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कैसे एक वेटर बना फिल्मी जगत का खिलाड़ी, जानिए अक्षय कुमार के बारे में दिलचस्प बातें…

बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार का जन्म 9 सितंबर 1967 को अमृतसर में हुआ था. फिल्मी दुनिया में अक्षय इकलौते एसे अभिनेता हैं जिन्हें खिलाड़ी कुमार कहा जाता है, क्योंकि ये ज्यादा फिल्मों में स्टंट सीन करना पसंद करते हैं. इतना ही ऐसी आठ फिल्मे हैं जिसमें तो उन्होंने खुद स्टंट सीन किए हैं. आज हम आपको अक्षय कुमार से जुड़ी कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद आपको जानकारी हो, तो आइए बताते हैं…

बॉलीवुड में आने से पहले बदला अपना नाम

अक्षय कुमार का असली नाम राजीव हरी ओम भाटिया है. इन्होंने बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखने से पहले अपना नाम बदल लिया था. वो बात अलग है कि आज भी उनके नजदीकी दोस्त और रिश्तेदार उन्हें राजीव नाम से ही पुकारते हैं.

स्कूल में 10 दोस्तों का था ग्रुप

अमृतसर में जन्में अक्षय कुमार कुछ वक्त तक पुरानी दिल्ली में भी रहे थे, जिसके बाद इनका पूरा परिवार मुंबई में शिफ्ट हो गया. जहां उन्होंने डॉन बॉस्को स्कूल में अपनी स्कूली पढ़ाई की. स्कूल में 10 दोस्तों के साथ अक्षय का एक ग्रुप था, जिस ग्रुप का नाम इन्होंने ‘ब्लूडी टेन’ रखा था.

सीख रखी है ये मार्शल आर्ट

आपको बता दें कि अक्षय कुमार ने ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हासिल की हुई है. छोटे से ही इनकी रुचि मार्शल आर्ट में थी, जिसके चलते जब वो 8वीं कक्षा में आए तब से ही इन्होंने इसकी ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था. ऐसा भी कहा जाता है कि ये फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले बैंकॉक में ‘मुए थाई’ भी सीखने गए थे, जो थाईलैंड का एक कठिन मार्शल आर्ट है. इसमें अलग-अलग तकनीकों के साथ खड़े होकर हमाले किए जाते हैं.

वेटर की भी की है नौकरी

जब अक्षय बैंकॉक में थे तब इन्होंने वहां पर शेफ और वेटर की भी नौकरी की थी. इसके अलावा इन्होंने मार्शल आर्ट्स पर आधारित एक डाक्यूमेंट्री भी होस्ट की है. जिसका नाम सेवन डेडली आर्ट्स है, जो नेशनल जियोग्राफिक चैनल पर भी प्रसारित हुई थी.

अगर बात करें इनकी लाइफ की तो ये अपने असल जिंदगी में अनुशासन वाले शख्स है, जो रोजाना सुबह 5 बजे उठ जाते हैं और सूर्यास्त होने से पहले डिनर भी कर लेते हैं. इसके बारे मे कई बार खुद अक्षय कई इंटरव्यू में बता चुके हैं.

इस फिल्म से किया डेब्यू

साल 1991 में आई फिल्म ‘सौगंध’ से अक्षय ने अपने करियर की शुरुआत की थी.  जिसमें राखी और शांतिप्रिया उनके साथ मुख्य किरदार में थीं. बता दें कि बॉलीवुड में अभिनेता के तौर पर डेब्यू करने से पहले अक्षय महेश भट्ट की फिल्म ‘आज’ में एक छोटे से किरदार में नजर आए थे. जिसमें उन्होंने मार्शल आर्ट इंस्ट्रक्टर का रोल निभा था. बॉलीवुड इंडस्ट्री में  अक्षय को 28 साल हो चुके हैं. साल 2008 में यूनिवर्सिटी ऑफ विंडसर ने इस योगदान के लिए इन्हें ‘ऑनरेरी डॉक्टरेट ऑफ लॉ’ की उपाधि से सम्मानित किया था.

आपको बता दें कि 17 जनवरी 2001 में अक्षय ने अभिनेत्री ट्विकंल खन्ना से शादी की थी. इनके दो बच्चे हैं एक आरव और दूसरी नितारा. अक्षय की पत्नी ट्विंकल खन्ना सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहती हैं और कई तस्वीरें भी शेयर करती रहती हैं. आपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिन ये सच है कि आज भी अक्षय के पास अपनी कमाई से खरीदी पहली कार और मोटरसाइकिल है. 

