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मरने से पहले ये चाहते थे ऋषि कपूर, इंटरव्यू में बताई थी अपनी आखिरी इच्छा!

कपूर खानदान लंबे समय से बॉलीवुड इंडस्ट्री पर राज करता आ रहा है. इसी कपूर फैमिली का आज सबसे चहेता सदस्य ऋषि कपूर का निधन हो गया है. ऋषि को युवा पीढ़ी भी बहुत पंसद करती थी. वो जिंदादिल इंसान होने के साथ-साथ अपनी बेबाकी के लिए भी काफी जाने जाते थे. ऋषि कपूर के निधन से ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि पूरा देश गम में डूबा हुआ है.

ऋषि पिछले 2 सालों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे. साल 2018 में उन्हें पता चला था कि वो कैंसर से पीड़ित हो गए हैं. इसके बाद वो इलाज के लिए अमेरिका गए थे. वहां उनका इलाज करीब एक साल तक चला था. इलाज के बाद पिछले साल सितंबर के महीने में वो भारत वापस लौटे थे. लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वो अचानक इस तरह से इस दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे.

जब ऋषि कैंसर से जंग लड़ रहे थे, उस समय भी वो ना सिर्फ खुद को पॉजिटिव रखते थे बल्कि डॉक्टरों को भी हंसाते रहते थे. ऋषि कपूर के अलग करियर की बात करें तो वो काफी शानदार रहा. 1973 से लेकर अभी तक उन्होनें बहुत सारी फिल्मों में काम किया और उनकी बहुत सारी फिल्में सुपरहिट भी हुई. लेकिन पर्सनल जिंदगी में ऋषि की एक इच्छा थी, जो पूरी नहीं हो पाई.

दरअसल, ऋषि कपूर अपने बेटे रणबीर कपूर की शादी देखना चाहते हैं. एक इंटरव्यू में ऋषि ने अपनी ये इच्छा जाहिर भी की थी. उन्होनें कहा था कि मैं चाहता हूं कि मेरी मौत से पहले रणबीर शादी कर लें. इस इंटरव्यू में ऋषि ने रणबीर के आलिया संग रिश्ते पर भी बात की थी. उन्होनें कहा था कि दोनों के बीच के रिश्ते के बारे में हर कोई जानता है. इसमें कुछ भी कंफर्म करने वाली बात नहीं है.

ऋषि कपूर ने कहा था कि जब मेरे शादी हुई थी मैं 27 साल का था और अब रणबीर 35 के हो चुके हैं. इस इंटरव्यू में ऋषि ने ये भी कहा कि रणबीर अपनी मर्जी से किसी से भी शादी कर सकते हैं, उन्हें इसमें कोई भी दिक्कत नहीं है. ऋषि ने कहा था कि जब रणबीर शादी के लिए तैयार हो जाएंगे, तो वो बहुत खुश होंगे क्योंकि रणबीर की खुशी में ही उनकी खुशी है.

इतना ही नहीं इस इंटरव्यू में ऋषि ने रणबीर के बच्चों को खिलाने की भी इच्छा जताई थी. उन्होनें कहा था कि वो रणबीर के बच्चों को गोद में खिलाना चाहते हैं.

गौरतलब है कि रणबीर कपूर की शादी की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. कई बार ऐसी खबरें आईं है कि रणबीर जल्द ही गर्लफ्रेंड आलिया संग शादी के बंधन में बंध सकते हैं. आलिया कई बार कपूर फैमिली से मिलती हुई नजर आईं है. उनको कई बार कपूर फैमिली के साथ पार्टी वगैरह में देखा गया है. लेकिन रणबीर और आलिया ने अभी तक शादी नहीं की और मौत से पहले ऋषि कपूर की ये आखिरी इच्छा अधूरी ही रह गई.

ऋषि कपूर और नीतू सिंह अपनी ही शादी में हो गए थे बेहोश, वजह थी अलग-अलग

ना सिर्फ सिनेमा के लिए बल्कि ये समय पूरे देश के लिए काफी बुरा चल रहा है. इरफान खान के दुनिया को अलविदा कहे हुए 24 घंटे का समय भी नहीं हुआ था, इसी बीच एक और दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर का निधन हो गया. ऋषि कपूर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गए थे. बीती रात ही ये खबर आईं थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

ऋषि कपूर जितने अच्छे एक्टर थे, उससे भी कई ज्यादा अच्छे इंसान थे. नीतू संग ऋषि का रिश्ता बहुत खास था. दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे. जब ऋषि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे, तब नीतू ने उनका बहुत साथ निभाया. एक इंटरव्यू में ऋषि ने नीतू की खूब तारीफ की थी और बताया था कि कैसे मुश्किल की इस घड़ी में वो उनका साथ निभा रही हैं.

