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Bengaluru Crime news: ऑनलाइन प्यार में 2.3 करोड़ गंवा बैठी बेंगलुरु की शिक्षिका, शादी...

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Bengaluru Crime news: बेंगलुरु से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक अधेड़ उम्र की महिला प्यार के झांसे में आकर करोड़ों रुपये गंवा बैठीं। पति की मौत के बाद जीवन में दोबारा प्यार और साथी की तलाश कर रही 59 साल की स्कूल टीचर को यह नहीं पता था कि वह जिस शख्स से शादी के सपने बुन रही हैं, वह असल में एक शातिर ऑनलाइन ठग है।

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यह मामला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने अपने पति के निधन के बाद अकेलेपन से जूझते हुए साल 2019 में एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर प्रोफाइल बनाया था। यहीं उनकी मुलाकात ‘अहान कुमार’ नाम के शख्स से हुई, जिसने खुद को अमेरिका के अटलांटा में रहने वाला भारतीय बताया। उसने दावा किया कि वह इजरायल की एक तेल कंपनी में ड्रिलिंग इंजीनियर है और फिलहाल ब्लैक सी में तैनात है।

रिश्ते की शुरुआत, फिर प्यार और शादी का वादा- Bengaluru Crime news

महिला ने बताया कि अहान कुमार से बातचीत धीरे-धीरे बढ़ी और जल्द ही वह दोस्ती से आगे बढ़कर रिश्ते की शक्ल लेने लगी। कुमार ने उन्हें न सिर्फ शादी का वादा किया बल्कि उन्हें अपनी पत्नी जैसा ट्रीट करने लगा। वह व्हाट्सऐप कॉल्स करता, मैसेज भेजता और लगातार भारत आकर शादी करने का वादा करता रहा। इतना ही नहीं, उसने अपनी कंपनी की आईडी भी भेजी थी हालांकि उस पर फोटो नहीं था।

आर्थिक मदद के नाम पर लूट की शुरुआत

जनवरी 2020 में कुमार ने महिला से पहली बार आर्थिक मदद मांगी। उसने कहा कि वह एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है और उसे पैसे नहीं मिल रहे, यहां तक कि उसके पास खाने तक के पैसे नहीं हैं। महिला को उस पर भरोसा हो गया और उसने बिना ज्यादा सोचे 2.3 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। ये रकम दो अलग-अलग बैंक खातों में भेजी गई थी, जिनमें से एक माधवी नाम की महिला के नाम था।

प्यार की जगह आया धोखा

महिला ने बताया कि कुमार लगातार नई-नई परेशानियों का बहाना बनाकर उससे पैसे मांगता रहा। हर बार वह यही कहता कि जैसे ही प्रोजेक्ट खत्म होगा, वह भारत आएगा और सब कुछ लौटा देगा। महिला को यह सब इतना सच्चा लगा कि उन्होंने न सिर्फ अपनी सेविंग्स झोंक दीं, बल्कि लोगों से उधार लेकर भी उसे पैसा भेजा।

लेकिन धीरे-धीरे सच्चाई सामने आने लगी। पिछले साल नवंबर में जब कुमार ने फिर से 3.5 लाख रुपये मांगे तो महिला ने मना कर दिया और कहा कि उनके पास अब कुछ नहीं बचा है। इसी के बाद शातिर ठग ने महिला से दूरी बनाना शुरू कर दी और धीरे-धीरे पूरी तरह गायब हो गया।

आखिरकार पुलिस का सहारा

सच्चाई समझ में आने के बाद महिला ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जिन खातों में पैसे भेजे गए थे, उनकी जांच की जा रही है। पुलिस साइबर फ्रॉड के इस केस में महिला का पैसा वापस दिलवाने की कोशिश कर रही है।

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India-US Trade Deal: अमेरिका के डबल टैरिफ पर बोले एस. जयशंकर – भारत की ‘र...

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India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच लंबे वक्त से चली आ रही ट्रेड डील को लेकर आखिरकार विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता बेहद जरूरी है, लेकिन इसमें भारत की कुछ सीमाएं और शर्तें हैं, जिनका सम्मान किया जाना चाहिए। जयशंकर ने यह बयान राजधानी दिल्ली के कौटिल्य इकोनॉमिक एन्क्लेव में एक कार्यक्रम के दौरान दिया।

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अमेरिका सबसे बड़ा बाजार, लेकिन भारत की भी है एक ‘रेड लाइन’

अपने संबोधन में विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका निस्संदेह दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है और भारत भी इस रिश्ते को मजबूती देना चाहता है, लेकिन किसी भी समझौते की अपनी कुछ सीमाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि बातचीत में कुछ मुद्दों पर समझ बन सकती है, लेकिन कुछ ऐसे बिंदु भी होते हैं जो भारत के लिए ‘नॉन-नेगोशिएबल’ हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा, “हमारे पास भी अपनी ‘रेड लाइन’ है और हम चाहते हैं कि अमेरिका उसका सम्मान करे।”

