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बाटला हाउस एनकाउंटर पर फिर गरमाई सियासत, रविशंकर प्रसाद ने सोनिया-ममता को घेरा, पूछे ...

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देश के चर्चित बाटला हाउस एनकाउंटर का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है। इसको लेकर राजनीति गरमाने लगी है। इस मामले को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं को घेरा। दरअसल, बीते दिन एक कोर्ट ने  बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी आरिज खान को दोषी करार दिया, जिसकी सजा का ऐलान 15 मार्च को किया जाएगा। कोर्ट के इस फैसले के बाद से ही ये मामला एक बार फिर से चर्चाओं में आया। 

वोटबैंक की  राजनीति का लगाया आरोप

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस मसले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होनें कहा कि ऐसी घटना को क्लोजर मिला, जो बीते कई सालों से सुर्खियां में थीं। देश की सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर कई पार्टियां आतंकियों के साथ खड़ी रहती हैं।
रविशंकर प्रसाद बोले कि कोर्ट ने बाटला हाउस मामले में ये पाया कि ये भारत की एकता पर हमला था। इसका आरोपी खुद को बचाने के लिए दिल्ली में लोगों से मिल रहा था। कई पार्टियां का मकसद था कि पुलिस को कमजोर करो और वोटबैंक की राजनीति करो। बीजेपी नेता ने आगे कहा कि बाटला हाउस मामले को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बीएसपी, लेफ्ट और ममता जी ने नेशनल इश्यू बनाया। क्या वोटबैंक के लिए आतंकवाद की लड़ाई को ऐसे कमजोर किया जाएगा?

सोनिया-ममता पर बरसे केंद्रीय मंत्री

रविशंकर प्रसाद बोले कि कोर्ट की तरफ से ये साफ किया गया कि बाटला हाउस एनकाउंटर फेक नहीं था। तो क्या अभी भी सोनिया गांधी के आंसू निकल रहे हैं? सिर्फ यही नहीं केंद्रीय मंत्री ने इस मुद्दे को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को घेरा। उन्होनें कहा कि ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर बाटला हाउस एनकाउंटर सच साबित हुआ, तो वो राजनीति छोड़ देंगी। अब बीजेपी उनसे ये पूछना चाहती हैं कि वो राजनीति कब छोड़ रही हैं। 

‘अब देश से माफी मांगेंगे ये लोग’

रविशंकर प्रसाद आगे बोले कि बाटला हाउस एनकाउंटर पर हमने सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह समेत कई नेताओं के विवादित बयानों को सुना। अब कोर्ट के फैसले के बाद दिग्विजय सिंह का इसके बारे में क्या कहना है? केंद्रीय मंत्री ने सवाल करते हुए पूछा कि क्या अब दिग्विजय सिंह, सोनिया गांधी, ममता बनर्जी या सलमान खुर्शीद जैसे नेता अपने बयान को लेकर माफी मांगेंगे?
आपको बता दें कि 2018 में आरिज खान को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। नेपाल बॉर्डर से आरिज की गिरफ्तारी हुई थीं। आरिज खान को बाटला हाउस एनकाउंटर में जान गंवाने वाले इंस्पेक्टर मोहन शर्मा की हत्या का दोषी पाया गया।

सेक्युलरिज्म पर बवाल…योगी के बयान पर भड़के ओवैसी, कहा- आप जिस पद पर हैं उसका को...

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बीजेपी शासित यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों धर्मनिरेपक्षता पर टिप्पणी की थी। जिसपर बवाल बढ़ता जा रहा है। विपक्षी पार्टी के कई नेताओं ने इस मामले पर जबरदस्त प्रतिक्रिया दी। इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने इस मामले को लेकर RSS, BJP, पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है। ओवैसी ने कहा, किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री वाहियात बातें कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी चुप है। संघ परिवार का असली चेहरा अब सामने आ रहा है।

ओवैसी ने दिलाई संविधान की याद

असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातार कई ट्वीट करते हुए योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, ‘धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान की मूल संरचना का हिस्सा है। यह संविधान के अलग-अलग हिस्सों में भी दिखाई देता है। धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, बंधुता और समानता संविधान की प्रस्तावना का प्रमुख हिस्सा हैं। संविधान के आर्टिकल्स 14, 19, 22, 25, 26, 29 और 30 ये सभी हमारी धर्म निरपेक्ष परंपरा का रिफ्लेक्शन हैं।‘

लोकसभा सांसद ने बीजेपी के पितृ संगठन राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ पर हमला बोलते हुए कहा, ‘संघ हमेशा सेकुलरिज्म को तीखी जबान से बोलता है। कभी वो कहते हैं कि भारत सेक्युलर है क्योंकि अधिकांश भारतीय सेक्युलर हैं। कभी कहते हैं कि सेकुलरिज्म ने भारतीय परंपराओं को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में रुकावट पैदा की है।‘