IND vs ENG: अश्विन-अक्षर की फिरकी में उलझे इंग्लिश बल्लेबाज, भारत ने 317 रनों से जीता...

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चेन्नई के चेपक में खेले गए टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 317 रनों के बड़ी अंतर से मात दे दी है। 481 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम मात्र 164 रनों पर सिमट गई। अक्षर पटेल ने दूसरी पारी में इंग्लैंड को झकझोर कर रख दिया। उन्होंने 5 इंग्लिश बल्लेबाजों को चलता किया।

इस मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय टेस्ट ऑलराउंडर आर अश्विन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने इस मैच में एक शतक की मदद से कुल 119 रन बनाए और 8 विकेट चटकाया। अपना पहला टेस्ट खेल रहे अक्षर पटेल ने 7 विकेट लिए।

IND vs ENG 2nd Match complete report

दोनों ही पारियों में इंग्लैंड के बल्लेबाज कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। इस मैच में इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं लगा पाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंडियन टीम ने रोहित शर्मा के शानदार शतकीय पारी की बदौलत पहली पारी में 329 रनों का स्कोर खड़ा किया। भारत की ओर से उपकप्तान आजिंक्य रहाणे (67) और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 58 रनों उपयोगी पारी खेली।

पहली पारी में भारत को 350 के भीतर रोकने में मोईन अली का काफी योगदान रहा। उन्होंने पहली पारी में 4 बल्लेबाजों को चलता किया। वहीं, ओली स्टोन और जैक लीच ने क्रमश: 3 और 2 विकेट चटकाए। जिसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम 134 रनों पर सिमट गई। विकेटकीपर बल्लेबाज फोक्स ने सर्वाधिक 42 रन बनाए।

आर अश्विन की फिरकी के सामने इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम तहस-नहस हो गया। अश्विन ने पहली पारी में 5 विकेट चटकाएं। वहीं, अक्षर पटेल और इशांत शर्म को 2-2 सफलताए मिली और मोहम्मद सिराज 1 बल्लेबाज को आउट करने में कामयाब हुए।

डेब्यू टेस्ट में अक्षर की घातक गेंदबाजी

195 रनों की शानदार बढ़त के साथ भारतीय टीम ने दूसरी पारी की शुरुआत की। कप्तान कोहली को छोड़ शीर्ष क्रम का अन्य कोई भी बल्लेबाज अच्छी पारी नहीं खेल पाया। विराट कोहली ने शानदार 62 रनों की पारी खेली।

लेकिन पहली पारी में गेंद से कमाल कर चुके आर अश्विन ने मोर्चा संभाला और अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक जड़ दिया। अश्विन ने 14 चौके और 1 छक्के की मदद से शानदार 106 रनों की पारी खेली। भारत की दूसरी पारी 286 रनों पर सिमट गई।

अब इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए 481 रनों की दरकार थी। जो चौथी पारी में खराब हो चुकी पर बनाना लगभग नामुमकिन था। इतने बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे अक्षर पटेल की गेंदों पर घूमती नजर आई। पटेल की घातक गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड की टीम बेवस नजर आई।

दूसरी पारी में अक्षर पटेल ने 5 विकट चटकाए और इंग्लैंड की टीम 164 रनों पर ऑल आउट हो गई। भारत यह मैच आसानी से 317 रनों के बड़े अंतर से जीत गया। सीरीज का अगला मैच अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में 24 फरवरी से खेला जाएगा।

नेशनल अवॉर्ड विनर आयुष्मान खुराना की जिंदगी से जुड़ी जानें कुछ दिलचस्प बातें

2012 में विक्की डोनर से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत करने वाले आयुष्मान खुराना इन दिनों अपने बॉलीवुड में एक काफी अच्छे मुकाम पर पहुंच गए है. आयुष्मान ने अपनी मेहनत से बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. आयुष्मान उन एक्टर की लिस्ट में शामिल है, जिनकी एक्टिंग दर्शकों के दिलों को छू जाती है. फिल्म ‘अंधाधुध’ के लिए आयुष्मान को नेशनल फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर के खिताब से नवाजा जा चुका है. उन्होनें अपनी मेहनत और लगन से बॉलीवुड में ये मुकाम हासिल किया है. आइए जानते है उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें.

