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Bollywood Superstar Rajesh Khanna: जब 10 हज़ार को हराकर चमका एक सितारा: राजेश खन्ना क...

Bollywood Superstar Rajesh Khanna: आज बॉलीवुड में सुपरस्टार्स की कोई कमी नहीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि “सुपरस्टार” शब्द का असली हकदार कौन था? वो थे हिंदी सिनेमा के पहले और असली सुपरस्टार — राजेश खन्ना, जिन्हें प्यार से सब ‘काका’ कहा करते थे। उनका स्टारडम इतना बड़ा था कि लड़कियां उनके पोस्टर्स से शादी कर लेती थीं, उनके लिए खून से खत लिखा करती थीं। लेकिन इस चमक-धमक के पीछे एक लंबा और दिलचस्प सफर छुपा है, जो 1965 में एक टैलेंट हंट कॉम्पिटिशन से शुरू हुआ था।

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10 हज़ार लोगों को पछाड़ा था काका ने- Bollywood Superstar Rajesh Khanna

आपको जानकारी हैरानी होगी कि राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था। उनका जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में हुआ था। जब उन्होंने यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स और फिल्मफेयर द्वारा आयोजित टैलेंट हंट में हिस्सा लिया था, तो कोई नहीं जानता था कि वो इतिहास रचने जा रहे हैं। इस कॉम्पिटिशन में करीब 10,000 प्रतियोगी शामिल थे, लेकिन जीत सिर्फ एक की हुई और वो थे राजेश खन्ना। यहीं से उन्हें बॉलीवुड में कदम रखने का पहला मौका मिला।

24 साल की उम्र में किया डेब्यू

1966 में, महज़ 24 साल की उम्र में, काका ने फिल्म ‘आखिरी खत’ से सिल्वर स्क्रीन पर दस्तक दी। फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट न रही हो, लेकिन काका की एक्टिंग सबको याद रह गई।

इसके बाद तो जैसे उनके फिल्मों का सिलसिला चल निकला। ‘आराधना’, ‘आनंद’, ‘सच्चा झूठा’, ‘कटी पतंग’, ‘बावर्ची’, ‘अमर प्रेम’ — एक से बढ़कर एक क्लासिक फिल्में उन्होंने दीं।

जब हर फिल्म बन गई हिट

1969 से 1972 के बीच राजेश खन्ना ने जो किया, वो आज भी बॉलीवुड के लिए एक मिसाल है। उन्होंने लगातार 17 सुपरहिट फिल्में दीं, और वो भी मेन लीड में। ये रिकॉर्ड आज तक कोई दूसरा एक्टर नहीं तोड़ पाया।

उनके स्टार्डम का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि लोग उनके बालों की स्टाइल कॉपी करते थे, उनके डायलॉग्स दोहराते थे और उन्हें चलते-फिरते भगवान की तरह देखा करते थे।

राजाओं जैसी जिंदगी जीने वाला स्टार

काका ना सिर्फ परदे पर स्टार थे, बल्कि असल जिंदगी में भी उन्होंने शाही अंदाज़ में जीना पसंद किया। उनका बंगला ‘आशीर्वाद’ खुद एक लैंडमार्क बन गया था। कहा जाता है कि उनके घर के बाहर लड़कियों की लाइन लगी रहती थी, कुछ तो शादी के कार्ड तक भेज देती थीं।

कैंसर से जंग और आखिरी अलविदा

लेकिन हर चमकते सितारे की तरह, काका की जिंदगी में भी एक दिन सूरज ढल गया। जुलाई 2012 में, कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद, उन्होंने 69 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।

आज उन्हें गए 13 साल हो चुके हैं, लेकिन उनकी फिल्में, उनके डायलॉग्स और उनकी मुस्कान आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा हैं।

राजेश खन्ना सिर्फ एक नाम नहीं, एक एहसास थे। उन्होंने न सिर्फ सिनेमा को नई ऊंचाइयां दीं, बल्कि ये भी दिखाया कि अगर हुनर हो तो 10 हज़ार लोगों के बीच भी एक चमकता सितारा बनना मुमकिन है।

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Tymal Mills on porn site: टायमल मिल्स ने पोर्न साइट पर खोला अकाउंट, क्रिकेट जगत में म...

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Tymal Mills on porn site: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टायमल मिल्स इन दिनों क्रिकेट के बजाय अपनी एक अनोखी वजह से चर्चा में हैं। हाल ही में यह खबर आई है कि मिल्स ने एक पोर्न साइट पर अपना अकाउंट बनाया है। सुनकर तो हर कोई चौंक गया, लेकिन जैसे-जैसे मामले की तह तक पहुंचा गया, पता चला कि इसका मकसद क्रिकेट फैंस से जुड़ना और अपनी जिंदगी की बातें शेयर करना है, ना कि कोई अश्लील सामग्री पोस्ट करना। आईए जानते हैं क्या यही पूरा मामला:

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फैंस में खलबली, लेकिन सच्चाई कुछ और- Tymal Mills on porn site

टायमल मिल्स के इस फैसले को जानकर सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। कई लोग हैरान हुए तो कुछ ने उनकी बहादुरी और नए जमाने के नए तरीके को सराहा भी। खुद मिल्स ने बताया कि उन्हें पता है कि लोग इस साइट के बारे में क्या सोचते हैं, लेकिन उनका उद्देश्य बिल्कुल साफ है, वह यहां ग्लैमरस या अश्लील चीजें नहीं डालेंगे। यह उनके फैंस से जुड़ने का एक नया तरीका है, जिसमें वे अपनी क्रिकेट यात्रा और निजी जिंदगी के अनुभव साझा करना चाहते हैं।

32 साल के इस तेज गेंदबाज का मीडिया और कम्युनिकेशन में भी हमेशा से गहरा इंटरेस्ट रहा है। दरअसल, जब वे एसेक्स के लिए खेलना शुरू कर रहे थे, तब वे स्पोर्ट्स जर्नलिज्म की पढ़ाई भी कर रहे थे। इसलिए मीडिया से जुड़ी इस नई पहल को उनकी सोच का ही एक हिस्सा माना जा सकता है।

IPL में मिल्स का सफर

क्रिकेट के मैदान पर मिल्स ने आईपीएल में भी अपनी रफ्तार से कई बार सबका ध्यान खींचा है। 2017 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें 12 करोड़ रुपये में खरीदा था, जो उस समय विदेशी खिलाड़ियों में से सबसे महंगा था। लेकिन चोटों और फॉर्म की उतार-चढ़ाव की वजह से उनका आईपीएल करियर ज्यादा लंबा नहीं चला। उस सीजन में उन्होंने सिर्फ 5 मैच खेले और 5 विकेट लिए।

फिर 2022 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें 1.5 करोड़ रुपये में खरीदा, जहां उन्होंने 5 मैचों में 6 विकेट लिए। इंग्लैंड की तरफ से भी वे 16 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं और 14 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में उनकी रफ्तार और स्विंग दोनों का कमाल क्रिकेट प्रेमियों को भाता रहा है।

विवाद या नया ट्रेंड?

