Home Blog Page 1237

अमेरिका को सताया डर: कहीं जाते-जाते ये बड़ा कांड ना कर दें ‘सिरफिरे’ ट्रंप, बढ़ी चिंत...

0

अमेरिका में बीते दिनों कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा ने देश को शर्मसार करके रख दिया। ट्रंप समर्थकों ने जो अमेरिकी संसद में तोड़फोड़ मचाई, उसकी आलोचना पूरी दुनिया में हुई।इस हिंसा के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार को स्वीकार कर लिया और 20 जनवरी को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता ट्रांसफर करने की बात भी कह दी।

लेकिन इन सबसे बावजूद अमेरिका में बवाल अब तक थमा नहीं है। अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी को तो ये तक डर सताने लगा है कि कहीं डोनाल्ड ट्रंप सत्ता छोड़ने से पहले परमाणु हमला ना कर दें।

‘ट्रंप को इस आदेश से दूर रखने को कहा’

नैंसी पेलोसी ने बताया कि इसको लेकर वो अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन मार्क मिले से भी बात कर चुकी हैं। नैंसी से उनसे बात करके ‘सिरफिरे’ ट्रंप को सैन्य कार्रवाई और न्यूक्लियर अटैक के आदेश से दूर रखने को कहा। उन्होनें कहा कि इस अस्थिर राष्ट्रपति को लेकर इससे खतरनाक स्थिति और कुछ नहीं हो सकती है।

राष्ट्रपति दे सकता हैं न्यूक्लियर अटैक का आदेश

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति न्यूक्लियर लॉन्च कोड से अपनी सेना को जल, थल या फिर नभ से किसी भी देश पर न्यूक्लियर अटैक करने के आदेश दे सकता है। अगर एक बार अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसा आदेश दे देता है, जो सेना चाहकर भी ऐसा करने से इनकार नहीं कर सकती। अमेरिका में जब कोई नया राष्ट्रपति बनता है, तो ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ की तरफ से उसे न्यूक्लियर लॉन्च कोड सौंपे जाते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिस तरह चुनाव को लेकर बर्ताव किया, वो हैरान कर देने वाला था। वो लगातार चुनाव के नतीजों से इनकार करते रहे और अपनी हार मानने को तैयार नहीं हुए। ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगाते रहे। अमेरिकी संसद में हिंसा के बाद ट्रंप ने उन्होनें अपनी हार मानी। 20 जनवरी को ट्रंप का कार्यकाल खत्म होगा और तब जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे।

जल्द ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग

नैंनी पोलेसी को चिंता है कि अपने कार्यकाल के आखिर दिनों में ट्रंप परमाणु हमले जैसा कोई खतरनाक कदम ना उठा लें। इस वजह से वो लगातार ट्रंप को जल्द से जल्द राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग कर रही हैं। उन्होनें कहा कि अपने देश, अपने लोगों और लोकतंत्र को किसी भी हमले से बचाने के लिए हमें वो सब कुछ करना चाहिए, जो हम कर सकते हैं।

पेलोसी ने कहा कि उनकी कोशिश यही है कि जितना जल्दी हो सके ट्रंप को पद से हटाने की कार्यवाही शुरू हों। उन्होंने कैपिटल हिल पर हमले के बारे में कहा कि जो कुछ भी हुआ वो बहुत गलत था। इसकी कोई माफी हो ही नहीं सकती।

बदायूं कांड: पुलिस की गिरफ्त में आया मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण, वारदात को अंजाम देन...

0

उत्तर प्रदेश के बदायूं कांड ने एक बार फिर से पूरे देश को हिलाकर रख दिया। बदायूं में महिला के साथ दरिंदगी की हर हद को पार कर दिया। इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग देशभर में उठ रही है। मामले के दो आरोपियों को तो पहले ही पुलिस अपनी गिरफ्त में ले चुकी थीं। लेकिन पुलिस को तलाश थीं केस के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण की।

वारदात वाली जगह ही छिपा था महंत, फिर…

अब महंत सत्यनारायण भी शिकंजे में आ गया है। गुरुवार देर रात 50 हजार इनामी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बदायूं कांड के बाद 4 दिनों से पुलिस उसकी तलाश में थीं। हैरान की बात तो ये है कि पुलिस की कई टीमें महंत की तलाश में लगी रही, लेकिन वो पहले उस मंदिर के पास खेत में ही छुपा रहा, जहां पर उसने महिला के दरिंदगी भरी इस वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद वो पड़ोस के गांव में चला गया।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक गांवों वालों की मदद से पुलिस फरार महंत को पकड़ने में कामयाब हो पाई। हिरासत में लिए जाने के बाद अब इस मामले में उससे पूछताछ की जा रही है। इससे पहले महंत के दो सहयोगी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

