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Krishn janmashtami wishes: करुणा, प्रेम, धर्म और लीला के अद्वितीय प्रतीक श्री कृष्ण हिंदू धर्म के सर्वाधिक पूजनीय और लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। उन्हें भगवान विष्णु का आठवाँ अवतार माना जाता है, जिनका जीवन और शिक्षाएँ न केवल आध्यात्मिक हैं, बल्कि जीवन जीने की कला का अद्भुत मार्गदर्शन भी प्रदान करती हैं। वही इस साल शुभ जन्माष्टमी 16 अगस्त को मनाई जाने वाली है. तो चलिए जानते गोविंदा आला रे! जन्माष्टमी की ढेर सारी शुभकामनाएँ! इस शुभ अवसर पर, मैं आपके लिए कुछ खूबसूरत शुभकामनाएँ लाई हूँ, जिन्हें आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा कर सकते हैं.

कृष्ण जन्माष्टमी wishes 

  • कान्हा के कदमों से रोशन हो आपका घर, खुशियों की भरमार हो और दुःख-दर्द हो जाए दूर. शुभ जन्माष्टमी!
  • माखन का कटोरा, मिश्री का थाल, मिट्टी की खुशबू, और राधा की पुकार. मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्योहार!
  • नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की! श्रीकृष्ण का आशीर्वाद हमेशा आपके और आपके परिवार के साथ रहे. हैप्पी जन्माष्टमी!
  • कृष्ण की भक्ति में लीन हो जाएँ, उनके प्रेम और ज्ञान से अपना जीवन सजाएँ. जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
  • कान्हा की बांसुरी की धुन से गूंजे आपका जीवन, प्रेम, शांति और समृद्धि से भरपूर हो आपका हर पल. जन्माष्टमी मुबारक!
  • कृष्ण का नाम लो, सहारा मिलेगा। गोकुल का हर पल, तुम्हारा है। जय श्री कृष्ण!
  • कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर, आपको और आपके परिवार को शांति, समृद्धि और सफलता मिले।
  • कृष्ण की महिमा, राधा का प्रेम, मुबारक हो आपको यह पवित्र त्योहार।
  • हर घर में आए खुशियाँ, जब कान्हा मुस्कुराए। हैप्पी जन्माष्टमी!
  • राधे-राधे जपो, श्याम-श्याम कहो, जीवन की हर मुश्किल में कृष्ण का साथ हो।
  • कृष्ण की बंसी की मधुर धुन आपके जीवन में खुशियों का संचार करे। हैप्पी जन्माष्टमी!
  • माखन चुराकर, जिसने सबका मन मोह लिया, वही कृष्ण हमारे दिलों में बस गए। जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!
  • कृष्ण प्रेम का प्रतीक हैं, उनका जन्मदिन प्रेम से मनाएं। जन्माष्टमी मुबारक!
  • इस जन्माष्टमी, कृष्ण आपके सभी दुखों को दूर करें और आपके जीवन को रोशनी से भर दें।
  • आओ मिलकर गाएं कृष्ण का गुणगान, क्योंकि आज है उनका जन्मदिन। हैप्पी जन्माष्टमी!
  • आपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
  • नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की। हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की। हैप्पी जन्माष्टमी!
  • माखन का कटोरा, मिश्री का थाल, मिट्टी की खुशबू, और बारिश की फुहार। आपको जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!
  • गोकुल में जिसने किया निवास, उसने गोपियों के संग रचा रास। देवकी-यशोदा जिनकी मैया, ऐसे हैं हमारे कृष्ण कन्हैया। हैप्पी जन्माष्टमी!
  • कान्हा की लीलाएं, राधा का प्यार, मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्योहार।
  • श्री कृष्ण के आशीर्वाद से आपके जीवन में खुशियाँ और प्रेम बना रहे। जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!
  • बंसी बजाकर जिसने सबको झुमाया, उसके जन्मदिन की सबको बधाई। जय श्री कृष्ण!
  • बाल गोपाल की कृपा आप पर सदा बनी रहे। जय कन्हैया लाल की।
  • राधा का रंग और कान्हा की बंसी, मुबारक हो आपको जन्माष्टमी की ख़ुशी।
  • मनमोहक माखन चोर, नटखट नंद किशोर, जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएँ।

Big revelation on child trafficking in MP: 4 सालों में 58 हजार बच्चे गायब, बच्चों के ...