‘हमारे देश के निर्माताओं ने ऐसा होना स्वीकार किया’

उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा, ‘हम सेक्युलर हैं क्योंकि हमारे देश के निर्माताओं ने ऐसा होना स्वीकार किया था। ओवैसी ने लिखा सिर्फ अंबेडकर नहीं बल्कि सरदार पटेल, केटी शाह और नेहरू भी इनमें शामिल थे। ऐसा इसलिए क्योंकि सेकुलरिज्म प्रगति की गारंटी है न कि ऐसी सरकार जो घृणा और इतिहास की कल्पनाओं से ग्रस्त हो।‘ 

ओवैसी ने योगी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनका बयान न सिर्फ संविधान का बल्कि हमारी वैश्विक उपलब्धियों का भी अपमान है। हम कई अन्य विकासशील देशों के लिए एक मॉडल थे।

असदुद्दीन ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में कहा, ‘अगर उन्हें लगता है कि हमें सम्मान नहीं मिला तो उन्हें पीएम से शिकायत करनी चाहिए। यह सेकुलरिज्म की गलती नहीं है। सेकुलरिज्म के कारण चीन हमारी जमीनों पर कब्जा नहीं कर रहा है, सेकुलरिज्म की वजह से हमारे पड़ोसी लुकिंग ईस्ट के तहत चीन की ओर नहीं देख रहे हैं और भारत से सदियों पुरानी अपनी मित्रता छोड़ रहे हैं। ये सब प्रधानमंत्री की गलती है। यह सब पीएम मोदी की वजह से हो रहा है।‘

‘आप जिस पद पर बैठे हैं उसका कोई मजहब नहीं’

ओवैसी ने सवालिया अंदाज में पूछा कि ‘लिबर्टी का मतलब क्या होता है? वो संविधान की तौहीन कर रहे हैं, डबल चेहरा है इनका। साढ़े छह सालों से आपकी सरकार है, इसके बावजूद अगर इज्जत नहीं मिल रही है तो इसका मतलब है सरकार फेल है। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कोई भूमिपूजन कर रहे हैं, आप जिस पद पर बैठे हैं उसका कोई कोई मजहब नहीं है। किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री वाहियात बातें कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी चुप है। संघ परिवार का असली चेहरा अब सामने आ रहा है।‘

उन्होंने कहा कि क्या धर्म निरपेक्षता के इन घिनौने उल्लंघनों से दुनिया में हमारा कद बढ़ा है? क्या इसने हमारी परंपराओं की वैश्विक पहचान को बढ़ाया है?

केवल सत्ता हासिल करने के लिए संविधान देखता है संघ

लोकसभा सदस्य ने आगे कहा, ‘धर्मनिरपेक्षता को दोष नहीं देना है। इसका लगातार दुरुपयोग और शोषण किया जाता है लेकिन संविधान 1 पैकेज है। आप इसके मूल सिद्धांतों के बारे में शिकायत नहीं कर सकते हैं और एक ही सांस में इसका उपयोग सत्ता को जब्त करने और आधिकारिक पदों को संभालने के लिए नहीं कर सकते हैं। यह संविधान के कारण है कि वह सीएम है, वह इसके बारे में व्हाइन नहीं कर सकते।‘

ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में कहा, ‘यह इस बात का प्रमाण है कि संघ केवल सत्ता हासिल करने के लिए संविधान को देखता है। वे सत्ता में उन लोगों के लिए बाधाओं से नफरत करते हैं। वे वास्तव में हमारे संविधान में निहित हर मूल्य पर सक्रिय रूप से हमला कर रहे हैं। आज यह धर्मनिरपेक्षता है, कल यह भाईचारा / न्याय हो सकता है।‘

जानें क्या था योगी आदित्यनाथ का बयान?

बता दें, बीते शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि धर्मनिरुपेक्षता वैश्विक स्तर पर भारतीय परंपरा के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि हमें इससे उबरकर सात्विक मन से प्रयास करना होगा। जो लोग भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं, उन्हें सजा भुगतनी होगी। सीएम योगी ने भारत की धर्मनिरपेक्षता को लेकर लोगों से अपील की कि वे छोटे सांप्रदायिक विवादों में शामिल होकर देश की मैत्रीपूर्ण भावना को न खोएं।

बीजेपी वाले केवल चुनाव के दौरान आएंगे और अफवाह तथा झूठ फैलाएंगे…बोली ममता बनर्ज...

