नकारात्मक और गंदे विचारों का ज़ड़ से नाश कैसे हो सकता है, प्रेमानंद जी महाराज से जानिए

Premanand Maharaj ji sermon
Source- Google

वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज अक्सर अपने कथन और विचारों को लेकर लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहते हैं। उनके अच्छे विचारों से लोग काफी प्रेरित हो रहे हैं। कथावाचक प्रेमानंद महाराज छोटी उम्र में ही घर छोड़कर काशी में रहने लगे। अब वे वृन्दावन में रहते हैं और संतसंग के माध्यम से लाखों लोगों का मार्गदर्शन करते हैं। आपको बता दें कि महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह बता रहे हैं कि कैसे नकारात्मक और गंदे विचारों को जड़ से खत्म किया जाता है। इस संबंध में प्रेमानंद जी महाराज बहुत ही सरल उपाय बता रहे हैं। जिनका अनुसरण करके लोग अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव देख रहे हैं।

और पढ़ें: सांसारिक ऋणों से मुक्ति कैसे हो? प्रेमानंद महाराज जी से जानिए 

प्रेमानंद जी महाराज के हालिया वायरल वीडियो में किसी ने पूछा कि महाराज जी का सत्संग सुनने के बाद उसने शराब और मांस खाना बंद कर दिया है और नकारात्मक विचार भी दूर हो रहे हैं, लेकिन इन नकारात्मक विचारों को जड़ से कैसे खत्म किया जाए! आइए विस्तार में जानते हैं कि प्रेमानंद जी महाराज ने नकारात्मक विचारों को जड़ से कैसे खत्म करने के लिए क्या उपाय बताया!

ऐसे करें नकारात्मक विचारों को जड़ से कैसे खत्म

वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज ने किसी भी व्यक्ति के लिए नकारात्मक विचारों को जड़ से खत्म करने का बहुत ही सरल उपाय बताया है। उन्होंने कहा कि तुम जब-जब भगवान का नाम जपोगे तो देखोगे धीरे-धीरे सब ठीक हो रह है। जब आप नाम का जाप करते हैं तो आपके अंदर के सभी नकारात्मक विचार धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं।

महाराज से सुनिए नकारात्मक विचार कैसे बढ़ते हैं

प्रेमानंद जी महाराज ने यह भी बताया कि जब कुमति होती है तो सभी प्रकार की विपत्तियां एकत्रित होने लगती हैं। यहां कुमति का अर्थ है सुख भोगने की इच्छा। यानी जब हम दूसरों की खुशियां छीनकर उसे अपना बनाने लगते हैं। यानी हमारा मन किसी भी तरह से सुख भोगने के लिए लालायित रहता है, इसी तरह से हमारे अंदर नकारात्मक विचार बढ़ने लगते हैं।

कैसे पाये नकारात्मक विचार से छुटकारा

महाराज जी कहते हैं कि नकारात्मक विचारों से छुटकारा पाने का एकमात्र उपाय है भगवान का नाम जपें, गंदे विचार छोड़ें, गंदा खाना न खाएं यानी मछली और मांस से दूर रहें और मोबाइल पर गंदी चिजे भी न देखें। इसके साथ ही उन दोस्तों से भी दूर रहें जो गंदे विचार और बुरी आदतें रखते हैं, इस तरह जब आप इन सभी नकारात्मक चीजों को त्याग देते हैं तो आपकी आत्मा में सुधार होने लगता है और आपका मन शुद्ध होने लगता है। इस तरह से आपको नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है।

और पढ़ें:  गुरु नानक देव जी ने क्यों कहा कि शिव भगवान नहीं हैं? जानिए नानक जी के भगवान के बारे में क्या थे विचार 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here