हिला देने वाली है वारदात

गौरतलब है कि 3 जनवरी को यूपी के बदायूं में मंदिर गई आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप किया गया था। महिला की पोस्टमार्टम में कई ऐसे खुलासे हुए, जिसने हर किसी को चौंका कर रख दिया। दरिंदों ने महिला के साथ गैंगरेप करने के साथ-साथ प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी। जिसके चलते महिला के प्राइवेट प्रार्ट पर कई गंभीर चोटें आई। सिर्फ इतना ही रिपोर्ट में ये भी पता चला कि पसली और पैर तोड़ दिए गए थे, फेफड़ों पर भी किसी वजनदार चीज से हमला किया गया। है। इस घटना के बाद महिला की मौत हो गई। बदायूं कांड ने 2012 के निर्भया केस के जख्म एक बार फिर से ताजा कर दिए।

मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी। घटना के 18 घंटों बाद पीड़ित महिला का पोस्टमार्टम शव के लिए भेजा गया। ये वारदात रविवार को घटी थी, जबकि महिला का पोस्टमार्टम मंगलवार को हुआ। जिसके चलते  उघैती के थाना प्रभारी राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया गया। दो आरोपियों को पकड़ने के बाद पुलिस मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण की तलाश में जुटी थीं।

चार टीमें कर रही थीं महंत की तलाश

पुलिस की चार टीमें महंत की तलाश में लगी थीं। राज्य सरकार ने आईजी रेंज राजेश पांडेय को बदायूं में कैंप कर महंत की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। देर रात कांबिंग शुरू कर दी गई थीं। उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। इसके बाद गांव के लोगों की मदद से गुरुवार देर रात वो पुलिस की पकड़ में आया। जानकारी के मुताबिक सत्यनारायण एक गांव में अपने अनुयायी के घर में छिपा हुआ था जहां से उसे पकड़ा गया।

‘किसी कीमत पर दोषी नहीं बख्शे जाएंगे’

गौरतलब है कि इस घटना के चलते उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक बार फिर से सवालों में घिर गई थीं। विपक्षी पार्टियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरना शुरू कर दिया। सीएम योगी ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा था कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

हाथरस कांड के बाद अब बदायूं के इस केस को लेकर पूरे देश में उबाल है। मंदिर गई महिला के साथ जिस तरह महंत ने अपने साथियों के साथ मिलकर हैवानियत भरी वारदात अंजाम दिया, वो झकझोर देने वाला है। मामले के आरोपी तो अब पुलिस की गिरफ्त में आ चुके है, देखना होगा कि आगे इस केस में क्या क्या होता है…?

US Violence के बाद बुरी तरह से घिरे डोनाल्ड ट्रंप, अब अपने समर्थकों के लिए कह दी ये ब...

0

बुधवार का दिन अमेरिकी इतिहास के लिए काला दिन था। दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश की संसद भवन में जो उत्पात ट्रंप समर्थकों ने मचाया, वो पूरी दुनिया के लिए चौंका देने वाला था। इस हिंसा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह से घिर गए और अमेरिका के अलावा दुनियाभर में उनकी कड़ी आलोचना होने लगी। कैपिटल हिल में ये बवाल ट्रंप के एक भाषण के बाद हुआ था, जिसमें उन्होनें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हार मानने से इनकार कर दिया था। हालांकि इस पूरे हंगामे के बाद उन्होनें अपनी हार स्वीकार कर ली।

ट्रंप ने जारी किया वीडियो संदेश

बुरी तरह से आलोचनाओं में घिरने के बाद अब डोनाल्ड ट्रंप बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। इस हिंसा को लेकर उन्होनें एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होनें इसकी निंदा करते हुए अपने समर्थकों को घुसपैठिए और दंगाई तक कह रहे हैं। जबकि बुधवार को ट्रंप, उनकी बेटी इवांका ट्रंप और उनकी पार्टी के कई नेता इन समर्थकों को ‘देशभक्त’ कहा था।

ट्रंप ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा- ‘बाकी अमेरिकियों की तरह मैं भी इस हिंसक घटना और मारपीट की वजह से गुस्से में हूं। तुरंत ही मैंने नेशनल गार्ड और फेडरल लॉ एन्फोर्समेंट से बिल्डिंग को सुरक्षित करने और घुसपैठियों को निकालने के आदेश दे दिए थे। अमेरिका हमेशा लॉ एंड ऑर्डर को पंसद करने वाला देश रहा है और हमेशा ऐसा रहेगा।

