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GATR Missile System: 10 KM रेंज, 200 MM कंक्रीट को चीर दे! जानें इजरायल को क्यों भाया...

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GATR Missile System: भारत की डिफेंस इंडस्ट्री को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। पुणे की प्रमुख डिफेंस टेक्नोलॉजी कंपनी NIBE Limited ने इजरायल की नामी डिफेंस कंपनी Elbit Systems के साथ एक अहम सौदा किया है। इस सौदे के तहत NIBE, इजरायल को 70 मिमी क्लास की GATR (Guided Advanced Tactical Rocket) सप्लाई करेगी। इस समझौते की आधिकारिक घोषणा शनिवार को की गई, जिसकी कुल कीमत 6.12 करोड़ रुपये है। पूरा प्रोजेक्ट सितंबर 2026 तक पूरा किया जाएगा।

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यह सौदा सिर्फ एक व्यापारिक लेन-देन नहीं है, बल्कि यह भारत की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी पहल को मजबूती देने वाला कदम भी है।

GATR: जबरदस्त सटीकता वाला सस्ता और असरदार रॉकेट- GATR Missile System

अब ये सवाल उठना लाजमी है कि आखिर ये GATR मिसाइल है क्या, और इसमें ऐसा क्या खास है जो इजरायल जैसी उन्नत डिफेंस टेक्नोलॉजी वाला देश इसे भारत से खरीदना चाहता है? दरअसल, GATR एक किफायती लेकिन बेहद सटीक रॉकेट है, जिसे खासतौर पर मध्यम दूरी के हवाई अभियानों के लिए तैयार किया गया है। इसकी रेंज 10 किलोमीटर तक की है और यह 100 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रहे टारगेट को भी सटीकता से निशाना बना सकता है।

इसमें लगे सेमी-एक्टिव लेजर गाइडेंस सिस्टम की वजह से इसकी सटीकता बेमिसाल है। इतना ही नहीं, यह 16 किलोग्राम का वारहेड ले जा सकता है जो 200 मिमी तक की मजबूत कंक्रीट को भेद सकता है। इसका इस्तेमाल AH-64 अपाचे और भारत के HAL रुद्र जैसे हमलावर हेलीकॉप्टरों के साथ किया जा सकता है, जो इसे बेहद लचीला और बहु-उपयोगी हथियार बनाता है।

इजरायल को क्यों चाहिए भारत से बना GATR?

इजरायल के लिए GATR इसलिए अहम है क्योंकि यह देश लगातार गाजा और लेबनान जैसे इलाकों में हमास और हिजबुल्लाह जैसे संगठनों से लड़ रहा है। ये संगठन अक्सर सस्ते लेकिन घातक मिसाइलों से सैचुरेशन अटैक करते हैं, जिनसे निपटना एक बड़ी चुनौती होता है।

GATR की कम कीमत, सटीक गाइडेंस और शहरी इलाकों में कारगर होने की वजह से इजरायल इसे अपनी डिफेंस स्ट्रैटजी में शामिल करना चाहता है। खास बात यह है कि यह भारत में बना रॉकेट, इजरायल की जरूरतों के मुताबिक बिलकुल फिट बैठता है।

NIBE की कामयाबी, भारत के लिए गर्व की बात

NIBE Limited, जो पुणे में स्थित है, पिछले कुछ वर्षों से डिफेंस टेक्नोलॉजी में लगातार इनोवेशन और स्वदेशी निर्माण पर फोकस कर रही है। अब Elbit Systems जैसी बड़ी कंपनी के साथ साझेदारी से यह साफ हो गया है कि भारत अब सिर्फ रक्षा उपकरणों का उपभोक्ता नहीं, बल्कि विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता भी बन चुका है।

NIBE इस करार के तहत GATR के जरूरी पुर्जों का निर्माण और उनकी आपूर्ति करेगा। इससे ना सिर्फ भारत की रक्षा ताकत बढ़ेगी, बल्कि भविष्य में भारत को और भी अंतरराष्ट्रीय डिफेंस प्रोजेक्ट्स मिल सकते हैं।

भारत की बढ़ती डिफेंस ताकत और निर्यात क्षमता

इस सौदे के जरिए एक और बात साबित होती है—भारत की डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट क्षमता तेजी से बढ़ रही है। इससे पुणे जैसे शहरों में रोजगार के नए मौके पैदा होंगे और तकनीकी उन्नति को बढ़ावा मिलेगा।

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Formar JDS MP Prajwal Revanna case: पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को रेप केस में उम्रकै...

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Formar JDS MP Prajwal Revanna case: 2 अगस्त को कर्नाटक हाईकोर्ट में एक ऐतिहासिक फैसला हुआ। बैंगलुरु के हासन से सांसद रहे प्रज्वल रेवन्ना को कर्नाटक हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही 11 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। प्रज्वल रेवन्ना पर एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन तीन महिलाओं ने बलात्कार करने का आरोप लगाया है। कोर्ट के फैसले के वक्त प्रज्वल रेवन्ना फूट फूट कर रो रहा था, वो लगातार दया की भीख मांग रहा था लेकिन कोर्ट ने अपना फैसला कड़े शब्दों में सुना दिया। अब सवाल यह है कि आखिर कौन है प्रज्वल रेवन्ना और क्यों दी गई उसे सजा। इसके लिए आपको आज से करीब 15 महीने पीछे अप्रैल 2024 में जाना होगा।