जहां कुछ लोग टायमल मिल्स के इस फैसले को विवादित मान रहे हैं, वहीं कई फैंस इसे नए जमाने की डिजिटल रणनीति कह रहे हैं। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की दुनिया में ऐसे कदम आम होते जा रहे हैं, जहां खिलाड़ी अपनी आवाज और पहचान सीधे फैंस तक पहुंचाना चाहते हैं। मिल्स का यह कदम भी उसी कड़ी में एक नया प्रयोग माना जा सकता है।

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Ajit Doval Russia Visit: रूस के साथ रिश्ते मजबूत करने पहुंचे डोभाल, एस-400, तेल और टै...

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Ajit Doval Russia Visit: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल इस समय रूस के दौरे पर हैं, जहां बुधवार, 6 अगस्त को उनकी मुलाकात रूसी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ होने वाली है। इस अहम मीटिंग में दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग, रूसी तेल पर अमेरिकी पाबंदियों का असर, और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा जैसे मुद्दों पर बातचीत की संभावना है।

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डोभाल की यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है, जब अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ को लेकर तनाव बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ऐलान किया है कि रूस से तेल खरीदने के चलते भारत पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाया जाएगा, जो 7 अगस्त से लागू हो रहा है। अमेरिका का कहना है कि भारत, रूसी तेल खरीदकर अप्रत्यक्ष रूप से रूस की युद्ध मशीन को फंडिंग कर रहा है।

हालांकि भारत ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि वॉशिंगटन खुद अब भी मॉस्को से यूरेनियम और फर्टिलाइज़र जैसी चीज़ें खरीद रहा है, ऐसे में ये आरोप दोहरे मापदंड दिखाते हैं।

एस-400 मिसाइल सिस्टम पर भी हो सकती है बातचीत- Ajit Doval Russia Visit

रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक, बुधवार को होने वाली उच्च स्तरीय वार्ता में मौजूदा वैश्विक हालात, खासकर यूक्रेन युद्ध और उससे जुड़े तनावों पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा डोभाल रूस से बाकी बचे एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की सप्लाई को लेकर भी बात कर सकते हैं। बता दें कि रूस की यह मिसाइल प्रणाली दुनिया की सबसे एडवांस डिफेंस टेक्नोलॉजी में गिनी जाती है और मई में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के समय इसने अहम भूमिका निभाई थी।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला रूस दौरा

आपको बता दें, यह डोभाल की पहली रूस यात्रा है, जो मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रही है। यह दौरा पहले से तय था, लेकिन मौजूदा हालात में इसकी अहमियत काफी बढ़ गई है। अब माना जा रहा है कि वह अमेरिकी धमकियों और टैरिफ बढ़ोतरी जैसे मुद्दों पर भी रूसी पक्ष से बात कर सकते हैं और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर विश्वास का संदेश देंगे।

ट्रंप के खास दूत भी मॉस्को में

दिलचस्प बात ये है कि डोभाल की रूस यात्रा के दिन ही ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी मॉस्को पहुंच गए हैं। क्रेमलिन की ओर से इसकी पुष्टि की गई है। रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेशकोव ने जानकारी दी कि विटकॉफ की यात्रा विशेषज्ञ स्तर की बातचीत के लिए है और इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात को तैयार हैं। हालांकि इस बैठक की तारीख तय नहीं की गई है।

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Dharali cloudburst: धराली में बादल फटने से मचा हाहाकार: 34 सेकेंड में बहा पूरा गांव, ...

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Dharali cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली गांव में मंगलवार दोपहर 1:45 बजे के करीब ऐसा मंज़र देखने को मिला, जिसने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिए। महज कुछ सेकेंडों में गांव तबाही की चपेट में आ गया। ऊपर पहाड़ियों से अचानक बादल फटा और उसके बाद जो हुआ, वह किसी डरावनी फिल्म से कम नहीं था। खीर गंगा नदी देखते ही देखते उफान पर आ गई और भारी मलबा लेकर सीधे गांव की ओर आ गिरा। इस हादसे में अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 100 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं।

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बुधवार सुबह तक बचाव टीमें रेस्क्यू-सर्च ऑपरेशन में जुटी रहीं। एक और शव बरामद किया गया है, जिसकी पहचान अभी की जा रही है। फिलहाल यह साफ नहीं है कि यह शव किसका है, लेकिन मौत का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका बनी हुई है।

34 सेकेंड में तबाही, गांव मलबे में तब्दील- Dharali cloudburst

स्थानीय लोगों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे गांव के ऊपर अचानक काले बादल घिरे और कुछ ही सेकेंडों में जोरदार बारिश और मलबा आने लगा। खीर गंगा नदी का पानी उफन पड़ा और साथ ही पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा नीचे आया। इस सबमें सिर्फ 20 से 34 सेकेंड लगे, और इतने में ही गांव के बाजार, घर, होटल, रिसॉर्ट, दुकानें और यहां तक कि सेब के बागान भी मलबे में दब गए।

लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला। चीख-पुकार चारों ओर सुनाई दे रही थी। जो जहां था, वहीं से निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मलबे की रफ्तार इतनी तेज़ थी कि बहुत से लोग दब गए या बह गए।

सेना के 11 जवान लापता, 130 लोग गांव में फंसे

इस आपदा के वक्त धराली गांव के पास सेना का एक कैंप भी था, जिसमें कुछ जवान तैनात थे। घटना के बाद से सेना के 11 जवान लापता बताए जा रहे हैं। सेना, NDRF, SDRF और जिला प्रशासन की टीमों ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया है ताकि इन जवानों का पता लगाया जा सके।

वहीं, गांव में करीब 130 लोग अब भी फंसे हुए हैं। इन लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। कई जगहों पर रास्ते टूट गए हैं, जिससे राहत कार्य में दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन टीमें लगातार जुटी हैं।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

बुधवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। इसके बाद सीएम धामी ने धराली और आसपास के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण (एरियल सर्वे) किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा की और राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए।

