मधुमेह रोगी स्वंय अपनी देखभाल करके इस बीमारी को कंट्रोल कर सकता है। आइये जानते है कौन से जूस का सेवन मधुमेह के रोगियों को करना चाहिए, जिससे इन्सुलिन नामक हार्मोन का ताल मेल उनके शरीर के साथ सही काम करे।
करेले का जूस : करेले के जूस का सेवन मधुमेह रोगियों के शरीर में शुगर को कंट्रोल में रखता है। करेले में पाए जाने वालेhypoglycemic गुण रोगी के खून में ग्लूकोस के लेवल को कम करने में मदद करते है। करेले की hypoglycemic गुण उसमें पाए जाने वाले में दो कंपाउंड्स charatin और momordicin के कारण होते है। करेले के जूस का सेवन आपके शरीर में ग्लूकोस के मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में काफी मददगार होता है। जिसके चलते रोगी के शरीर में शुगर कंट्रोल में रहती है। करेले का जूस टाइप 2 मधुमेह रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। टाइप 2 डायबिटीज में रोगी के शरीर द्वारा इन्सुलिन का प्रयोग नहीं हो पाता है, जिसे मेडिकल भाषा में इन्सुलिन resistance के नाम से जाना जाता है। रिसर्च के अनुसार करेले में oleanolic acid glycosides कंपाउंड्स पाए जाते है, जो की इन्सुलिन resistance को कम करने में मदद करते है।
चुकंदर का जूस : चुकंदर में बहुत अधिक पोषण तत्व पाए जाते है तथा इसमें कई प्रकार के मिनरल और विटामिन भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है। चुकंदर में बहुत ही कम मात्रा में कैलोरीज होती है, 36 कैलोरी 100 ग्राम चुकंदर में पायी जाती है। चुकंदर डायबिटीज के लिए बहुत अच्छा माना गया है। चुकंदर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट रोगी के शरीर में ब्लड के स्तर को बढ़ने से रोकते है। इसे हम उबाल कर, कच्चा या सलाद के रूप में खा सकते है। चुकंदर के जूस में शरीर से घातक पदार्थ निकलने की प्रचुर क्षमता होती है। इसे पीने के बाद थकान महसूस नहीं होती। इसके जूस के सेवन से पाचन तंत्र अच्छा रहता है। एक डायबिटीज के रोगी के लिए फाइबर युक्त भोजन का पोषण काफी फायदेमंद होता है। चुकंदर फाइबर से युक्त होता है और रक्तचाप और हाइपरटेंशन से उबरने में काफी हद तक मददगार होता है।
सेब का जूस : सेब में बहुत से विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जो की कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करते है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाते है। रिसर्च के अनुसार एक सेब रोज खाने से आपको टाइप 2डायबिटीज होने की सम्भावना 28 प्रतिशत तक कम हो जाती है, क्योंकि इसमें घुलनशील फाइबर पाए जाते है और बहुत कम मात्रा में कैलोरीज और कार्बोहाइड्रेट पाए जाते है। एक छोटे से सेब में केवल 54 कैलोरी और 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो की रोगी के वजन को बढ़ने नहीं देता। इसमें पाया जाने वाला पेक्टिन नामक रसायन 50 % तक शुगर को कम करता है। सेब का जूस सेब के छिलके सहित निकालना चाहिए क्योकि मुख्य एंटीऑक्सीडेंट सेब के छिलके में ही पाए जाते है।