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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Election 2021) को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस चुनाव में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को टक्कर देने का दावा करते आ रही है। तो वहीं, दूसरी ओर ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की कोशिशों में लगी है।

पीएम नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के तमाम बड़े नेता लगातार पश्चिम बंगाल में रैली और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे ही नेताओं के पाला बदलने की खबरें भी सामने आ रही है। बीते दिन सोमवार को TMC के 5 विधायक BJP में शामिल हो गए। इसी बीच प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला है।

‘सभी सीटों पर दीदी बनाम बीजेपी’

ममता बनर्जी ने बीते दिन सोमवार को कहा कि इस बार मतदाता राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों में दीदी बनाम बीजेपी के मुकाबले का गवाह बनेंगे। उन्होंने कहा, सभी 294 सीटों पर मेरे और बीजेपी के बीच मुकाबला है।

ममता बनर्जी ने कहा, ‘वे केवल चुनाव के दौरान आएंगे और अफवाह तथा झूठ फैलाएंगे। वह हमें महिलाओं की सुरक्षा पर सीख दे रहे हैं। बीजेपी शासित राज्यों में महिलाओं की स्थिति क्या है? मोदी के पसंदीदा गुजरात में क्या हालात हैं ?’

‘बीजेपी शासित राज्यों पर ध्यान केंद्रित करें पीएम’

सीएम ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा, प्रधानमंत्री के नाम पर स्टेडियम का नाम रखा गया। कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर उनकी तस्वीरें लगाई गई। एक दिन आएगा जब समूचा देश उनके नाम पर होगा। महिलाएं पश्चिम बंगाल में सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं, प्रधानमंत्री के इस दावे को खारिज करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘अगर ऐसी बात होती तो वे रात में आजादी से घूम नहीं पातीं।‘

ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को गुजरात समेत बीजेपी शासित सभी राज्यों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दे डाली। उन्होंने मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में पिछले 2 साल से हर दिन दुष्कर्म की 4 और हत्या की 2 घटनाएं सामने आ रही है। 

TMC के ये 5 विधायक हुए बीजेपी में शामिल

बता दें, पिछले कुछ महीनों में टीएमसी के कई बड़े नेता, सांसद और विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बीते दिन सोमवार को टीएमसी के 5 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। टीएमसी विधायक दीपेंदु विश्वास, रवींद्रनाथ भट्टाचार्य, जटू लहिरी, सोनाली गुहा और सरला मुर्मू ने पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए।

गौरतलब है कि प्रदेश में 8 चरणों में चुनाव होने वाले हैं। जिसके नतीजें 2 मई को घोषित किए जाएंगे। टीएमसी ने प्रदेश की सभी 294 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कई विधायक और मंत्रियों के टिकट भी कटे हैं। जिसे लेकर प्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है।

Delhi Budget 2021: दिल्लीवालों के लिए केजरीवाल सरकार ने खोला पिटारा…जानिए किए क...

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आज दिल्ली की आम आदमी सरकार (AAP Government) ने विधानसभा में बजट पेश किया। दिल्ली के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस साल 69 हजार करोड़ का बजट पेश किया। जिसमें कोरोना वैक्सीन, महिलाओं, स्वास्थ्य को लेकर कई बड़े ऐलान किए गए। बजट की थीम देशभक्ति रहीं। सिसोदिया ने इस बजट को दिल्ली के अगले 25 सालों का विजन बताया। आइए आपको बताते हैं कि AAP सरकार द्वारा पेश किए गए दिल्ली के इस बजट में क्या क्या बड़े ऐलान किए गए। 

‘देशभक्ति’ बजट में बड़े ऐलान

– दिल्ली में 12 मार्च से देशभक्ति के कार्यक्रम शुरू होंगे। भगत सिंह के जीवन से जुड़े कार्यक्रमों के लिए बजट में 10 करोड़ रुपये जारी किए गए।  वहीं बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर होने वाले कार्यक्रमों के लिए भी 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। 

– सरकार ने बजट में दिल्ली में कनॉट प्लेस की तरह जगह-जगह पर 500 तिरंगें लगाने का ऐलान किया। दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर जब दिल्लीवासी अपने घर से बाहर निकले, वो भले ही थोड़ी दूर पर जाए, तो सिर उठाने पर उनको शान से तिरंगा लहराता हुआ नजर आए। हम इसके लिए पूरी दिल्ली में 500 तिरंगें लगाएंगे, जिसके लिए बजट में अलग से 45 प्रावधान किया गया। 
– मनीष सिसोदिया ने ऐलान करते हुए कहा कि अब  दिल्ली के स्कूलों में देशभक्ति का भी एक पीरियड होगा। उन्होनें कहा कि हम हर स्टूडेंट को कट्टर देशभक्त के तौर पर तैयार करेंगे। 
– डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में एक नया सैनिक स्कूल तैयार किया जाएगा। एक आर्म्ड फोर्स प्री-पेयरिंग अकादमी बनाई जाएगी। शहीदों के परिवारवालों को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद वाली स्कीम जारी रहेगी। 