डोनाल्ड ट्रंप ने आगे ये भी कहा कि जिन लोगों ने ये हिंसा की, जो इसमें शामिल थे, वो हमारे देश का प्रतिनिधित्व नहीं करते। जिन लोगों ने कानून तोड़ा उनको इसकी सजा मिलेगी। चुनाव खत्म हो चुके है और अब हमको बाकी कामों पर ध्यान देने की जरूरत  है। मेरे कैम्पन ने कानूनों से चुनाव नतीजों को चैलेंज करने की कोशिश की, लेकिन अब आगे बढ़ने का समय है। मैं अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया के सुधार का समर्थक हूं और इसके पक्ष में आगे भी आवाज उठाता रहूंगा।

‘सत्ता सौंपने को तैयार’

ट्रंप आगे बोले कि कांगेस ने नतीजों को प्रमाणित कर दिया और अब 20 जनवरी को नए प्रशासन का उद्घाटन होगा। अब मेरा ध्यान सत्ता के सुचारू, व्यवस्थित और निर्बाध परिवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए है। गौरतलब है कि अमेरिका में हुई हिंसा के बाद ट्रंप को अभी राष्ट्रपति पद से हटाए जाने की मांग उठ रही है। इसी बीच उन्होनें ये वीडियो संदेश जारी कर हिंसा की निंदा की।

बाइडेन ने ट्रंप समर्थकों को बताया ‘घरेलू आतंकी’

इसके अलावा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हिंसा करने वाले ट्रंप समर्थकों को घरेलू आतंकी करार दिया। उन्होनें कहा कि हमने जो कुछ भी देखा वो सही नहीं था। ये कोई विरोध नहीं था, वो अराजकता था। जिन्होनें ये सब किया वो प्रदर्शनकारी नहीं थे। वो दंगाई, विद्रोही और घरेलू आतंकी थे।

बता दें कि ट्रंप के समर्थक तब अमेरिकी संसद में घुसे जब जो बाइडेन के आधिकारिक जीत की घोषणा सांसद करने की तैयारी में थे। अचानक ही उन्होनें वहां घुसकर उत्पाद मचाना शुरू कर दिया। ट्रंप समर्थकों ने जबरदस्त तोड़फोड़ की, गोली भी चली। हिंसा की वजह से 4 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा वॉशिंगटन में 15 दिनों के लिए इमरजेंसी लगा दी गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर से भी कुछ घंटों के लिए ट्रंप को बैन कर दिया गया था और उनकी कुछ वीडियो को हटा दिया। अब फेसबुक, इंस्टाग्राम से ट्रंप के अकाउंट अनिश्चिकाल के लिए बैन कर दिए गए है।

जानिए कैसा रहेगा 08 जनवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 08 जनवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन मिला जुला रहेगा। मन परेशान रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। नेगिटिविटी से खुद को दूर रखें। परिवार का साथ मिलेगा।

वृषभ राशि- आज का दिन आपका सामान्य रहेगा। लंबे वक्त से रुके काम पूरे होने के आसार है। आज के दिन जल्दबाजी में कोई काम ना करें। स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा।

मिथुन राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। कामों में आ रही बाधाएं कम होगी। सुख शांति बनी रहेगी। लव लाइफ में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा।

कर्क राशि- आपका दिन शानदार बीतेगा। बिगड़े काम बनेंगे। लोग आज आपकी भावनाओं की कद्र करेंगे। दिल खुश रहेगा।

सिंह राशि- दिन की शुरुआत परेशानियों से होगी। सुबह सुबह कोई परेशान करने वाली खबर मिल सकती है। लेकिन शाम होते-होते सबकुछ सामान्य हो जाएगा। दोस्तों के साथ आज बढ़िया वक्त बिताएंगे।

कन्या राशि- दिन उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। बिजनेस में नुकसान होने की संभावना है। जोखिम भरे कदम उठाने से बचें। परिवार से सलाह लेकर ही कोई काम करें।

तुला राशि- आज के दिन किसी भी नए काम की शुरुआत ना करें। घर में टेंशन का माहौल रहेगा। आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी। हर परिस्थिति में करीबियों का सहयोग मिलेगा।

वृश्चिक राशि- आज के दिन घूमने जा सकते है। दिन आपका बढ़िया बीतेगा। जरूरतमंद की मदद जरूर करें। किसी से झगड़ा ना मोल लें।

धनु राशि- दिन आपका ठीक ठाक रहेगा। कामों में आ रही रुकावटें कम होगी। जल्दबाजी में कोई फैसला लेने से बचें। घर का माहौल सामान्य रहेगा।