शादी के दौरान दोनों हुए थे बेहोश

ऋषि और नीतू 22 जनवरी 1980 को शादी के बंधन में बंधे थे. इनकी शादी में कई मशहूर हस्तियां शामिल हुई थी. शादी के दौरान एक ऐसी घटना घटी थी, जिसने वहां मौजूद हर किसी को परेशान कर दिया था. दरअसल, शादी के दौरान ऋषि और नीतू दोनों बेहोश हो गए थे.

जी हां, इस किस्से के बारे में खुद नीतू ने एक इंटरव्यू में बताया था. नीतू ने बताया था- ‘शादी के दौरान हम दोनों बेहोश हो गए थे. हालांकि हम दोनों के बेहोश होने की वजह अलग-अलग थी. मैं अपने लहंगे को संभालते हुए बेहोश हुई थी, तो वहीं ऋषि अपने आसपास इतनी सारी भीड़भाड़ देखकर परेशान हो गए थे और चक्कर खाकर गिर गए. इसके बाद जब हम दोनों ठीक हुए, तब शादी पूरी हुई.’

इलाज के लिए गए थे अमेरिका

बता दें कि दो साल पहले ऋषि कपूर को कैंसर से बारे में पता चला था. इसके बाद वो इलाज के लिए अमेरिका चले गए थे. वहां लंबे समय तक उनका इलाज चला था. इस गंभीर बीमारी के खिलाफ लड़ाई में नीतू सिंह ने हर पल ऋषि कपूर का साथ निभाया. इस दौरान वो एक दिन भी उनसे दूर नहीं रही. इसके अलावा बेटे रणबीर कपूर ने भी मुश्किल समय में अपने पिता का साथ दिया और साथ ही अपने परिवार को भी संभाला. वैसे तो रणबीर ज्यादातर अपने काम में बिजी रहते थे, लेकिन जब भी उन्हें समय मिलता था वो अपने पापा से मिलने जाया करते थे.

पिछले साल लौटे थे भारत वापस

अमेरिका से 11 महीने और 11 दिनों तक इलाज करवाने के बाद ऋषि पत्नी नीतू सिंह का हाथ थामे देश वापस लौटे थे. उस समय ऋषि के चेहरे पर एक मुस्कान थी, जिसको देखकर उनके फैन्स के दिल को राहत मिली थी. लेकिन किसी को कहां पता था कि ये मुस्कान ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगी. ऋषि कपूर के निधन की खबर से पूरा देश गम के माहौल में डूब गया है.

जब ऋषि कपूर बोले ‘मैं नहीं जाऊंगा बिहार’, नीतीश कुमार के इस फैसले से थे नाराज

बुधवार को एक्टर इरफ़ान खान (Irrfan Khan) और आज बॉलीवुड के लेजेंडरी एक्टर ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह कर चल गए. 67 वर्षीय ऋषि कपूर ने गुरूवार को अपनी अंतिम सांस ली. उन्हें हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव देखा जाता था. वे देश के और सामाजिक मुद्दों पर हमेशा अपनी मजबूती से राय रखते थे. इसी कड़ी में बिहार सरकार में शराब बंद होने के फैसले पर भी उन्होंने सवाल दागे थे.

ऋषि कपूर का ये ट्वीट

ऋषि कपूर ने ट्वीट कर कहा था, ‘बिहार (Bihar) सरकार ने शराब की तस्करी और अवैध शराब को बढ़ावा देने वाला कदम उठाया है. दुनियाभर में शराब पर प्रतिबंध असफल रहा है. जाग जाओ.बिहार (Bihar) तुम्हें 3,000 करोड़ रुपये के राजस्व का भी नुकसान होगा.’

ऋषि यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा था, ‘शराब के लिए 10 साल की जेल, अवैध तरीके से हथियार रखने पर पांच साल? वाह CM नीतीश! मैं बिहार (Bihar) नहीं आ रहा! 2016 में आप इतने अदूरदर्शी कैसे हो गए?’

अपनी फिल्म की फोटो की थी शेयर

इस ट्वीट में ऋषि ने 1983 में आई अपनी फिल्म कुली की एक फोटो शेयर की थी. इसमें उन्होंने मजाकिया अंदाज में लिखा था, ‘कुली’ के दिनों से पीने की प्रैक्टिस कर रहा हूं. लेकिन सिगरेट और शराब नुकसानदायक है. कृपया इससे दूर रहें.’

