Home Blog Page 1126

जानिए कैसा रहेगा 23 फरवरी को आपका दिन

0

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 23 फरवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन सामान्य बीतेगा। आर्थिक स्थिति आज पहले से बेहतर होगी। परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा। नए कामों की शुरुआत अच्छी होगी। 

वृषभ राशि-   दिन आपका मिला जुला रहेगा। आज के दिन छात्रों को थोड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बेफिजूल के खर्चों से बचें। जीवनसाथी के साथ बढ़िया समय बिताएंगे।  

मिथुन राशि- दिन आपका ठीक ठाक रहने वाला है। आज करीबियों के साथ आपके रिश्ते और मजबूत होंगे। मन आपका प्रसन्न रहेगा। जल्दबाजी में कोई फैसला लेने से बचें। 

कर्क राशि- दिन आपका परेशानियों से भरा बीतेगा। बिजनेस में आज उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। आज के दिन कोई भी जोखिम भरा फैसला लेने से बचें। स्वास्थ्य आपका सामान्य रहेगा। 

सिंह राशि- आज का आपका  दिन शानदार बीतेगा। खुद को साबित करने से अवसर मिलेंगे। लंबे वक्त से अटके कामों में सफलता हाथ लगेगी। आज के दिन किसी भी परिवारवाले पर गुस्सा ना करें। 

कन्या राशि-  दिन आपका अच्छा रहने वाला है। स्वास्थ्य में सुधार आएगा। मानसिक परेशानियां दूर होने के आसार है। आज मेहनत के मुताबिक नतीजे मिलते आपको नजर आएंगे। 

तुला राशि- दिन आपका ठीक ठाक रहने वाला है। परिवार का माहौल बढ़िया रहेगा। भविष्य से जुड़ा कोई भी फैसला सोच समझकर लें। किसी भी काम में जल्दबाजी दिखाना भारी पड़ सकता है। 

वृश्चिक राशि- आज के दिन संभलकर रहें। अनजान लोगों पर भरोसा ना करें। दिन आपका परेशानियों से भरा बीतेगा। हर परिस्थिति में कुछ खास दोस्तों का सहयोग मिलेगा। 

धनु राशि-  दिन आपका सामान्य रहेगा। आर्थिक समस्याएं कम होने के आसार है। मेहनत के नतीजे मिलेंगे। आज के दिन किसी दूसरे के विवाद में पड़ने से बचें। 

मकर राशि- आपका दिन बढ़िया बीतेगा। किसी खास व्यक्ति से आज आपको सरप्राइज मिल सकता है। मन आपका खुश रहेगा। परिवार में आज थोड़ा तनाव का माहौल रहेगा। 

कुंभ राशि- आपका दिन उतार चढ़ाव से भरा रहने वाला है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। मन मुताबिक परिणाम  नहीं  मिलने पर हताश होंगे। जीवनसाथी के साथ दिल की हर बात शेयर करें। 

मीन राशि- दिन आपका ठीक ठाक रहेगा। आज के दिन जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ेगा। दिन आपका भाग दौड़ से भरा बीतेगा। ज्यादा तनाव लेने से बचने की जरूरत है। 

ये लोग तीनों कानून तब तक वापस नहीं लेंगे, जब तक इन्हें मजबूर नहीं किया जाता- राहुल गा...

0

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध चरम पर है। देश के कई राज्यों के किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर डेरा जमाए हुए हैं और इस कानून के विरोध में पिछले 90 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान लगातार इन कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। 

अभी तक 200 से ज्यादा किसानों के मौत की खबर भी सामने आई है। विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर से इन कानूनों के हवाले पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर हमला बोला है।

राहुल गांधी ने बोला हमला

आज अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड़ में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, भारत के किसान जिस मुश्किल का सामना कर रहे हैं उसे पूरा देश देख रहा है। केंद्र सरकार किसानों के दर्द को नहीं समझ रही। कृषि कानून खेती की व्यवस्था को बर्बाद करने और इस व्यवसाय को मोदी जी के 2-3 दोस्तों को देने के लिए बनाए गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘संसद में जो मैंने भाषण दिया था, उसमें मैंने हिंदी में कहा था, ‘हम दो हमारे दो’। इस सरकार में दो लोगों ने सरकार से बाहर के दो लोगों के साथ साझेदारी की हुई है।‘

सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ये लोग इन तीन कानूनों को तब तक वापस नहीं लेंगे जब तक इन्हें मजबूर नहीं किया जाता और इसका एक कारण है। कांग्रेस सांसद ने कहा, कारण ये है कि ये तीनों कृषि कानून भारत की कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने के लिए और पूरा व्यवसाय नरेंद्र मोदी के दो-तीन दोस्तों को सौंपने के लिए तैयार किए गए हैं।

11 दौरे की हो चुकी है बातचीत

बता दें, विपक्षी पार्टियां लगातार इस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता लगातार इस मामले को उठा रहे हैं।

दूसरी ओर किसान नेताओं की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि जबतक सरकार इस कानून को रद्द नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेताओं और सरकार के बीच 11 दौरे की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है। दोनों पक्षों के बीच अंतिम बातचीत 23 जनवरी को हुई थी।

हाथों से गया पुडुचेरी भी: दक्षिण भारत से कांग्रेस पूरी तरह साफ…अब केवल इन राज्य...

0

सोमवार को कांग्रेस पार्टी को एक और झटका लगा। कांग्रेस के हाथों से एक और राज्य की सत्ता छीन गई। दरअसल, चुनाव से कुछ महीने पहले ही पुडुचेरी में ऐसा सियासी घमासान मचा कि राज्य की सत्ताधारी नारायणसामी की सरकार गिर गई। सोमवार को फ्लोर टेस्ट में उनकी सरकार बहुमत साबित करने में कामयाब नहीं हो पाई। जिसके बाद सीएम नारायणसामी ने गवर्नर को अपना इस्तीफा सौंप दिया।  

पुडुचेरी से सत्ता छीनने के बाद अब कांग्रेस दक्षिण भारत से पूरी तरह साफ हो चुकी है। एक ऐसा समय था जब दक्षिण भारत कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता था। लेकिन अब तस्वीर इससे एकदम उलट हो गई है। कांग्रेस ने कर्नाटक के बाद आज दूसरा राज्य पुडुचेरी भी गंवा दिया है।  

5 राज्यों में ही बची है कांग्रेस

2014 में लोकसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार कमजोर होती हुई दिख रही है। बीजेपी के साथ सत्ता हासिल करने की लड़ाई में कांग्रेस पिछड़ रही है। भले ही पार्टी ने कुछ राज्यों में वापसी की हो, लेकिन अभी भी कुछ 5 ही राज्य में कांग्रेस की सरकार अब बची हुई है, जिसमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब और राजस्थान शामिल है।

महाराष्ट्र और झारखंड की कांग्रेस पार्टी भले ही सत्ता में, लेकिन वहां पर पार्टी गठबंधन में है। वहां कांग्रेस की भूमिका नंबर तीन और नंबर दो की है।

पहले कर्नाटक, फिर मध्य प्रदेश और अब पुडुचेरी

इससे पहले मध्य प्रदेश से भी कांग्रेस की चुनी हुई सरकार सत्ता से बेदखल हो चुकी है। 15 सालों के बाद मध्य प्रदेश की सत्ता कांग्रेस के हाथ लगी थी। लेकिन वो सरकार महज 15 महीनों में ही गिर गई। ज्योदिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चले गए और उनके साथ कई विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। जिसके बाद मध्य प्रदेश से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सत्ता से गिर गई और दोबारा से शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व की सरकार सत्ता में आई।

सिर्फ यही नहीं 2019 में कर्नाटक राज्य भी कांग्रेस से छिन गया था। तब कांग्रेस-JDS गठबंधन के 17 विधायकों ने इस्तीफा दिया था। जिसके बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बहुमत हासिल करने में सफल नहीं हो पाई। जिसके बाद यहां भी बीजेपी की सरकार सत्ता में आ गई।

5 राज्यों के चुनाव होंगे पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण

अब इस साल पांच राज्यों में चुनाव होने है, जिसमें पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और तमिलनाडु शामिल है। इन सभी राज्यों में सत्ता हासिल कर पाना कांग्रेस के लिए मुश्किलों से भरा होगा। बंगाल में तो सीधा मुकाबला TMC और बीजेपी के बीच का ही दिख रहा है और इसमें कांग्रेस दूर-दूर तक नहीं नजर आ रही। 