मकर राशि- आपका दिन अच्छा रहेगा। घर में सुख शांति बनी रहेगी। आज के दिन भाग दौड़ करनी पड़ सकती है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ना बरतें।

कुंभ राशि- दिन की शुरुआत बढ़िया होगी। लंबे समय से आ रही परेशानी कम होगी। कोई नया काम शुरू करने से बचें। पैसों का लेन देन ना करें।

मीन राशि- आपका दिन मिला जुला रहेगा। स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आ सकती है। तनाव लेने से आज आपको बचना चाहिए। बच्चों के साथ अच्छा समय बिताएंगे।

आखिर क्यों मुंबई पुलिस ने कपिल शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया? जानिए पूरा मामला…

कॉमेडी किंग कपिल शर्मा गुरुवार को मुंबई पुलिस के सामने पेश हुए। दरअसल, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने कपिल को एक केस में समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसकी वजह से अपना बयान देने के लिए पहुंचे। ये मामला फेमस कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया से जुड़े फ्रॉड का है।

गवाह बनकर कपिल ने दर्ज कराया बयान

दिलीप छाबड़िया पहले से ही पुलिस के हवाले है। कपिल ने भी मुंबई पुलिस में शिकायत देकर दिलीप पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। जिसके चलते क्राइम ब्रांच टीम ने उनको इस केस में एक गवाह बनाकर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था।

पैसे चुकाने के बाद भी नहीं मिली वैनिटी वैन

पूछताछ के लिए समन के बाद अपना बयान देने के लिए गुरुवार को कपिल शर्मा क्राइम ब्रांच ऑफिस पहुंचे। बयान दर्ज कराने के बाद उन्होनें बताया कि 2017 में एक वैनिटी वैन हमने ऑर्डर की थी। लेकिन पेमेंट देने के बाद भी उनको गाड़ी डिलीवर नहीं हुई। कपिल के मुताबिक वैनिटी वैन के लिए उन्होनें दिलीप छाबड़िया को साढ़े पांच करोड़ रुपये दिए थे।

कपिल ने आगे कहा कि जब मुझे दिलीप छाबड़िया के इस धोखाधड़ी के बारे में पता चला, तो मैनें पुलिस कमिश्नर से मिलने का फैसला लिया। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा में भी शिकायत दर्ज कराई थी। खुशी है कि छाबड़िया जैसे लोग गिरफ्तार हो रहे हैं। ऐसे बहुत सफेदपोश लोग है, जो इस तरह की आपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त है।

दिलीप छाबड़िया पर ये है आरोप

दरअसल, DC डिजाइन के संस्थापक और फेमस कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया को मुंबई पुलिस ने 28 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। छाबड़िया पर कार फाइनेंस और फेक रजिस्ट्रेशन के रैकेट से जुड़े होने के आरोप लगे है। उन पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है। दिलीप के पास से पुलिस ने एक हाईएंड स्पोर्ट्स कार भी जब्त की थी। दिलीप छाबड़िया के खिलाफ धारा 420, 465, 467, 468, 471, 120 (बी) और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। वो फिलहाल पुलिस कस्टडी में है।

छाबड़िया पर ये आरोप लगे है कि वो अपनी बनाई गई कारों को खुद ग्राहक बनकर खरीदते थे और उन पर लोन भी लिया करते थे। उनको धोखाधड़ी और जालसाजी समेत कई अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। भारत की पहली स्पोर्ट्स कार को उन्होनें ही डिजाइन किया था। वो अमिताभ बच्चन से लेकर शाहरुख समेत कई मशहूर हस्तियों की कारें डिजाइन करते हैं। कार के अलावा वो सितारों की वैनिटी वैन भी डिजाइन करते है, जिसकी कीमत करोड़ों में होती है।

सावधान: कहीं वैक्सीन ऐप CoWIN के नाम पर ठग ना जाएं आप, जानिए सरकार ने लोगों को क्यों ...