अमिताभ बच्चन ने दी खबर

बता दें कि ऋषि कपूर के निधन की दुःखदायी खबर उनके अजीज मित्र और फेमस एक्टर अमिताभ बच्चन ने दी है. ऋषि 2 साल से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहे थे. उनके भाई रणधीर कपूर ने बताया था कि उनको सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके चलते उनकी फैमिली ने हॉस्पिटल में ऐडमिट करवाया था. उनकी तबियत फरवरी में बिगड़ी थी जिसके बाद उन्हें 2 बार हॉस्पिटल में एडमिट करवाने की नौबत आन पड़ी

अमिताभ के लिए किसी दर्दनाक हादसे से कम नहीं है ऋषि कपूर का यूं दुनिया से रुख्सत हो जा...

बॉलीवुड जगत के लिए अप्रैल महीने के आखिरी दो दिन दुखों का पहाड़ लेकर आए हैं. पहले इरफ़ान खान और अब ऋषि कपूर का इंतकाल देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक शून्य की भावना छोड़ गया है. पिछले दो साल से ऋषि कैंसर के मरीज थे और बीते कुछ दिनों में अचानक उनकी तबियत फिर बिगड़ने लगी थी. ऋषि कपूर की मौत की जानकारी सबसे पहले बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने ट्विटर के जरिये दी. सुबह 9 बजकर 32 मिनट पर उन्होंने लिखा, ‘वह चले गए… ऋषि कपूर… गए… अभी-अभी उनका निधन हुआ. मैं टूट गया हूं.’ ऋषि कपूर के चले जाने का गम अमिताभ को कितना गहरा है इस बात का शायद हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते. दोनों ने कई फिल्मों में एक साथ स्क्रीन शेयर किया है.

अमिताभ की आंधी के बीच जमाए ऋषि कपूर ने पैर

1970 यानि 70-80 दशक में अमिताभ बच्चन का गजब का स्टारडम था. अपनी एंग्री यंग मैन की छवि के साथ अमिताभ लोगों के दिलों में छाए हुए थे. यूं तो उन्होंने अपने पिता राज कपूर की मशहूर फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से 1970 में डेब्यू कर लिया था. लेकिन फिल्म ‘बॉबी’ से उन्हें हीरो के तौर पर पहचान मिली. अमिताभ की आंधी के दौरान किसी भी एक्टर के लिए इंडस्ट्री में पैर ज़माना आसान नहीं था, लेकिन ऋषि कपूर ने अपनी जिंदादिली से ये कर दिखाया.

अमिताभ के साथ कई फिल्मों में किया काम

सबसे पहले ऋषि ने अमिताभ की 1976 में आई सुपरहिट फिल्म ‘कभी-कभी’ में एक छोटा सा किरदार निभाया था. इसके बाद 1977 में मनमोहन देसाई की सुपरहिट फिल्म ‘अमर अकबर एंथोनी’ में इन दोनों दिग्गज कलाकारों ने साथ काम किया था. इसमें ऋषि ने अमिताभ के छोटे भाई अकबर इलाहबादी का किरदार निभाया था. लोगों ने इसे काफी पसंद किया. फिर इसके बाद दोनों की एक से एक फिल्में आई. दोनों ने 1981 में आई फिल्म ‘नसीब’, 1983 में आई फिल्म ‘कुली’ और 1991 में आई फिल्म ‘अजूबा’ में साथ काम किया.

परदे पर दोबारा किया कमबैक

90 के दशक में जब कई यंग कलाकारों ने अपनी लाजवाब एक्टिंग से दर्शकों का मन मोह लिया था. तब भी ऋषि ने अपना चार्म खोने नहीं दिया. 2000 के दशक में उन्होंने ये है जलवा, हम तुम, फना, नमस्ते लंदन, दिल्ली-6, लव आज कल, दो दूनी चार, पटियाला हाउस, अग्निपथ, स्टूडेंट ऑफ द इयर, हाउसफुल 2, जब तक है जान, चश्मे बद्दूर, डी-डे, बेशर्म, शुद्ध देसी रोमांस, कपूर ऐंड संस, पटेल की पंजाबी शादी, मुल्क और राजमा चावल जैसी फिल्में की. हालांकि इन सभी फिल्मों में भले ही वे लीड रोल में न रहे हों, लेकिन उनके अभिनय की जमकर सराहना की गई.