कल्प केदार मंदिर भी मलबे में दबा

आपको बता दें, इस आपदा में धराली गांव का प्राचीन कल्प केदार शिव मंदिर भी मलबे में दब गया। यह मंदिर 1500 साल पुराना बताया जाता है और पंच केदार परंपरा से जुड़ा है। स्थानीय लोगों की आस्था का ये सबसे बड़ा केंद्र था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मंदिर में रोज़ पूजा होती थी। फिलहाल यह साफ नहीं है कि घटना के वक्त वहां पुजारी मौजूद थे या नहीं। SDRF की टीम वहां भी तलाशी अभियान चला रही है।

ये पांच सवाल अभी भी बने हुए हैं       

  1. जो होटल बहे, क्या वहां लोग थे?
    कई होटल मलबे में समा गए, लेकिन यह अभी साफ नहीं है कि अंदर कोई फंसा था या नहीं। रेस्क्यू टीम होटल्स के मलबे को हटाकर तलाशी कर रही है।
  2. दुकानों में कोई मौजूद था?
    जब सैलाब आया, उस वक्त बाजार की कई दुकानें खुली थीं। कुछ दुकानदार और ग्राहक अंदर ही मौजूद थे। इनमें से कई लोग लापता हैं।
  3. सेना के जवानों का क्या हुआ?
    हर्षिल क्षेत्र में तैनात सेना के 11 जवानों से संपर्क टूट गया है। उनकी तलाश में सेना, NDRF और SDRF की टीमें जुटी हैं।
  4. कल्प केदार मंदिर में पुजारी थे?
    मंदिर पूरी तरह मलबे में दब गया है। यह पता नहीं चल पाया है कि हादसे के समय वहां कोई मौजूद था या नहीं।
  5. जो घर टूटे, क्या वहां लोग थे?
    कई घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। अब तक 130 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन 70 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।

धराली गांव: बार-बार आपदाओं की चपेट में

बता दें, धराली गांव का इतिहास भी कुछ कम दर्दनाक नहीं रहा है। यहां 1864, 2013 और 2014 में भी बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं। हर बार तबाही का कारण खीर गंगा नदी ही रही है। भूगर्भ वैज्ञानिक प्रो. एस.पी. सती बताते हैं कि धराली ट्रांस हिमालय की मेन सेंट्रल थ्रस्ट लाइन पर बसा है, जो भूकंप और भू-स्खलन के लिहाज से बेहद संवेदनशील है।

करीब छह महीने पहले पहाड़ का एक हिस्सा टूटकर खीर नदी में गिरा था, लेकिन वह मलबा वहीं अटक गया था। अब आशंका जताई जा रही है कि वही मलबा इस बार टूटा और गांव की ओर बह गया।

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Graphic Era University Controversy: CCTV गायब, रूममेट लापता, शरीर पर गहरे निशान, क्या...

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Graphic Era University Controversy: लखनऊ की 18 वर्षीय वासवी सिंह की मौत ने पूरे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। नैनीताल के भीमताल में स्थित ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में बीसीए सेकेंड ईयर की छात्रा वासवी 30 जुलाई को अपने हॉस्टल में मृत पाई गई। कॉलेज प्रशासन ने इसे आत्महत्या बताया, लेकिन परिवार इसे हत्या बता रहा है। मां बीनू सिंह और भाई आयुष सिंह का कहना है कि वासवी आत्महत्या नहीं कर सकती। इस घटना को लेकर परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुष्कर सिंह धामी से निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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घटना की शुरुआतGraphic Era University Controversy

खबरों की मानें तो, 30 जुलाई को सुबह से ही वासवी का फोन स्विच ऑफ था। शाम पांच बजे यूनिवर्सिटी से कॉल आया कि बेटी ने आत्महत्या कर ली है। परिवार को अचानक हुए इस कॉल से कुछ समझ नहीं आया। जब वासवी के पिता रामकृष्ण तोमर मौके पर पहुंचे, तब जाकर उन्हें जानकारी दी गई।

 

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कॉलेज ने दावा किया कि वासवी ने दुपट्टे से फांसी लगाई, लेकिन गले पर जो निशान था, वह किसी पतली रस्सी का लग रहा था। यहीं से परिवार को शक हुआ कि कुछ छिपाया जा रहा है।

रैगिंग और धमकियों की कड़ी

वासवी ने 29 जुलाई को अपनी मां को फोन करके बताया था कि उसकी नई रूममेट को एक सीनियर छात्रा रैगिंग के लिए बुला रही थी। वासवी ने इसका विरोध किया और वार्डन को शिकायत भी की। उसी रात एक सीनियर छात्रा उसके कमरे में घुसकर झगड़ा करने लगी, जिसका वीडियो भी वासवी ने मां को भेजा था।

अगले ही दिन उसकी मौत की खबर आई। इससे यह आशंका और गहरी हो गई कि क्या उसे जानबूझकर निशाना बनाया गया?

छिपाया जा रहा है सबूत?

वहीं, भाई आयुष सिंह ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि हॉस्टल के CCTV कैमरे घटना के तुरंत बाद हटा दिए गए। पुलिस की मौजूदगी के बिना बॉडी को नीचे उतारा गया और यूनिवर्सिटी प्रशासन लगातार बयान बदलता रहा।

परिजनों का यह भी कहना है कि उन्हें वासवी की रूममेट से मिलने नहीं दिया गया और जिन छात्राओं के खिलाफ शिकायत की गई थी, वे अब तक सामने नहीं आईं।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और हत्या की आशंका

आयुष सिंह का दावा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने की पुष्टि हुई है। इससे आत्महत्या की थ्योरी पर और सवाल उठते हैं। परिवार का यह भी आरोप है कि यूनिवर्सिटी हॉस्टल की छात्राओं को बयान देने से रोका जा रहा है और सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाने पर उन्हें धमकियां मिल रही हैं।

जस्टिस मार्च और उठते सवाल

इस घटना से नाराज़ होकर लखनऊ में आईटी चौराहे से परिवर्तन चौक तक “जस्टिस मार्च” निकाला गया, जिसमें 1000 से ज्यादा लोग शामिल हुए। छात्र-छात्राएं, समाजसेवी और आम लोग Justice for Vasavi”, “Stop Campus Ragging” जैसे नारों के साथ पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरे।

लोगों ने पूछा, “CCTV कहां हैं?”, “रूममेट कहां है?”, “आठवीं बार ऐसा क्यों हुआ है?”। यह ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की आठवीं संदिग्ध घटना बताई जा रही है।

समाजसेवियों और परिजनों की मांग

समाजसेवी अजर मुबीन ने इस पूरे मामले को यूनिवर्सिटी की लापरवाही बताया। उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी ने अब तक शोकसभा भी नहीं रखी, जिससे उनके रवैये का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

वासवी की मौसी स्वेच्छा सिंह ने बताया कि इंसाफ की मांग पर उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां दी जा रही हैं।

क्या सच कभी सामने आएगा?