क्या है प्रज्वल रेवन्ना के गुनाहों की कहानी

गुनाहों के भंडाफोड़ का खेल शुरू हुआ 21 अप्रैल 2024 को, जब कर्नाटक के हासन इलाके में संसद प्रज्वल रेवन्ना के ऑफ़िस के बाहर कुछ लोगों को एक पैन ड्राइव मिली। लोगों को इस ड्राइव के अंदर मौजूद क्या है देखने की इच्छा हुई और इसे खंगाला शुरू किया गया। लेकिन जो इस ड्राइव में मिला उसने सबके पैसे तले से जमीन सरका दी थी। इसमें अलग अलग 250 अश्लील वीडियो थे। जिसमें से कुछ वीडियो हासन में लोगों के भगवान स्वरूप माने जाने वाले सांसद प्रज्वल रेवन्ना के भी थे। वीडियो के आते ही ये वायरल हो गया। सबके लिए ये बेहद ही शॉकिंग था, लेकिन 23 अप्रैल की शाम को एक महिला ने हासन पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई, जो की प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ की गई थी। महिला ने बताया कि वो हासन संसद के यहां घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती थी, लेकिन काम के दौरान उन्होंने अपनी नौकरानी का एक नहीं बल्कि दो दो बार बलात्कार किया था।

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इन वायरल वीडियो में नौकरानी का भी वीडियो मौजूद था। नौकरानी ने खुलासा किया कि प्रज्वल रेवन्ना को अश्लील वीडियो बनाने का शौक है। सबूत के तौर महिला ने वीडियो और वो साड़ी दिखाई जो उसने रेप के वक्त पहनी थी। उस साड़ी पर प्रज्वल के सीमन मौजूद थे। फिर क्या था, पुलिस के भी कान खड़े हो गए। लेकिन अपने पॉलिटिकल पावर के कारण गिरफ्तारी वारंट से पहले ही 27 अप्रैल को प्रज्वल बंगलूरू से जर्मनी भाग गया। लेकिन अब प्रज्वल के गुनाहों का कच्चा चिट्ठा खुलने लगा था। सीएम सिद्धारमैया ने एक एसआईटी टीम का गठन करके  इस मामले की जांच करने के आदेश दिए थे, जिसके बाद प्रज्वल और उसके पिता दोनों को आरोपी बनाया गया था। 29 अप्रैल को पीड़िता ने अपना बयान धारा 164 के तहत कोर्ट के सामने दिया और 30 अप्रैल को प्रज्वल को 24 घंटे के अंदर कोर्ट में पेश होने के आदेश दिया गया।

कई बड़े खुलासे हुए

लेकिन अभी तो और खुलासे होने बाकी थे। 1 मई को फिर से एक कैसे दर्ज किया गया और 7 मई को जेडीएस की महिला कार्यकर्ता ने भी प्रज्वल रेवन्ना पर बलात्कार करने के संगीन आरोप में मामला दर्ज कराया। 18 मई को उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ। 24 मई को प्रज्वल का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट खारिज कर दिया। जिसके बाद 27 मई को प्रज्वल ने जर्मनी से वीडियो जारी करके खुद को बेकसूर बताया था। जिसके बाद 31 मई को वो वापिस बैंगलुरु लौटा और पहले से तैयार एसआईटी की टीम ने उसे धर दबोचा। जब उसके गुनाहों का पर्दाफाश हो रहा था तो एक 60 साल की महिला भी जून महीने में सामने आई जिसने उसपर बलात्कार का आरोप लगाया।

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मुकदमा शुरू होने में लगे 6 महीने

एसआईटी ने इस मामले में 2000 पन्नो की चार्जशीट तैयार की थी। उनके पास 123 सबूत है और 23 गवाहों की गंवाही भी दर्ज की गई, जिसे कोर्ट में दायर किया गया और 31 दिसंबर 2024 को कोर्ट में इस मामले  लेकर को सुनवाई शुरू हुई। इस बीच प्रज्वल ने जमानत के लिए भी याचिका दायर की थी, लेकिन कर्नाटक हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया था। जिसके बाद करीब 7 महीने तक मामले की सुनवाई चली और 1 अगस्त को सुनवाई पूरी हुई और 2 अगस्त को प्रज्वल को कर्नाटक हाईकोर्ट के विशेष न्यायाधीश संतोष गजानन भट्ट ने 2 मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है। उसे 8 मामलों में सजा और जुर्माना लगाया गया है।

आपको बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पोते है, और हासन से सांसद थे। कोर्ट का फैसला बताता है कि भले ही राजनीति पावर देती हो, लेकिन आज भी कानून की ताकत राजनीतिक पावर से ज्यादा है। न्याय भले ही देर से मिले लेकिन मिलता जरूर है।।

Delhi Police Inspector Bribe Scandal: 30 लाख की रिश्वत के साथ दिल्ली पुलिस का गुर्गा ...

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Delhi Police Inspector Bribe Scandal: 27 अप्रैल 2025 को विपिन नाम के एक शख्स ने दिल्ली की डिविजनल इंटेलीजेंस यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर सुनील जैन के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई थी। विपिन ने एफआईआर में कहा था कि विपिन के एक रिश्तेदार प्रवीन लाकड़ा, जो कि पेशे से प्रॉपर्टी डीलर है और दिल्ली के नरेला में रहते है। उन्हें बीते 1 साल से परेशान किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन पर एक नहीं बल्कि दो दो फर्जी मुकादमा दर्ज करके उन्हें लगातार इन मुकदमों को खारिज करने के लिए करोड़ो रूपय की रिश्वत की मांग की जा रही है।

कैसे हुआ पर्दाफाश

दिल्ली पुलिस के इस मामले में शामिल होने के कारण एंटी करप्शन ब्यूरो के भी कान खड़े हो गए। लगातार नजर बनाए रखने के बाद एसीबी रोहतक की टीम ने सोनीपत के ज्ञान गंगा स्कूल पर छापेमारी की और उसी स्कूल में क्लर्क के रूप में काम कर रहे संदीप शर्मा नाम के शख्स को 30 लाख रूपय रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। संदीप शर्मा सुनील जैन का रिश्तेदार है। गौरतरब है कि इंस्पेक्टर सुनील जैन जिसके नाम पर रिश्वत ली जा रही थी, और छापेमारी की जगह ज्ञान गंगा स्कूल के मालिक सुधीर जैन का भाई है। इसलिए इस जगह पर रिश्वत लेना ज्यादा आसान था।