27 साल बाद दोबारा दिखे थे साथ

70-80 के दशक में बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्में देने के बाद दोनों 27 साल बाद फिर बड़े परदे पर साथ में दिखाई दिए थे. इस फिल्म का नाम था ‘102 नॉट आउट’. इस फिल्म में बिग बी और ऋषि कपूर दोनों ही बूढ़े लोगों के किरदार में थे. इस मूवी में ऋषि ने अमिताभ के बेटे का किरदार निभाया था. हालांकि इस फिल्म को कुछ ज्यादा पसंद नहीं किया गया. लेकिन फिल्म में अमिताभ और ऋषि की जुगलबंदी लोगों को खूब भायी. लेकिन बिग बी को क्या पता था कि ऑनस्क्रीन पिता से पहले उन्हें अपने बेटे को अलविदा कहना होगा. जिस कलाकार के साथ उन्होंने इतनी फिल्में की हो, उनका अचानक यूं दुनिया से रुख्सत हो जाना एक झटके से कम नहीं है. शायद इसलिए ऋषि की मौत पर अमिताभ बोल पाए तो बस इतना, ‘मैं टूट गया हूं’.

इरफ़ान खान के इस व्यक्तित्व ने उन्हें बनाया जेंटलमैन, यारों की यारी निभाने में भी माहि...

एक्टर इरफ़ान खान का निधन सभी के लिए किसी शॉक से कम नहीं था. इस दुखद खबर से पूरे देश में एक शून्य की भावना छा गई. इस बात में कोई दोहराई नहीं कि इरफ़ान सिर्फ एक्टिंग में ही बल्कि अपने व्यवहार और व्यक्तित्व के भी धनी थे. ये ऐसी चीज़ें थीं जो शायद ही एक साथ किसी व्यक्ति में पायीं जाती हों. अपने इन्हीं गुणों के चलते उन्होंने फ़िल्मी जगत में काफी नाम कमाया है. शायद यही वजह है कि उनका यूं पंचतत्व में विलीन हो जाना सभी के लिए दिलों दिमाग को झकझोर देने वाली घटना है.

जमीन से जुड़े थे इंसान

इतने बड़े सितारे होने के बावजूद कभी भी इरफ़ान खान के नखरे नज़र नहीं आये. कभी भी इरफ़ान किसी से बदतमीजी से बात नहीं करते थे. वे हमेशा लोगों से नाप तोलकर और तहजीब से बात किया करते थे. वे जमीन से जुड़े इंसान थे और स्टारडम हासिल करने के बाद भी उन्होंने अपने नेचर में कोई बदलाव नहीं किया. उन्होंने अपनी सफलता का कभी अहंकार नहीं किया.

दोस्ती निभाना भी बखूबी जानते थे

इरफ़ान अपने दोस्तों के साथ यारी निभाना भी खूब जानते थे. अपने दोस्तों के सामने उन्होंने कभी ये जाहिर नहीं होने दिया कि वो एक सफल अभिनेता हैं. जब वो अपने कॉलेज के दोस्तों से मिलते थे तो हमेशा मस्ती मजाक करते थे. उनके कॉलेज फ्रेंड्स यह तक कहते थे कि इरफान बिल्कुल भी नहीं बदले हैं. शायद तभी इरफ़ान के दोस्त उन पर जान छिड़कते थे.

पैशन ने दिलाई सफलता

उन्होंने अपने पैशन का कभी पीछा नहीं छोड़ा. इसके लिए उन्होंने अपना नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला किया. मंजिल तक उनको पहुँचने के बीच में कई रोड़े आये लेकिन उनके पैशन के आगे सब फीके पड़ने लगे. ऐक्टर की पत्नी सुतापा सिकदर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इरफान रात के तीन बजे तक स्क्रिप्ट पढ़ते रहते हैं और साथ में नोट्स बनाते हैं कि वह किस चीज को कैसे और बेहतर बना सकते हैं.

कभी नहीं हारी हिम्मत

साल 2018 में इरफान खान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर बीमारी हुई तो उनकी जिंदगी की गाड़ी मानो पूरी तरह से उलट गई. लगातार इलाज के दौरान कई बार ऐसे पल आए जब हर मरीज की तरह इरफान भी टूटे लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी. यहां तक कि वह तो सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दूसरों को भी हिम्मत देते दिखते थे. भले ही आखिरी में वो जिंदगी की जंग हार गए लेकिन उन्होंने इसका मुकाबला जिंदादिली से किया.

मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे इरफान, अब उनकी आखिरी इच्छा भी नहीं कर प...