पिता रामकृष्ण तोमर ने इसे “सुनियोजित हत्या” बताया है। उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की संवेदनशीलता नदारद है। “जब हम पहुंचे तो ऐसा कोई माहौल नहीं था जैसे कोई गंभीर घटना घटी हो। बेटी के गले के निशान देखकर साफ लगा कि फांसी नहीं, बल्कि गला दबाया गया था।”

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Army officer-SpiceJet dispute: श्रीनगर एयरपोर्ट पर आर्मी ऑफिसर-स्पाइसजेट विवाद में आय...

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Army officer-SpiceJet dispute: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर एयरपोर्ट पर हाल ही में एक घटनाक्रम ने सबको हैरान कर दिया। यहां एक आर्मी ऑफिसर ने स्पाइसजेट के चार कर्मचारियों को पीट दिया, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ऑफिसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। घटना की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सीसीटीवी फुटेज को सबूत के तौर पर अपने कब्जे में लिया है। वहीं, स्पाइसजेट ने आरोप लगाया है कि इस आर्मी ऑफिसर ने उनके कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया। लेकिन अब इस मामले से जुड़ा एक और विडिओ सामने आया है जिसने इस पूरी घटना को लेकर कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं।

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क्या है आरोप? (Army officer-SpiceJet dispute)

सूत्रों के अनुसार, आर्मी ऑफिसर गुलमर्ग के हाई-एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल में तैनात था और हाल ही में वह इमरजेंसी छुट्टी पर था। आरोप है कि उसने स्पाइसजेट के कर्मचारियों से 16 किलो वजन वाले दो बैग ले जाने के लिए अतिरिक्त शुल्क देने से इनकार कर दिया। एयरलाइन के नियमों के मुताबिक, केवल 7 किलो तक का सामान मुफ्त में लिया जा सकता है, जबकि ज्यादा वजन के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है।

स्पाइसजेट का कहना है कि यह ऑफिसर बिना बोर्डिंग प्रक्रिया पूरी किए जबरदस्ती एरोब्रिज में घुस गया। यह सुरक्षा नियमों का उल्लंघन था। इस पर एयरपोर्ट के सीआईएसएफ अधिकारी को उसे वापस लाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद ऑफिसर ने गेट पर ही कर्मचारियों से मारपीट करना शुरू कर दिया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह आर्मी अफसर कर्मचारियों को मुक्का मारते, लात मारते और कतार में लगे स्टैंड से हमला करते हुए नजर आ रहे हैं।

मारपीट का खौ़फनाक वीडियो

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि आर्मी अफसर एक कर्मचारी को मुक्का मारता है, और वह कर्मचारी बेहोश होकर फर्श पर गिर जाता है। इसके बाद वह अफसर उसे फिर भी लात मारता रहता है। एक अन्य कर्मचारी, जो अपने साथी की मदद के लिए झुका, उसे भी जोर से लात मारी जाती है, जिससे उसका चेहरा खून से लथपथ हो जाता है। बाद में चारों घायल कर्मचारियों को बोन एंड जॉइंट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, और फिर उन्हें श्रीनगर के SMHS हॉस्पिटल रेफर किया गया।

स्पाइसजेट ने इस घटना को गंभीरता से लिया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा, एयरलाइन ने आरोपी अफसर को नो-फ्लाई लिस्ट में डालने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। एक प्रवक्ता ने कहा कि स्पाइसजेट इस मामले को कानूनी और नियामक तरीके से आगे बढ़ाएगा।

घायलों के परिजनों का गुस्सा

घायल कर्मचारियों के परिजनों ने भी इस घटना पर गुस्सा जताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बाद उस आर्मी अफसर को बिना किसी जांच के श्रीनगर से जाने दिया गया। एक रिश्तेदार ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “हमें सिस्टम पर भरोसा था और हमने इस मामले को मीडिया में उठाने की कोशिश नहीं की। लेकिन जब हमें यह पता चला कि आरोपी अफसर को तुरंत श्रीनगर से जाने दिया गया, तो हमें बहुत दुख हुआ।”

नए वीडियो और तथ्य

बढ़ते विवाद के बीच इस घटना से जुड़ा एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें इस मामले से जुड़े कुछ नए तथ्य सामने आए हैं। इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह घटना नौ-दस दिन पुरानी है और शुरुआत में दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया गया था। इसके बाद यह मामला क्यों उछाला गया, यह सवाल उठ रहा है।

वीडियो में यह भी बताया जा रहा है कि आर्मी ऑफिसर इमरजेंसी लीव पर थे और उन्होंने एक्स्ट्रा बैग के वजन को लेकर शिकायत की थी। शुरुआत में एयरलाइन स्टाफ ने ऑफिसर से ज्यादा वजन की वजह से उसे बैग से कपड़े निकालने को कहा था, फिर बाद में 1200 रुपये का अतिरिक्त भुगतान भी लिया गया था। इसके बाद भी उसे बोर्डिंग से रोका गया, जिससे आर्मी अफसर गुस्से में आ गए।

इस विडिओ में ये भी साफ दिख रहा है कि एयरलाइन कर्मचारियों ने पहले सेना अधिकारी पर हमला किया और बाद में उन्होंने जवाबी कार्रवाई की।

फिलहाल इस पूरे मामले की जांच चल रही है, और सेना ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की बात की है। सेना ने कहा है कि जांच के नतीजों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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Raksha Bandhan Wishes: रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। यह दिन भाई-बहन के रिश्ते की खूबसूरती और पवित्रता को दर्शाता है। इस खास दिन पर, अगर आप अपने भाई या बहन से दूर हैं, तो ये दिल को छू लेने वाले संदेश आपकी भावनाओं को व्यक्त करने में आपकी मदद करेंगे। इन बातों के ज़रिए आप उन्हें बता सकते हैं कि उनके मन में आपके लिए क्या कमी है। तो चलिए आपको इस लेख में कुछ खास मैसेज के बारे में बताते है जो आप भी अपने भाई को भेज सकते है।