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क्यों मांगी जा रही थी रिश्वत

शिकायतकर्ता विपिन ने बताया कि उसके रिश्तेदार प्रवीन लाकड़ा पर दिल्ली के अलीपुर थाना में 2024 में नरेला के ही प्रवीन गुप्ता ने केस दर्ज किया था कि प्रवीन लाकड़ा ने उससे जबरन रुपये मांगे तो वहीं 2025 में मामला दर्ज किया मारपीट का। इस मामले में 5 लोगो पर मामला दर्ज किया गया था जिसमें केवल प्रवीण लाकड़ा ही एंटीसिपेट्री बेल पर फिलहाल बाहर है। इन दोनों मामलों की जांच की जिम्मेदारी अलीपुर थाना से दिल्ली की डिविजनल इंटेलीजेंस यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर सुनील जैन के पास थी। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने सुनील जैन से मामले को निरस्त करने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने उसके बदले 1 करोड़ रूपय की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन दोनों के बीत 70 लाख रूपय की रिश्वत में बात बनी। जिसकी पहली किश्त 30 लाख रूपय के लिए सोनीपत में मौजूद अपने भाई का स्कूल चुना..और स्कूल के क्लर्क पर रिश्वत के पैसे लेने की जिम्मेदारी थी। लेकिन घात लगा कर बैठे एंटी करप्शन ब्यूरो ने वहां मौके पर छापेमारी की और सुनील जैन की इस भ्रष्टाचार के खेल का पर्दाफाश हो गया।

गिरफ्तार हुए सुनील जैन

इस गिरफ्तारी के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की एक और टीम तुरंत दिल्ली पहुंची और इंस्पेक्टर सुनील जैन को गिरफ्तार कर लिया। प्रवीण लाकड़ा के वकील के मुताबिक प्रवीण लाकड़ा को जानबूझ कर फंसाया गया जिसके बाद इस मामले से उनके नाम को साफ करने के लिए उनसे सवा करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की गई। इस मामले में कई और पुलिस अधिकारियो के शामिल होने की बात कहीं जा रही है जिसमें रविंद्र यादव, डीसीपी नॉर्थ वेस्ट बिशम सिंह भी रिश्वतखोरी के इस खेल में शामिल है। दरअसल रविंद्र यादव ने ही सुनील जैन से ये मैसेज भिजवाया था कि मामले को रफा दफा करने के लिए सवा करोड़ की रिश्वत देनी होगी। लेकिन प्रवीण लाकड़ा बेगुनाह होते हुए इतने पैसे नहीं देना चाहते थे, पीड़ित के वकील के मुताबिक पिछले तीन महीनों से वो लगातार इस मामले में कोर्ट के चक्कर लगा रहे है,,, तो वहीं आरोपी पुलिस वालों की तरफ से उन्हें लगातार रिश्वत देने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था।

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फोन से होगा और गुनाहों का पर्दाफाश

वकील ने बताया कि आरोपो को सिद्ध करने के लिए अगर सुनील जैन के फोन को खंगाला जाये…तो केवल प्रवीण लाकड़ा के साथ ही नहीं बल्कि उससे पहले भी कई भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले सामने आयेंगे..आपको बताते चले कि सुनील जैन पर पहले भी इस तरह के आरोप लगे है, जब 2014 में दिल्ली के एसीबी ने एक भ्रष्टाचार-विरोधी केस दर्ज किया था जिसमें narcotics case को बंद करने के मामले में रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। जिसमें ये केस बाद में सबूतो के अभाव में खारिज कर दिया गया था। जिसके ध्यान में रख कर एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस बार उन्हें रंगे हाथों पकड़ने का फैसला किया। फिलहाल सुनील जैन एसीबी की गिरफ्त में है..लेकिन जल्द ही और भी कई बड़े नामों से पर्दा उठ सकता है।

 

 

Dhadak 2: सिद्धांत और तृप्ति की दमदार एक्टिंग, लेकिन जातिवाद के मुद्दे पर फिल्म थोड़ी...

Film Dhadak 2 Review: हाल ही में, फिल्म “Dhadak 2” को पिछले दिन यानी शुक्रवार को, बॉलीवुड अभिनेता सिद्धान्त चतुर्वेदी और ट्रुप्टी डिमरी के साथ मुख्य भूमिकाओं में रिलीज़ किया गया है। फिल्म 2018 के “Dhadak 2” की अगली कड़ी है, लेकिन इसे एक नई कहानी और जोड़ी के साथ पेश किया गया है। तो चलिए हम आपको इस लेख में इस फिल्म की रिव्यु के साथ -साथ फिल्म के बारे में विस्तार से बताते हैं।

फिल्म की कहानी और विषय

बीते दिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म धड़क 2 रिलीज़ हुई है. जिसे एक सामाजिक मुद्दे पर बनाया गया है। यह तमिल फिल्म ‘पार्येरम पेरुमल’ (Pariyaram Perumal) का एक हिंदी रीमेक है। फिल्म की कहानी एक दलित युवा (सिद्धान्त चतुर्वेदी) और एक उच्च जाति की लड़की (तृप्ति डिमरी) के बीच एक प्रेम कहानी पर आधारित है, जो जाति के भेदभाव और इससे संबंधित समस्याओं को दर्शाती है। फिल्म इस बात पर जोर देती है कि कैसे लोगों को अभी भी समाज में जाति के कारण अपमान और हिंसा का सामना करना पड़ता है।