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Big revelation on child trafficking in Madhya pradesh: जब भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की गिनती की जाती है तो रूहं झकझोर देने वाले आकड़े सामने आते है। आपको जानकर हैरानी होगी कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में असम राज्य सबसे ज्यादा है। हालांकि राजधानी दिल्ली में महिलाओ की स्थिति को इग्नोर नहीं किया जा सकता है लेकिन उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राज्सथान, और मध्य प्रदेश भी महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कम नहीं है। लेकिन महिलाओं से भी बुरा हाल तो बच्चों का है। चाइल्ड ट्रेफ्रिकिंग के मामलों में कोविड 19 के बाद भारत में तीन गुना मामले बढ़े है।

मध्य प्रदेश के आकड़े डराने वाले

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार पूरे भारत में हर आठ मिनट में एक बच्चा गायब हो जाता है। बच्चों के गायब होने में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है, लेकिन मध्य प्रदेश के आकड़ों ने सबके कान खड़े कर दिए है। अभी हाल ही में एक आकड़ा मध्य प्रदेश से आया है, जिसने सबके पैरों तले से जमीन सरका दी है। दरअसल बीते 4 सालों में मध्य प्रदेश में चाइल्ड ट्रेफिकिंग का गिरोह इस कदर सक्रिय है कि अब तक करीब 58 हजार से ज्यादा बच्चे गुम हो गए है, जिसमें 11 हजार लड़के और 47 हजार लड़कियां शामिल है।

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पूर्व मंत्री ने सरकार से किए तीखें सवाल

लापता बच्चो को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री सचिन यादव ने विधानसभा में राज्य सरकार से लापता बच्चों को लेकर तीखे सवाल किए है। उन्होंने पूछा कि बीते 4 सालों में गायब बच्चों के लिए अब तक सरकार ने कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया है। क्यों इतने संगीन और गंभीर मुद्दे पर भी सरकार मूक दर्शक बन कर देख रही है।

इंदौर है पहले नंबर पर

छोटे बच्चो के गायब होने को लेकर अगर आकड़े निकाले जाये तो बेहद ही हैरान करने वाले है। मध्य प्रदेश के सबसे विकसित जिला इंदौर बच्चो के लिए कब्रगाह बन रहा है। दरअसल आकड़े बताते है कि इंदौर के बाणगंगा और लसूड़िया में सबसे ज्यादा बच्चे गायब हुए है तो वहीं धार जिला बच्चों के गायब होने में दूसरे स्थान पर है।

क्या कहना है सरकार का

मध्य प्रदेश में बीते 2 दशकों के बीजेपी की सरकार है। मोहन यादव सीएम है, लेकिन डबल इंजन की सरकार चलाने का दावा करने वाली बीजेपी महिलाओं की सुरक्षा में ही फिसड्डी साबित हो गई है, तो उनकी डबल इंजन की सरकार किस काम की है। बीजेपी विधायक नीना वर्मा की बातें सुन कर तो आपको बीजेपी सरकार के लिए केवल गुस्सा ही आयेगा। उन्होंने तो मुद्दे को ही भटकाने की कोशिश की, उनका कहना है कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाये, उनके साथ फैमिली वाले फ्रेंडली बिहेवियर करें। अब जरा कोई उनसे पूछे कि अगर कोई छोटे से मासूम को उसके घर के बाहर से खेलते हुए उठा ले जाता है तो उसमें जिम्मेदार कौन है। राज्य सरकार बच्चों को सुरक्षा देने में पूरी तरह से नाकाम हो गई है, इतना ही नहीं वो अपराधियों पर भी लगाम नहीं लगा सकी है, तो मुद्दे को ही बदल देना, बीजेपी की आदत में शामिल हो गया।