इसके अलावा तमिनलाडु में कांग्रेस, डीएमके के साथ सत्ता में आने की कोशिश करना चाहेगी। इसके अलावा केरल और असम की राह भी कांग्रेस के लिए चुनौती भरी होगी। 

ड्रग्स केस में बीजेपी नेता ने दी चेतावनी, कहा-…पुलिस पर करुंगा मानहानि का केस

0

पश्चिम बंगाल में आने वाले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी को टक्कर देने का दावा कर रही है। 

तो वहीं, टीएमसी की ओर से इस चुनाव में 250 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने की बात कही जा रही है। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल पुलिस ने बीजेपी के युवा नेता पामेला गोस्वामी (Pamela Goswami) को कोकीन के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पामेला गोस्वामी ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के करीबी नेता राकेश सिंह पर हमला बोला। 

उन्होंने राकेश सिंह (Rakesh Singh) पर साजिश रचने का आरोप भी लगाया। इसी बीच बीजेपी नेता राकेश सिंह ने कोलकाता पुलिस को ईमेल कर चेतावनी दी है कि अगर बार-बार इस केस में इनका नाम उछाला गया तो वे पुलिस के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे।

पामेला ने बीजेपी नेता पर लगाए थे आरोप

बीजेपी की युवा नेता पामेला गोस्वामी (Pamela Goswami) ने लॉकअप ले जाते समय कहा था, ‘मैं सीआईडी जांच चाहती हूं। भाजपा के राकेश सिंह, जो कैलाश विजयवर्गीय के सहयोगी हैं, को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह एक साजिश है, मेरे पास सारे सबूत हैं।’ बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय के करीबी नेता राकेश सिंह (Rakesh Singh) इससे काफी नाराज है। उन्होंने कहा है कि इस केस में उनका नाम बार-बार न उछाला जाए। जिसके लिए उन्होंने मेल लिखकर पुलिस को चेतावनी भी दी है।

बीजेपी की युवा नेता को है ड्रग्स की लत

बता दें, बीजेपी की युवा नेता पामेला गोस्वामी को पुलिस ने 20 फरवरी को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह अपने दोस्त प्रवीर कुमार डे के साथ एक खरीददार को कोकीन सप्लाई करने जा रही थी। उनकी कार और पर्स से लाखों रुपये के मूल्य का 100 ग्राम कोकीन बरामद किया। फैशन मॉडल रह चुकी पामेला को 25 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। 

दूसरी ओर कोलकाता पुलिस ने स्पष्ट किया है कि बीजेपी की युवा नेता पामेला गोस्वामी को ड्रग्स की लत है। पुलिस के मुताबिक पामेला के पिता ने पूछताछ में बताया है कि एक दोस्त के चलते वे ड्रग एडिक्ट हो गयी हैं। फिलहाल पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के प्रयास में जुटी है।

चल रही थी जॉन अब्राहम की फिल्म की शूटिंग… तभी टीम पर होने लगा पथराव, मचा बवाल, ...

बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘अटैक’ की शूटिंग में बिजी हैं। फिलहाल उनकी इस फिल्म की शूटिंग धनीपुर हवाई पट्टी पर चल रही है। लेकिन इसी बीच यहां एक विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, फिल्म की शूटिंग के दौरान ऐसा कुछ हुआ कि कुछ लोगों ने टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया। दरअसल, गांव के कई लोग शूटिंग देखने के लिए वहां पर पहुंचे थे। इस दौरान सुरक्षा टीम के साथ उनका कुछ विवाद हो गया। जिसके चलते ग्रामीणों ने शूट कर रही टीम पर पथराव किया। 

बाउंड्रीवॉल पर चढ़ गए लोग

जो जानकारी हासिल हुई है उसके मुताबिक जॉन की अपकमिंग फिल्म ‘अटैक’ की शूटिंग शनिवार से ही धनीपुर हवाई पट्टी पर चल रही है। यहां रनवे पर जॉन के कुछ एक्शन सीन्स की शूटिंग की जा रही है। रविवार को भी यहां पर शूटिंग जारी थीं। इस दौरान दोपहर के आसपास कई लोग शूटिंग देखने के लिए वहां पर पहुंच गए। मुख्य गेट बंद होने की वजह से शूटिंग देखने आए लोग हवाई पट्टी की बाउंड्रीवॉल पर चढ़ गए और उन्होनें शोर मचाना शुरू कर दिया।

