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Farmers Protest: सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से भूपिंदर सिंह मान ने क्यों पीछे...

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किसानों ने अपना आंदोलन बीते साल नवंबर के महीने में शुरू किया था, जो अब तक जारी है। नए कृषि कानून किसानों और सरकार के बीच बीते दो महीने से गतिरोध चल रहा है। देश के अन्नदाता सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। इस पूरे मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट ने गंभीरता से लिया और विवाद सुलझाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया।

सुप्रीम कोर्ट ने बनाई थी 4 सदस्यीय कमेटी

सुप्रीम कोर्ट ने तीनों नए कृषि कानून पर कुछ समय के लिए रोक लगाई। साथ ही चार सदस्यीय एक कमेटी का भी गठन किया। सुप्रीम कोर्ट ने इस कमेटी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान, शेतकारी संगठन के अनिल घनवंत, कृषि वैज्ञानिक अशोक गुलाटी और अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान के प्रमोद के. जोशी को शामिल किया।

भूपिंदर सिंह मान ने अपना नाम लिया वापस

लेकिन अब भूपिंदर सिंह मान ने खुद को इस कमेटी से अलग कर लिया है। दरअसल, कमेटी में उनको शामिल किए जाने पर पहले से ही हंगामा हो रहा था। जो किसान कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, उनका ये कहना था कि भूपिंदर पहले से ही तीनों कानून के समर्थन में हैं।

ये बताई वजह…

अब भूपिंदर सिंह मान ने कमेटी से अपना नाम वापस ले लिया। उन्होनें कमेटी में शामिल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद कहा। साथ ही वो ये भी बोले कि मैं किसानों की भावनाओं के बारे में जानता हूं। एक किसान और खुद एक यूनियन नेता के तौर पर मैं किसान संघों और जनता के बीच फैली शंकाओं को देखते हुए किसी भी बड़े पद को त्यागने के लिए तैयार हूं। मैं पंजाब और किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं कर सकता। कोर्ट द्वारा दी गई इस जिम्मेदारी को नहीं निभा सकता। इसलिए मैं खुद को कमेटी से अलग करता हूं।

भूपिंदर सिंह मान भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद हैं। उनका किसानों में प्रभाव काफी अच्छा है। दिसंबर में भूपिंदर सिंह मान ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी। जिस दौरान उन्होनें केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कानूनों का समर्थन किया था। हालांकि इस दौरान उन्होनें कानून में कुछ संशोधन के सुझाव भी दिए थे। जिसमें MSP की लिखित गारंटी देने को कहा गया था।

भूपिंदर सिंह मान को कमेटी का सदस्य बनाने पर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे। आंदोलन कर रहे किसानों का कहना था कि मान शुरू से ही कृषि कानून के समर्थन में है। ऐसे में उनको कमेटी का हिस्सा क्यों बनाया गया। हालांकि अब खुद भूपिंदर सिंह मान ने ही इस कमेटी से कदम पीछे हटा लिए हैं।

Ind vs Aus: चौथे टेस्ट के लिए आज नहीं हुआ Team India की प्लेइंग 11 का ऐलान, बुमराह बन...

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कल यानी 15 जनवरी से भारत और ऑस्ट्रेलिया के चार मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जाने वाला है। क्योंकि ये टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर पर चल रही है। ऐसे में ब्रिस्बेन में खेला जाने वाला मुकाबला दोनों टीमों के लिए काफी अहम हैं। सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की थी, तो वहीं दूसरे में टीम इंडिया ने बाजी मारी। तीसरा टेस्ट मैच ड्रा हुआ था। अब चौथा मुकाबला निर्णायक होगा।

आमतौर पर टेस्ट मैच से एक दिन पहले ही इसकी घोषणा हो जाती है कि टीम इंडिया की किन 11 खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरने वाली है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। टीम इंडिया की प्लेइंग 11 का ऐलान फिलहाल टाल दिया गया है और उसकी वजह से टीम के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह।