बचपन से ही आयुष्मान को था एक्टिंग का शोक

आयुष्मान खुराना चंडीगढ़ में पैदा हुए है. उनका असली नाम आयुष्मान नहीं है. बचपन में उनका नाम निशांत रखा गया. बाद में उन्होनें अपना नाम बदलकर आयुष्मान रख लिया. आयुष्मान को बचपन से ही एक्टिंग का बहुत शोक था. बचपन में वो काफी पतले हुआ करते थे, जिसकी वजह से उनका खूब मजाक उड़ाया करते थे. एक समय ऐसा भी था जब टीनएज में वो अपने लुक को लेकर काफी परेशान हो गए थे.

कुछ ऐसा रहा आयुष्मान का करियर

भले ही आयुष्मान ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत 2012 में की हो. सबसे पहले 2002 में उन्होनें पॉपस्टार शो में हिस्सा लिया था, यहीं से उनके करियर की शुरूआत हुई थी. उस समय वो केवल 17 साल के थे. इसके बाद आयुष्मान ने एमटीवी (MTV) के मशहूर शो रोडीज के सीजन 2 में भी भाग लिया था, जिसको उन्होनें जीता था.

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आयुष्मान ने रेडियो जॉकी के तौर पर भी काम किया. इस रेडियो शो के दौरान आयुष्मान की मुलाकात करण जौहर से हुई. उन्होनें करण से अपने लिए एक्टिंग में एक मौका मांगा. करण ने उन्हें अपने ऑफिस का नंबर भी दिया. लेकिन उससे उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ. इसी बीच आयुष्मान ने कई जगह ऑडिशन दिए लेकिन वो कहीं भी सेलेक्ट नहीं हो पाए.

इसके बाद आयुष्मान को रघु राम के की वजह से एमटीवी के एक शो में वीजे बनने का मौका भी मिला. जिस वजह से आयुष्मान रघु राम को अपना गॉर्डियन एंजल मानते है. इसके बाद कई और जगह ऑडिशन दिए, जिस बीच उनको कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा. जिसके बाद आयुष्मान ने बॉलीवुड में ना जाने का फैसला ले लिया और टेलीविजन में काम किया. आयुष्मान ने एक सीरियल में निगेटिव रोल किया.

आयुष्मान ने इसके बाद रियेलिटी शो में होस्टिंग की भी शुरूआत की. सबसे पहले उन्हें इंडियाज गॉट टैलेंट में को-होस्ट बनने का मौका मिला. इसके अलावा आयुष्मान ऋतिक रोशन के जस्ट डांस शो में सोलो होस्ट भी बने. जहां से उनका करियर पूरी तरीके से बदल गया. इसके बाद आयुष्मान को विक्की डोनर फिल्म मिली, जहां से उनके बॉलीवुड करियर की शुरूआत हुई. इस फिल्म में आयुष्मान ने एक स्पर्म डोनर का किरदार निभाया. जिसको दर्शकों ने काफी पंसद किया. आयुष्मान को गाना गाने का भी काफी शोक है.

पहली ही फिल्म से आयुष्मान को बॉलीवुड में अच्छी पहचान मिल गई थी. हालांकि इसके बाद आयुष्मान की कई फिल्में ‘नौटंकी साला’, ‘बेवकूफियां’ और ‘हवाईज़ादा’ लोगों को कुछ खास पंसद नहीं आई. इसके बाद आयुष्मान को भूमि के साथ 2015 में ‘दम लगाकर हइशा’ नाम की फिल्म मिली. इसके बाद आयुष्मान के करियर में एक बार फिर से उछाल आ गया. आयुष्मान को इसके बाद ‘मेरी प्यारी बिंदू’, ‘बरेली की बर्फी’ और ‘शुभ मंगल सावधान’ जैसी फिल्मों में काम किया. जिसमें उन्होनें अपनी एक्टिंग से सभी के दिलों को जीत लिया.