क्यों नहीं बन पाई अब तक ट्रेड डील? India-US Trade Deal

गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद अब तक कोई ठोस ट्रेड डील फाइनल नहीं हो पाई है। जयशंकर ने इसकी वजह भी साफ कर दी। उन्होंने बताया कि अमेरिका के साथ कई मुद्दों पर मतभेद हैं, जिनकी वजह से बातचीत ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पा रही है। इसी टकराव के चलते अमेरिका ने भारत पर एक्स्ट्रा टैरिफ भी लागू कर दिए हैं।

ट्रंप की नीति और भारत पर 50% डबल टैरिफ

विदेश मंत्री ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने बताया कि पहले ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 25% का अतिरिक्त टैरिफ लगाया, जिसे भारत ने पहले ही अनुचित बताया था। इसके बाद, जब भारत ने रूस से तेल और हथियार खरीदना जारी रखा, तो अमेरिका ने एक और 25% का अतिरिक्त शुल्क जोड़ते हुए कुल टैरिफ 50% कर दिया। अमेरिका का आरोप था कि रूस से व्यापार कर भारत अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध में रूस की आर्थिक मदद कर रहा है, जबकि जयशंकर ने कहा कि कई अन्य देशों ने भी रूस से व्यापार किया है यहां तक कि वे देश भी जो खुद रूस के खिलाफ अधिक आक्रामक रुख रखते हैं।

भारत ने साफ किया अपना पक्ष

जयशंकर ने कहा कि भारत का रुख शुरू से ही स्पष्ट रहा है। उन्होंने बताया कि भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर मार्च से बातचीत चल रही है। इसमें कई पेचिदगियां और विवादित मुद्दे हैं, लेकिन भारत किसी दबाव में नहीं झुकेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत बातचीत से पीछे नहीं हट रहा, लेकिन समझौते में अपनी शर्तों के साथ आगे बढ़ना चाहता है।

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Viral News: आईफोन के लिए किडनी बेची, अब डायलिसिस पर जिंदगानी… चीन के एक युवक की...

Viral News: सोशल मीडिया और इंटरनेट की इस तेज रफ्तार दुनिया में जहां रोजाना सैकड़ों अजीब खबरें सामने आती हैं, वहीं कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जो दिल को अंदर तक हिला देती हैं। चीन से आई एक ऐसी ही खबर ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर तहलका मचाया था, बल्कि दुनियाभर के लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया था कि तकनीक की चाह और स्टेटस सिंबल बनने की दौड़ इंसान को कहां तक ले जा सकती है।

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ये मामला है चीन के वांग शांगकुन नाम के एक युवक का, जिसने साल 2011 में महज 17 साल की उम्र में आईफोन और आईपैड खरीदने के लिए अपनी एक किडनी बेच दी थी। उस समय दुनिया में आईफोन 4 और आईपैड 2 का जबरदस्त क्रेज था, और वांग भी अपने दोस्तों की तरह ये महंगे गैजेट्स खरीदना चाहता था। लेकिन घर की आर्थिक हालत कमजोर थी और परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वे उसकी यह ख्वाहिश पूरी कर सकें।

ब्लैक मार्केट में की किडनी की डील- Viral News

इसी चाहत में वांग ने एक खतरनाक और गलत रास्ता चुन लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने ब्लैक मार्केट के जरिए एक गैंग से संपर्क किया और 22,000 युआन (करीब 3,000 डॉलर) में अपनी एक किडनी बेच दी। अवैध तरीके से और बेहद अस्वच्छ माहौल में हुई यह सर्जरी उसके जीवन की सबसे बड़ी भूल साबित हुई।

सर्जरी के बाद वांग ने अपने पसंदीदा गैजेट्स तो खरीद लिए एक आईफोन और एक आईपैड। लेकिन कुछ ही समय में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसे गंभीर किडनी इंफेक्शन हो गया और दूसरी किडनी पर दबाव बढ़ने लगा। अब रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह डायलिसिस पर निर्भर है और बिस्तर से उठ भी नहीं सकता।

सोशल मीडिया पर फिर उठा पुराना ज़ख्म

यह पुरानी घटना एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा में है। लोग इस मामले को आज भी एक सीख की तरह देख रहे हैं कि तकनीक और दिखावे की लालसा कैसे इंसान को बर्बाद कर सकती है।

एक यूजर ने लिखा, “iPhone हर साल आता है, लेकिन जिंदगी सिर्फ एक बार। यह सबसे बड़ा सबक है।
एक अन्य ने तंज कसते हुए कहा, “ये दुनिया का सबसे महंगा iPhone था, इसकी कीमत थी एक पूरी जिंदगी।

