उत्तराखंड, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी यूपी के सीएम की राह पकड़ ली है। योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सरकारी दफ्तरों में ‘पान’ और ‘गुटका’ खाने पर बैन लगा दिया तो वहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत की उत्तराखंड सरकार ने भी सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर 5000 हजार रुपए का जुर्माना या फिर छह महीने की जेल का प्रावधान कर दिया। शहरी विकास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल नवंबर महीने में पास किए गए बिल एंटी-लिटरिंग के तहत ये आदेश राज्य की सभी स्थानीय निकाय इसके लागू करेंगी। अगर कोई इसक कानून का उल्लंघन करता है तो उस पर 5000 रुपए का जुर्माना या छह महीने की जेल हो सकती है।
यह कानून आज से पांच महीने पहले बना था। अभी तक यह शहरी इलाकों में लागू था। लेकिन अब इसे ग्रामीण इलाकों में भी लागू किया जा रहा है। हम लोग सुनिश्चित करेंगे कि लोग सार्वजनिक स्थल पर कचरा ना डालें।’
बता दें, उत्तराखंड से पहले योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सभी सरकारी बिल्डिंग्स और दफ्तरों में पान मसाला, प्लास्टिक और पान का इस्तेमाल ना करने के लिए कहा था। इस बात की जानकारी यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 22 मार्च को दी थी। डिप्टी सीएम ने यह भी बताया था कि सभी सरकारी अधिकारियों को साफ-सफाई रखने के लिए कह दिया गया है। नए आदेश के मुताबिक सरकारी कार्यालय, चिकित्सालय, स्कूल, कॉलेज में पान-गुटके-तंबाकू के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया। इसके अलावा सरकारी कार्यालयों में प्लास्टिक की पॉलीथीन के इस्तेमाल पर भी बैन लगा दिया गया।