पिछले साल रिलीज हुई फिल्म ‘अंधाधुध’ और ‘बधाई हो’ को दर्शकों ने खूब पंसद भी किया. दोनों ही फिल्मों ने दर्शकों के दिलों के साथ-साथ बॉक्स ऑफिस पर जमकर धमाल मचाया. हाल ही में आयुष्मान की दोनों ही फिल्मों को नेशनल अवॉर्ड मिला है. अंधाधुध के लिए आयुष्मान को बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड भी मिला, तो वहीं बधाई हो को होलसम एंटरटेनमेंट का अवॉर्ड मिला है. इसके अलावा उनके आयुष्मान की एक और फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’  भी आई, जिसमें आयुष्मान एक पूजा नाम की लड़की का किरदार निभाकर लोगों का मनोरंजन करते हुए नजर आए. 

2011 में की गर्लफ्रेंड ताहिरा कश्यप से शादी

आयुष्मान की निजी जिंदगी की बात करें तो 2011 में उन्होनें अपनी गर्लफ्रेंड ताहिरा कश्यप से शादी की है. दोनों एक दूसरे को काफी समय से डेट कर रहे थे. आयुष्मान और ताहिरा बचपन के दोस्त है और दोनों की फैमिली एक दूसरे को बहुत अच्छे से जानती भी है. आयुष्मान और ताहिरा ने एक दूसरे का साथ हर मोड़ पर निभाया है. अभी हाल ही में ताहिरा को ब्रेस्ट कैंसर हुआ था. इस मुश्किल घड़ी में आयुष्मान ने अपनी पत्नी का बखूबी साथ निभाते हुए लोगों के लिए प्रेरणा बन गए थे. आयुष्मान और ताहिरा के 2 बच्चें भी है.

ऐसा मंदिर जहां बाघों के इर्द गिर्द रहते हैं श्रद्धालु, नजारा देख रह जायेंगे हक्के बक्...

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भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जो रहस्यों से भरे हुए हैं. प्राचीन काल में कई ऐसे मंदिर है जहां पर अजीब अजीब घटनाएं होती रहती हैं जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते है. आज भी हम एक ऐसे मंदिर की बात करेंगे जहां पर बाघ और इंसान एक साथ टहलते दिखते हैं. ये मंदिर बैंकाक से 140 किमी दूर कंचनबरी में स्थित है. सबसे अमेजिंग बात ये है कि इंसान के इतना करीब रहने के बावजूद यहां टहलने वाले बाघ कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचते. इसका दृश्य इतना सुंदर होता है कि उसे देखने के लिए कोने कोने से पर्यटक आते हैं. आइये जानें कैसा है ये मंदिर..

ये है मान्यता

काफी पहले थाईलैंड में जानवरों की तस्करी होने लगी थी. जिसके बाद कंचनबरी के एक बौद्ध मंदिर ने जानवरों को बचाने के लिए मंदिर परिसर में वन्य जीवों को पालना शुरू कर दिया. साल 1999 में एक ग्रामीण ने मंदिर परिसर में बौद्ध भिक्षु को एक बाघ का छोटा सा बच्चा ला कर दिया. उसकी मां का कुछ लोगों ने शिकार कर दिया था. जिसके बाद धीरे धीरे गांव वाले बाघ के बच्चों को बचाकर मंदिर परिसर में लाये और उन सभी का बच्चों की तरह लालन पालन होने लगा.

बाघों के साथ खेलते हैं बौद्ध भिक्षु

बताया जाता है कि बौद्ध भिक्षु का इस कदर बाघों के साथ घुलना मिलना हो गया है कि वो उनके साथ खेलते हैं. उन्हें दोस्तों की भांति अपने पास बैठाकर खिलाते पिलाते हैं. ख़ास बात ये है कि ये बाघ भी किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते. उन्हें शांति से रहने का पूरा प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके अलावा बाघ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ भी खेलते हैं. उन्होंने कभी किसी को कोई नुकसान पहुंचाने की कोशिश तक नहीं की. इनकी गहरी दोस्ती की मिसालें पेश की जाती है. जिस वजह से इन्हें टाइगर टेंपल के नाम से जाना जाता है.

कैसे मिली हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां? क्यों मनुष्य के लिए इसे पाना कठिन?

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कहा जाता है कि इस दुनिया में श्री राम के सबसे बड़े भक्त पवन पुत्र हनुमान को संसार में सशरीर रहने का वरदान प्राप्त है। यानि की जब तक ये संसार है, जब तक कालचक्र चल रहा है तब तक हनुमान जी भी धरती पर मौजूद रहेंगे। हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां और नौ निधियों का दाता कहा जाता है। वो संसार के एकमात्र ऐसे देवता है, जिनके पास ये दोनो है। लेकिन कैसे मिली थी हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां और नौ निधियां। और क्यों वो है हमेशा के लिए अजर अमर देव…आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे है।

कैसे मिला अष्ट सिद्धि का वरदान?