बुमराह के मैच खेलने पर होना है फैसला

जी हां, बुमराह के चलते ही गुरुवार को टीम की प्लेइंग 11 का ऐलान नहीं किया गया। इसकी वजह टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने बताई। दरअसल, बुमराह का इस मैच में खेलना अभी पूरी तरह तय नहीं है। बुमराह का मैच खेलना उनकी फिटनेस पर निर्भर करता है। अगर वो फिट होते हैं, तो उनको प्लेइंग 11 में जगह दी जाएगी। बुमराह की फिटनेस का फैसला मैच के शुरू होने से पहले ही लिया जाएगा।

राठौड़ ने बताया कि मेडिकल टीम लगातार बुमराह की फिटनेस पर नजर बनाए हुए है। वो ये मैच खेलेंगे या फिर नहीं इस पर कल (शुक्रवार) सुबह मैच शुरू होने से पहले ही फैसला लिया जाएगा।

बुमराह के पेट में आया था खिंचाव

दरअसल, सिडनी टेस्ट के दौरान बुमराह के पेट में खिंचाव आ गया। ये माना जा रहा था कि भारतीय टीम प्रबंधन इंग्लैंड के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज को देखते हुए उनकी चोट बढ़ने का जोखिम नहीं उठाना चाहती। लेकिन अब विक्रम राठौड़ के बयान से तो ये लग रहा है कि आखिरी मैच में बुमराह को खिलाने के मूड में मैनेजमेंट है।

चोट की समस्या से जूझ रही टीम इंडिया

ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान टीम इंडिया के कई खिलाड़ी चोटिल हुए हैं, जिसकी वजह से प्लेइंग 11 चुनना भी अब मुश्किल हो रहा है। दरअसल, मोहम्मद शमी, रवींद्र जडेजा, उमेश यादव, हनुमा विहारी तो पहले ही सीरीज से बाहर हो चुके हैं। वहीं इसके अलावा आर अश्विन के कमर में भी दर्द है, जिसके चलते शायद वो भी मैच ना खेलें। इसके अलावा मयंक अग्रवाल, ऋषभ पंत और केएल राहुल भी चोटिल हैं। ऐसे में किन 11 खिलाड़ियों के साथ टीम इंडिया शुक्रवार को ब्रिस्बेन टेस्ट के लिए मैदान में उतरती है, ये देखने वाली बात होगी।

NCERT में पढ़ाया जा रहा मुगलों गलत इतिहास? 12वीं क्लास की किताब में इस तथ्य को लेकर छ...

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राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (NCERT) की 12वीं क्लास में पढ़ाए जा रहे इतिहास के आधार पर फिर से विवाद शुरू हो गया। दरअसल, 12वीं कक्षा की हिस्ट्री की बुक में एक चैप्टर में जिक्र है कि युद्ध के दौरान मंदिर को ढहाया गया था, लेकिन मुगल शासकों ने बाद में उनकी मरम्मत भी कराई। 

लेकिन जब इसके संबंध में शिवांक वर्मा ने NCERT से आरटीआई के तहत जवाब मांगा, तो ये साफ तौर पर कह दिया गया कि विभाग के पास मांग जानकारी से जुड़ी कोई सूचना उपलब्ध नहीं है। 

जानकारी का सोर्स नहीं पता NCERT को

बीते साल NCERT की 12वीं क्लास की हिस्ट्री बुक में थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री पार्ट-टू के पेज 234 पर दूसरे पैरा में जो जानकारी दी गई, उसके सोर्स के बारे पूछा गया था। पैरा में ये लिखा है कि युद्ध के दौरान मंदिरों को ढहाया गया था, लेकिन बाद में शाहजहां और औरंगजेब ने मंदिरों की मरम्मत के लिए ग्रांट जारी किया था।

इसकेे अलावा RTI में दूसरा सवाल ये किया गया कि औरंगजेब और शाहजहां ने कितने मंदिरों की मरम्मत कराई। NCERT की तरफ से इन दोनों सवालों का एक जैसा ही जवाब दिया गया। 18 नवंबर 2020 को जारी पत्र के मुताबिक बताया गया है कि मांगी गई जानकारी विभाग की फाइलों में उपलब्ध नहीं है। इस पत्र पर हेड ऑफ डिपार्टमेंट एंड पब्लिक इंफोर्मेशन ऑफिसर प्रो. गौरी श्रीवास्तव ने साइन किए हुए हैं।

