Home Blog Page 1120

अमित शाह आरोप साबित करें वरना करुंगा आपराधिक मानहानि का केस…बोले पुडुचेरी के पू...

0

30 विधानसभा सीटों वाले केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में आगामी महीने में चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। पिछले 5 सालों से प्रदेश की सत्ता में विराजमान कांग्रेस पार्टी की सरकार हाल ही में धराशाई हुई है। ऐसे में आगामी चुनाव के लिए प्रदेश में दोनों केंद्रीय पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस काफी सक्रिय हो गई है। 

पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पुडुचेरी का दौरा किया और जनसभा को संबोधित करते हुए नारायणसामी की सरकार की जमकर आलोचना की और नारायणसामी पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था। अब प्रदेश के पूर्व सीएम वी नारायणसामी (V Narayanasamy) ने इस पर पलटवार करते हुए अमित शाह पर मानहानि का केस दर्ज कराने की धमकी दी है।

वी नारायणसामी ने दी धमकी

आज सोमवार को कांग्रेस नेता वी नारायणसामी (V Narayanasamy) ने कहा, ‘गृहमंत्री ने कहा कि PM मोदी ने पुडुचेरी को 15,000 करोड़ रुपये दिए और  नारायणसामी ने पैसे गांधी परिवार को दे दिए। मैं उनको चुनौती देता हूं कि इसे साबित करें। अगर वे इसे साबित नहीं करेंगे तो मैं उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस करूंगा।’

अमित शाह का पूरा बयान

दरअसल, पिछले दिनों पुडुचेरी में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि ‘नारायणसामी की सरकार ने पुडुचेरी में भ्रष्टाचार की गंगा बहा दी। केंद्रशासित प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार ने कम से कम 15,000 करोड़ रुपये भेजे थे, मत्स्य पालन के महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर की खामियों को दूर करने के लिए मोदी सरकार ने 20 हजार करोड़ रुपये का बजट दिया, लेकिन क्या ये पैसा आपके गांवों में आया? नारायणसामी की सरकार ने ये 15,000 करोड़ रुपये गांधी परिवार की सेवा में दिल्ली भेज दिया।‘

बहुमत साबित नहीं कर पाए थे नारायणसामी

बता दें, पुडुचेरी में कांग्रेस के नेतृत्व में चल रही सरकार हाल ही में गिरी है। कांग्रेस और समर्थक दल के कई विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। जिसके बाद प्रदेश के उप राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट बुलाई और नारायणसामी बहुमत साबित नहीं कर पाए। 

नतीजतन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई और नारायणसामी को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब 6 अप्रैल को प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। जिसके नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे।

…तो गलवान का कुछ यूं बदला लेना चाहता था चीन? पूरे भारत में करना चाहता था ये कांड, हुआ...

आपको ये तो पता होगा कि बीते कई महीनों से पड़ोसी देश चीन के साथ भारत का तनाव चल रहा है। बीते साल ये तनाव चरम पर था। दोनों देशों के सैनिकों के बीच कई बार टकराव की स्थिति भी बनी और एक बार तो बात हिंसक झड़प तक पहुंच गई थीं। जिसमें दोनों तरफ काफी नुकसान पहुंचा। हालांकि अब भारत चीन के बीच ये विवाद पहले के मुकाबले कुछ कम  होता नजर आ रहा है। 

वहीं अब हम एक दूसरी घटना का जिक्र करते है, जिसके बारे में शायद आपको याद होता। पिछले साल 12 अक्टूबर के दिन मुंबई में कुछ घंटों का ब्लैकआउट हुआ था। उस दौरान मायानगरी मुंबई की कुछ जगह अंधेरे में डूब गई थीं। वो मुंबई जिसकी रफ्तार पर कभी भी ब्रेक नहीं लगता, वहां के लोगों की जिंदगी उस दौरान कुछ देर के लिए थम गई थीं। लोकल ट्रेनें की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया था। अस्पताल पर भी इसका असर हुआ और वो भी ऐसे समय में जब वहां पर कोरोना पीक पर था। इसके अलावा दफ्तरों की बिजली भी चली गई थीं। स्टॉक मार्केट, दफ्तरों समेत कई चीजों का इस पर असर पड़ा। मुंबई में बिजली गुल होने की वजह अचानक टाटा पॉवर की ग्रिड फेल होना बताई गई। 

रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन दोनों घटनाओं में क्या कनेक्शन है? इन दोनों चीजों में एक ऐसे कनेक्शन के बारे में खुलासा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल, एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि चीन भारत की बिजली सुविधाओं को निशाना बनाने की फिराक में है। यही नहीं रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि पिछले साल मुंबई पर जो बिजली का संकट आया था, वो भी चीन की इस चाल का हिस्सा हो सकती है। 

ये था चीन का पूरा प्लान

न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ये घटनाएं चीन के एक साइबर अभियान का हिस्सा हो सकती है। जिसका मकसद भारत में पावर ग्रिड को ठप करना था। यही नहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि चीन ने तो ये भी प्लान बनाया था कि अगर भारत गलवान में दबाव बनाता है, तो वो पूरे देश को अंधेरे में डूबे देंगे। इस स्टडी से खुलासा किया गया कि भारत चीन में जारी गतिरोध के बीच ही चीनी मैलवेयर भारत में बिजली सप्लाई के कंट्रोल सिस्टम में घुस चुके थेस, जिसमें हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन सबस्टेशन और थर्मल पावर प्लांट भी शामिल थे। 

रिपोर्ट के अनुसार मैलवेयर ट्रेसिंग Recorded Future ने किया, जो एक साइबर स्पेस कंपनी है। कंपनी ने इस दौरान ये पाया कि ज्यादातर मैलवेयर एक्टिव नहीं हुए। ऐसा माना जा रहा है कि इस साइबर अटैक के पीछे चीनी साइबर ग्रुप Red Echo का हाथ है। इसने एडवांस तकनीक का सहारा लेते हुए भारत के एक दर्जन के करीब पावर ग्रिड को कंट्रोल करने की कोशिश की। 

रिपोर्ट में कहा गया चीनी हैकर्स की फौज ने अक्टूबर के महज 5 दिनों में भारत के पॉवर ग्रिड, IT कंपनियों और बैकिंग सेक्टर्स पर 40,500 बार साइबर अटैक किया। स्टडी में कहा गया कि चीन ने भारत के पावर ग्रिड के खिलाफ एक व्यापक साइबर अभियान चलाना। इसके जरिए वो ये दिखाना चाहता था कि अगर भारत ने सीमा पर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की तो वो मैलवेयर अटैक कर देश के अलग अलग पावर ग्रिड को बंद कर देगा।

आपको बता दें कि बीते साले नवंबर में इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में भी ये कहा गया था कि महाराष्ट्र साइबर डिपार्टमेंट ने ये आशंका जताई है कि पावर आउटेज के पीछे पावर आउटेज हो सकता है।  

पप्पू अभी मछली पकड़ रहा, बाद में कहेंगे EVM खराब… बीजेपी नेता ने बोला जोरदार हम...

0

देश के 5 प्रदेशों में चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी सहित तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेता जगह-जगह रैली और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। 

देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों तमिलनाडु के दौरे पर हैं। पिछले दिनों वह तीन दिवसीय केरल के दौरे पर थे। 

जहां उन्होंने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया था और मछुआरों की स्थिति को लेकर सवाल उठाए थे। तटीय इलाकों के दौरे के समय उन्होंने समुद्र में मछुआरों के साथ तैरकर कुछ वक्त बिताया था। अब इस मामले पर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। 