पुराणों के अनुसार हनुमान जी देवो के देव महादेव का ही एक रूप है। कहा जाता है कि जब जब भगवान विष्णु किसी रूप में धरती पर आए तब तब भगवान शिव भी किसी न किसी रूप में धरती पर आए है। दोनों ही देव एक दूसरे को अपना आराध्य मानते है। ऐसे में जब विष्णु जी ने राम बनकर अयोध्या में अवतार लिया तो महादेव ने भी हनुमान बन कर माता अंजनी के गर्भ से जन्म लिया। जब श्रीराम और सीता जी 14 साल का वनवास काट कर वापस अयोध्या लौटे थे तब हनुमान जी ने अपना सीना फाड़ कर राम-सीता के प्रति अपनी अटूट भक्ति का प्रमाण दिया था। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर माता सीता ने हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां और नौ निधियों का दाता होने का वरदान दिया था। ये अष्ट सिद्धी है- अणिमा, लघिमा, गरिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, महिमा, ईशित्व और वशित्व और नौ निधियां है – रत्न किरीट, केयूर, नुपूर, चक्र, रथ, मणि, भार्या , गज, और पद्म।

कहा जाता है कि जिनके पास ये अष्ट सिद्धियां और नौ निधियां होती है वो संसार में किसी भी चीज को हासिल कर सकता है।

क्या होती है सिद्धि और निधि?

सिद्धी का मतलब होता है कि किसी भी कार्य में असामान्य कुशलता मिल जाए। सिद्धि प्राप्त होने का अर्थ के किसी भी कार्य में आपको पूर्णता और सफलता प्राप्त हो जाए। यानि की जिस कार्य में आप कुशल हुए है वो आप दूसरो के मुकाबले ज्यादा बेहतर और निपुणता से कर सकते है। इन सिद्धी को प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को घोर तपस्या करनी होती है। तो वहीं नीधि वो शिक्षाएं है जो मनुष्यों के जीवन को बदलने वाला होता है। ये व्यक्ति के गुण विशेष को बताता है। इसे प्राप्त करने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से काफी शक्तिशाली हो जाता है। इनकी आयु लंबी होती है और ये किसी भी मौसम में एक समान स्थिर रह सकते है।

हनुमान जी को ये सिध्दियां और नीधियां वरदान में मिली थी और ये अपने भक्तों को भी इसका आशीर्वाद दे सकते है।

West Bengal Election 2021: RSS प्रमुख ने की मिथुन चक्रवर्ती से मुलाकात, BJP में शामिल...

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आगामी कुछ ही महीनों में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। खबरों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी सत्ताधारी टीएमसी को कड़ी टक्कर देती दिख रही है। पिछले कुछ महीनों में टीएमसी के कई बड़े नेताओं सहित लगभग 20 विधायक और सांसद बीजेपी में शामिल हो गए हैं।

इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के पितृसंगठन राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती से उनके आवास पर मुलाकात की है। जिसे लेकर देश की सियासत में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि बॉलीवुड स्टार कभी भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

मिथुन ने दी प्रतिक्रिया

मोहन भागवत की ओर से इस मीटिंग को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, दूसरी ओर इस मुलाकात को लेकर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा है कि ‘मेरा उनसे आध्यात्मिक जुड़ाव है। हम पहले लखनऊ में मिले थे, तब मैंने उनसे अपने मुंबई स्थित घर आने के लिए कहा था। इस मीटिंग को लेकर किसी भी तरह की अटकलें ना लगाएं, वैसा कुछ भी नहीं है।‘

दरअसल, पश्चिम बंगाल में आगामी चुनाव के लिए बीजेपी किसी बड़े चेहरे की तलाश में है। सत्ताधारी टीएमसी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चेहरे पर चुनावी मैदान में है। तो वहीं, दूसरी ओर प्रमुख प्रतिद्वंदी के रुप में उभरी भारतीय जनता पार्टी की ओर से अभी सीएम फेस का ऐलान नहीं किया गया है। इससे पहले बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली के नाम को लेकर चर्चा तेज थी।