इस दौरान कुछ लोग गाली-गलौज भी करने लगे, जिससे शूटिंग में दिक्कत होने लगी। सुरक्षा टीम ने जब उन्हें वहां से भगाने की कोशिश की, तो दोनों पक्षों में बहस होने लगी। इस दौरान कुछ लोगों ने सुरक्षा टीम पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। टीम ने भी उन्हें वहां से भगाने के लिए वहीं पत्थर भीड़ की ओर फेंके। इस पूरी घटना की वजह से फिल्म की शूटिंग रुकी और वहां हड़कंप मच गया। 

पुलिस को देखकर भागे उपद्रवी

इसके बाद आनन-फानन में उच्च अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी गई। सूचना मिलने के बाद थाना गांधी पार्क से पुलिस बल जब वहां पर पहुंची, तो पुलिस को देख ग्रामीण खेतों की तरफ भाग गए। थाना गांधी पार्क इंस्पेक्टर के अनुसार पुलिस को पथराव की सूचना मिलने के बाद पुलिस वहां पर पहुंची। लेकिन जैसे ही ग्रामीणों ने पुलिस को देखा तो वो वहां से भाग खड़े हुए। हालांकि इस मामले में कोई भी केस दर्ज नहीं कराया गया। 

आपको बता दें कि जॉन अब्राहम की ‘अटैक’ फिल्म इसी साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रिलीज होगी। फिल्म में जॉन के साथ रकुल प्रीत सिंह और जैकलीन फर्नाडिंस भी नजर आएगी। इस फिल्म को डायरेक्टर लक्ष्यराज आनंद कर रहे है। 

पुडुचेरी में दोहराई गई मध्यप्रदेश की कहानी, बहुमत साबित करने में नाकाम रही कांग्रेस स...

0

कांग्रेस शासित पुडुचेरी की सियासत में हलचल काफी तेज है। आज विधानसभा में सीएम नारायणसामी बहुमत साबित करने में नाकाम रहे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार धराशायी हो गई। विधानसभा स्पीकर ने कहा कि नारायणसामी (Narayansamy) सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाई। 

इसके बाद विधानसभा को अनिश्चितकाल तक स्थगित कर दिया गया। 33 विधानसभा सदस्यों वाली पुडुचेरी में कांग्रेस के कई विधायक पिछले कुछ महीनों में इस्तीफा दे चुके हैं। मौजूदा समय में नारायणसामी सरकार के समर्थन में मात्र 12 विधायक बच गए थे, जबकि विपक्षी दलों के पास 14 विधायक मौजूद हैं। 

राज्य में आने वाले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में प्रदेश में राष्ट्रपित शासन लग सकता है या फिर कुछ समय के लिए नई सरकार का गठन भी हो सकता है। 

पुडुचेरी सरकार में उथल पुथल

पिछले कुछ महीनों से नारायणसामी (Narayansamy) के समर्थक विधायक इस्तीफा दे रहे थे। बीते दिन रविवार को कांग्रेस और डीएमके के 1-1 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। जिससे नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई और आज विधानसभा में बहुमत साबित करने में नाकाम रही। 

पूर्व मंत्री ए नमसिवायम (अब बीजेपी में) और मल्लाडी कृष्ण राव समेत कांग्रेस के 4 विधायकों ने इससे पहले इस्तीफा दिया था, जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक को अयोग्य ठहराया गया था। मुख्यमंत्री नारायणसामी के करीबी बताए जाने वाले ए जॉन कुमार ने भी पिछले सप्ताह इस्तीफा दे दिया था।

केंद्र सरकार और किरण बेदी पर लगे आरोप

आज विधानसभा में नारायणसामी ने बागी विधायकों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार होना चाहिए। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वे जनता का सामना नहीं कर पाएंगे, क्योंकि लोग उन्हें अवसरवादी बुलाएंगे।‘ उन्होंने प्रदेश की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। 

नारायणसामी ने कहा, ‘पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ सांठगांठ की और सरकार गिराने की कोशिश की। हमारे विधायक एकसाथ खड़े थे, इसलिए हमने 5 सालों तक सरकार चलाने में कामयाब रहे। केंद्र सरकार ने हमारे अनुरोध पर फंड की मंजूरी नहीं देकर पुडुचरी के लोगों को धोखा दिया है।‘