बॉलीवुड ने आज एक अपना बेहद अनमोल रतन खो दिया है. मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में दिग्गज एक्टर इमरान खान ने आखिरी सांस ली. उन्हें मंगलवार को ही हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जानकारी के मुताबिक Colon Infection के चलते उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. वो ICU में भर्ती थे. इरफान की मौत की खबर से पूरे देश में दुख का माहौल है.

2018 में बीमारी के बारे में चला था पता

अपनी दमदार एक्टिंग के जरिए इरफान खान कभी ना मिटने वाली छाप छोड़ कर गए हैं. बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक का उनका सफर काफी संघर्षों से भरा रहा. जितनी मेहनत उन्होनें बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में की है, उतनी ही मेहनत इरफान ने अपनी बीमारी को हराने में भी की है. साल 2018 में इरफान को न्यूरो एंडोक्रायन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गए थे. 2 साल तक इरफान ने इस बीमारी के खिलाफ खूब जंग लड़ी और अब वो हारकर दुनिया छोड़ गए.

4 दिन पहले हुआ था मां का निधन

इरफान खान की मौत से चार दिन पहले उनकी मां का भी निधन हुआ था. इरफान की मां साईदा बेगम ने जयपुर में अंतिम सांस ली थी. लॉकडाउन की वजह से वो अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जयपुर नहीं जा पाए थे. इरफान ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मां को अपनी विदाई दी थी. इरफान ना तो अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल हो पाए और ना ही उनकी आखिरी इच्छा पूरी कर पाए.

मां की आखिरी इच्छा भी नहीं हो पाईं पूरी

दरअसल, इरफान खान की मां की आखिरी इच्छा थी कि उनका बेटा मौत से जंग जीतकर घर लौटेंगे और पूरी तरह से ठीक हो जाएं. निधन से पहले इरफान की मां साईदा बेगम ने कहा था कि ‘मेरा बेटा जल्द ही पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा और मौत से जंग लड़कर वापस लौटेगा.’ लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. मां के निधन के चार दिन बाद ही इरफान ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया और उनकी मां की ये आखिरी इच्चा पूरी नहीं हो पाईं.

इरफान का जन्म 7 जनवरी 1967 को हुआ था. इरफान ने ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड की भी कई फिल्मों में काम किया है. साल 2011 में इरफान को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर का पता चलने के बाद इलाज के लिए इरफान लंदन चले गए थे. लंबे समय तक वहां पर उनका इलाज चला था. पिछले साल सितंबर के महीने में ही वो इलाज करवाकर वापस लौटे थे. वापस आने के बाद इरफान दोबारा से अपने काम में जुट गए थे. उन्होनें ‘अग्रेंजी मीडियम’ फिल्म की शूटिंग की. उनकी ये फिल्म 13 मार्च को ही रिलीज हुई है, जिसमें इरफान की एक्टिंग लोगों को खूब पंसद आई. ‘अग्रेंजी मीडियम’ इरफान खान की आखिरी फिल्म बन गईं.

चोकसी-माल्या समेत 50 विलफुल डिफॉल्टर्स पर मेहरबान हुआ RBI, 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज...

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स (जानबूझकर कर्ज ना चुकाने वाले) के 68,607 करोड़ रुपये का कर्ज को माफ करने की बात स्वीकार कर ली है. इन टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स में हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) का नाम भी शामिल है. ये जानकारी एक RTI आवेदन से सामने आई है.

50 विलफुल डिफॉल्टर्स का नाम शामिल

प्रमुख RTI कार्यकर्ता साकेत गोखले ने टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स और 16 फरवरी तक उनके कर्ज की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक RTI आवेदन दाखिल किया था. साकेत गोखले ने बताया कि उन्होनें RTI दाखिल किया था क्योंकि पिछले बजट सत्र के दौरान संसद में 16 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद RTI के माध्यम से RBI से इसका जवाब मांगा गया.

RBI ने बताया है कि कर्ज की ये राशि 30 सितंबर 2019 के आधार पर है, जिसे माफ किया गया है. हालांकि इस दौरान RBI ने सुप्रीम कोर्ट के 16 दिसंबर 2015 के एक फैसले का हवाला देते हुए विदेशी कर्जदारों के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया है.

लिस्ट में मेहुल चोकसी सबसे ऊपर

इन 50 विलफुल डिफॉल्टर्स में सबसे टॉप पर मेहुल चोकसी की भ्रष्टाचार में फंसी कम्पनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड है और उसकी सहयोगी कम्पनियां गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड्स कम्पनी है, जिन पर 8100 करोड़ रुपये बकाया है. इस समय मेहुल चोकसी एंटीगुआ एंड बारबाडोस आईसलैंड का नागरिक है. वहीं उसका भतीजा और भगोड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी लंदन में है.

इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर संदीप और संजय झुनझुनवाला की कम्पनी आरईआई एग्रो है, जिसने 4,314 करोड़ रुपये का लोन लिया था. कम्पनी के निदेशक एक साल से ज्यादा समय से ED के जांच के दायरे में है.

ये नाम भी शामिल…

वहीं लिस्ट में अगला नाम भगोड़े हीरा कारोबारी जतिन मेहता की विनसम डायमंड्स एंड ज्वेलरी का है. इस पर 4076 रुपये का बकाया है और केंद्रीय जांच ब्यूरो बैंक धोखाधड़ी के मामले में इसकी जांच कर रही हैं. कानपुर की रोटोमैक ग्लोबेल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी भी इसमें शामिल है, जो मशहूर कोठारी समूह का हिस्सा है. इस पर 2850 करोड़ रुपये बकाया है, ये कम्पनी 2 हजार करोड़ रुपये के लोन वाली श्रेणी में है.

वहीं इसी श्रेणी में अन्य कम्पनियों की बात करें तो इसमें कुडोस कीमी, पंजाब (2326 करोड़ रुपये), बाबा रामदेव और बालकृष्ण की समूह कम्पनी रूचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इंदौर (2,212 करोड़ रुपये), और जूम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, ग्वालियर (2,012 करोड़ रुपये) शामिल हैं.

लिस्ट में 18 कम्पनियां ऐसी हैं जो एक हजार करोड़ रुपये के कर्ज वाली श्रेणी में है. इनमें हरीश आर मेहता की फॉरएवर प्रीसियस ज्वेलरी एंड डायमंड्स प्राइवेड लिमिटेड, अहमदाबाद (1962 करोड़ रुपये) और भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या की बंद हो चुकी कम्पनी किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड (1,943 करोड़ रुपये) शामिल हैं.

वहीं 25 कम्पनियां ऐसी भी हैं, जिनके ऊपर एक हजार करोड़ रुपये से कम का लोन बकाया है, जिसमें 65 करोड़ से 984 करोड़ रुपये का लोन है. ये लोन या तो व्यक्तिगत तौर पर लिया गया है या फिर समूह की कम्पनी के तौर पर.

अब ऐसे दिखते हैं ‘उत्तर रामायण’ के लव-कुश, एक कर चुका है कई फिल्मों-टीवी सीरियल में क...

लॉकडाउन की वजह से रामायण का दोबारा से टेलीकास्ट किया जा रहा है. 33 साल पहले जितना इस ऐतिहासिक शो को लोगों ने प्यार दिया था, आज भी उतना ही मिल रहा है. रामायण को छप्पर फाड़ TRP मिल रही है. 19 अप्रैल से दूरदर्शन पर रामानंद सागर की रामायण का आखिरी अध्याय ‘उत्तर रामायण’ टेलीकास्ट किया जा रहा है, जिसमें लव-कुश की कहानी दिखाई गई है.

उत्तर रामायण में जिन दो बच्चों ने लव और कुश का रोल निभाया था, अब वो काफी बड़े हो गए हैं. आइए बताते हैं आपको कि उत्तर रामायण में किन दो बाल कलाकारों ने लव-कुश का रोल निभाया था और अब वो दोनों क्या करते हैं.

स्वप्निल ने निभाया का कुश का किरदार

उत्तर रामायण में कुश का किरदार स्वप्निल जोशी ने निभाया है. इस चेहरे से आप अच्छे से वाकिफ होंगे. जब उन्हें रामायण सागर ने इस रोल के लिए कास्ट किया था, तब वो 9 साल के थे. रामायण सागर स्वप्निल को देखकर काफी प्रभावित हो गए थे, उस दौरान उन्हें लगा कि कुश का रोल वहीं निभा सकते है. इस रोल के बाद स्वप्निल की एक्टिंग को लोगों ने खूब सराहा.

उत्तर रामायण में कुश का किरदार निभाने के बाद रामानंद सागर ने उन्हें ‘कृष्णा’ में भी कास्ट किया. कृष्णा के रोल ने स्वप्निल को स्टारडम दिला दिया. स्वप्निल ने इसके बाद कुछ सालों का ब्रेक लिया और बड़े होने के बाद ‘कैंपस’ शो में वापसी की. इसके बाद वो कई टीवी सीरियल में नजर आए. इसके अलावा स्वप्निल ने कई हिंदी फिल्मों में भी काम किया. अब स्वप्निल मराठी फिल्मों का चर्चित चेहरा बन चुके हैं.