0

2021 के आते ही देश में कोरोना वैक्सीन की खुशखबरी भी आई। भारत में एक साथ दो-दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई, जिसमें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड शामिल है। 13 जनवरी से देशभर में वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। सबसे पहले हेल्थवर्कर्स और 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को ये वैक्सीन लगाई जाएगी।

वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। 2 जनवरी को देशभर में ड्राई रन भी चलाया गया था। इसके अलावा वैक्सीन के लिए सरकार बहुत जल्द ही एक ऐप भी लॉन्च करने जा रही है, जिसका नाम है Co-win। ऐप के जरिए वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। लेकिन इस ऐप के नाम पर फ्रॉड भी शुरू हो गया है, जिसके चलते सरकार ने लोगों को इसको लेकर सतर्क रहने की हिदायत है। ये पूरा माजरा क्या है, आइए आपको बताते है…

लॉन्च नहीं हुई ऐप, लेकिन फिर भी…

दरअसल, सरकार ने अब तक इस ऐप को लॉन्च नहीं किया है। लेकिन फिर भी गूगल प्ले स्टोर पर CoWIN नाम की ऐप्स की भरमार है। ये सभी ऐप पूरी तरह से फर्जी है, जिससे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कुछ असामाजिक तत्व CoWIN के नाम से ऐप बनाकर ऐप स्टोर पर डाल रहे है, जिसे लोग भ्रमित हो जाए। इस तरह की कोई भी ऐप डाउनलोड ना करें।

ना तो ऐसी ऐप को करें डाउनलोड और ना ही…

मंत्रालय ने लोगों को सावधान करते हुए कहा कि इस तरह की ऐप को ना डाउनलोड करें और ना ही इसमें अपनी कोई पर्सनल जानकारी शेयर करें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे ये भी बताया कि जब भी ऐप को ऑफिशियली लॉन्च किया जाएगा, तो इसकी जानकारी लोगों को दे दी जाएगी। तब तक किसी भी फेक ऐप को डाउनलोड करने से बचें।

वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर भी चल रहा ठगी का खेल

दरअसल, आप अगर किसी फेक ऐप को डाउनलोड करके उसमें अपनी निजी जानकारियां शेयर कर देते हैं, तो इससे आपका बैंक अकाउंट खाली होने का खतरा भी हो सकता है। इससे पहले वैक्सीन के नाम पर भी फ्रॉड की खबरें सामने आई थीं। दरअसल, वैक्सीन आने के बाद से ही जालसाजों ने लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए ये हथकंडा अपनाना शुरू कर दिया।

इस दौरान ठग लोगों से वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनकी निजी जानकारियां मांगकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने की कोशिश करते है। इससे बचने के लिए किसी के भी बहकावे में ना आए और गलती से भी अपनी बैंक डिटेल और OTP शेयर ना करें।

CoWIN ऐप को जल्द ही सरकार लॉन्च करेगी, जिसके बाद इसे गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकेगा। ये ऐप 12 भाषाओं में उपलब्ध होगी। ऐप के जरिए वैक्सीन की ट्रैकिंग और रजिस्ट्रेशन होगी। CoWin ऐप को 5 हिस्सों में बांटा गया है, जिसमें एडमिनिस्ट्रेटर, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन, बेनिफिशियरी, एक्नॉलेजमेंट और रिपोर्ट शामिल है।

बर्ड फ्लू की दहशत के बीच खाना चाहते है चिकन-अंडा? तो बस इस बात का रखें खास ध्यान…

0

देश में कोरोना महामारी के बीच बर्ड फ्लू ने लोगों की परेशानी बढ़ाकर रख दी है। कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद सरकारें अलर्ट पर है। केरल से लेकर मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में बर्ड फ्लू को लेकर दहशत बनी हुई है। हिमाचल प्रदेश में कई पक्षी इसकी चपेट में आ चुके है। राजस्थान-एमपी में कौवे और केरल में बत्ते इस वायरस का शिकार हुई।

कई राज्यों में बर्ड फ्लू को लेकर टेंशन

इसके अलावा कुछ दिनों में हरियाणा में एक लाख के करीब पोल्ट्री बर्ड्स की मौत हो चुकी है। बर्ड फ्लू एक जानलेवा बीमारी होती है, जो इंफ्लूएंजा टाइप-ए वायरस की वजह से फैलती है। संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से दूसरे जानवरों और इंसानों में भी फैलने का खतरा होता है। मुख्य तौर पर पोल्ट्री फार्म में पलने वाली मुर्गियों से ये फैलना शुरू होता है।

इंसानों में फैलने का रहता है खतरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार किसी जीवित या मृत संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से बर्ड फ्लू हो सकता है। हालांकि ये इंसानों से इंसानों में इतनी आसानी से नहीं फैलता। इस बात के भी सबूत नहीं हैं कि पके हुए पोल्ट्री फूड से किसी इंसान को बर्ड फ्लू हो सकता है। वायरस ताप के प्रति संवेदनशील होता है और ये कुकिंग टेंपरेचर में नष्ट हो जाता है।