सोशल मीडिया पर बना बहस का मुद्दा

सोशल मीडिया पर ये विवाद अब बहस का मुद्दा बन गया है। अभिषेक नाम के यूजर ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘सबसे चौंकाने वाली बात, जो मुझे पता चली। किसी ने RTI दायर कर NCERT को अपनी किताब में इस दावे का सोर्स बताने को कहा कि मुगल शासकों ने युद्ध में तबाह हुए मंदिरों का पुनर्निर्माण कराया। NCERT की तरफ से जवाब दिया गया कि उनको सोर्स के बारे में नहीं पता। लेकिन फिर भी उन्होनें इसे किताब में शामिल किया।’

एक अन्य यूजर ने लिखा- ‘औरंगजेब जिन्होनें हमारे लाखों मंदिरों को नष्ट किया और उन पर मस्जिद बनाई, वो हमारी NCERT बुक्स में हीरो है। मुगल जिन्होनें हमारे हजारों शहीदों को मारा, वो NCERT में हीरो है। ये सच है कि हमारे सच्चे हिंदुस्तानी नायकों को खोजना लगभग असंभव है।’

ऐसे ही कई लोग NCERT के इस जवाब को लेकर अपनी अपनी राय सोशल मीडिया पर रख रहे हैं। 

…तो अमिताभ बच्चन ने कर दी रिटायरमेंट की अनाउंसमेंट? जानिए भावुक होते हुए ब्लॉग ...

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जिस मुकाम पर आज है, उस तक हर कोई नहीं पहुंच सकता। पिछले 50 सालों से बॉलीवुड पर बिग बी का दबदबा कायम है। 79 साल की उम्र में भी वो जितने फिट और एक्टिव हैं, उतना शायद ही कोई दूसरा एक्टर होगा। वो आज के समय में भी कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। अमिताभ सोनी टीवी पर आने वाले शो कौन बनेगा करोड़पति के साथ सालों से जुड़े हुए हैं। लेकिन अब उन्होनें इस शो से रिटायरमेंट लेने का इशारा कर दिया है।

मौजूदा केबीसी के सीजन का आखिरी एपिसोड अमिताभ बच्चन की शूटिंग अमिताभ ने कर ली। इसके बाद ही उन्होनें एक ब्लॉग लिखा। जिसमें बिग बी ने कहा- ‘मैं अब रिटायर हो चुका हूं।’

अमिताभ बच्चन ने लिखा- ‘अब मैं थक गया हूं…रिटायर हो चुका हूं..आप सभी से मैं माफी चाहता हूं.. KBC के शूट का ये आखिरी दिन था, जो काफी लंबा था। लेकिन कल शायद मैं बेहतर हो जाऊंगा। हमेशा याद रखें कि काम तो काम होता है, जिसको पूरी शिद्दत से करना चाहिए।’

उन्होनें आगे बताया कि शो पर आखिरी दिन उनका कैसा बीता। बिग बी ने लिखा- ‘आखिरी एपिसोड में केबीसी की टीम से फेयरवेल के तौर पर काफी प्यार मिला। सबकुछ आपस में जुड़ा है। बस यही चाहता हूं कि ये सब कभी ना रुके और हमेशा चलता रहे। उम्मीद है कि ये सब जल्द ही दोबारा शुरू हो सके।’

वो आगे लिखते हैं- ‘सेट पर प्यार, केयर, गिफ्ट्स का आदान प्रदान हुआ। पूरी टीम का बहुत ही सुंदर जेश्चर रहा। आगे बढ़ते हैं और आंसू बहते हैं..लेकिन कल एक नया दिन होगा।’

बता दें कि केबीसी का 12वां सीजन बीते साल शुरू हुआ था। कोरोना काल के बीच जब शूट करने की इजाजत मिली, तब ही शो की शूटिंग शुरू हुई। सितंबर महीने में आया ये शो अब जल्द ही खत्म होने वाला है। अमिताभ बच्चन के इस ब्लॉग से तो ऐसा ही लग रहा है कि वो अब अगले सीजन से इस  शो को होस्ट करते हुए नजर नहीं आएंगें।

गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन 79 साल की उम्र में भी काफी काम कर रहे हैं। उनके पास अभी भी कई प्रोजेक्ट्स है। वो आने वाले समय में बह्मास्त्र, चेहरे, झुंड, मेडे समेत कई फिल्मों में नजर आएंगे।

'…अब बंगाल और यूपी में भी बीजेपी की मदद करेंगे ओवैसी', साक्षी महाराज का...