मयूरेश ने चुन लिया अलग रास्ता

वहीं बात अब लव की करते हैं. उत्तर रामायण में लव का किरदार मयूरेश क्षत्रदे ने निभाया था. उत्तर रामायण के बाद वो इस इंडस्ट्री में काम करते हुए नजर नहीं आए. मयूरेश विदेश में रह रहे हैं और वो एक प्राइवेट कम्पनी के सीईओ के पद पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा मयूरेश एक अच्छे राइटर है और वो एक किताब भी लिख चुके हैं.

गौरतलब है कि रामायण के री-टेलीकास्ट को देखकर लोग बहुत खुश है. रामायण की टीआरपी सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी ये ऐतिहासिक शो लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.

कोरोना संकट की वजह से देशभर में लॉकडाउन है. कोई फिल्म रिलीज नहीं हो रही, सभी टीवी सीरियल की शूटिंग पर भी ब्रेक लगा हुआ है. ऐसे में लोगों के मनोरंजन के लिए कई पुराने सीरियल दोबारा टेलीकास्ट किए जा रहे है. रामायण के अलावा महाभारत, चाणक्य और शक्तिमान जैसे सीरियल ने भी टीवी पर वापसी कर ली. वहीं अब रामानंद सागर का ‘कृष्णा’ भी जल्द ही दिखाया जाएगा.

पहली नजर में ही सचिन पर दिल हार बैठीं थी अंजलि, 5 साल तक चला था दोनों का अफेयर…

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क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का आज जन्मदिन है. 24 अप्रैल 1973 को जन्मे सचिन आज 47 साल के हो गए है. सचिन ने 1989 से लेकर 2013 तक क्रिकेट में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया. उन्होनें सिर्फ 16 साल की छोटी सी उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रख दिया. 24 सालों के अपने क्रिकेट करियर ने ऐसे कई रिकॉर्ड बनाए, जिसे अभी तक कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया.

सचिन-अंजलि की लव स्टोरी

जितना दिलचस्प उनका क्रिकेट करियर रहा, उतनी ही मजेदार उनकी लवस्टोरी भी है. कैसे एक लड़की से वो एयरपोर्ट से मिले और देखते ही देखते उनकी ये बात शादी तक आ पहुंची. अंजलि उम्र में सचिन से 6 साल बड़ी है. दोनों का अफेयर 5 सालों तक चला और इसके बाद ये दोनों हमेशा के लिए एक हो गए. सचिन के बर्थडे पर आइए आपको बताते हैं उनकी ये रोमांटिक लव स्टोरी के बारे में…

1990 में हुई थी पहली मुलाकात

बात साल 1990 के अगस्त महीने की है. उस वक्त सचिन इंग्लैंड दौरे से वापस लौटे थे. सचिन उस समय काफी चर्चाओं में आ गए थे, क्योंकि उन्होनें सिर्फ 17 साल की उम्र में टेस्ट में शतक जड़ दिया था. सचिन और अंजलि की पहली मुलाकात मुंबई एयरपोर्ट पर मिले थे. उस दौरान अंजलि एयरपोर्ट पर अपनी दोस्त की मां को रिसी करने के लिए गई थी.

उनकी दोस्त ने सचिन को पहचान लिया था. दोस्त ने अंजलि को सचिन के बारे में बताया कि ये वहीं है जिसने इंग्लैंड में सेंचुरी लगाई है. सचिन को देखते ही अंजलि मानो उनके प्यार में पड़ गई. अंजलि सचिन से उनका ऑटोग्राफ लेने के लिए भी उनके पीछे दौड़ी थीं. बता दें कि अंजलि गुजरात उद्योगपति आनंद मेहता और ब्रिटिश सामाजिक कार्यकर्ता एनाबेल मेहता की बेटी थीं. 

सचिन से मिलने के लिए पत्रकार बन गई थी अंजलि

एयरपोर्ट पर सचिन को देखने के बाद अंजलि उनसे बात करना चाहती थी. अपने दोस्तों की मदद से उन्होनें किसी तरह से सचिन का फोन नंबर निकाल लिया और फिर फोन पर बात की. फोन पर बात करने के बाद दोनों के बीच दोस्ती की शुरूआत हो चुकी थी. इसके बाद अंजलि सचिन के घर जाने के लिए एक पत्रकार तक बन गई थी.