भाई के लिए बहन की तरफ से शुभकामनाएँ

  1. मेरे प्यारे भाई, तुम मेरी हिम्मत, मेरा सहारा और मेरा सबसे अच्छा दोस्त हो। राखी का यह धागा सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि हमारे अटूट प्यार का प्रतीक है। हैप्पी रक्षा बंधन!
  2. भगवान करे मेरे भाई की हर दुआ कुबूल हो, हर राह पर उसे कामयाबी मिले। तुम हमेशा खुश रहो, यही मेरी कामना है। रक्षा बंधन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
  3. आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि आज मुझे अपने भाई पर प्यार लुटाने का मौका मिला है। तुम जहाँ भी रहो, खुश रहो और हमेशा मुस्कुराते रहो।
  4. दुनिया की हर खुशी तुम्हारे कदमों में हो, मेरे भाई। तुम्हारी बहन हमेशा तुम्हारे साथ है। रक्षा बंधन की शुभकामनाएँ!
  5. एक भाई होना तो किस्मत की बात होती है, पर मेरा भाई होने के लिए शुक्रिया। तुम्हें ढेर सारा प्यार!
  6. “भाई, तुम्हें राखी बाँधने का दिन हर साल आता है, पर तुम्हारा साथ हमेशा मेरे दिल में रहता है। तुम सिर्फ एक भाई नहीं, मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो। हैप्पी रक्षा बंधन!”
  7. “दूर भले ही हूँ, पर यह दूरी हमारे प्यार को कम नहीं कर सकती। तुम हमेशा मेरे रक्षक हो और मैं हमेशा तुम्हारी बहन। रक्षा बंधन की ढेर सारी शुभकामनाएँ।”
  8. “दुनिया की सारी खुशियाँ तुम्हें मिलें, भाई। तुम मेरे लिए सिर्फ भाई नहीं, बल्कि मेरा अभिमान हो। यह राखी तुम्हारी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के साथ भेज रही हूँ।”
  9. “बचपन की लड़ाई से लेकर अब तक, तुम हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हो। इस रक्षा बंधन पर, मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करती हूँ कि हमारा ये बंधन हमेशा यूँ ही मजबूत रहे।”
  10. “भाई, तेरी कलाई पर ये धागा नहीं, प्यार की डोर है। हमेशा खुश रहना और मेरा साथ देना।”
  11. “रक्षाबंधन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ, भैया। तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त और मेरे रक्षक हो। भगवान तुम्हें हर खुशी दे।”
  12. “ये बंधन है विश्वास का, ये बंधन है प्यार का। मेरे प्यारे भाई, तुम जियो हज़ारों साल। हैप्पी रक्षाबंधन!”
  13. “भाई-बहन का रिश्ता सबसे खास होता है। राखी का ये पवित्र त्यौहार हमारे प्यार को और गहरा करे।”
  14. “दूर रहकर भी तुम हमेशा मेरे दिल के करीब हो। ये राखी भेज रही हूँ, ताकि तुम्हें याद रहे कि तुम्हारी बहन हमेशा तुम्हारे साथ है।”

बहन के लिए भाई की तरफ से शुभकामनाएँ

  1. मेरी प्यारी बहन, तुम सिर्फ मेरी बहन नहीं, बल्कि मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हो। तुम्हारी मुस्कान मेरे लिए सबसे कीमती है। हमेशा खुश रहो। हैप्पी राखी!
  2. आज के दिन मैं वादा करता हूँ कि तुम्हारे हर सुख-दुःख में मैं तुम्हारे साथ रहूँगा। तुम हमेशा मेरे लिए खास रहोगी। रक्षा बंधन की शुभकामनाएँ!
  3. बहन, तुम्हारी राखी मेरे लिए सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद है। मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ।
  4. चाहे हम कितना भी लड़ें, पर तुम्हारे बिना मेरी दुनिया अधूरी है। मेरी प्यारी बहन, तुम्हें रक्षा बंधन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
  5. दुआ करता हूँ कि भगवान मेरी बहन को दुनिया की सारी खुशियाँ दे। तुम हमेशा हँसती रहो, मुस्कुराती रहो।
  6. “मेरी प्यारी बहन, यह राखी सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि हमारे अटूट प्रेम का प्रतीक है। तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो और मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ। हैप्पी रक्षा बंधन!”
  7. “हर साल की तरह इस साल भी, इस राखी के पवित्र धागे में मैंने तुम्हारे लिए ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद भेजा है। तुम हमेशा खुश रहो और मुस्कुराती रहो।”
  8. “बहन, तुम सिर्फ मेरी बहन नहीं, बल्कि मेरी सबसे बड़ी ताकत हो। तुम्हारी हँसी ही मेरी खुशी है। इस रक्षा बंधन पर, तुम्हें दुनिया की सारी खुशियाँ मिलें।”
  9. “दूर हूँ तो क्या हुआ, मेरा प्यार हमेशा तुम्हारे साथ है। यह राखी तुम्हारे लिए मेरे दिल का प्यार और विश्वास लेकर आई है। रक्षा बंधन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।”
  10. “मेरी प्यारी बहन, तुम सिर्फ मेरी बहन नहीं, मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हो। इस राखी पर तुम्हें ढेर सारा प्यार और खुशियाँ।”
  11. “बहन, तेरी हर मुस्कान मेरे लिए अनमोल है। इस रक्षाबंधन पर वादा करता हूँ, तेरी रक्षा मैं हमेशा करूँगा।”
  12. “रक्षाबंधन की शुभकामनाएँ, बहन। ये धागा मुझे याद दिलाता है कि तुम मेरे लिए कितनी मायने रखती हो। खुश रहो और हमेशा मुस्कुराती रहो।”
  13. “तुम जैसी बहन पाना सौभाग्य की बात है। इस राखी का त्यौहार हमारे प्यार को और मजबूत करे।”
  14. “हर मुश्किल में तुम मेरे साथ थी, हर खुशी में तुम मेरे साथ हो। ये राखी का बंधन हमारे रिश्ते को और गहरा करे। हैप्पी रक्षाबंधन!”