नरोत्तम मिश्रा ने बोला हमला

बीजेपी के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्त मिश्रा (Narottam Mishra) ने राहलु गांधी (Rahul Gandhi) पर तंज कसते हुए कहा है कि पप्पू अभी मछली पकड़ रहा है और बाद में पार्टी जब विधानसभा चुनावों में हारेगी तो कहेगी EVM खराब है। नरोत्तम मिश्रा ने बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के चुनाव प्रचार में अंतर बताते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला। 

उन्होंने (Narottam Mishra) कहा, ‘आप अंतर देखो, मोदी जी तमिलनाडु में प्रचार कर रहे हैं, अमित शाह जी पश्चिम बंगाल में हैं, नड्डा जी असम में हैं, राजनाथ सिंह जी केरल में हैं और पप्पू मछली पकड़ रहा है, फिर कहेंगे EVM खराब है।’

5 प्रदेशों में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव

बता दें, देश के 4 राज्य पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और 1 केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में अप्रैल-मई के महीनें विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव आयोग ने चुनावी तारीखों का ऐलान कर दिया है।

तमाम बड़े राजनेता लगातार जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। राहुल गांधी केरल के कोल्लम में स्थानीय मछुआरों के साथ समुद्र में तैरते नजर आए थे। इस दौरान उन्होंने हजारों मछुआरों को संबोधित किया था। इन सभी राज्यों के चुनावी नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे।

कंगना के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया वॉरेंट, जावेद अख्तर से जुड़ा है मामला, जानिए इसके ब...

बॉलीवुड की पंगा गर्ल कंगना रनौत एक बार फिर से विवादों में घिर गईं। दरअसल, एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ जमानती वॉरेंट जारी हुआ है। मुंबई की अंधेरी मेट्रोपॉलिटन कोर्ट ने इसे जारी किया। ये वॉरेंट मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर से जुड़े एक मामले में जारी हुआ। दरअसल, कंगना कोर्ट में पेश नहीं हुई, जिसके बाद ही ये कदम उठाया गया। ये वॉरेंट किस मामले में कंगना को जारी किया गया, आइए आपको बता देते हैं…

जावेद अख्तर ने किया था मानहानि केस

दरअसल, कुछ महीनों पहले जावेद अख्तर ने एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। अख्तर ने कंगना पर अपनी छवि खराब करने का आरोप लगाया था। आपको तो याद होगा कि जब बीते साल एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना कितनी सुर्खियों में आ गई थीं। कंगना ने सुशांत की मौत के बाद बॉलीवुड के नेपोटिज्म को लेकर काफी कुछ बयानबाजी की थीं।  

जावेद अख्तर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करते हुए ये आरोप लगाया था कि एक्ट्रेस ने उनके खिलाफ गलत बयानबाजी की। कई न्यूज चैनलों में जाकर गलत बयान दिए, जिसका गहरा असर उनकी छवि पर पड़ा। इस मामले को लेकर अख्तर ने कंगना पर सख्त एक्शन लेने की मांग की थीं। 

क्या कहा था कंगना ने…?

बता दें कि सुशांत की मौत के बाद कंगना ने कई बॉलीवुड सितारों पर गुटबाजी का आरोप लगाया था। इस दौरान कंगना ने ये भी कहा था कि जावेद अख्तर ने उन्हें ऋतिक रोशन के खिलाफ केस वापस लेने की धमकी दी थीं। कंगना ने दावा किया था कि जावेद अख्तर ने ये कहा था कि वो अगर केस वापस नहीं लेती तो उनके पास कुछ नहीं बचेगा। कंगना के इन बयानों को लेकर जावेद अख्तर ने एक्ट्रेस के खिलाफ पिछले साल नवंबर में केस दर्ज कराया था। 

कोर्ट ने पेश नहीं हुई एक्ट्रेस

इस केस को लेकर दिसंबर 2020 में कोर्ट ने पुलिस को जांच करने के आदेश दिए। मामले में पुलिस ने कंगना को समन भेजकर पूछताछ के लिए 22 जनवरी को बुलाया था, लेकिन वो नहीं पहुंचीं। सोमवार को इस मामले में मुंबई की कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें कंगना पेश नहीं हुई। जिसके बाद एक्ट्रेस के खिलाफ ये जमानती वॉरेंट जारी किया। 

पश्चिम बंगाल में पुलिस ऑफिसर्स ही कर रहे पुलिसकर्मियों के वोट लूटने की साजिश, जानें क...