टीएमसी से रह चुके हैं राज्यसभा सांसद

बता दें, बॉलीवुड स्टार मिथुन चक्रवर्ती का राजनीति से पुरान रिश्ता रहा है। साल 2014 में तृणमूल कांग्रेस की ओर से उन्हें राज्यसभा में सांसद बनाया गया था लेकिन साल 2016 में मिथुन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। टीएमसी की ओर से उनके स्वास्थ्य का हवाला दिया गया था कि खराब स्वास्थ्य के चलते उन्होंने पद से इस्तीफा दिया। ऐसे में पश्चिम बंगाल चुनाव से ठीक पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का मिथुन चक्रवर्ती से मिलना महज संयोग नहीं दिखता। बंगाल में अप्रैल-मई में 293 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं।

यहां के लोग में ड्रैकुला शैतान का है काफी खौफ, बचने के लिए अपनाते हैं ऐसा टोटका जानकर...

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इंसानों का खून पीने वाले “ड्रैकुला” यानी कि शैतान के बारे में तो आपने अक्सर फिल्मों या कहानियों में सुना या पढ़ा होगा लेकिन शायद आपने इसे देखा नहीं होगा क्योंकि ये एक काल्पनिक है. हालांकि एक जगह ऐसी भी है जहां ड्रैकुला का काफी खौफ है और इससे बचाने के लिए वो उपायों को भी अपनाते है. आइए आपको उस जगह का नाम बताने के साथ ही ये भी बताते हैं कि वहां के लोग बुरी आत्माओं से बचाव करने के लिए क्या-क्या किया करते हैं.

बुरी आत्माओं को लेकर मन में है खौफ

दरअसल, हम बात कर रहे हैं रोमानिया (Romania) की, यहां रहने वाले लोगों के मन में बुरी आत्माओं को लेकर खौफ है. जिसके चलते वो उनसे बचने के लिए उपाय को अपनाया करते हैं और वो लहसुन का उपाय है.

लहसुन के टाटके की है काफी अहमियत

आपको बता दें कि रोमानिया की लोक कथाओं में लहसुन के टोटके (Garlic totke) की बहुत अहमियत है. कहा जाता है कि इस टोटके के जरिए बुरी आत्माओं के साए से बचाव किया जा सकता है.

मुख्य दरवाजे पर लटकाते हैं लहसुन की माला 

पूर्वी यूरोप में भी भूत-प्रेत या बुरी आत्माओं को लेकर बहुत से किस्से और कहानियां मशहूर है. इसे लेकर लोगों का मानना है कि अगर घर पर कोई परेशान है, तो उन्हें अपने घर में लहसुन रखना चाहिए, ऐसा करने से हर समस्या दूर हो जाती है. ये ही कारण है कि यहां के लोग अपने घर के मुख्य दरवाजे पर लहसुन की माला लटकाते हैं.

इस कारण गाय की सींगों पर लहसुन का लेप

आपको बता दें कि यहां के किसान बुरी आत्माओं से बचाने के लिए अपनी गायों की सींगों पर लहसुन का लेप लगाकर रखते हैं. इसे लेकर ऐसा माना जाता है कि बच्चों को दूध पिलाने वाली मांओं और गायों का हर बुरी आत्माएं दूध पीती हैं.

बड़े पैमाने होती है लहसुन की खेती

रोमानिया में लहसुन को लेकर विभन्न मान्यताएं हैं इसलिए यहां पर लहसुन की खेती बड़े पैमाने पर होती है. बता दें कि यहां के बोटोसानी क्षेत्र में लगभग 40 प्रतिशत आबादी लहसुन की खेती करती है. दुनियाभर में कोपलाऊ इलाके में पैदा होने वाला लहसुन मशहूर है.

आपको जानकारी के लिए बता दें कि ड्रैकुला का डर 19वीं शताब्दी से चला आ रहा था और ये एक काल्पनिक किरदार है. इसे लेकर एक उपन्यास भी लिखा गया था, जो कि पूर्वी यूरोप के ट्रांसिल्वेनिया इलाके पर आधारित था. इतना ही नहीं पूर्वी यूरोप के राजा व्लाड टेपेस पर एक एतिहासिक किताब भी लिखी गई थी. इसी राजा के पिता व्लाड ड्रैकुल की शख्सियत पर ब्राम स्टोकर ने ड्रैकुला का कैरेक्टर रचा था.

