले 1974 बैच के IFS अधिकारी हरदीप सिंह पुरी 2014 में BJP में आए। विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के जानकार पुरी वर्तमान में आवास एवं शहरी मामले के केंद्रीय मंत्री हैं और राज्यसभा सांसद भी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में महत्वपूर्ण पदों पर उनकी भूमिका ने उन्हें पार्टी में एक रणनीतिक चेहरा बनाया।
यशवंत सिन्हा: IAS से देश के वित्त और विदेश मंत्री
1960 बैच के IAS अधिकारी यशवंत सिन्हा ने 1984 में सेवा छोड़कर BJP जॉइन की थी। हालांकि यह BJP में आने की पुराने समय की मिसाल है, लेकिन उनके राजनीतिक करियर ने नौकरशाहों के लिए राजनीति का रास्ता खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रहे।
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