गुरुनानक देव जी के अहम दोहे, जानें क्या है…

Important couplets of Guru Nanak Dev Ji
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आज हम आपको गुरु नानक देव जी के ऐसे 4 दोहों के बारे में बताने जा रहे है, जिसे आपको दिन में एक बार जरुर स्मरण करना चाहिए। आइए शुरुआत करते है।

1. साचा साहिबु साचु नाइ

भाखिआ भाउ अपारू

आखहि मंगहि देहि देहि.

हिंदी अर्थ: प्रभु सत्य और उसका नाम सत्य है। अलग अलग विचारों, भावों और बोलियों में उसे अलग-अलग नाम दिये गये हैं। हर जीव उसके दया की भीख मांगता है और सब जीव उसके कृपा के अधिकारी है। और वह भी हमें अपने कर्मों के मुताबिक अपनी दया प्रदान करता है।

 

2. करमी आवै कपड़ा, नदरी मोखु दुआरू,

नानक एवै जाणीऐ, सभु आपे सचिआरू,

दाति करे दातारू.

हिंदी अर्थ: अच्छे बुरे कर्मों से ये शरीर बदल जाता है- मोक्ष नही मिलता है। मुक्ति तो केवल प्रभु कृपा से संभव है। हमें अपने समस्त भ्रमों का नाश करके ईश्वर तत्व का ज्ञान प्राप्त करना चाहिये। हमें प्रभु के सर्वशक्तिमान और सर्वव्यापी सत्ता में विश्वास रखना चाहिये।

 

3. एक ओंकार सतिनाम, करता पुरखु निरभऊ.

निरबैर, अकाल मूरत, अजुनी, सैभं गुर प्रसादि.

हिंदी अर्थ: ईश्वर एक है और वह हर जगह, हर कोने में व्याप्त है।

और वही परमपिता है, इसलिए सबके साथ मिलजुलकर प्यार से रहना चाहिए।

 

4. हरि बिनु तेरो को न सहाई,

काकी मात-पिता सुत बनिता, को काहू को भाई.

धनु धरनी अरु संपति सगरी जो मानिओ अपनाई,

तन छूटै कुछ संग न चालै, कहा ताहि लपटाई.

हिंदी अर्थ: ईश्वर के बिना तेरा कोई सहारा नहीं है,

मां, काकी, पिता और पुत्र, तू ही तो है दूसरा कोई नहीं।

ये थे आज के चार दोहे जो कि गुरुनानक जी के द्वारा कहे गए है। गुरु जी के बताए इन दोहों के जरिये हम सच्चाई से सामना कर सकते है। ऐसे ही गुरु नानक देव जी से संबंधित और भी बातों के लिए हमारे चैनल से जुड़े रहे।

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