कई लोगों ने इस पर चिंता जताई कि आज की युवा पीढ़ी गैजेट्स और ट्रेंड्स के पीछे इतनी अंधी दौड़ में शामिल हो चुकी है कि वे अपने शरीर और भविष्य की परवाह भी नहीं कर रहे।

युवाओं के लिए एक चेतावनी

वांग की यह कहानी सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि पूरी पीढ़ी के लिए चेतावनी है। अपने सपनों और इच्छाओं के पीछे भागना गलत नहीं, लेकिन अगर वह रास्ता आपकी सेहत और जिंदगी को दांव पर लगाता है, तो वह ख्वाहिश नहीं, तबाही बन जाती है।

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Bihar Election 2025 Date: कब पड़ेगा वोट, कब आएगा नतीजा? बिहार चुनाव 2025 की पूरी टाइम...

Bihar Election 2025 Date: बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बहुप्रतीक्षित बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस बार राज्य में दो चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर (गुरुवार) को और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। इसके बाद 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और नतीजों का ऐलान भी इसी दिन किया जाएगा।

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चुनाव आयोग ने ली हर पहलू की समीक्षा- Bihar Election 2025 Date

चुनाव आयोग ने बिहार का दौरा कर तैयारियों की पूरी समीक्षा की और सभी जरूरी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तारीखें तय की हैं। इस बार चुनाव को ज्यादा पारदर्शी, सुरक्षित और आसान बनाने की कोशिश की जा रही है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार IAS अधिकारी ही चुनाव ऑब्जर्वर होंगे और वे सभी बिहार के बाहर के होंगे। ये अधिकारी चुनाव की निगरानी करेंगे और अगर किसी को शिकायत करनी हो तो उनके नंबर ECI की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे।

वोटर्स की संख्या और सुविधाएं

बिहार में इस बार कुल 7.43 करोड़ मतदाता चुनाव में हिस्सा लेंगे, जिनमें से 3.92 करोड़ महिलाएं और लगभग 3.5 करोड़ पुरुष मतदाता हैं। साथ ही करीब 14 लाख युवा वोटर पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी पोलिंग बूथ ग्राउंड फ्लोर पर बनाए जाएंगे, ताकि बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता आसानी से वोट डाल सकें। उनके लिए रैंप, व्हीलचेयर और सहायक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

हर पोलिंग बूथ पर 1200 वोटर्स की व्यवस्था

इस बार चुनाव आयोग की कोशिश है कि हर पोलिंग बूथ पर 1200 वोटर्स को ही रखा जाए, जिससे भीड़भाड़ कम हो और वोटिंग प्रक्रिया ज्यादा सहज हो सके। इसके अलावा हर मतदान केंद्र पर चुनाव प्रक्रिया को लाइव दिखाने की योजना भी है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।

सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह चाक-चौबंद

राज्य के कठिन इलाकों में सुरक्षा को देखते हुए चुनाव आयोग ने खास इंतजाम किए हैं। 11 सीटों पर घोड़ों से पेट्रोलिंग कराई जाएगी, वहीं 197 सीटों पर नाव से पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि हर कोने में सुरक्षा बनी रहे।

नामांकन और वोटर लिस्ट से जुड़ी जानकारी

आपको बता दें, चुनाव आयोग ने 1 अगस्त से 1 सितंबर तक दावा और आपत्ति दर्ज करने का समय दिया था। इसके बाद 30 सितंबर को फाइनल वोटर लिस्ट सभी राजनीतिक दलों को सौंप दी गई है। अगर किसी मतदाता का नाम सूची में नहीं है, तो वह नामांकन की अंतिम तारीख से 10 दिन पहले तक अपना नाम जुड़वा सकता है।

छठ पर्व के बाद चुनाव पर सहमति

वहीं, बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए आयोग ने चुनाव की तारीखें तय की हैं। राजनीतिक दलों की ओर से आग्रह किया गया था कि छठ पर्व के बाद चुनाव हो, ताकि प्रवासी मतदाता जो त्योहारों के समय घर लौटते हैं, वे भी वोटिंग में हिस्सा ले सकें। आयोग ने इस मांग पर सहमति जताई और तारीखें उसी के मुताबिक घोषित की हैं।

40 सीटें आरक्षित, विधानसभा में कुल 243 सीटें

बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से 40 सीटें आरक्षित हैं। आयोग की ओर से बताया गया कि एसआईआर (सार्वजनिक सूचना रिपोर्ट) के बाद अंतिम मतदाता सूची तैयार कर सभी दलों को दे दी गई है।

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Sexual Harassment in Gaza: भूख और बेबसी के बीच गाजा की महिलाएं शोषण का शिकार, राहत के...