बर्ड फ्लू के वैसे तो कई प्रकार होते हैं। लेकिन H5N1 पहलाएवियन इंफ्लूएंजा है जिससे पहली बार कोई इंसान संक्रमित हुआ था। 1997 में पहला ऐसा मामला सामने आया था। ये वायरस आमतौर पर पानी में रहने वाले पक्षियों से होता है, लेकिन आसानी से पोल्ट्री फॉर्म में जो पक्षी रहते हैं, उसमें भी फैल सकता है और फिर इससे इंसानों में फैलने की संभावना भी बढ़ जाती हैं।

ऐसे खा सकते हैं अंडा-चिकन…

संक्रमित पक्षियों के मल, लार, नाक, मुंह या फिर आंख के स्राव के जरिए इंसानों में फैल सकता है। बर्ड फ्लू की दहशत की वजह से लोगों को अंडा-चिकन नहीं खाने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि क्या अंडा और चिकन खाने से ये बीमारी फैलती है?

अधपका या फिर कच्चा मांस और अंडा खाने से बर्ड फ्लू का शिकार होने की संभावना होती है। जिस वजह से फिलहाल लोगों को इससे दूर रहने की सलाह दी जा रही है। लेकिन अब मांस को अच्छी तरह से पकाकर मांस या अंडे को खाते हैं, तो इस बीमारी का खतरा नहीं रहता। WHO के मुताबिक कम से कम 70 डिग्री टेंपरेटर में अंडा या फिर चिकन पकाकर खाना चाहिए।

बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

बर्ड फ्लू से बचाव के और भी कई तरीके हैं। जैसे- पोल्ट्री फॉर्म में जाने से बचना चाहिए। अगर वहां जाना हो तो PPE किट पहनकर ही जाएं। संक्रमित पोल्ट्री फॉर्म में जाने और वहां काम करने वाले लोगों के संपर्क में आने से बचें। डिस्जोजेबल ग्लव्स पहनें और इस्तेमाल के बाद इनको नष्ट कर दें।

घर में पालतू पक्षियों को ना रखें। फिलहाल छोटी जगहों और खुले बाजारों से मांस की खरीददारी ना करें। हाथ धोते रहें, सैनिटाइजर साथ रखें। पक्षियों के संपर्क में ना आएं। अगर बर्ड फ्लू के लक्षण दिखे तो बिना देरी करें, तुरंत ही डॉक्टर के पास जाएं।

Farmers Protest: बाबा लक्खा सिंह के इस फॉर्मूले से सुलझ सकता है सरकार और किसानों के ब...

0

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन बीते करीब डेढ़ महीने से जारी है। किसानों की ये ही सबसे बड़ी मांग है कि सरकार तीनों नए कृषि कानून को वापस ले और तब ही वो इस आंदोलन को खत्म करेंगे। वहीं दूसरी तरफ सरकार कानून में संशोधन को तैयार है, लेकिन कानून वापस लेने को नहीं।

सरकार किसानों में 9वें दौर की बातचीत

इस मसले को सुलझाने के लिए किसान नेताओं और सरकार के लिए कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन दोनों ही अपनी बात पर अड़े हैं। आज 9वें दौर की बातचीत हो रही है। इस बैठक से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ये उम्मीद जताई थी कि आज होने बैठक  सकरात्मक होगी और इसमें मसला सुलझने के आसार है।

बाबा लक्खा सिंह ने बताया ये फॉर्मूला

इस बैठक से पहले गुरुवार को कृषि मंत्री ने नानकसर के प्रमुख बाबा लक्खा सिंह से मुलाकात भी की थी। जिसके बाद ये विवाद सुलझने के आसार बढ़ गए है। दरअसल, बाबा लक्खा सिंह ने इस विवाद को सुलझाने के लिए एक फॉर्मूला दिया है, जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच सहमति बनने के आसार है।

गुरुवार को करीब दो घंटें तक कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बाबा लक्खा सिंह मुलाकात हुई। जिसमें उन्होनें कहा कि वो विवाद सुलझाने के लिए दोनों पक्षों में समझौता कराने के लिए तैयार है। उन्होनें सुझाव दिया कि केंद्र सरकार कृषि कानून को लागू करने की ताकत राज्य सरकारों को दे दें। बाबा ने कहा कि कृषि का मसला वैसे भी राज्य सूची में ही आता है। इस फॉर्मूले को लेकर दोनों पक्ष तैयार हो सकते हैं।

जानें कौन हैं बाबा लक्खा सिंह?