स्वास्थ्य के क्षेत्र में की गई घोषणाएं

– दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में फ्री में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी, 50 करोड़ का बजट में प्रावधान है। 
– अगले साल से दिल्ली में महिला मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत होगी। इसमें महिलाओं से जुड़ी बीमारियों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर की तैनाती होगीं। शुरुआत में ऐसे 100 क्लीनिक खोले जाएंगे, जिसको बाद में बढ़ाया जाएगा। दिल्ली में स्वास्थ्य का कुल बजट 9934 करोड़ है, जो टोटल बजट का 14 फीसदी है।
– हर दिल्लीवासी को हेल्थ कार्ड दिया जाएगा। साथ में हर व्यक्ति का ऑनलाइन डेटा भी तैयार होगा। जिससे हर परिवार की बीमारी का रिकॉर्ड डॉक्टरों के पास होगा। 
– दिल्ली में यूथ फॉर एजुकेशन प्रोग्राम की शुरुआत होगी। जिसके तहत पढ़े लिखे युवा, उन बच्चों की मदद करेंगे, जिनके पास कम संसाधन मौजूद है। 
– दिल्ली की अलग अलग कॉलोनियों में सरकार योग और ध्यान गुरु मुहैया कराएगी, जिसके लिए 25 करोड़ रुपये बजट में मुहैया कराए गए। 

शिक्षा के लिए 16 हजार करोड़ से अधिक का बजट

दिल्ली सरकार देश की पहली टीचर्स यूनिवर्सिटी खोलेगी, जहां देश और दुनिया के लिए बेहतरीन शिक्षक तैयार किए जाएंगें। नर्सरी से आठवीं क्लास तक नया कोर्स आएगा। दिल्ली का अपना बोर्ड तैयार होगा। प्राइमरी से ही ये फोकस किया जाएगा कि बच्चों को रटने की जगह समझाने पर ध्यान दिया जाएं। 
– दिल्ली में 100 के करीब स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाए जाएंगें, जिसमें 9वीं से 12वीं क्लास तक के स्कूल शामिल किए जाएंगे। बच्चों को इंग्लिंश स्पीकिंग कोर्स कराया जाएगा। 

सरकार द्वारा किए गए अन्य बड़े ऐलान

– मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में ओलंपिक खेल का हम आयोजन करना चाह रहे हैं। अगले 25 सालों में स्पोर्ट्स की सुविधा को तैयार किया जाएगा। 2048 में ओलंपिक खेलों के लिए दिल्ली को तैयार करेंगे। 
– सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण को लेकर कई फैसले ले रहे हैं। 2024 तक दिल्ली में नए वाहनों की संख्या में 25 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या करने पर हमारा फोकस है। राजधानी में 500 जगह इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। हर तीन किलोमीटर की दूरी में ई-चार्जिंग स्टेशन लगाने की तैयारी की जा रही है
– दिल्ली में फिलहाल1300 ई-बसें है और कुल 6683 बसें है। इनको अगले साल तक बढ़ाकर 7693 किया जाएगा। बसों में पैनिक बटन, CCTV कैमरे और मार्शल की  तैनाती की गई।
– जल्द ही दिल्ली की मेट्रो दुनिया की सबसे बड़ी मेट्रो बनेगी। अभी कई फेज पर काम चल रहा है, जिसको जल्द पूरा किया जाएगा। 
– दिल्ली में 200 यूनिट तक फ्री बिजली की सुविधा जारी रहेगी। इससे ज्यादा यूनिट पर जो सब्सिडी मिल रही है, वो भी जारी रहेगी। 
 दिल्ली के लोगों के जीवन स्तर और उनकी प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के लिए सरकार काम कर रही है। 2047 तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय, सिंगापुर के प्रति व्यक्ति आय के बराबर करने का लक्ष्य है। जिसके लिए 16 गुना बढ़ोत्तरी करनी होगी। ये लक्ष्य मुश्किल है, लेकिन हम इसको पूरा करेंगे। 
– ‘जहां झुग्गी वहीं मकान’ योजना पर 5328 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगें।

बंगाल में बीजेपी की उम्मीदों पर फिरेगा पानी? जानिए क्या कहते हैं पांच चुनावी राज्यों ...