भावनात्मक और दिल को छूने वाले संदेश

  1. फूलों का, तारों का, सबका कहना है, एक हज़ारों में मेरी बहना है। सारी उमर हमें संग रहना है।
  2. हैप्पी रक्षा बंधन!बचपन की वो शरारतें, वो मीठी नोंक-झोंक, वो एक-दूसरे का साथ… आज भी सब कुछ याद है। इस पवित्र रिश्ते को मेरा सलाम।
  3. दूर होकर भी तुम हमेशा मेरे दिल के करीब हो। आज राखी के इस पावन पर्व पर तुम्हें बहुत याद कर रहा हूँ।
  4. तुमसे दूर रहकर भी मेरा प्यार कम नहीं होगा। यह रिश्ता तो जन्म-जन्म का है। रक्षा बंधन की शुभकामनाएँ!
  5. दुनिया के सारे रिश्ते फीके हैं इस भाई-बहन के अटूट बंधन के आगे। हम हमेशा ऐसे ही साथ रहें।

हल्के-फुल्के और मजेदार संदेश

  1. बहन, तुम्हें राखी बाँधने का मौका मिल रहा है, पर इसका मतलब ये नहीं कि तुम मेरा सारा वॉलेट खाली कर दोगी। मज़ेदार राखी की शुभकामनाएँ!
  2. भाई, इस साल तो कुछ बड़ा गिफ्ट देना, सिर्फ चॉकलेट से काम नहीं चलेगा। Happy Raksha Bandhan, मेरा सबसे प्यारा और कंजूस भाई!
  3. तुमसे लड़ाई करना भी अच्छा लगता है, पर जब तुम साथ नहीं होती तो सब कुछ अधूरा लगता है। राखी की बहुत शुभकामनाएँ!
  4. यह वादा है कि मैं हमेशा तुम्हें परेशान करूँगा और तुम हमेशा मुझे डांटती रहोगी। क्योंकि हमारा रिश्ता ही ऐसा है। Happy Rakhi!
  5. भाई, तुम्हें गिफ्ट तो मैं दे दूँगा, पर एक वादा करो कि तुम मुझे हमेशा मेरी पसंद की चीज़ें खाने दोगे।

प्यारी शायरी वाले संदेश

  1. खुशबू बनकर तेरी साँसों में समा जाएँगे, सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जाएँगे, महसूस करने की कोशिश तो कीजिए, दूर होकर भी तेरे पास नज़र आएँगे।
  2. चंदन की डोरी, फूलों का हार, आया सावन का महीना और राखी का त्यौहार। भाई की कलाई पर सजा है प्यार, मुबारक हो आपको ये पवित्र त्यौहार।
  3. आया है राखी का त्यौहार, जिस पर है भाई-बहन का प्यार। इस रिश्ते को कभी न लगे नज़र, सलामत रहे यह बंधन हर साल।
  4. रिश्ता हम भाई-बहन का, कभी मीठा, कभी खट्टा, कभी रूठना, कभी मनाना, कभी लड़ाई, कभी प्यार, यही तो है इस रिश्ते का सार।
  5. सालों बाद आज फिर से वो पल आ गया, राखी का दिन फिर मुस्कुराता आ गया, भाई-बहन के प्यार का पर्व है, जो सिर्फ हमें नहीं, बल्कि हर एक को भाता है।

India China Border Row: चीन ने हमारी जमीन कब्जाई या ये सिर्फ राजनीतिक शोर है? राहुल ग...

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India China Border Row: 2022 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनके द्वारा दिया गया एक बयान भारतीय राजनीति में भूचाल ला सकता था। राहुल ने दावा किया कि चीन ने 2000 वर्ग किलोमीटर भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है, और यह भी कहा कि 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं और हमारे सैनिकों को अरुणाचल प्रदेश में पीटा जा रहा है। यह बयान तत्कालीन समय में चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद से जुड़ा था, खासकर 2020 की गलवान घाटी की खूनी झड़प के बाद, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे।

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राहुल गांधी के इस बयान ने न केवल विपक्ष और सरकार के बीच सियासी खाई को और गहरा किया, बल्कि इसने सुप्रीम कोर्ट का ध्यान भी खींचा। हाल ही में कोर्ट ने राहुल को फटकार लगाते हुए कहा कि एक सच्चा भारतीय ऐसे बयान नहीं देगा। अदालत ने पूछा, “आपको कैसे पता चला कि चीन ने 2000 वर्ग किमी भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है?”

सुप्रीम कोर्ट की फटकार: राहुल गांधी को जवाब देने का निर्देश – India China Border Row

सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के बयान पर कड़ी टिप्पणी की। अदालत ने कहा, “अगर आप सच्चे भारतीय हैं, तो आप ऐसी बातें नहीं कह सकते।” इसके अलावा, कोर्ट ने राहुल गांधी से पूछा कि “आपको कैसे पता चला कि चीन ने 2000 वर्ग किमी भारतीय जमीन पर कब्जा किया है?” कोर्ट ने कहा कि अगर राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, तो उन्हें संसद में ऐसे मुद्दे उठाने चाहिए, न कि सोशल मीडिया पर। अदालत ने यह भी पूछा कि क्या राहुल गांधी के पास इस दावे के समर्थन में कोई प्रमाण है?

केंद्र सरकार का पक्ष: चीन ने 1962 के बाद भारतीय जमीन पर कब्जा नहीं किया

वहीं, केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने राहुल गांधी के बयान का जोरदार विरोध करते हुए कहा कि 1962 के बाद चीन ने भारत की एक इंच भी जमीन नहीं कब्जाई है। रिजिजू ने स्पष्ट किया कि 1962 का युद्ध एक अलग मामला था, और उसके बाद से चीन ने कोई नई घुसपैठ या कब्जा नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जो विवाद था, वह 1959 का है, और 1962 में चीन ने कुछ हिस्सा लिया था, लेकिन उसके बाद से स्थिति स्थिर रही।

 

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रिजिजू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप भी शेयर की, जिसमें उन्होंने कहा कि चीन का आक्रमण 1962 में हुआ था, और इसके बाद से भारत की एक इंच भी जमीन चीन ने नहीं ली है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि चीन ने जहां कब्जा किया था, वह लोंगजू था, जिसे 1959 में असम राइफल्स के कैंप से कब्जा किया था।

विपक्ष का जवाब: क्या राहुल गांधी सच में देश का भला कर रहे हैं?