बाबा लक्खा सिंह कोई राजनीतिक शख्सियत नहीं है। पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में नानकसर गुरुद्वारे हैं। इन गुरुद्वारों की प्रबंधन कमेटी के प्रमुख बाबा लक्खा सिंह ही हैं। उनकी सिख समुदाय में काफी अच्छी पकड़ है। सिख समुदाय को उन पर काफी भरोसा भी है। ऐसे में वो इस पूरे विवाद को सुलझाने के लिए सरकार और किसानों के बीच मध्यस्थता की कोशिश कर रहे हैं।

गौरतलब है कि किसानों का आंदोलन दिन पर दिन तेज होता जा रहा है। गुरुवार को किसानों ने ट्रैक्टर रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया था। वहीं 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर भी किसानों ने बड़ी ट्रैक्टर रैली निकालने की बात कही है। ऐसे में अगर विवाद आज बैठक में नहीं सुलझता तो ये आंदोलन और तेज हो सकता है। देखना होगा कि जो किसानों और सरकार 9वें दौर की बातचीत हो रही है, उसमें कोई नतीजा निकल पाता है या फिर नहीं…?

तिरंगे पर सियासत: US हिंसा के दौरान भारतीय झंडा लहराने वाला शख्स शशि थरूर का दोस्त? व...

0

बुधवार को कैपिटल हिल पर ट्रंप समर्थकों ने जो हिंसा की उसने अमेरिका को शर्मसार करके रख दिया। दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश में जो कुछ भी हुआ, वो हैरान कर देने वाला था। पूरी दुनिया में इसकी चर्चाएं हुई। कई बड़े-बड़े नेताओं ने इस घटना की काफी आलोचना भी की। भारत में भी अमेरिकी संसद में हुई हिंसा का मामला काफी ज्यादा सुर्खियों में रहा।

हिंसा दौरान तिरंगा दिखने पर भड़के लोग

अमेरिका में ये हिंसा ट्रंप के समर्थकों के द्वारा की गई थी, लेकिन इस दौरान ऐसा कुछ हुआ जिसकी वजह से भारतीयों का गुस्सा फूट गया और वो था इस हिंसा के दौरान भारतीय तिरंगे का दिखना। जी हां, ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई इस हिंसा में तिरंगा देखा गया, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई। एक प्रदर्शनकारी हाथ में भारतीय झंडा लहराता हुआ नजर आया, जिसको लेकर लोगों भड़क गए। सोशल मीडिया पर लोग यही सवाल करने लगे कि ये हिंसा ट्रंप समर्थकों ने की, तो इसमें भारतीय तिरंगा क्यों नजर आ रहा है?

US हिंसा में तिरंगा लहराने के मामले में ट्विटर पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी भिड़ गए। इस मुद्दे को लेकर दोनों के बीच जुबानी जंग होती हुई नजर आई। इस दौरान वरुण गांधी ने तो कुछ तस्वीरों साझा करते हुए ये तक कह दिया कि हिंसा के दौरान तिरंगा लहराने वाला शख्स शशि थरूर का दोस्त था। आइए ये पूरा मामला है क्या आपको बताते हैं…

वरुण गांधी- शशि थरूर के बीच जुबानी जंग

सबसे पहले बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो को ट्वीट किया और लिखा- ‘वहां पर भारत का झंडा क्यों है? निश्चित तौर पर ये एक ऐसी लड़ाई है, जिसका हिस्सा हमें नहीं होना चाहिए।’

उनकी इस ट्वीट पर शशि थरूर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होनें कहा- ‘दुर्भाग्य से भारत में भी ऐसी मानसिकता वाले कुछ लोग हैं, जो गर्व से तिरंगे का इस्तेमाल एक हथियार के तौर पर करते हैं। उन सबको देशद्रोही बता देते हैं जो उनसे अहमत होते हैं। वहां तिरंगा लहराए जाने वाला, हम सभी के लिए एक चेतावनी है।’

इसके बाद वरुण गांधी ने भी शशि थरूर को उनके इस बयान पर पलटवार किया। उन्होनें जवाब देते हुए कहा- ‘आजकल अपने देश में गौरव का प्रदर्शन करने के लिए हमारे तिरंगे का इस्तेमाल करने वाले भारतीयों का मजाक बनाना आसान हो गया। ठीक उस तरह गलत इरादों के उद्देश्यों से तिरंगे का इस्तेमाल करना आसान है।’

वरुण गांधी ने आगे कहा- ‘दुर्भाग्य से अधिकतर उदारवादियों ने देश में राष्ट्रविरोधी प्रदर्शनों (जैसे JNU) में तिरंगे के दुरुपयोग की चेतावनी को नजरअंदाज किया। हमारा ध्वज हमारे गर्व का प्रतीक है। बिना किसी मानसिकता के हम इसका सम्मान करते है।’