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चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के साथ असम, पुडुचेरी, तमिनलाडु और केरल में वोटिंग के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं। चुनावों को लेकर सभी पार्टियां कमर कस चुकी है। इन राज्यों का सियासी पारा चरम पर हैं। सभी पार्टियां सत्ता हासिल करने के लिए एक दूसरे को कड़ी चुनौती देती हुई नजर आ रही हैं। 

वहीं इसी बीच विधानसभा चुनाव को लेकर टाइम्स नाउ और सी वोटर का ओपनियिन पोल भी सामने आया। जिसमें ये बताया गया कि किस राज्य की सत्ता की चाबी कौन सी पार्टी के हाथों में लग सकती है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि इस पोल के मुताबिक किस राज्य में किसकी सरकार बनने की संभावनाएं है… 

बंगाल में ममता की हैट्रिक?

सबसे पहले बात पश्चिम बंगाल की करते हैं। सबसे ज्यादा चर्चाओं में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव ही हैं। यहां सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बीजेपी कड़ी चुनौती देने की कोशिश कर रही हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान बंगाल में अपने प्रदर्शन से उत्साहित अब राज्य में अपनी जगह बनाने की पूरी कोशिशों में हैं। 
लेकिन इस ओपिनियन पोल की मानें तो बंगाल में बीजेपी के सरकार बनाने की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। दरअसल, ये ओपिनियन पोल बंगाल में एक बार फिर से ममता बनर्जी की सरकार की वापसी की बात कह रहे हैं। TMC को 154 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया हालांकि इन चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन भी काफी दमदार रहेगा। पिछले विधानसभा चुनाव में केवल 3 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली पार्टी बीजेपी को इस बार 100 से ज्यादा सीटें मिलने की आंशका पोल में जताई गई। इसके अलावा कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन को केवल 33 सीट मिलने का अनुमान है।

असम में NDA की बन सकती है सरकार

अब बात करते है असम की। जहां पर एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बनने की संभावना इस ओपिनियन पोल के अनुसार NDA गठबंधन को 67 सीटे मिलने की आशंका है। वगीं UPA गठबंधन को 57 सीटें मिल सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 74 सीटों पर जीत दर्ज की थीं। जबकि कांग्रेस गठबंधन के खाते में 39 सीट गई थीं और अन्य ने 13 सीटें जीती थीं। 126 सदस्यीय असम विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा का 64 है। 

तमिलनाडु में  होगा सत्ता परिवर्तन?

तमिलनाडु की बात करें तो यहां पर सत्ता परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं। इस बार तमिलनाडु में AIADMK और बीजेपी को झटका लग सकता है। राज्य में डीएमके और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान इस ओपनियिन पोल में जताया गया। ओपिनियन पोल के मुताबिक तमिलनाडु की 234 सीटों में से 158 सीट DMK-कांग्रेस गठबंधन के खाते में जा सकती हैं। जबकि AIADMK-बीजेपी गठबंधन 65 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है। 2016 में AIADMK-बीजेपी गठबंधन को 136 सीटें मिली थीं। 

केरल और पुडुचेरी का भी जान लें अनुमान

सर्वे के मुताबिक लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के हाथों में दोबारा से केरल की सत्ता जा सकती है। LDF140 में से 82 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है। वहीं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) को 56 सीटों मिल सकती है। वहीं केरल में बीजेपी को सिर्फ एक सीट मिलती दिख रही है। 

30 विधानसभा सीटों वाले पुडुचेरी में NDA गठबंधन की वापसी के संकेत ओपनियिन पोल में मिल रहे हैं। पुडुचेरी में NDA को 16 से 20 सीट मिलने की उम्मीद है। वहीं UPA गठबंधन 13 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है।  

कब कहां पर होंगे चुनाव?

बात अगर इन विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग की करें तो पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में वोटिंग होगीं। जिसकी शुरुआत 27 मार्च से होगी। आखिरी चरण के लिए वोटिंग 29 अप्रैल को होगीं। असम में 3 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। पहले चरण के लिए वोटिंग 27 मार्च को होगी, दूसरे चरण 1 अप्रैल और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को होगा। इसके अलावा पुडुचेरी, केरल और तमिलनाडु में एक चरण में विधानसभा के चुनाव होंगे, जिसके लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। सभी चुनावों के नतीजे 2 मई को आएंगे। 

बीजेपी में बैकबेंचर हैं सिंधिया…कभी सीएम नहीं बनेंगे, उन्हें वापस कांग्रेस में ...

