Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के अनुयायी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। विदेशों में भी लोग उनके दर्शन के लिए उत्सुक रहते हैं। उनके विचार और प्रवचन सोशल मीडिया पर अत्यधिक लोकप्रिय हैं, जिससे लाखों की संख्या में उनके फॉलोअर्स जुड़ चुके हैं। महाराज अपने सत्संगों में लोगों को सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं और उनके सांसारिक प्रश्नों का सरल उत्तर देते हैं। उनकी सहज भाषा और व्यावहारिक शिक्षाओं के कारण भक्त बहुत जल्दी उनके विचारों से प्रभावित हो जाते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज के विचारों से प्रभावित पाकिस्तानी शायर- Premanand Ji Maharaj
प्रेमानंद जी महाराज के विचारों से न केवल भारत के लोग बल्कि विदेशों के लोग भी प्रभावित होते हैं। हाल ही में पाकिस्तान के जाने-माने युवा शायर मुजदम खान ने महाराज के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए एक शेर लिखा। एक मुशायरे में उन्होंने कहा कि भारत में एक महान संत हैं जिनका नाम प्रेमानंद जी महाराज है। इसके बाद उन्होंने प्रेमानंद जी के सम्मान में एक शेर सुनाया:
“कोई स्वामी प्रेमानंद न था, वरना राधा-राधा करते राधा हो जाता।”
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इस शेर ने सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रियता हासिल की और प्रेमानंद जी के विचारों की व्यापक स्वीकृति को दर्शाया।
सोशल मीडिया पर प्रेमानंद जी की लोकप्रियता
प्रेमानंद जी महाराज का सोशल मीडिया पर बहुत बड़ा प्रभाव है। इंस्टाग्राम पर उनके 21 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, जो दर्शाता है कि उनकी शिक्षाएं कितनी प्रभावशाली और लोगों के दिलों को छूने वाली हैं। उनके प्रवचन और सत्संग न केवल आध्यात्मिकता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि लोगों को जीवन की कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा भी देते हैं।
मुजदम खान: युवा शायर जिन्होंने प्रेमानंद जी की प्रशंसा की
मुजदम खान पाकिस्तान के प्रसिद्ध युवा शायरों में से एक हैं। उनके शेर भारत में भी उतने ही लोकप्रिय हैं जितने पाकिस्तान में। इंस्टाग्राम पर उनके 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, और वे लगातार आध्यात्मिकता, प्रेम और समाज से जुड़े विषयों पर अपनी कविताएँ प्रस्तुत करते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज का संदेश
प्रेमानंद जी महाराज का मुख्य संदेश यह है कि आध्यात्मिकता और नैतिकता के मार्ग पर चलकर जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। वे अपने सत्संगों के माध्यम से लोगों को आत्मिक शांति और सच्चे प्रेम का महत्व समझाते हैं। उनके विचारों ने न केवल भारत, बल्कि पड़ोसी देशों में भी लाखों लोगों को प्रभावित किया है। उनकी शिक्षाएं भविष्य में भी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य करती रहेंगी।
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