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Sexual Harassment in Gaza: गाजा पट्टी में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि इंसानियत भी सवालों के घेरे में आ गई है। एपी न्यूज एजेंसी की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि युद्ध से तबाह इस इलाके में महिलाओं को अब राहत सामग्री, खाना और नौकरी के बदले यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में खाना, पानी और रोजगार की इतनी किल्लत है कि लगभग पूरी आबादी विस्थापित हो चुकी है, और अब मजबूर महिलाएं पुरुषों के शोषण का शिकार बन रही हैं।

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“रोटी के बदले जिस्म” — दिल दहला देने वाली हकीकत

38 साल की एक महिला ने बताया कि वह अपने छह बच्चों को किसी तरह खाना खिलाने की कोशिश में एक राहत एजेंसी के व्यक्ति से मदद मांगने गई थी। उस शख्स ने उसे नौकरी का झांसा देकर एक खाली फ्लैट में बुलाया, जहां उसका यौन शोषण किया गया। इसके बदले उसे सिर्फ 100 शेकेल (करीब 30 डॉलर) और थोड़ा सा खाना मिला, लेकिन नौकरी नहीं मिली।

ऐसे ही कई और मामले सामने आए हैं जिनमें महिलाओं से शादी का झांसा देकर, देर रात फोन कॉल्स कर, या सेक्सुअल फेवर की डिमांड की गई। किसी से पूछा गया, “तुमने कौन सा अंडरवियर पहना है?” तो किसी को कहा गया, “मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं, चलो कहीं और चलें।” एपी ने ऐसी छह महिलाओं से बात की जिन्होंने नाम न छापने की शर्त पर अपनी आपबीती साझा की। डर, सामाजिक शर्म और पारिवारिक दबाव के चलते वे खुलकर सामने नहीं आ पा रहीं।

मनोवैज्ञानिकों और संगठनों ने की पुष्टि- Sexual Harassment in Gaza

गाजा में काम कर रही चार महिला साइकोलॉजिस्ट्स ने बताया कि वे अब तक दर्जनों ऐसी महिलाओं का इलाज कर चुकी हैं जो इस तरह के शोषण का शिकार हो चुकी हैं। कुछ महिलाएं गर्भवती भी हो गई हैं। चूंकि गाजा का समाज बेहद रूढ़िवादी है, यहां शादी से बाहर यौन संबंध को गंभीर अपराध माना जाता है, इसीलिए पीड़ित खुलकर बोल नहीं पातीं।

ह्यूमन राइट्स वॉच की महिला अधिकार प्रमुख हीथर बर्र ने कहा, “जब हालात मानवीय संकट की ओर बढ़ते हैं, तो सबसे ज़्यादा असर महिलाओं और लड़कियों पर होता है। गाजा की वर्तमान स्थिति अकल्पनीय और खतरनाक है।”

सहायता देने के नाम पर नंबर मांगकर होता है संपर्क

रिपोर्ट में बताया गया है कि कई एड वर्कर्स, जो खुद को सहायता समूहों का हिस्सा बताते हैं, रजिस्ट्रेशन के दौरान महिलाओं का फोन नंबर ले लेते हैं और फिर उन्हें सेक्सुअल मैसेज या कॉल करते हैं। एक महिला ने बताया कि उसने UNRWA यूनिफॉर्म पहने एक फिलिस्तीनी वर्कर से मदद मांगी थी। उसने उसे अपना नंबर दिया, लेकिन बाद में लगातार आपत्तिजनक कॉल्स आने लगे, जिसमें सेक्सुअल रिलेशन की मांग की गई। जब मदद नहीं मिली तो महिला ने मजबूरन उसका नंबर ब्लॉक कर दिया।

एजेंसियों का जवाब

जब पीड़ित महिला ने UNRWA को इसकी शिकायत दी, तो उसे बताया गया कि आरोप साबित करने के लिए कॉल रिकॉर्डिंग की ज़रूरत है, लेकिन उसका फोन इतना पुराना था कि वो रिकॉर्डिंग नहीं कर सकता था। UNRWA की कम्युनिकेशन डायरेक्टर जूलियट तौमा ने दावा किया कि उनकी एजेंसी यौन शोषण के मामलों में “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाती है और सबूत की मांग नहीं की जाती।

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Bihar Election 2025: बिहार चुनाव की तैयारी तेज़, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर ते...

Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की हलचल अब तेज होती जा रही है। चुनाव आयोग की टीम राज्य का दौरा कर चुकी है, राजनीतिक दलों के साथ बैठकों का दौर भी निपट चुका है और जल्द ही चुनाव की तारीखों का ऐलान होने की संभावना है। इसी बीच महागठबंधन (INDIA Bloc) ने भी अपने भीतर तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

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रविवार देर शाम बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर महागठबंधन की एक अहम बैठक हुई, जिसमें घटक दलों के तमाम प्रमुख चेहरे शामिल हुए। बैठक करीब पांच घंटे तक चली और इसमें सीट शेयरिंग से लेकर नेतृत्व के सवालों पर चर्चा की गई।

“हम ही बनाएंगे सरकार, मैं बनूंगा डिप्टी सीएम” – मुकेश सहनी

बैठक के बाद बाहर निकलते हुए विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा,
“बात लगभग फाइनल हो चुकी है। दो दिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हर विषय पर जानकारी दे दी जाएगी।”

इतना ही नहीं, उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा –
“शुभ-शुभ बोलिए, हम ही सरकार बनाएंगे और मैं ही डिप्टी सीएम बनूंगा।”

मुकेश सहनी ने यह भी जानकारी दी कि अगली बैठक 6 अक्टूबर को होगी जिसमें बचे हुए बिंदुओं पर अंतिम चर्चा की जाएगी और 7 अक्टूबर को महागठबंधन की तरफ से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट बंटवारे और गठबंधन की रणनीति का ऐलान किया जाएगा।

कांग्रेस और आरजेडी ने भी दी बैठक की जानकारी- Bihar Election 2025

बैठक के बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और पार्टी के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने भी मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि बैठक में सीट शेयरिंग, संभावित उम्मीदवारों और क्षेत्रीय समीकरणों को लेकर गहन चर्चा हुई।

वहीं आरजेडी के महासचिव आलोक मेहता ने कहा कि ज्यादातर बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है, लेकिन कुछ विषयों पर और बातचीत की जरूरत है। उन्होंने भरोसा जताया कि अगले दो दिनों में सभी मुद्दों पर सहमति बना ली जाएगी।

उन्होंने इस बात को भी महत्वपूर्ण बताया कि पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) और हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) जैसे दलों की संभावित भागीदारी पर भी चर्चा की जा रही है।

चुनाव आयोग का दावा – 22 नवंबर से पहले निपट जाएगी चुनाव प्रक्रिया

गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने हाल ही में दो दिवसीय बिहार दौरा किया था। आयोग ने राज्य के तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी और साथ ही प्रशासनिक अफसरों से भी चुनावी तैयारियों पर चर्चा की थी।

अपने दौरे के अंत में प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्ञानेश कुमार ने साफ किया कि आयोग की योजना है कि 22 नवंबर से पहले पूरी चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।

क्या कहता है राजनीतिक संकेत?

महागठबंधन की इस सक्रियता को देखते हुए साफ है कि विपक्ष इस बार एकजुट होकर चुनाव में उतरने की रणनीति पर काम कर रहा है। खासतौर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सीटों को लेकर किसी तरह का पब्लिक विवाद सामने न आए और साझा नेतृत्व के साथ चुनाव प्रचार शुरू हो सके।

अब सबकी निगाहें 7 अक्टूबर की उस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं, जहां ये तय हो जाएगा कि बिहार की चुनावी लड़ाई में महागठबंधन किन शर्तों और चेहरे के साथ उतर रहा है।

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CJI Gavai Lawyer Attacks: सुप्रीम कोर्ट में हाई वोल्टेज ड्रामा! वकील ने CJI गवई पर फे...

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CJI Gavai Lawyer Attacks: भारत के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित न्यायालय में सोमवार सुबह जो हुआ, उसने हर किसी को चौंका दिया। सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच में सुनवाई के दौरान अचानक एक वकील ने मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई (CJI) पर जूता फेंकने की कोशिश की। ये घटना इतनी तेजी से घटी कि किसी को समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या।

इस हंगामे के बाद कोर्टरूम में कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया। वहां मौजूद वकील, याचिकाकर्ता और मीडियाकर्मी भी हैरान रह गए। लेकिन इस पूरे मामले में CJI गवई की प्रतिक्रिया सबसे ज्यादा चर्चा में रही। उन्होंने बिना कोई गुस्सा जाहिर किए सिर्फ इतना कहा, “मैं परेशान नहीं हूं, आप लोग भी परेशान मत हों। इन बातों से मुझे फर्क नहीं पड़ता।” इसके बाद उन्होंने शांत भाव से सुनवाई फिर शुरू कर दी।

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क्यों भड़का वकील? CJI Gavai Lawyer Attacks

जानकारी के मुताबिक, वकील की नाराजगी CJI गवई की एक पुरानी टिप्पणी को लेकर थी, जो उन्होंने 16 सितंबर को भगवान विष्णु की मूर्ति से जुड़ी याचिका पर सुनवाई के दौरान दी थी। मामला मध्य प्रदेश के खजुराहो स्थित जवारी (वामन) मंदिर की 7 फीट ऊंची खंडित मूर्ति से जुड़ा था। कोर्ट में याचिकाकर्ता ने मांग की थी कि उस मूर्ति को दोबारा स्थापित किया जाए, क्योंकि वह श्रद्धा और धार्मिक आस्था का विषय है।