फिल्म की समीक्षा में सिद्धान्त चतुर्वेदी के प्रदर्शन की बहुत सराहना की गई है। वह एक दलित युवाओं के दर्द और संघर्ष के लिए प्रशंसा कर रहा है ताकि इसे स्क्रीन पर रखा जा सके। उसी समय, तृप्ति डिमरी (Tripti Dimri) ने भी अपने किरदार को अच्छी तरह से निभाया है। हालांकि, कुछ आलोचकों का मानना है कि उनका चरित्र थोड़ा कमजोर लिखा गया है। फिल्म में, सौरभ सचदेवा, विपीन शर्मा और ज़किर हुसैन (Saurabh Sachdeva, Vipin Sharma and Zakir Hussain) जैसे अभिनेताओं (Actors) ने भी अपने पात्रों में दृढ़ता से प्रदर्शन किया है।

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग

आपको बता दें, शाजिया इकबाल (Shazia Iqbal) ने इस गंभीर विषय को उठाया है और उनका निर्देशन कई जगहों पर प्रभावशाली है, खासकर जब वह नायक के दर्द को दिखाती हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग भी अच्छी है। हालांकि, कुछ रिव्यू में फिल्म के संगीत और गानों को कमजोर बताया गया है, जो पहली “धड़क” की तुलना में उतना मजबूत नहीं है। हालांकि, फिल्म थोड़ी धीमी दिखती है। वर्णों की पृष्ठभूमि को समझाने के लिए ज्यादा समय के कारण कहानी का प्रभाव थोड़ा कम हो जाता है। कुछ भावनात्मक दृश्य, जैसे कि कॉलेज में निलेश के पिता का अपमान करते हैं, आवश्यक होने के बावजूद दर्शकों को भीतर से हिला नहीं देते हैं।

कुल मिलाकर, “धड़क 2” को एक साहसी और महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है क्योंकि यह जातिवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे को उठाती है। कुछ लोगों का कहना है कि फिल्म एक सोशल मैसेज के रूप में तो अच्छी है, लेकिन एक लव स्टोरी के रूप में कमजोर है। यह ‘सैराट’ (Sairat) और ‘पेरियरुम पेरुमल’ के स्तर तक नहीं पहुंच पाती, लेकिन यह एक दमदार मैसेज देने में कामयाब रहती है। दर्शकों और समीक्षकों के बीच फिल्म को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया है। कुछ लोगों ने इसे पैसा वसूल बताया है, जबकि कुछ को यह निराशाजनक लगी है।

Prajjwal Revanna Rape Case Verdict: नौकरानी की साड़ी बनी गवाही, पूर्व पीएम का पोता बल...

Prajjwal Revanna Rape Case Verdict: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने बलात्कार के एक केस में दोषी ठहरा दिया है। बेंगलुरु की विशेष अदालत ने इस हाई-प्रोफाइल मामले में गुरुवार को फैसला सुनाते हुए कहा कि सबूत और गवाहियां पर्याप्त हैं, जिससे यह साफ हो गया है कि पूर्व सांसद प्रज्वल ने घरेलू सहायिका के साथ ज़बरदस्ती की थी।

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नौकरानी की साड़ी और वीडियो ने खोल दी पोलPrajjwal Revanna Rape Case Verdict

इस पूरे केस की सबसे मजबूत कड़ी वो 47 साल की महिला बनी, जिसने नौकरी के दौरान हुए शोषण का विरोध करने की हिम्मत दिखाई। उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ दो बार रेप किया गया। खास बात ये थी कि महिला ने सिर्फ बयान नहीं दिया, बल्कि अपनी साड़ी, जिस पर स्पर्म के दाग मिले, सबूत के तौर पर संभाल कर रखी। यही नहीं, उसने घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जो कोर्ट में दिखाया गया।

14 महीने में आया फैसला, कोर्ट में रो पड़ा प्रज्वल

28 अप्रैल 2024 को एफआईआर दर्ज हुई थी और महज 14 महीने में कोर्ट ने 1 अगस्त 2025 को फैसला सुना दिया। कोर्ट में दोषी करार दिए जाने के बाद प्रज्वल रेवन्ना फूट-फूट कर रोने लगा। लेकिन अदालत का रुख साफ था। पीड़िता की गवाही, फॉरेंसिक रिपोर्ट, वीडियो और अन्य सबूत आरोपी के खिलाफ थे।

सिर्फ एक नहीं, कई महिलाओं ने लगाए आरोप

प्रज्वल पर एक नहीं, बल्कि तीन अलग-अलग महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। मई 2024 में एक 44 साल की महिला ने उसके खिलाफ कई बार रेप करने का आरोप लगाया था। वहीं, एक 60 साल की महिला ने भी शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर SIT ने तीसरा केस दायर किया।

2500 से ज़्यादा अश्लील वीडियो का खुलासा

जांच के दौरान SIT को एक पेन ड्राइव मिली, जिसमें करीब 2500 आपत्तिजनक वीडियो क्लिप्स मिलीं। इन वीडियो में कई अलग-अलग महिलाएं दिख रही हैं। कुछ की पहचान छुपाने की कोशिश हो रही है, जबकि SIT ने कोर्ट से गुज़ारिश की है कि इन क्लिप्स को इंटरनेट से हटवाया जाए ताकि महिलाओं की गरिमा बनी रहे।

विदेश भागा था आरोपी, महिला अफसरों ने किया अरेस्ट

प्रज्वल केस दर्ज होने से एक दिन पहले 27 अप्रैल को देश छोड़कर जर्मनी भाग गया था। लेकिन 31 मई को भारत लौटते ही बेंगलुरु एयरपोर्ट पर महिला अधिकारियों की एक टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। उसी वक्त उसकी मेडिकल जांच भी करवाई गई थी।