0

आगामी महीनों में देश के 5 प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लगी है। इस बार चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जिस राज्य की हो रही है वो है टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल। (West Bengal Election 2021)

पश्चिम बंगाल की सियासत में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का दबदबा काफी पहले से ही रहा है। पिछले 2 बार से उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में सरकार बनाते आ रही है। लेकिन इस चुनाव में देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी को कड़ी टक्कर देने का दावा कर रही है। 

बीजेपी ने राज्य में परिवर्तन रथ यात्रा भी निकाला है। इसी बीच बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कोलकाता पुलिस के कुछ अधिकारी पुलिसकर्मियों के वोटर कार्ड और आधार कार्ड का जेरॉक्स ले रहे हैं, ताकि चुनाव के दौरान धांधली की जा सके।

बीजेपी ने पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

आज सोमवार को बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने कोलकाता पुलिस आयुक्त सौमेन मित्रा से मुलाकात कर यह आरोप लगाया। बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ स्वपन दासगुप्ता, बीजेपी विधायक सव्यसाची दत्ता और शिशिर बाजौरिया ने कोलाकाता पुलिस आयुक्त से मुलाकात की और बीजेपी की ओर से एक ज्ञापन सौंपा है। 

पुलिस आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में बीजेपी ने कुछ पुलिस अधिकारियों के नाम दिए हैं और राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से उनकी लिंक होने की बात कही है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ही पुलिसकर्मियों के वोट लूटने की साजिश कर रहे हैं। बीजेपी ने इन अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।

इंस्पेक्टर शांतनु सिंह पर लगे गंभीर आरोप

बीजेपी विधायक सव्यसाची दत्ता ने कहा है कि वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले पुलिसकर्मियों के वोटर कार्ड और आधार कार्ड का जेरॉक्स लिया गया है, ताकि पोस्टल बैलेट में धांधली की जा सके। बीजेपी ने कोलकाता में पुलिस आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में इंस्पेक्टर शांतनु सिन्हा का नाम सार्वजनिक किया है। बीजेपी का आरोप है कि शांतनु सिन्हा के नेतृत्व में यह किया गया है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) होने वाले हैं। जिसके नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग ने पिछले दिनों इसकी तारीख मुकर्रर कर दी। आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरु हो चुके हैं। बीजेपी इस चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है। वहीं, ममता बनर्जी प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिशों में लगी है। 

कौन हैं ये बुजुर्ग महिला, जिनके साथ पिटाई के आरोपों पर बंगाल की सियासत गरमाई? बीजेपी-...

0

पश्चिम बंगाल में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा दिन पर दिन चढ़ता ही जा रहा है। सभी पार्टियां इन चुनावों के लिए कमर कस चुकी है। बंगाल चुनाव के लिए बीजेपी और TMC ही सबसे ज्यादा एक्टिव मोड़ में नजर आ रही हैं और एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने की पूरी कोशिशों में हैं। 

बंगाल चुनाव की सरगर्मियों के बीच एक मुद्दा राज्य में छा गया और वो है एक बुजुर्ग महिला की पिटाई का मामला। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला के चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान दिख रहे हैं। ये मामला उत्तर 24 परगना जिले का है। इस मामले पर बीजेपी और TMC एक दूसरे पर आरोप लगाती नजर आ रही हैं। 