इस पर CJI गवई ने टिप्पणी करते हुए कहा था, “तुम कहते हो भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो, तो उनसे ही प्रार्थना करो, हमें क्यों कह रहे हो?” सोशल मीडिया पर ये बयान खूब वायरल हुआ था और कई लोगों ने इसे “सनातन धर्म का अपमान” करार दिया।

माना जा रहा है कि इसी टिप्पणी से नाराज होकर सोमवार को कोर्ट में मौजूद एक वकील ने जूता फेंकने की कोशिश की और चिल्लाते हुए बोला “सनातन का अपमान नहीं सहेंगे!”

कोर्ट की गरिमा पर सवाल, बढ़ाई गई सुरक्षा

इस घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आखिर इतनी सुरक्षित जगह पर कोई वकील कैसे ऐसी हरकत कर सकता है? हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उस वकील को पकड़कर कोर्ट से बाहर निकाल दिया और हालात को काबू में लिया।

अब इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस और कोर्ट की सिक्योरिटी यूनिट कर रही है। अधिकारी इस मामले को “न्यायपालिका की गरिमा पर हमला” मान रहे हैं और दोषी वकील पर सख्त कानूनी कार्रवाई की बात कर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने की निंदा

इस घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने भी बयान जारी कर घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि वकालत जैसे जिम्मेदार पेशे में ऐसे बर्ताव की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। न्याय के मंदिर में इस तरह का व्यवहार बेहद शर्मनाक है और इससे पूरे सिस्टम की साख पर असर पड़ता है।

मूर्ति मामले में कोर्ट का रुख

जहां तक भगवान विष्णु की मूर्ति से जुड़ी याचिका का सवाल है, सुप्रीम कोर्ट ने उसे यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि कोर्ट धार्मिक मामलों में सीमित भूमिका निभा सकता है। अदालत ने कहा था कि अगर श्रद्धालु पूजा करना चाहते हैं, तो वे किसी अन्य मंदिर में कर सकते हैं। कोर्ट मूर्तियों की बहाली जैसे मामलों में दखल नहीं दे सकता।

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Pawan Singh Controversy: पवन सिंह और ज्योति विवाद ने पकड़ा तूल, खेसारी लाल यादव बोले ...

Pawan Singh Controversy: भोजपुरी फिल्मों के पावर स्टार पवन सिंह इन दिनों अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में हैं। पवन सिंह के साथ उनकी पत्नी ज्योति सिंह का विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। ‘राइज एंड फॉल’ रियलिटी शो में शामिल होने से पहले ही दोनों के बीच तनाव की खबरें सामने आई थीं। ज्योति ने तब भी सुसाइड की धमकी दी थी। अब शो से लौटने के बाद यह मामला और गर्मा गया है। ज्योति ने एक बार फिर जान देने की बात कहकर सबको चौंका दिया है।

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पवन सिंह के घर के बाहर ड्रामा- Pawan Singh Controversy

दो दिन पहले ज्योति सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर बताया कि वो अपने पति पवन सिंह से मिलने लखनऊ स्थित उनके घर जाएंगी। उनका कहना था कि वो अपने फैंस की मांग पर पवन सिंह से मिलने आई हैं और उम्मीद कर रही थीं कि पवन सिंह उनसे कम से कम एक बार मुलाकात करेंगे। लेकिन जब ज्योति वहां पहुंचीं, तो उन्हें अंदर जाने की अनुमति ही नहीं दी गई।

ज्योति ने बताया कि घर के बाहर पहले से पुलिस तैनात थी और उन्हें एंट्री नहीं दी गई। उन्होंने यह पूरा घटनाक्रम अपने फोन में कैद किया और लाइव आकर फैंस को भी दिखाया। ज्योति ने दावा किया कि पवन सिंह ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करवाई है।

 

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भावुक होकर बोलीं ज्योति – “जहर खाकर यहीं मर जाऊंगी”

वीडियो में ज्योति भावुक होकर फूट-फूटकर रोती नजर आईं। उनका कहना था कि उन्हें बेइज्जत किया जा रहा है और मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि “मैं इसी घर में जहर खाकर मर जाऊंगी। अगर मुझे थाने ले जाया गया तो मैं यहां से जिंदा नहीं जाऊंगी।”

ज्योति के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। पवन सिंह के कई फैंस ने भी ज्योति का सपोर्ट किया और पवन सिंह से अपील की कि वो उन्हें माफ कर दें।