विधानसभा में वी नारायणसामी ने कहा, ‘हमने डीएमके और निर्दलीय विधायकों के सहयोग से सरकार का गठन किया था। उसके बाद हमने कई चुनाव लड़े। हमने सभी उपचुनावों में जीत हासिल किया। ये साफ है कि पुडुचेरी के लोग हमारे ऊपर भरोसा करते हैं।‘ बहुमत साबित करने में नाकाम होने के बाद नारायणसामी ने पद से इस्तीफा दे दिया है।

पुडुचेरी में दोहराई गई मध्यप्रदेश की घटना

इससे पहले मध्यप्रदेश की सियासत में भी ऐसा देखने को मिल चुका है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में जीत हासिल कर कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाने वाली कांग्रेस पार्टी ने 1 साल में ही अपना बहुमत खो दिया था। कांग्रेस के तकरीबन 2 दर्जन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी से जा मिले थे। 

जिसके बाद फ्लोर टेस्ट में कमलनाथ बहुमत साबित नहीं कर पाए थे और उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था। मौजूदा समय में पुडुचेरी में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। नारायणसामी सरकार का साथ छोड़ने वाले कई विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।

'अलविदा…मेरा समय खत्म होता है', ये कहकर स्टेज से उतरे किसान नेता और हो ...

0

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन को तीन महीनों के करीब का वक्त हो गया। इस आंदोलन के बीच कई दिल दहला देने वाले मामले लगातार सामने आ रहे है। आंदोलन के बीच कई किसान दम तोड़ चुके हैं। वहीं हाल ही में एक किसान नेता की हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई। किसान नेता दातार सिंह भाषण दे रहे थे। इसके बाद ही उन्हें हार्ट अटैक आ गया। इससे पहले दातार सिंह ने कहा था- ‘अलविदा, मेरा समय खत्म होता है।’

कार्यक्रम में शामिल हुए थे दातार सिंह

दरअसल, अमृतसर के विरसा विहार में स्वतंत्रता सेनानी उजागर सिंह की याद में एक कार्यक्रम रखा गया था, जहां दातार सिंह भी पहुंचे। कार्यक्रम में आखिरी भाषण उन्हीं का था। यहां वो मंच पर किसान आंदोलन को लेकर अपने विचार मंच पर रख रहे थे। अपना संबोधन खत्म होने के बाद दातार सिंह ने कहा- ‘अलविदा, मेरा समय खत्म होता है।’ बस वो ये कहकर कुर्सी पर बैठ गए। थोड़ी देर बाद ही उन्हें हार्ट अटैक आ गया और वो कुर्सी से नीचे गिर गए। जिसके बाद दातार सिंह को अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। 

मिली जानकारी के मुताबिक किरती किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दातार सिंह तीन दिन पहले ही दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन से लौटे थे। वो अमृतसर में एक कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आए थे। उनको मंच पर बुलाकर सम्मानित भी किया जाना था, लेकिन उससे पहले ही ये घटना घट गई। 

सरकार पर बरसते हुए कहा था ये…

आपको बता दें कि दातार सिंह भी कृषि कानून के विरोध में थे और वो कानून वापस की मांग कर रहे थे। उन्होनें केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि किसान कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार इस समस्या का हल निकालने की जगह किसानों को बांटने की साजिश कर रही है। दातार सिंह ने कहा था कि किसान अच्छे से सरकार की इस साजिश को समझते है। सरकार को ये याद रखना चाहिए कि जब तक इन कानून को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक घर वापसी नहीं होगी। 

गुलाम नबी आजाद को साधने में जुटी बीजेपी? स्वागत में बिछाया रेड कारपेट और लगे पोस्टर्स

0

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा में कार्यकाल खत्म हो गया है। मौजूदा समय में वह अभी पार्टी में किसी भी विशेष पद पर नहीं हैं। बीते दिनों उन्होंने पार्टी में कोई विशेष पद, सांसद या मंत्री जैसे पदों की लालसा न होने की बात स्पष्ट रुप से कही थी। 

लेकिन इस बात पर गौर करना जरुरी हो गया है कि देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी का बर्ताव इन दिनों गुलाम नबी आजाद को लेकर कुछ अलग ही होता दिख रहा है। सदन में पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके फेयरवेल पर उनसे जुड़ा एक किस्सा शेयर किया था और भावुक हो गए थे। 