पिटाई का आरोप बीजेपी ने TMC पर लगाया

जहां एक तरफ बीजेपी महिला की पिटाई का आरोप TMC पर लगा रही है। तो वहीं दूसरी ओर TMC का ये कहना है कि बीजेपी महिला का इस्तेमाल के लिए कर रही हैं। 

अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये बुजुर्ग महिला कौन हैं, जिन्होनें चुनाव से पहले बंगाल की सियासत में बवाल मचा दिया? क्यों इनके साथ इस तरह का बर्ताव हुआ? ये पूरा मामला क्या है, आइए आपको इसके बारे में बता देते हैं…

दरअसल, जिस बुजुर्ग महिला को बेरहमी से पीटा गया है, वो बीजेपी के एक कार्यकर्ता की मां बताई जा रही हैं। बीजेपी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार के मुताबिक 27 फरवरी को TMC कार्यकर्ताओं ने उनके घर में घुसकर हमला किया। इस दौरान उनकी बुजुर्ग मां को भी बुरी तरह पीटा गया। 

वहीं मजूमदार की मां ने इस घटना को लेकर बताया कि उन लोगों ने घर में घुसकर मेरे सिर और गर्दन पर मुक्कों से मारा। मेरे चेहरे पर भी मारा। मुझे डर लग रहा है क्योंकि उन्होनें मुझे इसके बारे में किसी को भी नहीं बताने की चेतावनी दी।

पुलिस अधिकारी ने किया ये दावा

हालांकि TMC ने इन आरोपों को खारिज किया है। वहीं पुलिस अधिकारी की तरफ से इस मामले को लेकर ये दावा किया गया कि बीजेपी कार्यकर्ता की मां पर हमला नहीं हुआ। उनका चेहरा किसी बीमारी की वजह से सूजा है। अधिकारी के मुताबिक इस मामले की हर एंगल से जांच हो रही हैं। अब तक घटना के जिम्मेदार लोगों की पहचान नहीं हुई, क्योंकि उन्होनें मास्क पहने थे। 

‘बंगाल की बेटी’ पर मचा घमासान

बुजुर्ग महिला की पिटाई के मामले सियासत काफी गर्मा गई है। इसको लेकर राज्य में कई पोस्टर भी लगाए गए, जिसे बीजेपी नेता सोशल मीडिया पर शेयर करते नजर आ रहे हैं। पोस्टर में बुजुर्ग महिला का चेहरा लगाते हुए पूछा गया- ‘क्या ये बंगाल की बेटी नहीं है?’ गौरतलब है कि चुनावों को लेकर TMC ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी के रूप में पेश कर रही है। इसी को लेकर अब कटाक्ष किया गया। 

वहीं बीजेपी के इन आरोपों पर TMC की ओर से भी पलटवार किया। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा- ‘TMC सकारात्मक अभियान चला रही है। बीजेपी बदहवास है। उसके पास सुशासन के मोर्चे पर ममता बनर्जी का मुकाबला करने के लिए कुछ नहीं है। बंगाल को तो अपनी बेटी चाहिए। फर्जी खबरों की फैक्टरी फिर बेनकाब हुई है।’

आपको बता दें कि बंगाल में मार्च से लेकर अप्रैल तक 8 चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण के चुनाव 27 मार्च को हैं। वहीं आखिरी चरण के लिए वोटिंग 29 अप्रैल को होगी। 2 मई को इन चुनावों के नतीजे आएंगे। 

पीएम मोदी की तारीफ कर घिरे गुलाम नबी आजाद…अपनी ही पार्टी के नेता ने सुनाई खरी-ख...