खेसारी लाल यादव आए ज्योति के सपोर्ट में

इस पूरे मामले में भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव भी सामने आए हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर ज्योति का समर्थन किया और पवन सिंह को गलत ठहराया।

इंटरव्यू में खेसारी ने कहा, “भाभी की इतनी बड़ी गलती नहीं है। उस महिला का इतना बड़ा अपराध नहीं है। आप इतने लोगों को माफ कर सकते हो तो उस महिला को भी माफ करो। हम लोग चाहते हैं कि हमारे घर में भतीजा आए। मेरी बहन नहीं है लेकिन बेटी है। अगर मेरी बेटी के साथ ऐसा होता तो मैं क्या करता? इंसान कितना नीचे गिर सकता है, यह सोचकर दया आती है।”

खेसारी ने आगे कहा, “अगर उनका अपराध इतना बड़ा है तो आप खुद मीडिया के सामने आकर बोलिए। मैं पवन सिंह से बहुत प्यार करता हूं लेकिन उनकी गलतियों पर पर्दा नहीं डाल सकता। मैं उनका चमचा नहीं हूं, न ही चाटूकारिता करता हूं। पवन सिंह मेरा घर नहीं चलाते कि मैं कहूं – आप बहुत बढ़िया कर रहे हैं। नहीं कर रहे हो आप बढ़िया। गलत है तो गलत है।”

बता दें, पवन सिंह की ओर से अभी तक इस विवाद पर कोई सीधा बयान नहीं आया है। हालांकि, ज्योति के आरोप और खेसारी के बयान ने यह साफ कर दिया है कि मामला अब सिर्फ निजी नहीं, बल्कि पब्लिक डोमेन में पूरी तरह खुल चुका है।

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SMS Hospital Fire Update: एसएमएस ट्रॉमा सेंटर में आग से 7 की मौत, मरीजों को छोड़ भागा...

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SMS Hospital Fire Update: जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार रात जो हुआ, उसने पूरे राजस्थान को झकझोर कर रख दिया। रात करीब 11:10 बजे ट्रॉमा सेंटर की दूसरी मंजिल पर बने न्यूरो वार्ड के स्टोर से अचानक धुआं उठने लगा और देखते ही देखते पूरा वार्ड धुएं और आग की चपेट में आ गया। इस हादसे में 7 मरीजों की जान चली गई और कई अन्य झुलस गए या गंभीर हालत में हैं।

आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम जांच कर रही है, ताकि आग लगने की असली वजह सामने आ सके।

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अस्पताल बना मौत का कुंआ, मची भगदड़- SMS Hospital Fire Update

घटना के वक्त ट्रॉमा सेंटर में करीब 210 मरीज भर्ती थे, जिनमें से 40 मरीज आईसीयू में थे। रात में स्टाफ की संख्या कम थी एक एक आईसीयू में केवल एक स्टाफ मौजूद था। जब आग लगी, तो स्थिति इतनी भयावह हो गई कि मरीजों के साथ-साथ स्टाफ भी जान बचाकर भागने लगा। धुएं और जहरीली गैसों की वजह से ICU और सेमी-ICU में भर्ती मरीजों की हालत और ज्यादा बिगड़ गई।

वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टाफ ने कुछ मरीजों को ट्रॉली से बाहर निकालने की कोशिश जरूर की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। 7 लोगों की जान चली गई, जिनमें 2 महिलाएं और 5 पुरुष थे। 4 मरीजों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

परिजनों की आपबीती: मदद के बदले मिला इंतजार

मृतकों में शामिल 40 वर्षीय सर्वेश देवी, आगरा से इलाज के लिए जयपुर आई थीं। उनके बेटे ने बताया कि उन्होंने धुएं के बारे में कई बार डॉक्टरों को बताया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं, जयपुर जिले के आंधी गांव से अपनी मां के इलाज के लिए आए शेर सिंह ने बताया कि स्टाफ भाग गया, और उन्हें खुद अपनी मां को उठाकर बाहर लाना पड़ा, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

सवाई माधोपुर के दिगंबर वर्मा की मौत अस्पताल के बाहर भगदड़ में हो गई। उनका एक्सीडेंट केस था। हालांकि अस्पताल प्रशासन इस मौत को आग की घटना से अलग बता रहा है।

अन्य मृतकों में सीकर के पिंटू, जयपुर के दिलीप, भरतपुर के श्रीनाथ, रुकमिणी, खुदरा और सांगानेर निवासी बहादुर शामिल हैं।

आग से निपटने की कोई तैयारी नहीं थी

घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। एक परिजन ने बताया कि चिंगारी दिखाई देने पर कई बार डॉक्टरों और स्टाफ को बताया गया, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। न तो फायर अलार्म बजा, न ही फायर एक्सटिंग्विशर का इस्तेमाल हुआ।