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बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। एक तरफ बीजेपी और TMC इन चुनावों में आमने-सामने आ गए है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री से भी बंगाल में हलचल पैदा हो गई है। बिहार के दूसरी पार्टियों का खेल बिगाड़ने के बाद अब बंगाल में भी AIMIM अपनी किस्मत आजमाने जा रही है।

साक्षी महाराज का बड़ा बयान

इसी बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की बंगाल चुनाव में एंट्री पर बीजेपी नेता साक्षी महाराज ने एक बड़ा बयान दे दिया है। उन्होनें कहा कि ओवैसी बिहार के बाद अब बंगाल और यूपी में भी बीजेपी की मदद करने जा रहे हैं।

उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज बोले कि ये ईश्वर की कृपा है। भगवान उनको (ओवैसी) और भी शक्ति दें।  बिहार में उन्होनें हमारी मदद की थी और अब यूपी के साथ बंगाल में भी करेंगे।

बीजेपी की बी-टीम होने का लगा था आरोप

गौरतलब है कि 2020 में बिहार के विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी अपनी किस्मत आजमाई। इन चुनावों में AIMIM ने 5 सीटों पर जीत दर्ज कर हर किसी को चौंका दिया। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने ओवैसी पर बीजेपी की बी-टीम होने का भी आरोप लगा दिया था। ऐसा कहा गया कि बिहार में ओवैसी की एंट्री से दूसरी पार्टियों को नुकसान और बीजेपी को फायदा पहुंचा।

दरअसल, ओवैसी की एंट्री से बड़ी संख्या में मुस्लिम वोट बैंक की सेंधमारी हुई। मुस्लिम बहुल सीमांचल इलाकों में उनकी पार्टी 5 सीटें जीतीं। RJD, कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने ओवैसी पर मुस्लिम वोट बैंक काटकर बीजेपी को फायदा पहुंचाने की बात कही।

बंगाल-यूपी में होगी ओवैसी की एंट्री

अब बंगाल में होने वाले चुनाव हर पार्टी के लिए काफी अहम हैं। बंगाल में 27 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। ममता बनर्जी के लिए ओवैसी की पार्टी को जाने वाले मुस्लिम वोट को रोकना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।

वहीं उत्तर प्रदेश में ओवैसी के ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के साथ गठबंधन के संकेत मिल रहे हैं। हाल ही में दोनों नेताओं ने समाजवादी पार्टी के गढ़ आजमगढ़ का दौर भी किया था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद है। यहां पहुंचकर ओवैसी ने अखिलेश को आड़े हाथों लिया और कहा कि समाजवादी पार्टी ने मुझे यहां आने से 12 बार रोका था। ओवैसी बोले कि समाजवादी  पार्टी कहीं भी जमीन पर नहीं हैं, वो केवल फेसबुक पर है।

बयान पर समाजवादी पार्टी का रिएक्शन

साक्षी महाराज के इस बयान पर सियासत गर्मा गई है। उनके बयान पर समाजवादी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी। पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया बोले कि हम ये पहले ही कह रहे थे कि ओवैसी बीजेपी के इशारे पर आते-जाते हैं। इनके हेलीकाप्टर में ईधन कौन डलवाता है, इसके बारे में हर किसी को पता है। बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने खुलकर बोल दिया कि बिहार में ओवैसी ने हमारी मदद की और ब बंगाल और यूपी में भी करेंगे। बीजेपी के चेहरे से नकाब उतर गया। जनता को सबकुछ साफ-साफ दिखाई देने लगा।

Pongal 2021: 4 दिनों तक मनाया जाता है पोंगल का पर्व, जानिए इसकी विधि और इसे मनाने से ...