0

देश की सबसे पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में बगावत के सुर उभरने शुरु हो गए है। इसका अंदेशा पिछले साल अगस्त महीनें में ही लग चुका था, जब कांग्रेस पार्टी के 23 बड़े नेताओं ने चिट्ठी लिखकर पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की बात कही थी। अब यह मामला सार्वजनिक रुप से ऊभर कर सामने आ गया हैं। 

पिछले दिनों कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के नेतृत्व में ये 23 नेता जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे और पार्टी नेतृत्व को निशाने पर लिया था। जिसके बाद बीते दिन रविवार को गुलाम नबी आजाद ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। 

कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है लेकिन पार्टी के नेता एक-दूसरे से भिड़ते दिख रहे हैं। आजाद के इस बयान पर कांग्रेस सांसद (JothiMani) ने प्रतिक्रिया देते हुए तंज कसे हैं।

कांग्रेस सांसद की प्रतिक्रिया

तमिलनाडु के करुर से कांग्रेस सांसद जोथी मनी (JothiMani) ने हाल ही में राज्यसभा से रिटायर हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद को निशाने पर लिया। कांग्रेस नेता ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘डियर गुलाम नबी आजाद जी, आप मोदी जी की जितनी चाहें तारीफ कर सकते हैं लेकिन याद रखें, उन्होंने कश्मीर को दो टुकड़ों में बांट दिया। कांग्रेस और इसी राज्य व यहां के लोगों ने आपको वह बनाया है जो आप दशकों से रहे हैं।‘

जानें, पीएम को लेकर आजाद ने क्या कहा था?

बता दें, बीते दिन रविवार को जम्मू-कश्मीर में गुर्जर देश चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेताओं को पसंद करते हैं जिन्हें अपनी जड़ों पर गर्व है। 

कांग्रेस नेता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, मैं खुद गांव का हूं और मुझे इसका फक्र है। मैं अपने प्रधानमंत्री जैसे नेताओं की काफी प्रशंसा करता हूं जो कहते हैं कि वह गांव से हैं, वह चाय़ बेचते थे। उन्होंने कहा, ‘मोदी के साथ मेरे राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन वह भी अतीत में चायवाला होने के बारे में खुल कर बात करते हैं।’

रजिस्ट्रेशन से लेकर वैक्सीनेशन तक….यहां जानिए कोरोना Vaccine लगवाने का पूरा प्र...

0

कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण का आगाज आज से देश में हो गया है। 60 साल से ज्यादा उम्र और 45 साल से अधिक के गंभीर रूप से बीमार लोग वैक्सीन लगवा सकते हैं। वैक्सीन लगवाने की सुविधा सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों में इंतेजाम किए गए है। लेकिन जहां सरकारी अस्पताल में मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी, तो वहीं प्राइवेट में आपको एक डोज के लिए 250 रुपये तक की कीमत देनी होगी। 

अगर अब आपका या आपके परिवार के किसी सदस्य का नंबर भी कोरोना वैक्सीन लगवाने वाली लिस्ट में आता है, तो आप वैक्सीनेशन से जुड़ी पूरी प्रक्रिया जरूर जानना चाहेंगे। कैसे वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन होगा? वैक्सीन लगवाने के लिए किन किन चीजों की जरूरत होगी? अगर आप भी इस तरह के सवालों के जवाब चाहते हैं, तो इस खबर को पूरी पढ़े…

कौन-कौन लगवा सकता है वैक्सीन?

सबसे पहले आपको इस बारे में जानकारी दे देते हैं कि किन-किन लोगों को दूसरे चरण में वैक्सीन लगेगी। दूसरे चरण में 60 साल के ऊपर के लोगों को टीका लगेगा। इसके अलावा 45 साल से अधिक उम्र के जो लोग गंभीर बीमार है, वो भी वैक्सीन का टीका ले सकते है। आपको यहां ये बता दें कि उम्र की गणना 1 जनवरी 2011 के मुताबिक होगी।

गंभीर बीमारी की एक लिस्ट सरकार की तरफ से जारी की गई है। जिसमें डायबिटीज (शुगर), हाइपरटेंशन, ल्यूकेमिया बोन मेरो, किडनी, लीवर और हार्ट जैसी बीमारियां शामिल हैं। 45 से ज्यादा उम्र गंभीर बीमारी वालों को मान्यता प्राप्त डॉक्टर से एक सर्टिफिकेट लेना होगा, जिसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से प्रारूप भी जारी कर दिया गया है। 

वैक्सीनेशन के लिए किन दस्तावेजों की होगी जरूरत?