पड़ोसी देशों में बीजेपी के विस्तार को लेकर बवाल, श्रीलंका ने कहा- नहीं है ऐसा कोई कान...

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बीजेपी शासित त्रिपुरा के सीएम बिपलब देब अक्सर अपने बयानबाजियों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। कभी उन्होंने महाभारत के समय में इंटरनेट सेवा और सैटेलाइट कम्युनिकेशन के मौजूद होने की बात कही थी। जिसके बाद उन्हें जमकर ट्रोल किया गया था। वहीं, पिछले दिनों उन्होंने यह कहकर देश की सियासत में हड़कंप मचा दिया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पड़ोसी देशों में भी बीजेपी की सरकार बनाना चाहते हैं। जिसके बाद अब हमारे पड़ोसी देश श्रीलंका की ओर से इस मामले पर टिप्पणी की गई है।

श्रीलंका चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया

बीते दिन सोमवार को श्रीलंका (Election Commission of Sri Lanka) के चुनाव आयोग ने कहा कि देश का चुनाव कानून इस प्रकार के किसी भी तरह के प्रबंधन की इजाजत नहीं देता है। चुनाव आयोग के प्रमुख पंचीवा ने कहा, श्रीलंका का चुनाव कानून किसी विदेशी दल को श्रीलंका में काम करने की अनुमति नहीं देता। उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका का कोई भी राजनीतिक दल विदेश में किसी भी दल अथवा समूह से संबंध रख सकता है लेकिन हमारा चुनाव कानून किसी अन्य विदेशी दल को श्रीलंका में काम करने की अनुमति नहीं देता।’

जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, पिछले दिनों त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिपलब देब ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2018 का एक किस्सा शेयर किया था, जिसमें तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने देश के बाहर विदेशों में भी पार्टी के विस्तार की बात कही थी। त्रिपुरा की राजधानी में एक सभा को संबोधित करते हुए बिपलब देब ने अमित शाह के इस बयान को सार्वजनिक किया।

उन्होंने कहा, ‘हम स्टेट गेस्टहाउस में बात कर रहे थे जब अजय जामवाल (बीजेपी के नॉर्थईस्ट जोनल सेक्रटरी) ने कहा कि बीजेपी ने कई राज्यों में सरकार बना ली है। इसके जवाब में अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि अब श्रीलंका और नेपाल बचे हैं। हमें नेपाल और श्रीलंका में पार्टी का विस्तार करना है और वहां सरकार बनाने के लिए जीतना है।’

देब के इस बयान के बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था। इस बीच श्रीलंका के चुनाव आयोग के प्रमुख निमल पंचीवा ने खुद आगे आकर इस तरह की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया।

सेलिब्रिटी ट्वीट मामला: शुरुआती जांच में BJP आईटी सेल के पदाधिकारियों के नाम आए सामने...

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केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध जारी है। देश के कई हिस्सों के किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर आंदोलन कर रहे हैं और केंद्र सरकार से लगातार इन कानूनों को रद्द कर एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। अभी तक लगभग 200 किसानों के मौत की खबर सामने आई है।

इसी बीच सेलिब्रिटीज के ट्वीट की जांच कर रही महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देखमुख ने कहा है कि इस मामले में प्राथमिक जांच जारी है और अब तक बीजेपी आईटी सेल के पदाधिकारियों समेत सोशल मीडिया में प्रभाव डालने वाले लोगों के नाम सामने आए हैं।

अनिल देशमुख का पूरा बय़ान

पिछले दिनों मीडिया में इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि ट्वीट के मामले में महाराष्ट्र सरकार सेलिब्रिटी की जांच करेगी। लेकिन प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इन सभी बातों पर विराम लगा दिया है। मीडिया के सामने अनिल देशमुख ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।

गृहमंत्री ने कहा, ‘मैंने यह कहा कि हस्तियों के ट्वीट के मामले में भाजपा आईटी सेल के विरुद्ध जांच की जाएगी। लेकिन इस खबर को मीडिया में कुछ रूप में दिखाया गया जैसे कि मैंने यह कहा हो कि लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर जैसी हस्तियों के खिलाफ जांच की जाएगी। ऐसा मैंने कुछ कहा ही नहीं। उनके खिलाफ जांच का सवाल ही नहीं है।’