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कुछ समय पहले ही मध्य प्रदेश की विधानसभा में बताया गया था कि राज्य में रोजाना 7 दलित महिलाओं के साथ बलात्कार होता है। जो बेहद ही चौंकाने वाला आकड़ा है। हैरानी की बात है कि एमपी की डबल इंजन की सरकार असल में पूरी तरह से एक फेल सरकार है, न तो राज्य में महिलाएं सुरक्षित है और न ही बच्चें। इन सभी आकडों को देखकर भी सरकार कानों में तेल डालकर गूंगी बहरी बन कर मूक दर्शक बन कर देख रही है।

वृंदावन जन्माष्टमी 2025: जानें तिथि और मंगला आरती का समय

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Janmashtami 2025: उत्तर भारत में मनाई जाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी भारत के कई राज्यों में धूमधाम से मनाई जाती है। हर साल की तरह इस साल भी जन्माष्टमी की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। बाज़ार भगवान कृष्ण की मूर्तियों से सज गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस साल जन्माष्टमी (Janmashtami) कब है, इसका शुभ मुहूर्त क्या होगा, और वृंदावन (Virndavan) में कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna janmashtami) कब मनाई जाएगी? अगर नहीं, तो आइए इस लेख में हम आपको सब कुछ बताते हैं।

जन्माष्टमी की तिथि शुभ मुहूर्त 

वृंदावन (Vrindavan)के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर पूरे वृंदावन में दिव्य ऊर्जा और आनंद का अनुभव होता है। वही इस वर्ष भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा (Mathura) और उनकी लीला भूमि वृंदावन में जन्माष्टमी का पर्व शनिवार, 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस वर्ष अष्टमी तिथि 15 अगस्त को रात्रि 11:49 बजे से प्रारंभ होकर 16 अगस्त को रात्रि 9:34 बजे तक रहेगी।

वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी का उत्सव अत्यंत विशेष होता है। इस दिन मध्यरात्रि 12 बजे ठाकुर जी की मंगला आरती की जाती है, जो वर्ष में केवल एक बार होती है।

मंगल आरती का समय: बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी के दिन मध्यरात्रि 12 बजे मंगला आरती की जाती है। साथ ही पूजा का समय 16 अगस्त, प्रातः 12:04 बजे से 12:47 बजे तक। आपको बता दें, कि कुछ लोग 15 अगस्त को भी जन्माष्टमी मना सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गृहस्थ समाज अष्टमी तिथि के आधार पर जन्माष्टमी मनाता है, जबकि वैष्णव परंपरा के भक्त रोहिणी नक्षत्र के आधार पर त्योहार मनाते हैं। मथुरा और वृंदावन के प्रमुख मंदिरों में जन्माष्टमी 16 अगस्त को मनाई जाएगी।

बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती का समय

वृंदावन स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में वर्ष में केवल एक बार, जन्माष्टमी के दिन, मंगला आरती होती है। यह आरती भगवान के जन्मोत्सव के बाद की जाती है। इस वर्ष यह आरती 17 अगस्त को प्रातः 1:45 से 2:00 बजे के बीच होगी। इस आरती को अत्यंत विशेष माना जाता है, जिसे देखने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं।

इस्कॉन मंदिर में मंगला आरती का समय

इस्कॉन मंदिर (Iskcon Temple) में, जन्माष्टमी के दिन अन्य मंदिरों की तरह मंगला आरती सुबह नहीं, बल्कि मध्यरात्रि में की जाती है। 16 अगस्त को, मंगला आरती रात्रि 11:45 से 12:10 बजे के बीच होगी, जिसके बाद अभिषेक और अन्य प्रार्थनाएँ की जाएँगी। ये सब बहुत भव्य होता है इसे देखने के लिए भक्तजन बहुत दूर-दूर से आते है।

VOTE CHORI SCAM: वोट चोरी को लेकर विपक्ष के सांसद उतरे सड़क पर, महुआ मोइत्रा बेहोश, त...