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देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) में कथित तौर पर आंतरिक कलह उभरकर सामने आई है। कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेताओं का गुट इन दिनों काफी चर्चा में है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कांग्रेस के पूर्व नेता (अब बीजेपी में शामिल) ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya ScIndia) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि सिंधिया बीजेपी में रहकर कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, उन्हें लौटकर कांग्रेस में आना होगा।

बीजेपी में बैकबेंचर हैं सिंधिया

बीते दिन सोमवार को भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केरल के वायनाड़ से सांसद और कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैंने सिंधिया से कहा था कि आप मेहनत करिए, एक दिन मुख्यमंत्री जरुर बनेंगे।‘ कांग्रेस नेता ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में बैकबेंचर बताया।

उन्होंने कहा, ‘आप लोग लिखकर ले लीजिए, वह (Jyotiraditya ScIndia)  भाजपा में कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, उन्हें यहां वापस आना होगा।‘

खबरों के मुताबिक राहुल गांधी ने इस मीटिंग में भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यों की सराहना की। उन्होंने युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों से पार्टी की विचारधारा को बढ़ाने के लिए काम करने और आरएसएस के सामने नहीं झुकने का आह्वान किया।

पिछले साल मार्च में बीजेपी में शामिल हुए थे सिंधिया

बता दें, कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी। जिसके बाद कमलनाथ प्रदेश के सीएम बने थे। कांग्रेस ने उस चुनाव में 15 साल से राज्य में शासन कर रहे शिवराज सिंह चौहान को हराया था। 

लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच टकराव के बीच काफी लंबे समय से कांग्रेस के नेता के रुप में काम कर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी छोड़ दी थी। और पिछले साल मार्च में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे।

जिसके बाद उनके समर्थक 20 से ज्यादा विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। नतीजतन अल्पमत में आने के कारण प्रदेश में कांग्रेस की सरकार धराशायी हो गई और बीजेपी ने फिर से शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बना लिया। मौजूदा समय में ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा में बीजेपी सांसद है।

UK की संसद में सुनाई दी किसान आंदोलन के मुद्दे की गूंज, भारत की तरफ से दिया गया ये जव...

देश में जारी किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो चुके हैं। नए कृषि कानून को वापस लेने और MSP को लेकर पिछले साल नवंबर महीने से किसान सड़कों पर आए थे। अब तक इस विवाद को लेकर कोई भी समाधान निकल नहीं पाया है। वहीं किसान आंदोलन का मुद्दा सिर्फ देश ही नहीं विदेशों में भी सुर्खियों में आया हुआ है। कई दूसरे देशों में इसको लेकर आवाज उठ चुकी है।

पिटीशन के बाद ब्रिटेन संसद में हुई चर्चा

अब इस मुद्दे की गूंज ब्रिटिश संसद में भी सुनाई दीं। दरअसल, बीते दिन ब्रिटेन की संसद में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा हुई, जो करीब 90 मिनटों पर चलीं। इस दौरान चर्चा में ये मांग की गई कि ब्रिटिश सरकार इस मुद्दे में दखल दें। लेकिन ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार की तरफ से साफ किया गया कि ये मामला भारत का आंतरिक है और विदेश की संसद में इसे नहीं उठाया जा सकता। 
आपको बता दें कि किसान आंदोलन पर चर्चा के लिए ब्रिटिश संसद की एक वेबसाइट पर पिटीशन डाली गई थी। इस पिटीशन पर एक लाख से भी ज्यादा साइन आए, जिसकी वजह से ब्रिटिश संसद में इस मुद्दे को लेकर बहस करनी पड़ीं। 

भारतीय हाईकमीशन ने दिया ये बयान

वहीं ब्रिटेन संसद में किसान आंदोलन के मुद्दे को उठाने को लेकर भारत की तरफ से कड़ी आपत्ति जताई गई। लंदन में मौजूद भारतीय हाईकमीशन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि  ये सिर्फ गलत तथ्यों पर आधारित और एकतरफा बहस थी। भारतीय हाईकमीशन ने एक बयान में कहा कि ब्रिटिश संसद में बिना तथ्यों के गलत आरोपों के साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के विषय में चर्चा की गई, जो निंदनीय है। 
किसान आंदोलन और मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर उठे सवालों पर भारतीय हाईकमीशन की तरफ से कहा गया कि ब्रिटिश और दुनियाभर की मीडिया भारत के किसान आंदोलन के मुद्दे को फॉलो कर रही है, जो ये दिखाता है कि किसानों पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया जा रहा।

‘जल्द निकलेगा पॉजिटिव रिजल्ट’

वहीं ब्रिटिश संसद में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान ब्रिटिश सरकार के मंत्री निगेल एडम्स ने कहा कि ये भारत का ‘घरेलू मामला’ है। वो बोले कि भारत-ब्रिटेन की दोस्ती काफी पुरानी है इसको लेकर ब्रिटेन के मंत्री और अधिकारी भारतीय समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान एडम्स ने उम्मीद जताई कि भारत सरकार और किसान संगठन के बीच बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाएंगे और जल्द ही कोई पॉजिटिव रिजल्ट निकलेगा। 
गौरतलब है कि किसान आंदोलन का मुद्दा कई बार विदेशों में चर्चा का विषय बना। बीते दिनों जब मशहूर इंटरनेशनल सेलिब्रिटी रिहाना ने इस मसले को लेकर ट्वीट किया, जिसके बाद काफी बवाल मचा था।  