पिता भी घेरे में, धमकी और अपहरण के आरोप

प्रज्वल के पिता और कर्नाटक विधानसभा के मौजूदा विधायक एचडी रेवन्ना पर भी आरोप लगे हैं कि उन्होंने एक पीड़िता को धमकाया और उसका अपहरण कराने की कोशिश की। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। यह मामला अब और भी राजनीतिक तूल पकड़ सकता है क्योंकि रेवन्ना परिवार राज्य की राजनीति में बेहद प्रभावशाली माना जाता है।

अब सजा पर सबकी निगाहें

अब अगली सुनवाई 2 अगस्त को होगी, जिसमें अदालत यह तय करेगी कि प्रज्वल को कितनी सजा मिलेगी। IPC की धारा 376 के तहत उसे उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। SIT अब भी अन्य पीड़िताओं से संपर्क कर रही है, जिससे यह मामला और गहराने की संभावना है।

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India-USA Defence Deal: F-35 फाइटर जेट डील से भारत ने किया इनकार, ट्रंप के टैरिफ वार ...

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India-USA Defence Deal: भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव और टैरिफ को लेकर बढ़ते विवाद के बीच एक और अहम मोड़ सामने आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने के ऐलान के ठीक बाद खबर आई है कि भारत ने अमेरिका के F-35 फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट को खरीदने से इनकार कर दिया है। इसके पीछे सिर्फ आर्थिक नहीं, रणनीतिक और तकनीकी कारण भी बताए जा रहे हैं।

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भारत ने जताई तकनीक साझेदारी की प्राथमिकताIndia-USA Defence Deal

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने अमेरिका को स्पष्ट रूप से सूचित कर दिया है कि वह F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान खरीदने में रुचि नहीं रखता। दरअसल, भारत केवल हथियार खरीदने के बजाय अब तकनीकी साझेदारी और संयुक्त निर्माण को प्राथमिकता देना चाहता है। सूत्रों के अनुसार, मोदी सरकार घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना चाहती है और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर जोर दे रही है।

अमेरिका से मिली पेशकश, लेकिन भारत ने कहा ‘न’

गौरतलब है कि फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को F-35 जेट्स की पेशकश की थी। यह विमान अमेरिकी रक्षा प्रणाली का एक हाई-एंड प्रोडक्ट माना जाता है, लेकिन हाल ही में इसके तकनीकी प्रदर्शन पर भी सवाल उठे हैं। उदाहरण के लिए, ब्रिटेन की रॉयल नेवी का एक F-35 जेट तकनीकी गड़बड़ी की वजह से केरल में 37 दिन तक फंसा रहा, वहीं कैलिफोर्निया में एक और F-35 हादसे का शिकार हो गया। इन घटनाओं ने भारत के निर्णय को और भी वाजिब बना दिया।

रूस का Su-57 डील हो सकता है आगे

भारत के ‘ना’ कहने के बाद अब रूस का Su-57 फाइटर जेट डील के मामले में सबसे आगे माना जा रहा है। रूस पहले ही भारत को न केवल ये फाइटर जेट मुहैया कराने का प्रस्ताव दे चुका है, बल्कि टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और संयुक्त उत्पादन की पेशकश भी की है। भारत और रूस के रक्षा रिश्ते पहले से ही मजबूत हैं और इस डील के जरिए ये और गहरे हो सकते हैं।

ट्रंप के टैरिफ वॉर पर भारत का जवाब

ट्रंप द्वारा लगाए गए 25% टैरिफ को लेकर भारत ने अब तक संयम बरता है, लेकिन विश्व व्यापार संगठन (WTO) में जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अमेरिका से आयात बढ़ाकर व्यापार असंतुलन को संतुलित करने की सोच रहा है। इसमें एलएनजी, कम्युनिकेशन उपकरण और सोना जैसे उत्पाद शामिल हो सकते हैं।

हालांकि, भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह महंगे अमेरिकी रक्षा उपकरणों की अतिरिक्त खरीद नहीं करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “दबाव की राजनीति का जवाब हम आत्मनिर्भरता और साझेदारी से देंगे।”

कूटनीतिक संतुलन की कोशिश

इन सबके बीच भारत इस साल के अंत में होने वाले क्वाड सम्मेलन की मेज़बानी भी करने जा रहा है, जिसमें अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल हैं। ऐसे में भारत अपने संबंधों को लेकर सतर्क और संतुलित रवैया अपना रहा है, ताकि किसी भी तरह की कूटनीतिक टकराव से बचा जा सके।

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Sanjay Dutt Love Affairs: माधुरी से रेखा तक: संजय दत्त के पांच ऐसे अफेयर जो आज भी लोग...

Sanjay Dutt Love Affairs: संजय दत्त, बॉलीवुड के एक ऐसे नाम जिनका फिल्मी सफर उतना ही दिलचस्प रहा है जितना उनकी पर्सनल लाइफ। सुनील दत्त और नरगिस दत्त के बेटे संजय ने 1980 के दशक में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और धीरे-धीरे खुद को इंडस्ट्री में एक दमदार कलाकार के रूप में स्थापित कर लिया। मगर उनकी जिंदगी सिर्फ़ फिल्मी सफलता तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि उनकी लव लाइफ भी हमेशा चर्चा में रही। आइए, आज संजय दत्त की जिंदगी के उन पहलुओं पर नजर डालते हैं, जो फिल्मों की तरह उतने ही ड्रामेटिक और रंगीन रहे हैं।

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संजय दत्त के रिश्तों का बड़ा सच: 308 गर्लफ्रेंड्स!  (Sanjay Dutt Love Affairs)