जिसके बाद अब कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता के लिए केंद्र सरकार के कार्यक्रम में रेड कारपेट बिछाए जा रहे हैं और पोस्टर लगाया जा रहा है। जिसे लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही है।

सरकार के कार्यक्रम में आजाद का पोस्टर

दरअसल, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ मुशायरे का आयोजन किया गया था। जिसमें कांग्रेस नेता के लिए केंद्र सरकार की ओर से रेड कारपेट और कटआउट लगाए गए। इस कार्यक्रम में दो बड़े केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और जितेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया। 

दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने इस कार्यक्रम में गर्मजोशी से गुलाम नबी आजाद का स्वागत किया। यह पहला मौका रहा जब केंद्र सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किसी कांग्रेस नेता का पोस्टर लगाया गया था। गुलाम नबी आजाद दोनों ही केंद्रीय मंत्रियों के साथ वीवीआईपी जोन में बैठे थे।

बीजेपी को है किसी बड़े चेहरे की तलाश

बता दें, गुलाम नबी आजाद 5 बार राज्यसभा और 2 बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से वह जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। मौजूदा समय में वे किसी भी पद पर नहीं है। ऐसे में बीजेपी की ओर से गुलाम नबी आजाद को साधने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी को किसी बड़े चेहरे की तलाश है।

हालांकि, बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर गुलाम नबी आजाद पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जिस दिन कश्मीर में काली बर्फ होगी, उस दिन वह बीजेपी में शामिल होने के बारे में सोचेंगे।

पहले सोना तस्करी और अब कोयला घोटाले में आया रुजिरा बनर्जी का नाम…जानिए पूरे विव...

0

पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सीबीआई की एंट्री भी हो गई है। बीते दिन यानी रविवार को अचानक ही सीबीआई ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची। दरअसल, कोयला घोटाले से जुड़े मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को समन करने के लिए CBI की एक टीम वहां पहुंची थीं। CBI ने रुजिरा से पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। जल्द ही रुजिरा CBI के सामने पेश हो सकती हैं। वहीं रुजिरा के साथ ही उनकी बहन मेनका गंभीर को भी CBI ने नोटिस दिया है। 

रुजिरा को CBI को मिले नोटिस को लेकर चुनाव से पहले बंगाल का सियासी पारा और ज्यादा चढ़ गया है। TMC सीबीआई की इस कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल खड़े कर रही है। इसी बीच रुजिरा बनर्जी का नाम खासा चर्चाओं में आ गया है…कौन हैं रुजिरा बनर्जी? जिस मामले में सीबीआई ने उन्हें नोटिस दिया, वो आखिर है क्या? इससे पहले रुजिरा किन विवादों में घिरीं है? आइए आपको इसके बारे में बता देते हैं…

कौन हैं रुजिरा बनर्जी?

1988 में रुजिरा का जन्म कोलकाता में हुआ। वो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी हैं। TMC में ममता बनर्जी के बाद अभिषेक दूसरी पोजिशन रखते हैं। रुजिरा ने अपनी स्कूल की पढ़ाई कोलकाता से की और आगे की पढ़ाई के लिए जादवपुर यूनिवर्सिटी गईं। 24 फरवरी 2014 को अभिषेक और रुजिरा की शादी हुई थीं। दोनों की दो बेटियां और एक बेटा है। 

पहले इस मामले में घिर चुकी है…

कोयला घोटाले से पहले रुजिरा एक और मामले में फंस चुकी है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले रुजिरा दो किलो सोने के साथ कोलकाता एयरपोर्ट पक पकड़ी गई थीं। रुजिरा पर आरोप लगे थे कि वो बैंकाक से अवैध तरीके से सोना लेकर आई थीं। आरोप ये थे  कि कस्टम अधिकारियों ने उनको एयरपोर्ट पर रोका, तो इस दौरान पुलिसवालों ने कस्टम अधिकारियों को धमकी दी। कस्टम विभाग ने रुजिरा के खिलाफ समन जारी किया था। इस समन को खारिज कराने के लिए रुजिरा ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। रुजिरा पर फिलहाल सोना तस्करी का भी केस चल रहा है। 

क्या है कोयला घोटाले का मामला?