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दक्षिण भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक पोंगल को काफी धूमधाम से तमिलनाडु में मनाया जाता है. ये त्योहार किसानों का माना जाता है। इस अवसर पर फसल की पूजा की जाती है, चार दिनों तक मनाया जाने वाला ये इस साल 14 जनवरी से शुरू हो रहा है। जहां उत्तर भारत में लोहड़ी और मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है, तो वहीं दक्षिण भारत में इन त्योहारों को ‘पोंगल’ के तौर पर मनाया जाता है। इसके साथ ही तमिल में नववर्ष की भी शुरुआत हो जाती है।

क्यों मनाया जाता है पोंगल का त्यौहार

पोंगल का त्यौहार लोहड़ी के जैसे ही होता है, लेकिन बस इन दोनों को मनाने के तरीके का अलग-अलग होता है। पोंगल के त्योहार भी फसल से संबंधित पर्व होता है। इस त्योहार को धान कटाई के के बाद मनाया जाता है, जिससे दक्षिण भारतीय लोग अपनी खुशी को प्रकट करते हुए भगवान से प्राथना करते हैं कि आगामी फसल अच्छी ही रहे। इस त्योहार के मौके पर सूर्य, इन्द्र देव, बारिश, धूप और खेतिहर मवेशियों की पूजा की जाती है, क्योंकि इन सभी के चलते ही अच्छी फसल प्राप्त होती है।

4 दिनों तक मनाया जाता है ये त्यौहार

पोंगल का त्योहार चार दिनों तक मनाया जाता है। इस त्योहार के पहले दिन घर की सफाई होती है और सभी कूड़े को इकट्ठा कर जलाया जाता है। इसके बाद दूसरे दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके साथ ही मां से सुखी जीवन की कामना की जाती है। वहीं, तीसरे दिन पशुधन खासतौर पर बैल और गाय की पूजा होती है, जबकि चौथे दिन काली मां की पूजा की जाती है।

जरूर बनाई जाती है रोंगली

जिस तरह से दिवाली के त्योहार पर घर की साज सजावट की जाती है, ठीक वैसे ही पोंगल पर भी घर को अच्छे से सजाया जाता है। इसके साथ ही रंगाई-पुताई की जाती है। इस अवसर पर रंगोली भी जरूर बनाई जाती है। इसके अलावा नए कपड़े और बर्तन भी खरीदे जाते हैं। इस त्योहार में पशुओं की पूजा की जाती है। इस दौरान बैलों और गायों के सींगों को रंगा जाता है। इस दिन खीर भी जरूर बनाई जाती है, जिसे सूर्य देव को अर्पित किया जाता है। वहीं, कई लोग सूर्य देव को चावल, घी, दूध, और शकर का भी भोग लगाते हैं।

पोंगल मनाने से जुड़ी पौराणिक कथा

पोंगल मनाने से जुड़ी पौराणिक कथा के मुताबिक जब शिव जी अपनी सवारी बैल वसव को धरती पर जाकर एक संदेश देने के लिए कहा, इस दौरान भगवान शिव ने वसव से कहा कि वो धरती पर जाकर लोगों से कहे कि वो रोजाना स्नान करें और स्नान से पहले तेल जरूर लगाएं, लेकिन वसव ने इस संदेश को उल्टा दे दिया। जिसके चलते भगवान शिव बहुत नाराज हुए और उन्होंने गुस्से में आकर वसव को हमेशा के लिए धरती पर भेजते हुए आदेश दिया कि वो फसल उगाने में लोगों की मदद करें। ये ही कारण है कि लोग पोंगल के दिन अपनी बैल की पूजा करने के दौरान उस पर तेल लाकर उसको अच्छे से सजाते हैं। इसके अलावा इस पर्व के दिन गाय की भी खासतौर पर पूजा की जाती है।

जानिए कैसा रहेगा 14 जनवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 14 जनवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। परिवार में चली आ रही समस्याएं कम होने के आसार है। ज्यादा तनाव लेने से बचें। स्वास्थ्य संबंधी  परेशानी को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।

वृषभ राशि- दिन आपका अच्छा बीतेगा। कामकाज के सिलसिले में बेहतर नतीजे मिलेंगे। मेहनत रंग लाएगी। दांपत्य जीवन में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।