आपकी जानकारी के लिए बता दें, 2018 में आई बायोपिक ‘संजू’ में रणबीर कपूर ने संजय के जीवन के कई पहलू दिखाए थे। फिल्म में बताया गया कि संजय दत्त ने अपनी जिंदगी में 300 से भी ज्यादा लड़कियों को डेट किया है।
खुद संजय ने एक टीवी शो में भी माना था कि उनकी करीब 308 गर्लफ्रेंड्स रही हैं, जो किसी बॉलीवुड स्टार के लिए कोई मामूली बात नहीं। तो चलिए आपको उनकी लव लाइफ के बारे में विस्तार से बताते हैं।

स्टारडम की शुरुआत और पहला अफेयर टीना मुनीम

संजय दत्त ने 1981 में आई फिल्म ‘रॉकी’ से अपने करियर की शुरुआत की। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और संजय रातोंरात स्टार बन गए, खासकर महिलाओं के दिलों में। इसी दौरान, उनकी मुलाकात टीना मुनीम से हुई, जो उनकी बचपन की दोस्त भी थीं।
टीना और संजय की दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। दोनों के रिश्ते की शुरुआत ‘रॉकी’ की शूटिंग के दौरान हुई और खबरें थीं कि दोनों के बीच काफी नजदीकियां बढ़ी थीं। हालांकि, यह रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चला क्योंकि टीना को संजय की शराब पीने की आदत बुरी लगने लगी और उन्होंने यह रिश्ता खत्म कर दिया।

रेखा के साथ प्रेम कहानी

इंडस्ट्री में संजय दत्त और रेखा का नाम भी एक दूसरे के साथ जोड़ा जाता है। दोनों ने फिल्म ‘ज़मीन आसमान’ में साथ काम किया था, जहां से उनकी नजदीकियां शुरू हुईं। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, रेखा ने संजय के साथ एक मंदिर में जाकर शादी भी की थी, हालांकि यह शादी कभी सार्वजनिक नहीं हुई। ये भी कहा जाता है कि संजय के पिता सुनील दत्त इस रिश्ते के खिलाफ थे और उन्होंने संजय की शादी ऋचा शर्मा से करवा दी। रेखा से उनकी उम्र में भी पांच साल का फर्क था, लेकिन दोनों के बीच गहरा रिश्ता था। कहा जाता है कि रेखा आज भी संजय के नाम का सिंदूर मांग में भरती हैं।

माधुरी दीक्षित से शुरू हुआ चर्चित प्यार

संजय और माधुरी की लव स्टोरी किसी से छुपी नहीं है। 1991 में आई फिल्म ‘साजन’ की शूटिंग के दौरान संजय और माधुरी दीक्षित एक-दूसरे के करीब आए थे। दोनों की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। कहा जाता है कि इस दौरान दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए थे और शादी का भी मन बनाया था।
लेकिन, संजय दत्त के लिए मुश्किल वक्त आ चुका था। 1993 में हथियार रखने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी हुई, जिसके कारण उनका रिश्ता माधुरी से टूट गया। इस घटना ने उनके करियर और पर्सनल लाइफ दोनों पर गहरा असर डाला।

नादिया दुर्रानी और लीजा रे के साथ रिश्ते

संजय दत्त की लव लाइफ में नादिया दुर्रानी का नाम भी आता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय और रिया से शादी से पहले नादिया साथ थीं। खासकर यूएस में फिल्म ‘कांटेन’ की शूटिंग के दौरान नादिया सेट पर भी पहुंची थीं।
इसके अलावा, संजय के मुश्किल वक्त में लीजा रे ने उनका साथ दिया। हालांकि यह रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चला, लेकिन लीजा ने संजय के जीवन में एक सहारा बनने की कोशिश की।

पहली शादी ऋचा शर्मा

1987 में संजय ने अभिनेत्री ऋचा शर्मा से शादी की। दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे और उनकी एक बेटी त्रिशाला दत्त भी है, जो आज न्यूयॉर्क में रहती हैं। लेकिन खुशियों के बीच, ऋचा को कैंसर हो गया। अमेरिका में इलाज के बाद भी उनकी तबीयत बिगड़ती गई और 10 दिसंबर 1996 को 32 साल की उम्र में ऋचा शर्मा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। ऋचा ने ‘हम नौजवान’, ‘अनुभव’, ‘सड़क छाप’ जैसी फिल्मों में काम किया था और अपने अभिनय से नाम कमाया था।

दूसरी शादी रिया पिल्लई से

ऋचा की मौत के बाद संजय की जिंदगी में मॉडल रिया पिल्लई आईं। दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे और संजय के जेल के मुश्किल दौर में भी रिया ने उनका साथ नहीं छोड़ा। जेल से बाहर आने के बाद, संजय ने 14 फरवरी 1998 को रिया से शादी कर ली। शुरुआत में सब ठीक चल रहा था, लेकिन संजय की बिजी फिल्मी जिंदगी और समय की कमी ने उनकी शादी पर असर डाला। दस साल बाद 2008 में दोनों का तलाक हो गया। मीडिया ने रिश्ते के टूटने के लिए संजय को ज़िम्मेदार ठहराया, जबकि कुछ जानकारों का मानना है कि रिया का टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस को डेट करना भी रिश्ते के टूटने की एक वजह थी।

तलाक के बाद की कहानी

तलाक के बाद संजय ने रिया को दो फ्लैट, अपने बिजनेस की कंपनियों के शेयर और काफी कुछ दिया। यासिर उस्मान की किताब ‘द क्रेजी अनटोल्ड स्टोरी ऑफ बॉलीवुड बैड बॉय संजय दत्त’ में यह खुलासा हुआ कि संजय ने अपने तलाक के वक्त रिया के लिए बहुत कुछ किया।

तीसरी शादी मान्यता संग

2008 में संजय ने गोवा में मान्यता से शादी की। मान्यता दिलनवाज़ शेख हैं और मुस्लिम परिवार से हैं। शादी के दो साल बाद यानी 2010 में, संजय और मान्यता ने जुड़वां बच्चों शाहरान और इकरा का दुनिया में स्वागत किया। आज ये जोड़ी अपनी खुशहाल जिंदगी एंजॉय कर रही है और संजय ने कहा भी है कि मान्यता उनके लिए जिंदगी का सबसे बड़ा सहारा हैं।

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 US India Tariff Hike: भारत पर टैरिफ की तलवार चलाने वाले ट्रंप, खुद डेयरी-तंबाकू पर च...