जानिए कैसा रहेगा 09 मार्च को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते
हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है
, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे
दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल
आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के
दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और
09 मार्च का दिन आपके लिए कैसा रहेगा

मेष राशि- आपका दिन बढ़िया बीतेगा। भाग्य का सितारा बुलंद रहेगा। मन मुताबिक आपके सारे काम पूरे होंगे। किसी भी काम को कल पर ना टालें।

वृषभ राशि- आपका दिन सामान्य बीतेगा। कामों में आ रही बाधाएं थोड़ी कम होगी। पार्टनर के साथ अच्छा दिन बीता पाएंगे। पैसों से जुड़ी परेशानियों को सामना करना पड़ेगा।

मिथुन राशि- आपका आज का दिन मिला जुला रहेगा। लव लाइफ में तनाव रहेगा। कार्यक्षेत्र में दिन तनाव से भरा बीतेगा। हर परिस्थिति में संयम बनाए रखें।

कर्क राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। बिजनेस में जोखिम भरा फैसला लेने से बचें। खर्चे बढ़ने के आसार है। दोस्तों के साथ हर समस्या को शेयर करें।

सिंह राशि- आपका दिन बढ़िया बीतेगा। आज आप आत्मविश्वास से भरपूर महसूस करेंगे। स्वास्थ्य शानदार रहेगा। किसी भी कानून का उल्लंघन आज के दिन ना करें।

कन्या राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। मौज मस्ती के मूड में रहेंगे। मन आपका खुश रहेगा। किसी के लिए भी गलत शब्दों का प्रयोग ना करें।

तुला राशि-  आपका आज का दिन उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। नया काम शुरू ना करें।

वृश्चिक राशि- आज के दिन थोड़ा संभलकर रहें। किसी पर भी आंख मूंद कर भरोसा ना करें। लव लाइफ सामान्य रहेगी। हर परिस्थिति में जीवनसाथी का साथ मिलेगा।

धनु राशि- आपका दिन अच्छा रहेगा। किस्मत का साथ मिलेगा। लंबे वक्त से रूके हुए काम पूरे होगे। मेहनत का फल मिलेगा।

मकर राशि- आज के दिन थोड़ा सतर्क रहे। अनजान लोगों के बहकावे में ना आए। आपका दिन मिला जुला रहेगा। धन लाभ होने के आसार है।

कुंभ राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। पारिवारिक माहौल बढ़िया रहेगा। लंबे वक्त से रूके काम पूरे होंगे। जल्दबाजी में कोई फैसला ना लें।

मीन राशि- दिन आपका शानदार बीतेगा। व्यापार में लाभ होगा। पैसों से जुड़ी समस्याएं कम होने के आसार है। घर का माहौल बढ़िया रहेगा।

Saina Trailer: 'शेरनी हैं तू…साइना नेहवाल हैं तेरा नाम'…विमेंस डे...

आज के दिन को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मनाया जाता है। इस खास दिन के मौके पर परिणीति चोपड़ा की अपकमिंग फिल्म साइना का ट्रेलर रिलीज किया गया। ट्रेलर अब से कुछ देर पहले ही रिलीज हुआ, जिसमें परिणीति चोपड़ा ओलपिंक विजेता साइना नेहवाल के रोल में नजर आ रही हैं। ये भारत की मशहूर बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल की बायोपिक है। 

ट्रेलर में क्या दिखाया गया?

मूवी के ट्रेलर की बात करें तो इसमें साइना नेहवाल के बचपन से लेकर एक स्टार बैडमिंटर प्लेयर बनने तक के पूरे सफर को दिखाया जाएगा। ट्रेलर की शुरुआत होती है साइना की मां के डॉयलाग से, जिसमें वो कहती हैं- ‘रास्ते पर चलना एक बात है साइना और रास्ता बनाना दूसरी बात। तो दूसरी बात करने की सोच।’फिल्म में साइना की मां के किरदार में मेघना मलिक नजर आएगी। वहीं फिल्म में साइना के कोच पी गोपीचंद का रोल मानव कौल निभा रहे हैं। 
ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे साइना को बचपन से ही उनके मां का खूब सपोर्ट मिलता है, जिसके चलते वो आगे चलकर एक चैंपियन बनने में कामयाब होती हैं। ट्रेलर में एक डॉयलाग जिसमें परिणीति (साइना नेहवाल) अपने कोच से कहती हैं- ‘मैं हरा दूंगी। मैं गिरा दूंगी सबको। Great Wall Of China तोड़ दूंगी मैं।’