मिथुन राशि- आपका दिन मिला जुला बीतेगा। लव लाइफ में तनाव रहेगा। ज्यादा गुस्सा करने से बचें। इनकम में बढ़ोत्तरी के आसार हैं।

कर्क राशि- आपका दिन अनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य बेहतर होगा। पुरानी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा।

सिंह राशि- दिन आपका सामान्य रहेगा। कामों में आ रही बाधाएं कम होगी। किसी भी काम में जल्दबाजी ना करें। सोच विचार कर ही कोई बड़ा फैसला लें।

कन्या राशि- दिन आपका परेशानियों से भरा बीतेगा। कार्यक्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। हर परिस्थिति में धैर्य बनाएं रखें। किसी जरूरतमंद की मदद करें।

तुला राशि- आपका दिन ठीक ठाक रहेगा। खर्चे बढ़ने के आसार है। स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। जीवनसाथी का साथ हर परिस्थिति में मिलेगा।

वृश्चिक राशि- दिन आपका शानदार बीतेगा। पार्टनर के साथ रोमांटिक दिन बिताएंगे। मन प्रसन्न रहेगा। नए काम हाथ में लेने से बचें।

धनु राशि- दिन की शुरुआत बढ़िया होगी। सुबह सुबह शुभ समाचार मिलेगा। दिल की बात कहने के लिए दिन अच्छा है। लोग आपकी भावनाओं की कद्र करेंगे।

मकर राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। आर्थिक स्थिति डामाडोल रहेगी। फिजूलखर्च से बचना चाहिए। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

कुंभ राशि- दिन परेशानियों से भरा बीतेगा। मेहनत अनुसार फल नहीं मिलने  पर हताश रहेंगे। नकारात्मक विचार मन में आएंगे। करीबियों के साथ दिल की हर बात शेयर करें।

मीन राशि- आपका दिन ठीक ठाक रहेगा। लव लाइफ से तनाव दूर होगा। परिवारवालों की सलाह के बिना कोई फैसला ना लें। स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें।

Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति पर क्यों खाई जाती है खिचड़ी? जानिए इसके पीछे का व...

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14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा। ये भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक होता है। सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती हैं। इस बार सूर्य 14 जनवरी 8 बजकर 14 मिनट पर प्रवेश करने वाले है। सूर्य के मकर में प्रवेश करते ही खरमास समाप्त हो जाएगा और फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।

मकर संक्रांति पर स्नान, दान और सूर्य देव की अराधना का खास महत्व होता है। साथ ही मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनने और पंतगबाजी की परंपरा भी चली आ रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन खिचड़ी बनाने के पीछे की वजह क्या है? आइए इसके बारे में आपको बताते हैं…

इस वजह से इस दिन खाई जाती है खिचड़ी

मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने की परंपरा सालों से चली आ रही हैं। बताया जाता है कि खिलजी के आक्रमण के दौरान नाथ रोगियों को खाने की समस्या का काफी सामना करना पड़ता था। उनको भोजन बनाने का समय नहीं मिलता था। इसके चलते योगी भूखे रह जाते थे और वो कमजोर होने लगे। इस दौरान बाबा गोरखनाथ ने एक ऐसी सलाह दी जो काफी काम आई। बाबा गोरखनाथ ने दाल, चावल और सब्जियों को दाल, चावल और सब्जियों को एक साथ पकाने को कहा। ये खाने में काफी पौष्टिक और काफी स्वादिष्ट भी थीं। शरीर में इससे तुरंत ऊर्जा मिल रही थीं। बाबा गोरखनाथ ने इस व्यंजन का नाम खिचड़ी रखा। इसी वजह से सालों से खिचड़ी खाने की परंपरा मकर संक्रांति के दिन चली आ रही हैं।

मकर संक्रांति पर जगह-जगह खिचड़ी का भोग चढ़ाया जाता है। गोरखपुर स्थिति बाबा गोरखनाथ मंदिर के पास मकर संक्रांति पर खिचड़ी मेला लगना शुरू होता है, जो कई दिनों तक चलता है। मेले में बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है और इसको प्रसाद के तौर पर बांटा भी जाता है।