अब बात करते हैं कि वैक्सीनेशन के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी। इसके लिए आपको आधार कार्ड या फिर वोटर आईडी कार्ड चाहिए होगा। अगर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए इन दोनों में से कुछ भी आपके पास नहीं तो फोटो आईडी कार्ड देना होगा। ये प्रक्रिया तो वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन के लिए है। 

वहीं रजिस्ट्रेशन के बाद वैक्सीनेशन केंद्र पर आपको ऑफिशियल आईडी दिखानी पड़ेगी। साथ में 45 से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए बीमारी वाला सर्टिफिकेट भी देना अनिवार्य होगा।

कैसे होगा वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन?

वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे होगा इसके बारे में भी अब बता देते हैं…रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस को आसान किया गया है। कोविन, आरोग्य सेतु ऐप या फिर cowin.gov.in पर जाकर लॉग इन किया जा सकता है। आपको यहां पर अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। जिसके बाद नंबर पर एक OTP आएगा। इसकी मदद से आप अकाउंट क्रिएट कर सकते हैं। 

वहीं जिन लोगों के पास स्मार्टफोन या फिर इंटरनेट की सुविधा नहीं है, वो ऑन साइट जाकर भी वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। 

जी-23 के बाद अब कांग्रेस में बगावत के सुर! कांग्रेस नेता ने कहा- पार्टी को बीजेपी से ...

0

देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अंदरखाने कुछ ठीक नहीं है। पिछले साल अगस्त 2020 में कांग्रेस के 23 दिग्गज नेताओं (G-23) ने पत्र लिखकर केंद्रीय नेतृत्व को निशाने पर लिया था। अब इन 23 नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में इकठ्ठा होकर केंद्रीय नेतृत्व को नसीहत दे दी है।

इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक राशिद अल्वी (Rashid Alvi) ने भी पार्टी को नसीहत देते हुए बीजेपी से सीख लेने को कहा है। उन्होंने कहा है कि देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी हर छोटे-बड़े चुनाव जीतने के लिए दिन-रात मेहनत करती है।

‘कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मेहनत करने की जरुरत’

बीते दिन रविवार को कांग्रेस नेता राशिद अल्वी (Rashid Alvi) ने कहा, ‘अमित शाह की अपनी रणनीति है और कांग्रेस पार्टी को चुनावों में जीत के लिए रणनीति बनाने की जरूरत है। सभी छोटे-बड़े चुनाव में बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी के कार्यकर्ता दिन रात मेहनत करते है। उन्होंने कहा बीजेपी के कार्यकर्ता पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘वे सभी कोशिश करते हैं। नैतिक-अनैतिक कामों में भी शामिल हो जाते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। 24X7 घंटे काम करना होगा और एक रणनीति बनानी होगी। केवल तभी हम उनसे मुकाबला कर सकते हैं।‘

‘कांग्रेस पार्टी कमजोर होती दिख रही है’

राशिद अल्वी का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब कांग्रेस के कई बड़े चेहरे पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन और संगठनात्मक फेरबदल की मांग कर रहे हैं। बीते शनिवार को पार्टी के 23 नेता, जिन्हें G-23 भी कहा जाता है…कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में एकत्र हुए थे। जिसमें कई नेताओं ने कहा था कि पार्टी कमजोर हो रही है और वे इसे मजबूत करने के लिए एकसाथ आए हैं। 

गांधी ग्लोबल फैमिली नामक एक एनजीओ की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम को कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने संबोधित किया। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस उन्हें कमजोर होती दिख रही है। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को दोबारा राज्यसभा के लिए नामित न किए जाने पर भी सवाल उठाए। इस कार्यक्रम में सोनिया-राहुल के पोस्टर नहीं थे।

Corona Vaccination: क्यों पीएम मोदी ने Covaxin की डोज ही लगवाई? जानिए इसके जरिए प्रध...