वरुण गांधी ने तस्वीरें शेयर कर किया ये बड़ा दावा

इसके बाद शशि थरूर ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन फिर भी वरुण गांधी नहीं रुके। उन्होनें अपनी अगली ट्वीट में कुछ तस्वीरें पोस्ट की और दावा किया कि जो व्यक्ति ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई हिंसा में तिरंगा लहरा रहे थे, वो शशि थरूर के दोस्त है। वरुण गांधी ने तस्वीरें साझा करते हुए कहा- ‘डियर शशि थरूर, अब जब हम ये जानते हैं कि ये पागल व्यक्ति आपका दोस्त, तो ये आशा कर सकते हैं कि आप और आपके सहयोगी इस पर चुप नहीं रहेंगे।’

वरुण गांधी के इस दावे पर शशि थरूर ने जवाब दिया। उन्होनें आरोपों का खंडन करते हुए कहा- ‘क्या आप अपने हर शुभचिंतक के लिए गुमराह कामों के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं? मैं अपने देश के प्रिय झंडे को शर्मनाक अमेरिकी भीड़ में लाने के किसी भी प्रयास की निंदा करता हूं।’

अब सुशांत सिंह राजपूत के इस दोस्त की तलाश में क्यों जुट गई NCB? इस वजह से चल रहा फरार...

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को 6 महीने से भी ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन अब तक उनकी मौत की असल वजह सामने नहीं आ पाई है। सुशांत केस में एक के  बाद एक कई ऐसे बड़े दावे किए गए, जिनसे केस की गुत्थी को उलझा दिया। सीबीआई की जांच फिलहाल मामले में जारी है।

ऋषिकेश पवार को ढूंढ रहीं NCB

इसके अलावा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) भी सुशांत केस में सामने आए ड्रग एंगल की जांच कर रहा है। अब NCB सुशांत के एक और करीबी ऋषिकेश पवार की तलाश में है। वो अपने घर से गायब बताए जा रहे है। कई बार समन भेजने के बाद वो एनसीबी के सामने पेश नहीं हुए। जिसके चलते उन्हें ढूंढने के लिए एक टीम तैयार की गई है।

ड्रग्स मामले में पहले भी NCB ऋषिकेश पवार से पूछताछ कर चुकी है। सिंतबर में जब ये मामला काफी ज्यादा चर्चाओं में था, तब एक ड्रग पैडलर ने पवार का नाम लिया था। इसके अलावा दीपेश सावंत ने भी अपने बयान में ये कहा था कि ऋषिकेश पवार सुशांत को ड्रग्स सप्लाई किया करते थे।

अग्रिम जमानत की याचिका खारिज

वहीं इस मामले में पवार को गिरफ्तारी का डर भी सता रहा था। जिसके चलते वो अग्रिम जमानत के लिए बीते दिनों कोर्ट पहुंच गए। NDPS कोर्ट ने गुरुवार को ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया। याचिका खारिज होने के बाद जब NCB की टीम चेंबूर में उनके घर पहुंची तो, तब तक वो वहां से फरार हो गए।

सुशांत को ड्रग्स सप्लाई करने का आरोप

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक NCB ऋषिकेश पवार की तलाश कर रही है। वो सुशांत के ड्रीम प्रोजेक्ट में असिस्टेंट डायरेक्टर थे। ऐसे कई सबूत हाथ लगे है, जिससे ये पता चलता है कि वो सुशांत को ड्रग्स सप्लाई किया करते थे। जांच के दौरान ऋषिकेश के घर से लैपटॉप सीज किए गए, जिसमें कुछ डेटा मिला। एजेंसी उनको कई बार पूछताछ के लिए बुला चुकी है, लेकिन वो नहीं आए। अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद जब एनसीबी ने उनको पकड़ने का प्लान बनाया।

गौरतलब है कि सुशांत की मौत के बाद जांच में ड्रग्स का एंगल भी सामने आया था। इस दौरान रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक चक्रवर्ती समेत कई लोगों पर NCB का शिकंजा कसा। 28 दिनों तक रिया को जेल भी जाना पड़ा, लेकिन फिर वो बाहर आ गई। रिया के भाई को भी जमानत मिल गई।

ये मामला सिर्फ यही तक सीमित नहीं रहा। ड्रग्स एंगल की जांच में बॉलीवुड की कई नामी हस्तियां भी लपेटे में आ गई। दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, अर्जुन रामपाल, रकुल प्रीत सिंह, भारती सिंह समेत कई सितारों को NCB ने पूछताछ के लिए बुलाया था। इस मामले की जांच भी अभी जारी है।