लेकिन दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार और भाजपा पर आरोप लगाया है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी इन गंभीर समस्याओं को छिपा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया पर लिखा, “चीन ने 50-60 किलोमीटर भारतीय सीमा पर कब्जा कर लिया है, लेकिन यह खबर मीडिया में नहीं आती।” उन्होंने इस संदर्भ में 2019 में भाजपा सांसद तापिर गाओ द्वारा उठाए गए मुद्दे का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा घुसपैठ करने का आरोप लगाया था।

भा.ज.पा. सांसद तापिर गाओ का दावा: चीन ने अरुणाचल में घुसपैठ की

आपको बता दें, संसद में भाजपा सांसद तापिर गाओ ने 2019 में यह दावा किया था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के एक हिस्से में घुसपैठ की है और 50-60 किलोमीटर भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है। गाओ ने यह भी कहा था कि कुछ स्थानीय युवाओं ने देखा था कि चीन ने वहां एक अस्थाई बरसाती नाले पर पुल बना लिया था। हालांकि, भारतीय सेना ने इस पर कहा कि कोई भी घुसपैठ नहीं हुई है और सीमा विवाद का हल कूटनीतिक तरीके से किया जाएगा।

लेकिन इस बयान ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भारत-चीन सीमा पर क्या वाकई कोई घुसपैठ हो रही है? और यदि हो रही है, तो सरकार क्यों इसे दबा रही है?

क्या सरकार सच में चीन के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है?

राहुल गांधी के बयान पर भाजपा और सरकार ने ताबड़तोड़ जवाब दिया है, लेकिन सवाल अब भी कायम है कि क्या सरकार सच में चीन के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है? क्या चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है? यदि किया है, तो सरकार इस मुद्दे को क्यों दबा रही है और इसे मीडिया में क्यों नहीं लाया जा रहा?

गलवान घाटी विवाद: क्या सरकार ने चीन से निपटने के लिए सही कदम उठाए?

2020 में गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और चीनी सेना के 40 सैनिक मारे गए थे। इस घटना ने दोनों देशों के रिश्तों को और जटिल बना दिया था। इसके बाद से यह सवाल भी उठने लगा था कि क्या सरकार ने चीन के खिलाफ सही कदम उठाए हैं? क्या सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों को चीन से निपटने के लिए सही तरीके से तैयार किया गया था?

इसके बावजूद केंद्र सरकार ने यह दावा किया है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद का हल कूटनीतिक तरीके से किया जाएगा। क्या यह सच है, या फिर यह केवल राजनीतिक बयानबाजी है?

क्या राहुल गांधी का दावा सही था? क्या सरकार सच में चीनी घुसपैठ से निपटने में सक्षम है?

आखिरकार यह सवाल उठता है – क्या राहुल गांधी ने सही सवाल उठाया था, या फिर यह राजनीतिक बयानबाजी का हिस्सा था? क्या सच में चीन ने 2000 वर्ग किमी भारतीय जमीन पर कब्जा किया है? और यदि हां, तो सरकार इस मामले को क्यों दबा रही है?

सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को फटकार लगाई, लेकिन क्या यह सच्चाई को दबाने का तरीका है, या फिर यह केवल एक राजनीतिक स्टंट है?

यह मामला अब भी खुला हुआ है, और इसके उत्तर समय के साथ ही मिलेंगे। क्या सरकार वास्तविक स्थिति को सामने लाएगी, या फिर चीन के साथ अपनी कूटनीतिक संधियों को बचाने के लिए यह विवाद सुलझाया जाएगा?

एक बात तो साफ है – भारत-चीन सीमा विवाद अब भी एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है, जिस पर आने वाले समय में और अधिक बहस होनी तय है।

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Stephen Hawking warning about aliens: क्या दिसंबर में धरती से टकराएगा एलियन खतरा? वैज...

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Stephen Hawking warning about aliens: दुनिया के महानतम वैज्ञानिकों में गिने जाने वाले स्टीफन हॉकिंग भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी बातें आज भी वैज्ञानिक समुदाय और आम लोगों के लिए चेतावनी की तरह गूंजती हैं। खासकर वो भविष्यवाणी, जो उन्होंने एलियंस को लेकर की थी, अब लगता है कि वो सच के करीब पहुंच रही है।

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एलियन से संपर्क हो सकता है ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ (Stephen Hawking warning about aliens)

हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक टीम ने “इंटेलिजेंस ट्रैप” की थ्योरी पर फिर से विचार किया है। इस अवधारणा के मुताबिक, अगर इंसान एलियंस से संपर्क करने में सफल भी हो जाता है, तो यह संपर्क हमारे लिए विनाशकारी हो सकता है। यानी, यह समझदारी नहीं बल्कि अति आत्मविश्वास का नतीजा होगा जो इंसानियत के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है।

वैज्ञानिकों की चिंता इस वजह से और भी गहरी हो गई है क्योंकि हाल ही में हमारे सौरमंडल की तरफ एक रहस्यमयी वस्तु 3I/ATLAS बढ़ रही है, जो दिसंबर 2025 में पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरेगी।

क्या 3I/ATLAS सिर्फ धूमकेतु है?

कुछ वैज्ञानिकों ने इसे एक विशाल धूमकेतु माना है, लेकिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एवी लोएब का मानना है कि इसके रास्ते और संरचना में कुछ ऐसा है जो इसे एक कृत्रिम यान या यूएफओ भी साबित कर सकता है। उन्होंने इसे ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ कहा है यानी ऐसा जाल जिसमें फंसकर हम खुद को किसी शत्रु एलियन सभ्यता के सामने उजागर कर सकते हैं।

यह ऑब्जेक्ट शुक्र, मंगल और बृहस्पति के बेहद करीब से गुजरेगा, और इसका मार्ग इतना असामान्य है कि यह सवाल खड़ा करता है कि क्या यह केवल एक अंतरिक्षीय घटना है, या कुछ और?

स्टीफन हॉकिंग की चेतावनी: सिर झुकाकर चलो

2004 में स्टीफन हॉकिंग ने पहली बार खुलकर कहा था कि एलियन सभ्यता संभवतः हमसे कहीं ज्यादा विकसित होगी और अगर हमने उनसे संपर्क किया, तो हमारे साथ वही हो सकता है जो अतीत में तकनीकी रूप से उन्नत सभ्यताओं ने पिछड़ी सभ्यताओं के साथ किया था उन्हें मिटा दिया।

उन्होंने कहा था कि इंसानों को एलियंस को सिग्नल भेजने से बचना चाहिए और ब्रह्मांड में अपनी मौजूदगी का जोर-शोर से प्रचार नहीं करना चाहिए। उन्होंने साफ कहा था कि हमारा इतिहास हमें यही सिखाता है कि ऐसी मुठभेड़ें हमेशा कमजोर पक्ष के लिए खतरे से भरी रही हैं।

पहले भी दे चुके हैं चेतावनी

2016 में, हॉकिंग ने कहा था कि 16 प्रकाश वर्ष दूर स्थित ग्रह ग्लीज 832सी पर बुद्धिमान जीवन हो सकता है। लेकिन उन्होंने ये भी जोड़ा था कि अगर वहां से कोई संकेत आता है, तो हमें जवाब देने में बेहद सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने क्रिस्टोफर कोलंबस के अमेरिका पहुंचने का उदाहरण दिया था जिसके बाद वहां की मूल आबादी का विनाश हुआ।

अब क्या करें?

