नई दिल्ली। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की हत्या की साजिश रचने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम धर्मेंद्र शर्मा बताया जा रहा है। उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में मुख्य आरोपी सलीम अहमद अंसारी समेत 3 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का दावा है कि आरोपी धर्मेंद्र और सलीम दोनों ने वसीम रिजवी को मारने के लिए रेकी की थी।
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बता दें कि ये सभी आरोपी अंडरवर्ल्ड डॉन और 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के प्रमुख आरोपी दाऊद इब्राहिम के शूटर हैं। इनमें से तीन आरोपियों सलीम अहमद अंसारी, अबरार और आरिफ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने बुलंदशहर से गिरफ्तार किया था। इनके पास से दो पिस्टल, एक कट्टा, 14 कारतूस, कई मोबाइल और कुछ सिम भी बरामद की गई थी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये सभी अपराधी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के संपर्क में थे। इनमें से एक अपराधी हाल ही में दुबई से होकर आया है। उसे इस काम के लिए चार हजार दिरहम भी दिया गया था और बाकी के पैसे काम हो जाने के बाद दिए जाने का वादा किया गया था।
गौरतलब है कि हाल ही में शिया वक्फ बोर्ड ने मदरसा शिक्षा को खत्म करने की मांग की थी। इसके लिए बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत भी लिखा था। साथ ही बोर्ड ने ये भी मांग की थी कि मदरसों में सीबीएसई और आईसीएसई पाठ्यक्रम को जोड़ा जाए।
बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा था कि मदरसों को सीबीएसई और आईसीएसई से संबद्ध होना चाहिए और गैर-मुस्लिम छात्रों को भी इसमें पढ़ने की अनुमति देनी चाहिए। साथ ही मदरसों को धार्मिक शिक्षा को वैकल्पिक बनाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ये हमारे देश को और भी मजबूत बना देगा।
इस दौरान रिजवी ने सवालिया अंदाज में मदरसों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कितने मदरसों ने इंजीनियरों, डॉक्टरों या आईएएस अधिकारियों को पैदा किया है ? हां…कुछ मदरसों ने आतंकवादी जरूर पैदा किए हैं।
उन्होंने अपने पत्र में मदरसों की फंडिंग पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने लिखा था कि अधिकतर मदरसों की फंडिंग आतंकवादी संगठन करते हैं और ये पैसा बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों से आता है। उन्होंने कहा था कि इसकी जांच की जानी चाहिए।
वसीम रिजवी के इस बयान के बाद से लगातार उन्हें धमकियां मिलने लगी थी। दाऊद के एक गुर्गे ने फोन कर रिजवी को धमकी दी थी कि वो बिना शर्त मौलानाओं से माफी मांगें, नहीं तो इसका अंजाम उन्हें परिवार सहित भुगतना पड़ेगा।