गंगा स्नान और दान का होता है खास महत्व

मकर संक्रांति के दिन गंगा नदी में स्नान करने का विशेष महत्व होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति पर ही गंगा जी भागीरथ के पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होते हुए सागर में मिल गई थीं।

इसके अलावा इस दिन दान भी किया जाता है। मकर संक्रांति पर दिन तिल, खिचड़ी, उड़द दाल, चावल, गुड़, मूली और द्रव्य का दान करना चाहिए। इसके अलावा इस दिन सूर्य को आराध्य मानकर पितरों को भी तिल का दान करना पुण्यदायी होता है।

विवादों में उद्धव सरकार के मंत्री: सिंगर ने लगाया धनंजय मुंडे पर रेप का आरोप, सफाई दे...

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महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के एक मंत्री विवादों में घिर गए हैं। उन पर एक सिंगर ने रेप के गंभीर आरोप लगा दिए हैं। महाराष्ट्र सरकार के सामाजिक न्याय मंत्री और NCP नेता धनंजय मुंडे पर एक प्लेबैक सिंगर ने ये आरोप लगाए हैं और इस मामले में शिकायत भी दर्ज कराई। अपने ऊपर लगे इन आरोपों पर धनंजय मुंडे की तरफ से सफाई भी दी गई । आइए आपको इस पूरे मामले के बारे में बताते हैं…

शिकायत में सिंगर ने क्या कहा?

सिंगर ने मुंबई के ओशिवारा थाने में धनंजय मुंडे के खिलाफ केस दर्ज कराया। सिंगर ने अपनी शिकायत में कहा कि 2006 में धनंजय मुंडे ने उनका यौन शोषण किया। महिला का ये भी आरोप है कि बॉलीवुड में काम का मौका दिलाने के नाम पर NCP नेता ने उसके सात जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए।

सिंगर ने शिकायत में कहा- ‘1998 में  धनंजय मुंडा का मेरी बहन के साथ प्रेम विवाह हुआ। 2006 में जब मेरी बहन डिलीवरी के लिए इंदौर गई, तो उनको ये पता चल गया मैं घर पर अकेली हूं। उस दौरान वो बिना बनाए रात के समय में आ गए और मेरी इच्छा के बिना शारीरिक संबंध बनाए। संबंध बनाने के साथ मेरा वीडियो भी बना लिया गया था।’

महिला ने आगे ये भी आरोप लगाया- ‘धनंजय मुंडे ने कहा कि तुम अगर सिंगर बनना चाहती हो तो मैं तुमको बड़े-बड़े डायरेक्टर, प्रोड्यूसर से मिलवाकर लॉन्च करा दूंगा। लालच देकर उन्होनें मेरी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाए और वो लगातार मेरा यौन शोषण करते रहे। मेरी बहन जब भी किसी काम से बाहर जाती तो वो मुझसे जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने की मांग करने लगते।’

आरोपों पर NCP नेता की सफाई

इन आरोपों पर NCP नेता धनंजय मुंडे ने सफाई भी दी। उन्होनें कहा कि उनको बदनाम करने और ब्लैकमेल करने की साजिश रची जा रही है। सोशल मीडिया के जरिए सफाई देते हुए धनंजय मुंडे ने कहा- ‘पत्नी के अलावा मेरा एक दूसरी महिला के साथ 2003 से संबंध था। इसके बारे में जानकारी मेरे परिवार और पत्नी को भी थीं। सहमति से बनाए इन संबंधों से मुझे दो बच्चे, एक लड़का और एक लड़की है।

उन्होनें आगे कहा कि इन दोनों बच्चों को अपना नाम मैनें दिया। इनके स्कूल में एडमिशन से लेकर सभी पेपर्स पर पिता के तौर पर मेरा नाम है। ये दोनों बच्चे भी मेरे साथ ही रहते हैं। मेरी पत्नी और बच्चों ने इन बच्चों को परिवार में स्वीकार किया।

इसके साथ ही NCP नेता ने ये भी कहा कि जिस महिला के साथ मेरा संबंंध था। वो 2019 से ही मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है। उन्होनें कहा कि इस मामले को लेकर वो पुलिस में शिकायत भी कर चुके है और हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है।

बीजेपी ने मांगा इस्तीफा

वहीं धनंजय मुंडे पर लगे इन गंभीर आरोपों को लेकर बीजेपी ने उन्हें और साथ में उद्धव सरकार को घेरना शुरू कर दिया। महाराष्ट्र बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष उमा खापरे ने धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग की। इसके अलावा बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने उनको मंत्री पद से हटाने को कहा।

वरुण के घर बजेगी शहनाई? इस दिन शादी की है चर्चा…बुक किया ये फाइव स्टार होटल भी!