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vote chori scam:दिल्ली की सड़कों पर अभी एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। एक तरफ कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सड़को पर आंदोलन कर रहे है तो वहीं सपा के मुखिया अखिलेश यादव बेरिकेट फांद रहे है… वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा तो बेहोश हो गई, जिन्हे राहुल गांधी ने पानी छिड़क कर होश में लाने की कोशिश की। अब सवाल ये उठता है कि संसद में बैठने वाले सांसद सड़कों पर क्यों उतर आये है, तो इनका कारण है चुनाव आयोग।

क्या है मुद्दा

7 अगस्त को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने एक ही वोट को कई जगह डलवाया है, उन्होंने इस बात के सबूत भी पेश किये थे। जिसमे उन्होंने बताया कि कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई ऐसे राज्य है जहां लाखों फर्जी वोट डाले गए है। दरअसल कांग्रेस, टीएमसी, सपा समेत कई विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग घेरते हुए कहा कि उन्होंने वोट चोरी की है। जिसके लिए वो संसद में बहस करना चाहते है लेकिन उन्हें ऐसा करने नहीं दिया जा रहा है।

चुनान आयोग के विरोध में विपक्ष

अपना विरोध जताने के लिए उन्होंने मार्च निकालने का फैसला किया और सभी सांसद संसद की मकर द्वार से चुनाव आयोग के ऑफिस की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे। विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग को घेरते है कहा कि चुनाव आयोग ने वोट चोरी जैसे संगीन मुद्दे पर काफी लचर रवैया अपनाया। जब आयोग के पास पहले से वोट चोरी को लेकर शिकायत की गई थी तो चुनाव आयोग ने इस मामसे में लापरवाही क्यों बरती।

और पढ़ेः अखिलेराहुल गांधी के वोटर लिस्ट आरोपों पर चुनाव आयोग का पलटवार: ‘सबूत के साथ शपथ पत्र साइन करें, नहीं तो

इस मार्च में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत करीब 300 सांसदो ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तो बेरिकेट फांद कर चुनाव आयोग के ऑफिस की तरफ जाने की कोशिश की लेकिन वो खुद को संभाल नहीं पायें जिसके बाद उन्हें कुछ पास खड़े नेताओं ने संभाल लिया। इतना ही नहीं इस आंदोलन में भाग लेने वाली टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा भी मार्च का हिस्सा बनने आई थी, लेकिन भीड़ और गर्मी के कारण वो बेहोश हो गई, जिनपर राहुल गांधी ने पानी छिड़क कर उन्हें होश में लाने की कोशिश की।

इस प्रदर्शन को लेकर चुनाव आयोग और संसद के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिसके काऱण सांसद चुनाव आयोग के ऑफिस में दाखिल नहीं हो पाये थे। लेकिन उनकी इस जोर जबरदस्ती के कारण जो शांति भंग हुई उसके कारण पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया।

राहुल गांधी ने कहा-संविधान बचाने की कोशिश

इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने चुनाव आयोग की विश्वस्नीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वोट चोरी का मामला आयोग के सच पर सवाल उठा रहा है। जब तक आयोग अपनी सच्चाई खुद आकर साबित नहीं कर देता, तब तक चुनाव आयोग सवालों के घेरे में रहेगा। राहुल गांधी ने मांग की है कि वो केवल संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है। ये एक एक वोट का सवाल है। हमें चुनाव आयोग से एक प्योर वोटर्स की लिस्ट चाहिए।

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चुनाव आयोग का जवाब

राहुल गांधी के आरोपो को लेकर कर्नाटक चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को जवाब दे दिया है कि जो दस्तावेज राहुल गांधी ने पेश किए है असल में वो चुनाव आयोग के डाटाबेस में मौजूद ही नहीं है। यहां तक कि राहुल गांधी ने जिस महिला शकुन रानी का जिक्र डबल वोट डालने के मामले में उछाला है, उसने खुद स्वीकार किया है कि उसने दो वोट नहीं डाले है। इलेक्शन कमीशन ने राहुल गांधी को वो सबूत पेश करने को कहा है जिसके आधार पर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर इतने संगीन आरोप लगाये है।