0

कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत एक और कदम आगे बढ़ गया है। कोरोना वैक्सीन के दूसरे फेज के लिए वैक्सीन आज से लगना शुरू हो गई। 60 से ज्यादा उम्र के लोगों को आज से कोरोना वैक्सीन की डोज मिलना शुरू हो गई है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दूसरे चरण में वैक्सीन लगने की शुरुआत होते ही टीके की पहली डोज ली।

पीएम के इस कदम को विपक्ष ने भी सराहा 

सोमवार सुबह सुबह AIIMS पहुंचकर पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। पीएम मोदी ने सबसे पहले वैक्सीन लगवाकर एक अच्छी पहल की, जिसकी ना सिर्फ सत्ता पक्ष बल्कि विपक्ष भी सराहना कर रहा है। कई विपक्षी नेताओं ने सबसे पहले वैक्सीन लगवाकर एक मैसेज देने के लिए पीएम मोदी की तारीफ की, जिसमें कार्ति चिदंबरम और प्रियंका चतुर्वेदी जैसे नाम शामिल है। 

पीएम मोदी ने AIIMS में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की डोज ली। देश में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है, जिसमें कोवैक्सीन के साथ सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड भी शामिल है। ऐसे में पीएम मोदी ने कोवैक्सीन की डोज ही क्यों ली? इसके पीछे भी एक बड़ी वजह है। ऐसा करके पीएम मोदी ने देशवासियों को एक खास संदेश दिया। 

Covaxin पर उठे थे सबसे ज्यादा सवाल

दरअसल, जब जनवरी के महीने में दोनों कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी अप्रूवल को मंजूरी मिली थीं, तो सबसे ज्यादा सवाल कोवैक्सीन पर ही उठ रहे थे। विपक्ष के भारत बायोटेक द्वारा तैयार कोवैक्सीन को मंजूरी देने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए थे। कई नेताओं का कहना था कि इसके इस्तेमाल को मंजूरी देकर सरकार ने जल्दबाजी की और इसके परिणाम गंभीर हो सकते है। लेकिन अब पीएम मोदी ने इसी वैक्सीन की डोज को लेकर उन तमाम सवालों पर विराम लगाया और जनता के बीच वैक्सीन के सुरक्षित होने का एक खास संदेश दिया। 

गौरतलब है कि कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने वैक्सीन पर सवाल खड़े करते हुए ये कहा था कि वैक्सीन सुरक्षित है तो सबसे पहले पीएम मोदी को ये लगवानी चाहिए। जब वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई थी तब कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने कहा था कि पीएम मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को सबसे पहले वैक्सीन लगवानी चाहिए। वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था कि सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष वैक्सीन लगवा रहे हैं, क्या पीएम मोदी इसे लगवाएंगे? 

वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने तो बीजेपी की वैक्सीन तक बता दिया था। उन्होनें कहा था कि बीजेपी की वैक्सीन पर उनको भरोसा नहीं। जब हमारी सरकार आएगी तो सभी को फ्री में वैक्सीन लगवाएंगे। 

वैक्सीनेशन का दूसरा चरण आज से शुरू

आपको बता दें कि जनवरी में दो वैक्सीन को भारत में मंजूरी दी गई थी। जनवरी बीच से ही देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई थीं। पहले चरण में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। जबकि अब दूसरे चरण में 60 से ज्यादा उम्र के और 45 से ज्यादा गंभीर बीमार वाले आम लोगों को वैक्सीन लगने का काम शुरू होगा। सरकारी अस्पताल में वैक्सीन की डोज फ्री में दी जाएगी, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में इसकी एक डोज के लिए 250 रुपये लगेंगे।