एक्टर वरुण धवन ने स्टूडेंट ऑफ द ईयर फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था। इसके बाद कई अच्छी फिल्में कर वरुण बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके हैं। आए दिन एक्टर अपनी किसी ना किसी फिल्म को लेकर सुर्खियों में आ ही जाते हैं। लेकिन इस बार वरुण का चर्चाओं में आने का कारण कुछ अलग है और वो है उनकी शादी।

इस महीने ही शादी की खबरें…

जी हां, खबर ये है कि वरुण धवन बहुत जल्द शादी के बंधन में बंध सकते हैं। वो नताशा दलाल को लंबे वक्त से डेट कर रहे हैं। वरुण के तमाम चाहने वाले उनकी वेडिंग का इंतेजार काफी टाइम से कर रहे हैं। लेकिन अब लगता है कि वरुण के फैंस का ये इंतेजार जल्द ही खत्म होगा।

वरुण और नताशा कई मौकों पर एक साथ स्पॉट किए जाते रहे हैं। इनकी शादी की खबर अक्सर ही उड़ती रहती हैं। ऐसी खबरें थीं कि 2020 में ये दोनों एक-दूसरे के हो जाएंगे। लेकिन कोरोना महामारी के चलते वो संभव नहीं हो पाया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसी महीने वरुण अपनी लॉन्ग टाइम गर्लफ्रेंड नताशा के साथ शादी कर सकते हैं।

200 मेहमानों के शामिल होने की चर्चा

बताया जा रहा है कि दोनों की शादी अलीबाग के एक फाइव स्टार होटल में होगी। खबरों की मानें तो वरुण-नताशा की शादी की तैयारियां भी शुरू हो गई है। होटल की बुकिंग भी की जा चुकी है। वैसे तो ये एक ग्रैंड वेडिंग होगी, लेकिन कोरोना की वजह से शादी में कम ही मेहमानों के होने की संभावनाएं है। जो जानकारी अब तक मिली है उसके मुताबिक इस शादी में करीब 200 मेहमानों की लिस्ट तैयार हुई है। हालांकि अब तक इसके बारे में पता नहीं चल पाया कि दोनों किस दिन शादी के बंधन में बंधेंगे।

वरुण ने नताशा को कहा था ‘मंगेतर’

गौरतलब है कि वरुण और नताशा की डेटिंग की खबरें उनके फैंस से छिपी नहीं। हाल ही में जब वरुण, करीना कपूर के रोडियो शो में पहुंचे थे, तो उन्होनें नताशा को मंगेतर कहकर बुलाया था। जिसके बाद ऐसा माने जाने लगा कि वरुण और नताशा की सगाई पहले ही हो चुकी है।

करीना के इस रेडियो शो में वरुण ने नताशा संग अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया था। उन्होनें कहा कि मैं नताशा को छठीं क्लास से जानता हूं। हम दोनों तब से ही एक दूसरे को डेट नहीं कर रहे थे। 11वीं-12वीं क्लास तक हम काफी अच्छे दोस्त थे। फिर कुछ समय बाद मुझे वो अच्छी लगने लगी। वरुण ने ये भी बताया था कि पहले तो कई बार नताशा ने उनको रिजेक्ट किया, लेकिन उन्होनें हार नहीं मानी और बाद में नताशा भी उसने प्यार करने लगी। बता दें कि नताशा एक फैशन डिजाइनर हैं।

वर्क फ्रंट की बात करें तो बीते साल दिसंबर में वरुण धवन की फिल्म ‘कुली नंबर 1’ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म को कुछ खास पसंद नहीं किया गया। मूवी के रिव्यू मिक्स थे।