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US India Tariff Hike: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले सामानों पर 1 अगस्त से 25% टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है। साथ ही, रूस से तेल और रक्षा उपकरण खरीदने को लेकर भारत पर अलग से जुर्माना लगाने की चेतावनी भी दी है। ट्रंप का कहना है कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश है, लेकिन आंकड़े और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टें इस दावे से मेल नहीं खातीं। आईए आपको विस्तार से बताते हैं।

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WTO की रिपोर्ट से हुआ ट्रंप के दावे का पर्दाफाश- US India Tariff Hike

विश्व व्यापार संगठन (WTO) की रिपोर्ट के अनुसार, असल में अमेरिका कई अहम उत्पादों पर दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ वसूलता है। मसलन, तंबाकू पर 350%, डेयरी पर 200% और अनाज, फल-सब्जियों पर 130% से ज्यादा शुल्क। भारत का औसत टैरिफ दर 17% है, जबकि भारत को अमेरिकी निर्यात पर लगने वाला शुल्क औसतन 5% से भी कम है।

भारत पर लगाए गए “टैरिफ किंग” जैसे टैग महज राजनीतिक बयानबाज़ी लगते हैं। उदाहरण के लिए, भारत व्हिस्की और वाइन पर 150% तक टैरिफ लगाता है और कुछ गाड़ियों पर 125%, लेकिन जापान और कोरिया जैसे देश इससे भी कहीं ज्यादा शुल्क वसूलते हैं। जापान चावल पर 400% और कोरिया कुछ उत्पादों पर 887% तक शुल्क वसूलता है।

अमेरिका-भारत के बीच ट्रेड डेटा में भी उलझन

इतना ही नहीं, दोनों देशों के व्यापार आंकड़ों में बड़ा अंतर देखने को मिला है। 2024 में अमेरिका ने कहा कि उसने भारत से 87.4 अरब डॉलर का आयात किया, जबकि भारत के अपने आंकड़े केवल 80.7 अरब डॉलर के थे। यानि 6.7 अरब डॉलर का फर्क। 2023 में भी यही अंतर 8 अरब डॉलर तक रहा।

इस असमानता को लेकर भारत के वाणिज्य और राजस्व विभाग कोशिश कर रहे हैं कि इन आंकड़ों को बराबर किया जा सके। अधिकारियों के मुताबिक, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि भारत के टैरिफ डेटा को ज्यादातर खुद रिपोर्ट किया जाता है जबकि अमेरिका के आंकड़े WTO जैसी संस्थाओं के रिकॉर्ड से लिए जाते हैं, जिससे भ्रम पैदा होता है।

ट्रेड डील की राह में सबसे बड़ा रोड़ा – कृषि आयात

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर भी टकराव जारी है। भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपने किसानों के हित में मक्का, सोयाबीन, डेयरी और बादाम जैसे कृषि उत्पादों के लिए बाज़ार नहीं खोलेगा। यही वजह है कि बातचीत में लगातार रुकावटें आ रही हैं।

ट्रंप का टैरिफ हथियार

डोनाल्ड ट्रंप जिस आक्रामक टैरिफ नीति को अपना हथियार बना रहे हैं, वो न केवल भारत बल्कि कई देशों के लिए चिंता का विषय बन चुकी है। हालांकि, भारत के पास इस वक्त आंकड़ों और तथ्यों की शक्ल में मजबूत जवाब है।

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Trump Tariff On India: भारत की सरकारी तेल कंपनियों ने रूस से बनाई दूरी, अमेरिका के टै...

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Trump Tariff On India: अमेरिका की ओर से बढ़ते टैरिफ दबाव और डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों के बीच भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद पर फिलहाल ब्रेक लगा दी है। देश की बड़ी सरकारी तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) और मैंगलोर रिफाइनरी  ने रूस से तेल मंगाना अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। अब ये कंपनियां तेल खरीद के लिए मिडिल ईस्ट और अफ्रीका की ओर रुख कर रही हैं।

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सूत्रों के हवाले से खुलासा- Trump Tariff On India

खबरों के मुताबिक बीते एक हफ्ते से इन कंपनियों ने रूस से कोई नया कच्चा तेल आयात नहीं किया है। अभी तक ना तो इन कंपनियों ने और ना ही सरकार ने इस फैसले पर कोई आधिकारिक बयान दिया है। लेकिन अंदरखाने में यह माना जा रहा है कि यह कदम अमेरिका के ताजा फैसलों के मद्देनज़र उठाया गया है।

निजी कंपनियां अब भी रूस से खरीद रही तेल

जहां सरकारी कंपनियों ने कदम पीछे खींच लिए हैं, वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज और नायरा एनर्जी जैसी निजी तेल रिफाइनरियां अब भी रूस से तेल मंगा रही हैं। वजह यह है कि इन कंपनियों के पास पहले से तय सालाना कॉन्ट्रैक्ट हैं। हालांकि जानकारों का कहना है कि अगर अमेरिका का दबाव और बढ़ा, तो निजी क्षेत्र पर भी असर पड़ सकता है।

ट्रंप का टैरिफ कार्ड

आपकी जानकारी के लिए बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ऐलान किया कि 1 अगस्त से भारत से आने वाले सभी सामानों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने रूस से तेल और रक्षा उपकरणों की खरीद को लेकर भारत पर अलग से पेनाल्टी लगाने की भी बात कही है। ट्रंप ने करीब 90 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर दिया है और भारत को लेकर उनका रुख काफी सख्त हो गया है।