इसके बाद दोनों के बीच की मुलकात बढ़ने लगने लगी. जैसे-जैसे समय बीत रहा था सचिन की पॉपुलैरिटी बढ़ने लगी और वो शहर में अंजलि से नहीं मिल पाते थे. ऐसे में वो उनसे मिलने के लिए वहां जाया करते थे जहां अंजलि डॉक्टर की ट्रेनिंग ले रही थीं. 

जब सरदार बने थे सचिन

सचिन और अंजलि की लव स्टोरी से जुड़ा एक और मजेदार किस्सा है. दरअसल, साथ में एक फिल्म देखने के लिए सचिन सरदार तक बन गए थे. ये किस्सा 1992 का है, वो अंजलि के साथ फिल्म ‘रोजा’ देखने के लिए गए थे, उस दौरान उनको कोई पहचान ना ले इसलिए सचिन ने सरदार के कपड़े पहने और दाढ़ी लगाई. हालांकि इंटरवल के बाद लोगों ने उन्हें पहचान लिया था जिसके बाद उन्हें बीच में फिल्म छोड़कर वहां से जाना पड़ा.

1995 में हुई शादी

सचिन काफी शर्मीले है, ये बात तो बहुत लोग जानते होंगे. यही वजह है कि वो अपने परिवार को अंजलि और अपने बारे में बता नहीं पा रहे थे. फिर अंजलि ने ही उनके परिवारवालों को ये बात बताई. इसके बाद साल 1994 में दोनों ने न्यूजीलैंड में सगाई कर ली. उस दौरान सचिन न्यूजीलैंड के दौरे पर थे. इसके बाद 24 मई 1995 को दोनों ने शादी कर ली.

जब टीम में नहीं चुने जाने पर पूरी रात रोए थे विराट कोहली, शेयर किया पुराना किस्सा

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कोरोना वायरस की वजह से इस समय देश की रफ्तार थमी हुई है. इसकी वजह से सभी स्पोर्ट्स टूर्नामेंट भी टाल दिए है. लॉकडाउन के चलते इन दिनों सभी खिलाड़ी अपने घरों में ही है और सोशल मीडिया के जरिए अपने फैन्स के साथ जुड़ रहे है. कई खिलाड़ी कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं तो कुछ ऑनलाइन चैट के जरिए अपने किस्से शेयर कर रहे हैं.

हाल ही में भारतीय कप्तान विराट कोहली भी अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ एक ऑनलाइन सेशन का हिस्सा बने थें, जहां उन्होनें छात्रों के साथ बातचीत करके उनका हौसला बढ़ाया. इस दौरान विराट ने अपने करियर और जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प बाते शेयर की. उन्होनें इस दौरान ये भी बताया कि एक बार जब दिल्ली की टीम में उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया था, तो वो पूरी रात बहुत रोए थे और कोच के कई बार ये सवाल किया कि अगर उन्होनें अच्छा खेला, तो उनका सेलेक्शन क्यों नहीं हुआ.

विराट कोहली ने कहा- ‘जब मेरा सेलेक्शन नहीं हुआ था तो मैं बहुत परेशान हो गया था और पूरी रात रो रहा था. मुझे ये समझ नहीं आ रहा था कि जब मैनें अच्छा प्रदर्शन किया तो मेरा सेलेक्शन क्यों नहीं हआ. मैनें अपने कोच से 2 घंटे तक ये सवाल पूछा कि मेरा सेलेक्शन क्यों नहीं हुआ, लेकिन बाद में मैनें वापसी की और टीम में अपनी जगह बनाई.

इस ऑनलाइन सेशन में विराट ने ये भी बताया कि अनुष्का के उनकी जिंदगी में आने के बाद क्या-क्या बदलवा आए. कोहली ने कहा कि अनुष्का के आने के बाद मैं शांत रहना सीख गया हूं. मुझे पहले गुस्सा बहुत जल्दी आता था, लेकिन अब मैनें धैर्य करना सीख लिया है.

विराट ने आगे कहा कि मैनें अनुष्का को देखकर हालात के मुताबिक खुद को संभालना सीखा. मुझे उनसे बहुत प्रेरणा मिलती है. हमने एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखा. अपने अहंकार पर काबू कैसे पाना है और मुश्किल वक्त में शांत कैसे रहना है, ये सब मैनें उन्हीं से सीखा है.’

गौरतलब है कि विराट और अनुष्का लॉकडाउन का ये समय एक-दूसरे के साथ बिता रहे हैं. इस दौरान वो फैन्स के साथ अपनी कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, जो जमकर वायरल हो रही है.