Veda Krishnamurthy Retirement: क्रिकेट जगत से इस समय एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल भारतीय महिला क्रिकेट की शानदार बल्लेबाज, वेदा कृष्णमूर्ति ने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। 32 वर्षीय खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर अपने क्रिकेट सफर के अंत की घोषणा की। 18 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू करने वाली वेदा, अब इस खेल को छोड़ रही हैं, और उनका यह कदम एक ऐसे युग के खत्म होने जैसा है।
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क्रिकेट से संन्यास, लेकिन खेल से नाता हमेशा रहेगा- Veda Krishnamurthy Retirement
कमेंट्री में अपना नया करियर बनाने वाली वेदा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “एक छोटे शहर से बड़े सपने रखने वाली लड़की से लेकर गर्व से भारतीय टीम की जर्सी पहनने तक का सफर आसान नहीं था। क्रिकेट ने मुझे जो सिखाया, जो लोग दिए, जो यादें दीं, उसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगी। अब खेल से अलविदा लेने का समय आ गया है, लेकिन खेल से मेरा नाता हमेशा रहेगा। मैं हमेशा भारत और टीम के लिए उपलब्ध रहूंगी।”
From a small-town girl with big dreams to wearing the India jersey with pride.
Grateful for everything cricket gave me the lessons, the people, the memories.
It’s time to say goodbye to playing, but not to the game.
Always for India. Always for the team. 🇮🇳 pic.twitter.com/okRdjYuW2R— Veda Krishnamurthy (@vedakmurthy08) July 25, 2025
उनके इस संदेश ने न केवल उनके फैंस को बल्कि पूरी क्रिकेट जगत को भावुक कर दिया। लगभग 5 साल टीम से बाहर रहने के बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है।
क्रिकेट की दुनिया में उनका पहला कदम
आपको बता दें, जब वेदा ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था, तो किसी को नहीं पता था कि ये युवा लड़की कभी भारतीय महिला क्रिकेट का चमकता सितारा बनेगी। उन्होंने अपनी पहली ही पारी में 51 रन बनाकर भारतीय टीम के लिए अपनी पहचान बनाई। फिर धीरे-धीरे वेदा ने अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट जगत में अपनी जगह बनाई।
2017 महिला विश्व कप में उनका शानदार प्रदर्शन और 45 गेंदों पर 70 रन की ताबड़तोड़ पारी आज भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में ताजे हैं। वेदा ने केवल अपनी बल्लेबाजी से ही नहीं, बल्कि अपनी खेल भावना से भी सभी को प्रभावित किया। उन्होंने हमेशा खुद को भारतीय महिला क्रिकेट का अभिन्न हिस्सा समझा और हर मुश्किल वक्त में टीम को एकजुट किया।
साथी क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा और भारतीय महिला क्रिकेट का चेहरा
जब भी बात भारतीय महिला क्रिकेट की होती है, तो वेदा कृष्णमूर्ति का नाम हमेशा सामने आता है। 48 वनडे और 76 टी20 इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने 829 और 875 रन बनाए, जो किसी भी भारतीय महिला क्रिकेटर के लिए मिसाल से कम नहीं हैं।
वेदा ने हमेशा अपने खेल में एक नई उम्मीद दिखाई। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 32 गेंदों पर फिफ्टी लगाने का रिकॉर्ड, या फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ 2017 महिला विश्व कप में उनकी ताबड़तोड़ पारी—वेदा ने खुद को साबित किया कि भारतीय महिला क्रिकेट को भी वही सम्मान और पहचान मिलनी चाहिए जो पुरुष क्रिकेट को मिलती है।
वेदा की यात्रा: एक छोटे शहर से भारतीय टीम तक
वेदा कृष्णमूर्ति की कहानी हर उस लड़की के लिए प्रेरणा है, जो किसी बड़े सपने को पालकर अपने रास्ते पर चलने की हिम्मत रखती है। एक छोटे से शहर से निकलकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य बनना, यह उनके संघर्ष और मेहनत का नतीजा था। और फिर वह दिन आया जब उन्होंने भारतीय जर्सी पहनकर दुनियाभर में अपना नाम रोशन किया।