वैज्ञानिकों के बीच बहस जारी है—क्या हमें बाहरी जीवन से संपर्क की कोशिशें जारी रखनी चाहिए, या सतर्क रहना चाहिए? एलियंस की खोज में रेडियो सिग्नल भेजना, ब्रह्मांड में हमारी लोकेशन उजागर करना, कहीं हमारी सबसे बड़ी भूल न बन जाए?

प्रोफेसर लोएब और उनकी टीम का मानना है कि भविष्य में एलियंस से मुठभेड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। और अगर वो मुठभेड़ शत्रुतापूर्ण हुई, तो हमें पछताने का मौका भी नहीं मिलेगा।

अब जब वैज्ञानिक खुद यह मानने लगे हैं कि स्टीफन हॉकिंग की भविष्यवाणी में दम था, तो सवाल उठता है कि क्या हम उनके सुझावों को गंभीरता से ले रहे हैं? या फिर अति उत्साह में हम अपनी ही विनाश की पटकथा लिख रहे हैं?

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Anil Ambani ED News: 17,000 करोड़ के लोन घोटाले में फंसे अनिल अंबानी, ED के सामने पेश...

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Anil Ambani ED News: 17,000 करोड़ रुपये के कथित बैंक लोन घोटाले को लेकर रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को वह प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए, जहां उनसे प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत पूछताछ की गई। इस बड़े आर्थिक घोटाले की तह में कई कंपनियां, बैंक अधिकारी और फर्जी ट्रांजैक्शन का जाल बिछा हुआ है, जिसे ईडी अब परत-दर-परत खोलने में जुटी है।

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कैसे शुरू हुई जांच? (Anil Ambani ED News)

दरअसल, पिछले महीने ईडी ने रिलायंस ग्रुप से जुड़ी 35 जगहों पर छापेमारी की थी। जांच का फोकस रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और उसकी सहयोगी कंपनियां हैं, जिन पर आरोप है कि उन्होंने बैंकों से लिए गए भारी-भरकम लोन को इंटर-कॉरपोरेट डिपॉजिट (ICD) के नाम पर दूसरी कंपनियों में डायवर्ट कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक, इस फ्रॉड में एक अहम भूमिका CLE नामक कंपनी की रही, जिसे रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने अपनी ‘रिलेटेड पार्टी’ घोषित नहीं किया था। इसका मतलब यह हुआ कि इस ट्रांजैक्शन को शेयरधारकों और ऑडिट कमेटी की मंजूरी के बिना ही अंजाम दिया गया, जो कि कंपनियों के संचालन के नियमों के खिलाफ है।

बैंकों की बड़ी लापरवाही?

ईडी ने इस मामले में 39 बैंकों को नोटिस भेजा है। उनसे पूछा गया है कि जब कंपनियां डिफॉल्ट कर रही थीं, तो बैंकों ने समय पर अलर्ट क्यों नहीं जारी किया? लोन मॉनिटरिंग सिस्टम में ऐसी बड़ी चूक कैसे हो गई? जांच एजेंसी अब बैंक अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है। मुख्य सवाल ये है कि लोन देने से पहले आखिर क्रेडिट असेसमेंट किस आधार पर किया गया था, और जब किस्तें डिफॉल्ट होने लगीं तो कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

पहली गिरफ्तारी और शेल कंपनियों का खुलासा

इस केस में ईडी ने पहली गिरफ्तारी 1 अगस्त को की, जब बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड के एमडी पार्थ सारथी बिस्वाल को गिरफ्तार किया गया। उन पर रिलायंस पावर के लिए 68.2 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी तैयार करने का आरोप है। बिस्वाल की कंपनी ने तीन अलग-अलग रिलायंस कंपनियों को गारंटी दी थी, जबकि उसकी खुद की वित्तीय स्थिति कमजोर थी।

ईडी की जांच में सामने आया है कि बैंकों से मिले लोन को रिलायंस ग्रुप की कई शेल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया। इन कंपनियों के दस्तावेज, पते और डायरेक्टर तक मेल नहीं खाते। कई मामलों में तो लोन मंजूर होने से पहले ही रकम ट्रांसफर कर दी गई थी, और YES बैंक से मिले 3,000 करोड़ रुपये का लोन इसका बड़ा उदाहरण है।

रिलायंस कम्युनिकेशंस भी घेरे में

अनिल अंबानी पर दूसरा बड़ा आरोप रिलायंस कम्युनिकेशंस से जुड़ा है, जहां 14,000 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड की बात सामने आई है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इस कंपनी को पहले ही फ्रॉड घोषित कर दिया है और CBI जांच की सिफारिश की गई है। ये मामला अलग से एजेंसियों की निगरानी में है।

विदेशों में संपत्तियां और लुक आउट सर्कुलर

ईडी ने इस मामले को गंभीर मानते हुए अनिल अंबानी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है, जिससे वह देश छोड़कर न जा सकें। एजेंसी ने उनकी कंपनियों के विदेशों में बैंक अकाउंट्स और प्रॉपर्टीज की भी जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा रिलायंस ग्रुप के 6 टॉप एग्जीक्यूटिव्स को समन भेजा गया है।

आगे क्या?

जांच अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन जो बातें सामने आ रही हैं, वे भारतीय बैंकिंग सिस्टम और नियामकों के लिए बड़े सवाल खड़े करती हैं। ED को यह भी देखना है कि क्या यह घोटाला सिर्फ लोन की धोखाधड़ी तक सीमित है या इसके जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी निवेश के नाम पर बड़ा खेल खेला गया है।

अनिल अंबानी, जो कभी भारत के सबसे अमीर उद्योगपतियों में गिने जाते थे, अब एक के बाद एक कानूनी शिकंजे में फंसते जा रहे हैं। इस मामले में उनके बयान और दस्तावेजी सबूत बहुत अहम होंगे, जिससे साफ होगा कि ये पूरा घोटाला एक सोची-समझी साजिश थी या कॉर्पोरेट गलती का नतीजा।

इस पूरे मामले पर नज़र बनाए रखें, क्योंकि आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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