Tribble Man Amit Dhurve story: सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री जी(bageshwar dham dhirendra shastri) को तो अपने कई बार वायरल होते हुए देखा होगा। उनकी कथाओं को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग आते है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से बागेश्वर धाम तो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है लेकिन धीरेन्द्र शास्त्री के बजाय इस बार वायरल होने वाले है अमित धुर्वे।(who is amit dhurve) सोशल मीडिया के सेंसेशन बन चुके अमित धुर्वे का धीरेन्द्र शास्त्री से क्या नाता है तो चलिए आपको बताते है कि आखिर क्यों इस बार धीरेन्द्र शास्त्री के बजाय उनका एक भक्त अमित धुर्वे वायरल हो रहा है। और जिसकी वाहवाही करते खुद बागेश्वर धाम के लोग भी करते हुए नहीं थक रहे है।
अमित धुर्वे की कहानी Who is Amit Dhurve
मध्य प्रदेश का छतरपुर जिले के कटनी इलाके के बडगांव के रहने वाले अमित धुर्वे, जो नर्मदा नदी के किनारे एक झोपडी बना कर रहते हैं और आदिवासी समाज के भजन मंडली का हिस्सा है। जगह जगह जाकर भजन गा कर किसी तरह ए जीवन यापन करने वाले अमित को अचानक दुर्गा पूजा के समारोह के दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का रात के ढाई बजे कॉल आया और नवरात्रों के मौके पर बागेश्वर धाम आने का निमंत्रण दिया। अमित के लिए ये अब सपने जैसा था। लेकिन फिर भी वो ईश्वर की मर्जी मानकर वहां गए। लेकिन मातारानी की कृपा वाकई में अमित के सर पर थी। बागेश्वर धाम में उन्हें गायन का मौका मिला, और फिर क्या था अमित ने पूरी जान लगा कर गया, उनकी आवाज दिल से निकली और सीधे दिल तक पहुंची। अमित धुर्वे की गायकी का जादू ऐसा था कि लोगों की तालियां एक पल के लिए भी रुकी। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री तो अमित के आवाज के ऐसे कयाल हो गए कि उन्होंने एक दिन में आया सारा चढ़ावा अमित के नाम कर दिया। और 50 हजार रूपय आर्थिक सहायता भी दी। लेकिन अमित की किस्मत चमकनी थी पर उसे बाबा बागेश्वर धाम वाले ने चमका दिया। अमित का गायन रातों रात वायरल हो गया। और वो बन गए सोशल मीडिया सेंसेशन।
मिलने लगे बॉलिवुड म्यूजिक के ऑफर Amit Dhurve success story
बागेश्वर धाम वाले की कृपा क्या हुई अमित का करियर भी चल निकला। उसे टी सीरीज जैसी बड़ी कंपनी ने अप्रोच किया है। एक आदिवासी गरीब आदिवासी परिवार से आने वाले अमित धुर्वे ने 8 साल की उम्र में ही अपनी मां को खो दिया था। 10 भाई बहनों में से 7 बहने और 3 भाई का परिवार तंबू गाड़ कर रहता है। मां की मौत के बाद बड़ी बहन ने पाला। न तो खेती करने के लिए कोई जमीन है और न ही कभी स्कूल जाने का मौका मिला। हां बचपन से केवल संगीत सीखने और गायकी का शौक था। बचपन में एक बार कटनी रेलवे स्टेशन पर अमित ने कुछ लड़कों को पत्थर बजाकर गाते हुए देखा था। संगीत के शौक ने अमित को उन लड़कों की टोली में शामिल कर दिया। अमित की टोली सारा दिन ट्रेन के डब्बे में गाना गाकर पैसे कमाए करते थे लेकिन माली हालत फिर भी नहीं सुधरी। कभी केवल पेट भरने के लिए संगीत का इस्तेमाल करने वाले अमित ने आगे जाकर गायकी में ही बढ़ने का फैसला किया। अमित हारमोनियम ठीक करने का काम करते थे जहां भी हो ठीक करते उसी जगह लोगों का मन भी बहलाते थे धीरे-धीरे अमित को पहचान मिलने लगी और रामायण मंडलियों में गाने का मौका मिला भजन गायकी से घर चलने लगा।
अमित धुर्वे कैसे पहुंचे बागेश्वर धाम Amit Dhurve in bageshwar dham
दरअसल अमित नर्मदा नदी के किनारे गायकी का रियाज कर रहे थे तभी किसी ने उनका वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिससे वो वायरल हो गए। उनकी गायकी देश के कोने कोने में पहुंच गई। और इस दौरान एक तबला वादक ने अमित से अपनी बेटी की शादी करने का प्रस्ताव दिया। अमित की शादी हो गई और वो 5 बच्चों के पिता है। लेकिन घर की माली हालत तब भी नहीं सुधरी। कहां जाता है कि एक बार अमित को पैरालिसिस अटैक हो गए था। अमित अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए है लेकिन उनकी गायकी में कोई कमी नहीं आई।
उनकी गायकी से ही प्रभावित होकर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की तरफ से उन्हें अपने प्रोग्राम में गाने का मौका मिला। और बस फिर क्या था इस मौके ने अमित की जिंदगी बदल दी। अमित रातोरात बड़े स्टार बन गए। आज उन्हें कई नामी म्यूजिक कंपनी से ऑफर आने लगे है। टी-सीरिज के अलावा उन्हें संस्कार चैनल पर भी गाने का ऑफर आया है। देश विदेश सभी जगहों पर उन्हें गाने के लिए बुलाया जा रहा है। अमित मानते है कि उनके टेलेंट और किस्मत के साथ साथ बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी की अनुकंपा ने उनकी पूरी जिंदगी को बदल दिया। वो इसके लिए चाहे कितना भी धन्यवाद कह दें कम ही होगा।