26 मार्च को थिएटर्स में आएगी फिल्म

एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा ने साइना के ट्रेलर को अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस दौरान उन्होनें लिखा- ‘इस महिला दिवस पर मैं आपके लिए गर्व के साथ लेकर आ रही हूं…साइना..26 मार्च को सिनेमाघरों में।’

फिल्म का ट्रेलर कुछ देर पहले ही रिलीज हुआ और बड़ी संख्या में लोग इसे देख चुके हैं। कई लोग साइना के रोल में परिणीति को पसंद कर रहे हैं। अभी तक तो ट्रेलर को मिला जुला रिस्पॉन्स मिलता दिख रहा है।

एक महीने में परिणीति की तीसरी फिल्म

इस महीने में परिणीति की दो-दो फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही हैं। साइना से पहले 19 मार्च को उनकी फिल्म संदीप और पिंकी फरार भी आएगीं। जिनमें उनके साथ अर्जुन कपूर हैं। वहीं इससे पहले 26 फरवरी को नेटफिलक्स पर परिणीति की द गर्ल ऑन द ट्रेन रिलीज हुई हैं। यानि करीब एक महीने में ही परिणीति की तीन तीन फिल्मों में नजर आ रही हैं। 

11 मार्च को महाशिवरात्रि: क्यों मनाया जाता हैं ये पर्व? शुभ मुहूर्त से लेकर पूजा विधि...

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हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का दिन बेहद खास माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। कई लोग महाशिवरात्रि के दिन शिव जी का व्रत भी रखते हैं। शिवपुराण के मुताबिक फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो शिवरात्रि की रात आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं। इस ब बार 11 मार्च गुरुवार के दिन महाशिवरात्रि हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि इसे मनाया की वजह क्या है? महाशिवरात्री की पूजा करने का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि क्या है?

क्यों मनाया जाता है महाशिवरात्रि का पर्व?

महाशिवरात्रि मनाने को लेकर बहुत सारी कथाएं जुड़ी हुई हैं। कुछ लोगों क मानना है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि से जुड़ी एक और कथा ये भी है कि एक बार मां पार्वती ने भगवान शिव से सबसे श्रेष्ठ और सरल व्रत-पूजन के बारे में पूछा था, जिसका जवाब देते हुए शिव जी ने पार्वती मां से कहा कि ‘शिवरात्रि’ का व्रत सबसे श्रेष्ठ व्रत होता है। तभी से ये व्रत प्रचलित हो गया है। इस व्रत को करने से शिव जी की विशेष कृपा होती है। इसके अलावा ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने वाले अविवाहिता को सच्चा जीवन साथी मिलता है।

पूजा  का शुभ मुहूर्त

11 मार्च को दोपहर 2 बजकर 40 मिनट से चतुर्दशी तिथि लगेगी, जो मध्यरात्रि में भी रहेगी और 12 तारीख को दिन में 3 बजकर 3 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।

महाशिवरात्रि की पूजा विधि

महाशिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहन लें, ध्यान रहे इस दिन आपको काले वस्त्रों को धारण नहीं करना है। इसके बाद अपने घर के नजदीक शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग का अभिषेक करें। सबसे पहले शिवलिंग पर जल अर्पित करें और फिर घी, शकर, दही और शहद भी शिवलिंग पर अर्पित करें। ऐसा करने के बाद दूध से अभिषेक करें और फिर जल से शिवलिंग को साफ करें। इसके बाद चंदन से शिवलिंग को तिलक लगाएं। इसके बाद बेल पत्र, फल-फूल अर्पित करें और एक घी का दीपक जलाएं।

इसके बाद मां पार्वती को वस्त्र, लाल रंग की चूड़ी और सिंदूर भी अर्पित करें। फिर शिव जी के मंत्र का 108 बार जाप करें और उनकी आरती कर लें। अगर आप शिव जी का व्रत रख रहे हैं तो पूजा के दौरान व्रत रखने का संकल्प जरूर लें। आप चाहे तो निर्जला और फलहार दोनों में से कोई सा भी व्रत रख सकते हैं। वहीं, अगले दिन सुबह स्नान के बाद शिवलिंग पर जल अर्पित करें और व्रत के दौरान हुई किसी भी भूल की माफी भी मांगे।

महाशिवरात्रि का व्रत करने के लाभ

जो व्यक्ति महाशिवरात्रि का व्रत करता है उन पर भगवान शिव की विशेष कृपा बनती है। जिन लोगों की शादी में परेशानी आ रही होती हैं, उन्हें इस व्रत को करने से लाभ होता है। इस व्रत को करने से हर तरह के रोग से रोग से मुक्ति मिलती है।