उन्होंने कहा कि इस मामले में प्राथमिक जांच जारी है और अब तक भाजपा आईटी सेल के पदाधिकारियों समेत सोशल मीडिया में प्रभाव डालने वाले लोगों के नाम सामने आए हैं।

कांग्रेस के आरोप के बाद शुरु हुई जांच

बता दें, किसान आंदोलन को लेकर पिछले दिनों कुछ विदेशी सेलिब्रिटीज ने ट्वीट किए थे और इस मामले पर चिंता जताई थी। जिसके बाद भारतीय सेलिब्रिटीज की ओर से भी लगातार कई ट्वीट किए गए थे और इसे निजी मामला बताया गया था। इस पर, मुंबई कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के दबाव में जानेमाने लोगों की ओर से ट्वीट किए गए। इस आरोप के बाद महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिए थे।

बॉलीवुड के वो 5 सितारे जिन्होनें राजामौली की सुपरहिट फिल्म ‘बाहुबली’ में काम करने से ...

बॉलीवुड में हर हफ्ते कई फिल्में रिलीज होती हैं. इनमें से कई फिल्में ऐसी होती है जो हमेशा के लिए लोगों को याद रह जाती है. ऐसी ही एक फिल्म ‘बाहुबली’ है. ‘बाहुबली’ कितनी बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी इसके बारे में हर कोई जानता है, लेकिन आपको ये नहीं पता होगा कि ऐसे कई सुपरस्टार थे जिसने इस फिल्म में काम करने से मना किया था.

दरअसल, राजामौली ने अपनी इस फिल्म में काम करने के लिए कई बॉलीवुड सितारों को ऑफर दिया था, लेकिन किसी ना किसी कारण के चलते सभी ने मूवी में काम करने से इनकार कर दिया. राजामौली को बाहुबली सीरीज बनाने में 5 साल का वक्त लगा था. यही वजह थी कि कई कलाकारों ने इसमें काम करने से मना कर दिया था क्योंकि वो एक फिल्म पर 5 साल तक का समय नहीं देना चाहते थे. इसके बाद राजामौली ने अपनी फिल्म में साउथ एक्टर्स को कास्ट किया. आइए बताते है आपको कि किन-किन दिग्गज कलाकारों ने इस फिल्म को ठुकराया है-

1. ऋतिक रोशन

इस फिल्म में बाहुबली का किरदार प्रभास ने निभाया है, लेकिन इस किरदार के लिए राजामौली की पहली पंसद प्रभास नहीं थे. पहले फिल्म में बाहुबली का रोल ऋतिक रोशन को ऑफर किया गया था. किसी निजी कारण के चलते उन्होनें फिल्म में काम करने से मना कर दिया. इसके बाद ये फिल्म प्रभास को मिल गईं.

2. जॉन अब्राहम

बाहुबली में भल्लालदेव का नेगिटिव रोल राणा दुग्गुबती ने निभाया था. राणा से पहले ये रोल ऑफर बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम को किया गया था, लेकिन जॉन ने भी ऋतिक की तरह इस ऑफर को ठुकरा दिया.

3. विवेक ओबरॉय

जॉन के इस रोल को रिजेक्ट करने के बाद एक और बॉलीवुड एक्टर को भल्लालदेव का रोल ऑफर किया गया. ये एक्टर विवेक ओबरॉय थे. विवेक ने भी फिल्म में काम करने से मना कर दिया.

4. सोनम कपूर

इसके अलावा कई बॉलीवुड एक्टर्स ने भी इस फिल्म में काम करने के लिए मना किया है. फिल्म में अवंतिका का किरदार पहले सोनम कपूर को ऑफर हुआ था. सोनम को मूवी की स्टोरी भी काफी अच्छी लगी थी, लेकिन डायरेक्टर सोनम से 2 साल का वक्त चाहते थे. इसी वजह से उन्होनें फिल्म में काम करने से मना कर दिया था. इसके बाद ये रोल तमन्ना भाटिया की झोली में आ गया.

5. श्रीदेवी

बाहुबली फिल्म में श्रीदेवी को भी एक रोल का ऑफर दिया गया था. मूवी में उन्हें सिवागमी का किरदार निभाने के लिए ऑफर किया गया था. जानकारी के मुताबिक फिल्म के लिए श्रीदेवी ने काफी मोटी रकम मांगी थी, जिसकी वजह से फिर उनकी जगह पर रम्या कृष्णन को इस रोल के लिए फाइनल किया गया.