स्टाफ की भागदौड़ और अव्यवस्था की वजह से बहुत से मरीजों की जान बचाई नहीं जा सकी।

सीएम ने दिए जांच के आदेश

घटना के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एक जांच समिति बनाई गई है, जिसकी अगुवाई चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त इकबाल खान करेंगे।

यह समिति अस्पताल की अग्निशमन व्यवस्था, स्टाफ की जिम्मेदारी, आग की वजह, मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों की जांच करेगी।

ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज ने दी जानकारी

ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज अनुराग धाकड़ ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी जो ICU में फैल गई। स्टाफ ने 24 मरीजों को बाहर निकाल लिया, लेकिन 7 की जान नहीं बचाई जा सकी। चार मरीज अब भी गंभीर हालत में हैं।

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shani vakri 2025: शनि वक्री 2025, दिवाली पर शनि की उल्टी चाल से इन राशियों को मिलेगा ...

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shani vakri 2025: इस बार दिवाली 20 अक्टूबर, सोमवार को मनाई जाएगी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन प्रभु श्रीराम 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। ज्योतिष के जानकार इस बार की दिवाली को बेहद खास मान रहे हैं। वजह है 500 साल बाद शनि ग्रह का दिवाली पर वक्री होना। यानी शनि इस समय अपनी उल्टी चाल में रहेंगे, जो कि किसी भी सामान्य घटना से कम नहीं है।

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ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मों का देवता माना जाता है। कहा जाता है कि शनि व्यक्ति के कर्मों के अनुसार फल देते हैं। जब शनि वक्री होते हैं, तो उनकी चाल धीमी हो जाती है और इसका असर जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर गहराई से दिखता है। शनि की यह उल्टी चाल सभी राशियों पर अलग-अलग तरह से असर डालती है, कभी सकारात्मक तो कभी नकारात्मक। आइए, जानते हैं इस बार दिवाली पर शनि की वक्री चाल से किन राशियों को विशेष लाभ मिलेगा।

मिथुन राशि – करियर और व्यापार में प्रगति | shani vakri 2025

मिथुन राशि वाले लोगों के लिए शनि की वक्री चाल काफी शुभ साबित होगी। लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होने के योग बन रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन मिल सकता है और व्यवसाय में साझेदारी से लाभ के नए रास्ते खुलेंगे। नई योजनाओं के कारण आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। परिवार में भी मान-सम्मान और सम्मान बढ़ेगा, जिससे मन को खुशी मिलेगी।

मकर राशि – शिक्षा और करियर में सफलता

मकर राशि के जातकों के लिए शनि वक्री का समय शिक्षा और करियर के लिहाज से बेहद अनुकूल रहेगा। जो छात्र परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलने की संभावना है। साथ ही, नई नौकरी के मौके भी सामने आ सकते हैं। विदेश यात्रा की योजना पूरी होने के आसार हैं। आर्थिक स्थिति में अचानक सुधार होगा और परिवार में शुभ समाचार के कारण खुशियों का माहौल बनेगा।

कुंभ राशि – जिम्मेदारियों के साथ सफलता

कुंभ राशि शनि की अपनी राशि है, इसलिए वक्री शनि का प्रभाव यहां विशेष होगा। इस दौरान कुंभ राशि वाले जीवन में अधिक जिम्मेदारियां संभालेंगे, लेकिन साथ ही सफलता भी हाथ लगेगी। करियर में अचानक बड़े अवसर मिल सकते हैं, साथ ही निवेश के मामले में लाभ होगा। समाज में उनकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।

शनि वक्री का सामान्य प्रभाव

शनि की वक्री चाल में धीमी गति के कारण जीवन में कई बदलाव आते हैं। कुछ मामलों में यह परेशानी और बाधाएं भी ला सकती है, लेकिन जो लोग धैर्य और संयम रखते हैं, उन्हें इस दौर में सफलता जरूर मिलती है। शनि की ऊर्जा नकारात्मक भी हो सकती है, लेकिन साथ ही यह हमें हमारे कर्मों की सजा या इनाम भी देती है। इसलिए इस समय संयमित रहना और अपने कामों को सही दिशा में मोड़ना बेहद जरूरी होता है।

दिवाली और शनि वक्री का खास मेल

500 साल बाद शनि का दिवाली के दिन वक्री होना इसे खास बनाता है। ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि ऐसे समय पर शनि के प्रभाव में आने वाले जातकों को खास सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं, यह समय नई शुरुआत और अपने पुराने कष्टों से छुटकारा पाने का भी माना जाता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और समाज में प्रचलित विश्वासों पर आधारित है। पाठकों से अनुरोध है कि वे किसी भी धार्मिक या ज्योतिषीय उपाय को अपनाने से पहले अपनी व्यक्तिगत समझ और विशेषज्ञ सलाह जरूर लें।

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