जिसके द्वारा शरीर में ऊर्जा क्षय, प्रोटीन उत्पादन एवं अन्य हार्मोन के प्रति होने वाली संवेदनशीलता को नियंत्रित किया जाता है। यह ग्रंथि हमारे शरीर में उर्जा और पाचन की मुख्य ग्रंथि है।जिसके द्वारा ऐसे जीन्स निकलते है, जिससे कोशिकाएं अपना कार्य ठीक तरह से करती है। इस ग्रंथि के सही प्रकार से काम नहीं कर पाने से शरीर में बहुत सी समस्याएं पैदा हो जाती है। इस बीमारी के उपचार में अखरोट बहुत महत्व्पूर्ण भूमिका निभाता है।
थायराइड को साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंबकि इसके लक्षण धीरे-धीरे पता चलते है। हमारे इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी से इसकी शुरुआत होती है परन्तु देखा गया है की अधिकतर चिकित्ससक एंटी बॉडी टेस्ट की सलाह नहीं देते, जिससे से ऑटो-इम्युनिटी दिखाई नहीं देती है। थायराइड दो प्रकार का होता है – हाइपोथायराइडिज्मी और हाइपरथायराइडिज्मश। थायराइड ग्रंन्थि से अधिक हॉर्मोन बनने लगे तो हाइपरथॉयरॉइडिज्म और कम बनने लगे तो हाइपोथायरॉइडिज्म होता है। इसमें थकान, आलस, कब्ज का होना, चिड़चिड़ापन, भूलने की समस्याप, वजन का कम होना और तनाव जैसे लक्षण दिखाई देते है।
थायराइड जैसी बीमारी से बचने के लिए अखरोट काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योकि अखरोट में सेलेनियम नामक तत्वज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो थायराइड की समस्याय के उपचार में फायदेमंद होता है। 1 आंउस अखरोट में 5 माइक्रोग्राम सेलेनियम पाया जाता है। अखरोट के सेवन से सबसे अधिक फायदा हाइपोथायराइडिज्म1 में होता है।
थायराइड ग्रंथि में सेलीनियम अधिक सांद्रता में होता है। इसे थायराइड-सुपर-न्युट्रीएंट के नाम से भी जानते है। यह थायराइड से जुड़े एंजाइम्सि में से एक प्रमुख द्रव्य है, इसके उचित मात्रा में सेवन से थायराइड ग्रंथि सही प्रकार से काम करती है। सेलीनियम की सूक्ष्म मात्रा से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता, प्रजनन क्षमता निर्भर करती है। अतः हम कह सकते है की शरीर में सेलीनियम की कमी है तो हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता और प्रजनन क्षमता दोनों ही प्रभावित होगी। इसलिए हमारे खाने में इस तत्व की पर्याप्तक मात्रा होना अति आवश्यक है। अखरोट में फाइबर, सेलेनियम, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और unsaturated फैटी एसिड मुख्यतः अल्फा लिनोलेनिक एसिड और ओमेगा- 3 उचित मात्रा में पाए जाते है। जो की तनाव के लिए जिम्मेदार रक्तचाप को दूर करने में काफी फायदेमंद होते है। अतः थायराइड से बचने के लिए अखरोट का सेवन काफी लाभकारी होता है।