ट्रेड डील में अड़चन और नाराजगी

वहीं, भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर लंबे समय से बातचीत चल रही थी। पीएम नरेंद्र मोदी की ट्रंप से मुलाकात भी इसी सिलसिले में हुई थी। लेकिन बातचीत में सबसे बड़ा रोड़ा बनकर सामने आया – कृषि क्षेत्र। भारत मक्का, सोयाबीन, डेयरी और बादाम जैसे उत्पादों के आयात पर छूट देने को तैयार नहीं है। सरकार का साफ कहना है कि ये फैसला देश के किसानों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। किसान संगठन पहले ही सरकार को ऐसे किसी समझौते के खिलाफ चेतावनी दे चुके हैं।

अमेरिकी मंत्रियों की तीखी टिप्पणियां

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत ने ट्रेड बातचीत की शुरुआत की थी, लेकिन बाद में चीजें खिंचती चली गईं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत रूस से प्रतिबंधित तेल खरीद कर उसे रिफाइन कर दुनिया को बेच रहा है, जिससे वैश्विक नियमों का उल्लंघन हो रहा है। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि भारत की रूस से तेल खरीद यूक्रेन में चल रहे युद्ध को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देती है। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि भारत की ऊर्जा ज़रूरतें बहुत बड़ी हैं और सस्ते विकल्पों की तलाश उसकी मजबूरी है।

अब आगे क्या?

फिलहाल भारत की सरकारी कंपनियों का यह कदम अमेरिका के साथ तनावपूर्ण रिश्तों को संभालने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। यह अस्थायी रोक भविष्य में स्थायी भी बन सकती है, अगर टैरिफ और कूटनीतिक दबाव ऐसे ही बढ़ते रहे। भारत को अब अपनी ऊर्जा जरूरतों और वैश्विक दबावों के बीच संतुलन बिठाना होगा – और यह संतुलन आसान नहीं होगा।

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Pixel 6a Blast: चार्जिंग के दौरान फटा फोन, यूजर की जान बाल-बाल बची – जानिए स्मार्टफोन...

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Pixel 6a Blast: अगर आप भी रात को सोते वक्त अपना फोन चार्जिंग पर छोड़ देते हैं, तो ये खबर आपके लिए एक जरूरी चेतावनी है। हाल ही में Google Pixel 6a के ब्लास्ट का मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर स्मार्टफोन सेफ्टी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, Reddit पर एक यूजर ने दावा किया है कि उनका Pixel 6a फोन चार्जिंग के दौरान अचानक ब्लास्ट हो गया। यूजर ने बताया कि हादसा उस वक्त हुआ जब वह गहरी नींद में सो रहा था और फोन उसके सिर के बेहद पास रखा था।

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 “तेज धमाका और जलने की बदबू से नींद खुल गई” (Pixel 6a Blast)

यूजर ने लिखा, “मैं अचानक तेज धमाके और जलने की गंध से उठा। देखा तो Pixel 6a में आग लगी थी। जैसे-तैसे केबल पकड़कर फोन को फर्श पर फेंका, लेकिन तब तक मेरी बेडशीट जल चुकी थी।”

इस घटना के बाद Reddit और सोशल मीडिया पर “Pixel 6a blast” ट्रेंड कर रहा है, और लोग चार्जिंग से जुड़ी आदतों को लेकर चिंतित हैं। आईए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

ये 5 गलतियां फोन को बना सकती हैं टाइम बम

अगर आप स्मार्टफोन को चार्ज करते समय ये सामान्य सी दिखने वाली गलतियां कर रहे हैं, तो आप भी उसी खतरे में हैं:

तकिए या गद्दे पर रखकर फोन चार्ज करना

फोन को नरम सतह पर चार्ज करने से वह जरूरत से ज्यादा गर्म हो जाता है। हीट बाहर नहीं निकल पाती, जिससे बैटरी ओवरहीट होकर फटने का खतरा बढ़ जाता है।

लोकल या नकली चार्जर का इस्तेमाल

सस्ते और डुप्लीकेट चार्जर अक्सर वोल्टेज कंट्रोल नहीं कर पाते, जिससे शॉर्ट सर्किट या चार्जिंग के दौरान मोबाइल ब्लास्ट जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए हमेशा ऑरिजनल चार्जर का ही इस्तेमाल करें।

फोन को सिर के पास चार्ज करना

रात भर सिर के पास फोन चार्जिंग करना बेहद खतरनाक हो सकता है। अगर फोन फट जाए तो जानलेवा चोट लग सकती है।

फोन के ओवरहीट को नजरअंदाज करना

अगर आपका फोन बार-बार गर्म हो रहा है या बैटरी फूल रही है, तो उसे नजरअंदाज न करें। ये शुरुआती संकेत हैं कि कुछ गड़बड़ है। ऐसी स्थिति में फोन को सर्विस सेंटर जरूर ले जाएं।

रात भर चार्जिंग पर छोड़ना (Overnight Charging)

फोन को पूरी रात चार्जिंग पर छोड़ना बैटरी को कमजोर करता है और चार्जिंग के दौरान फोन फटने जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ाता है। चार्जिंग पूरी होते ही प्लग निकाल दें।

ऐसे हादसों से कैसे बचें?

  • फोन को सख्त और सपाट सतह पर चार्ज करें
  • चार्जिंग के वक्त गर्मी महसूस हो तो तुरंत हटा लें
  • सोते वक्त फोन को सिर से दूर रखें
  • हमेशा ऑरिजनल चार्जर का ही इस्तेमाल करें
  • बैटरी या फोन में कोई भी दिक्कत हो तो जल्द से जल्द जांच कराएं

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