बात अगर कोयला तस्करी मामले की करें तो इसमें ये आरोप लगे हैं कि आरोपियों ने अवैध रूप से खनन किए कोयले को पश्चिम बंगाल के पश्चिमी हिस्सों से चलाए गए रैकेट द्वारा कई सालों तक ब्लैक मार्केट में बेचा। CBI इस मामले में पिछले साल से जांच कर रही है। कोयला घोटाले का आरोपी अनूप मांझी उर्फ लाला फरार है। आरोप है कि अनूप लाला ने कुछ ट्रांजेक्शन अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा नरूला बनर्जी के बैंक अकाउंट में हुए, जो विदेश में है। CBI इन ट्रांजेक्शन को लेकर ही रुजिरा से पूछताछ करना चाह रही है।

बता दें कि बीते कुछ दिनों में सीबीआई इस मामले में अपनी जांच में तेजी लाई है। हाल ही में CBI ने बंगाल में 4 जिलों की 13 जगहों पर छापेमारी की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये छापेमारी विनय मिश्रा, व्यवसायी अमित सिंह और नीरज सिंह के ठिकानों पर हुई थी। छापे के दौरान कोई भी घर पर मौजूद नहीं था। वहीं 11 जनवरी को ED ने हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, आसनसोल, दुर्गापुर, बर्धमान में छापेमारी की थी।

इस खिलाड़ी ने पहले पिच को लेकर उठाए सवाल, अब रोहित शर्मा के पलटवार से बदल गए सुर

0

भारत और इंग्लैंड के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का 2 मैच खेला जा चुका है। दोनों ही टीमें 1-1 मैच जीतने में सफल हुई है। पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने भारतीय टीम को 227 रनों से करारी शिकस्त दी थी। 

जिसके बाद दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने चेन्नई में जबरदस्त वापसी की और इंग्लैंड को 317 रनों से हरा दिया। सीरीज का अगला मैच 24 फरवरी से अहमदाबाद में खेला जाएगा। दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम की शानदार जीत के बाद क्रिकेट पंडितों ने चेन्नई की पिच पर सवाल उठाने खड़े कर दिेए। 

इसी बीच भारतीय स्टार रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने पिच को लेकर कमेंट करने वालों पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हर टीम को अपनी घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने का हक है। जिसके बाद पिच पर सवाल उठाने वाले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) के सुर भी बदले हुए दिखाई दे रहे हैं।

रोहित शर्मा ने दी प्रतिक्रिया

बीते दिन रविवार को रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा हर टीम को अपनी घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने का हक है और मैच के दौरान पिच के बजाए खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर बात की जानी चाहिए, क्योंकि दोनों टीमें एक ही पिच पर खेलती हैं। उन्होंने कहा, ‘हर टीम जो अपने घर में खेलती है वह अपनी ताकत के हिसाब से पिच तैयार कराती है. तो भारतीय टीम भी तो ऐसा ही करेगी।’

साथ ही उन्होंने कहा, अगर किसी को पिच को लेकर दिक्कत है तो फिर आईसीसी को सब जगह एक जैसी पिच बनाने का नियम बना देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आईसीसी को बोलो कि एक नियम बनाए कि पिच ऐसी होनी चाहिए। ऐसी ही पिच इंडिया में बननी चाहिए और इंडिया के बाहर भी ऐसी ही पिच हो।’

इस ओपनर खिलाड़ी ने कहा, गेम के बारे में चर्चा करो, प्लेयर के बारे में चर्चा करो कि प्लेयर कैसे बैटिंग कर रहा है, कैसे बॉलिंग कर रहा है। उसके बारे में चर्चा होगी तो ठीक है लेकिन पिच के बारे में नहीं होना चाहिए। क्योंकि पिच पर दोनों टीम खेलती है और जो अच्छा खेलेगी वह जीतेगी।

माइकल वॉन बोलें- सही बात

रोहित शर्मा के इस बयान को बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया। जिसपर पिच पर सवाल उठाने वाले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। वॉन ने वीडियो को रिट्वीट करते हुए कहा, सही बात। इससे पहले माइकल वॉन ने पिच पर सवाल उठाए थे और कहा था कि इसे 5 दिन के मैच के हिसाब से नहीं बनाया गया।