Anti-Inflammatory Diet: एंटी-इंफ्लेमेटरी इंस्ट्रक्शन (Anti-inflammatory instruction) एक आहार पैटर्न है जो शरीर में पुरानी सूजन को कम करने में मदद करता है। सूजन चोट या सूजन के लिए शरीर की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, लेकिन जब यह सूजन लंबे समय तक बनी रहती है तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, जैसे मधुमेह, हृदय रोग, गठिया, गाउट और कुछ प्रकार के कैंसर। तो चलिए आपको इस लेख में एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट के बारे में विस्तार से बताते है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट कैसे काम करती है?
यह आहार उन खाद्य पदार्थों पर आधारित है जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी (Antioxidant and anti-inflammatory) गुणों से भरपूर हैं। ये गुण शरीर में हानिकारक मुक्त कणों को बेअसर करने और सूजन पैदा करने वाले अणुओं की संख्या को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह आहार सूजन को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थों से बचने पर जोर देता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट में क्या शामिल करें
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट (Anti-Inflammatory Diet) में आप खासकर गहरे रंग के फल जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, चेरी, अनार, अंगूर और एवोकाडो भी शामिल कर सकते है वही आप हरी सब्जियां जैसे ब्रोकोली, केल, पालक, पत्तागोभी, फूलगोभी, शिमला मिर्च, टमाटर।दूसरी और आप मोटे अनाज में सफेद चावल, मैदा और ब्रेड की जगह ब्राउन राइस, ओट्स, बाजरा, जौ, और मक्का जैसे साबुत अनाज खाएं।
आप एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट (Anti-Inflammatory Diet) में बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, सूरजमुखी के बीज, ऑलिव ऑयल, एवोकाडो ऑयल जैसे ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) भी शामिल कर सकते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है। इसके अलावा अगर आप नॉनवेज खाते हैं तो वेज सैल्मन, सार्डिन, हेरिंग, मैकेरल को शामिल कर सकते हैं- ये ओमेगा-3 फैटी एसिड के बेहतरीन स्रोत हैं। वही हरी चाय (Green Tea) इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो सूजन को कम करते हैं। इसके अलवा दही, छाछ जैसे प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, जिससे सूजन कम हो सकती है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट में क्या न शामिल करें
आपको बता दें कि प्रोसेस्ड फूड को एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट में बिल्कुल भी शामिल नहीं करना चाहिए, यह शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। इसके अलावा रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और शुगर, अनहेल्दी फैट, प्रोसेस्ड मीट और रेड मीट, शराब, डेयरी उत्पाद जैसे डेयरी उत्पाद भी कुछ लोगों में सूजन की वजह बन सकते हैं, इसलिए अगर ये आपके लिए परेशानी का कारण बनते हैं तो ध्यान दें। नाइटशेड सब्जियां- कुछ लोगों को टमाटर, आलू, बैंगन जैसी नाइटशेड सब्जियों से भी परेशानी हो सकती है, हालांकि यह बात हर किसी पर लागू नहीं होती है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट के फायदे
- सूजन कम करना – यह शरीर में पुरानी सूजन को कम करने में सबसे प्रभावी है।
- पुरानी बीमारियों का जोखिम कम – मधुमेह, हृदय रोग, गठिया, फैटी लीवर और कुछ कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
- पाचन में सुधार – फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पाचन को बेहतर बनाते हैं।
- ऊर्जा में वृद्धि – शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं जिससे ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।
- त्वचा का स्वास्थ्य – स्वस्थ वसा और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
- इम्यूनिटी बढ़ाना – मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली रोगों से लड़ने में मदद करती है।
- वजन प्रबंधन – यह डाइट स्वस्थ खाद्य पदार्थों पर जोर देती है, जिससे वजन कम करने या प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है।