चुनाव आयोग और विपक्षी सासंद इस वक्त आमने सामने आ गए है। ऐसे में देखना ये होगा कि क्या राहुल गांधी चुनाव आयोग को गलत साबित कर पायेंगे या फिर चुनाव आयोग अपने आप को पाक साफ छवि के साथ बचा पायेगी। फिलहाल ये कहना गलत नहीं होगा कि संसद भवन इस वक्त जंग का मैदान बन गया है.. जिसमें लड़ाई चुनाव आयोग वर्सेस विपक्ष चल रही है, लेकिन सत्ता पक्ष की तरफ से किसी को कोई बयान अभी तक नहीं आया है।

 

Harchath Vrat 2025: बलराम जी के जन्मोत्सव पर रखा जाता है हरछठ व्रत, जानिए कौन-से अन्न...

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Harchath Vrat 2025: भाद्रपद माह का समय शुरू होते ही धार्मिक वातावरण और अधिक भावुक हो जाता है। इसी भाव की गहराई लिए हरछठ व्रत, जिसे हलषष्ठी भी कहा जाता है, इस साल 14 अगस्त 2025 को रखा जाएगा। यह व्रत खासतौर पर माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुखद भविष्य की कामना के लिए करती हैं। मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा और व्रत भगवान बलराम की विशेष कृपा दिलाती है।

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क्या है हरछठ व्रत और क्यों मनाते हैं? (Harchath Vrat 2025)

हरछठ, जिसे अलग-अलग क्षेत्रों में हलषष्ठी, ललही छठ या छठ माता व्रत भी कहा जाता है, का संबंध श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम जी से है। बलराम जी को हलधर भी कहा जाता है क्योंकि उनका मुख्य अस्त्र हल था। इसी कारण इस दिन को हलषष्ठी नाम से जाना जाता है।

यह व्रत भाद्रपद कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को रखा जाता है और इस दिन बलराम जी के जन्मोत्सव के रूप में पूजा होती है। माताएं इस दिन विशेष नियमों का पालन कर उपवास रखती हैं और अपने बच्चों की रक्षा व सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

कब है हरछठ व्रत? जानिए शुभ मुहूर्त

इस साल भाद्रपद माह की कृष्ण षष्ठी तिथि की शुरुआत 14 अगस्त को सुबह 4:23 बजे हो रही है,
और इसका समापन 15 अगस्त को सुबह 2:07 बजे तक होगा। चूंकि व्रत उदयातिथि के अनुसार रखा जाता है, इसलिए 14 अगस्त को हरछठ व्रत रखा जाएगा।

व्रत के नियम और परंपराएं

हरछठ का व्रत बेहद सख्ती और शुद्धता से किया जाता है। इस दिन महिलाएं:

  • हल से जुती हुई भूमि पर नहीं चलतीं और
  • हल से जुते अन्न या अनाज का सेवन नहीं करतीं।

इस व्रत में ऐसी चीजों को खाने की परंपरा है जो प्राकृतिक रूप से बिना हल चलाए उगी हों, जैसे:

  • महुए का आटा,
  • सिंघाड़े का आटा,
  • तालाब में उगी चीजें (जैसे कमल गट्टा आदि)।

भैंस के दूध, दही और घी का प्रयोग किया जाता है, जबकि गाय से प्राप्त चीजों का सेवन वर्जित माना जाता है।

पूजन विधि और सामग्री

पूजा में मुख्य रूप से छठ माता और बलराम जी की आराधना की जाती है। महिलाएं:

  • महुआ के पेड़ की डाली से दातून करती हैं,
  • स्नान के बाद व्रत शुरू करती हैं,
  • पूजा में बांस की टोकरी में लाई, चना, महुआ, और
  • बिना हल जोते खेत की धान,
  • भैंस का दूध-दही-घी चढ़ाया जाता है।

कुछ स्थानों पर आंगन में झरबेरी, पलाश और कांसी की टहनियों से मंडप बनाकर पूजा होती है।

छठ माता को सात अनाज (बुआ सतनजा) और तिन्नी के चावल से बना दही-चावल का भोग अर्पित किया जाता है।

पूजन के बाद हरछठ व्रत कथा सुनी या पढ़ी जाती है, जिसमें बलराम जी की महिमा और संतान की रक्षा की कहानियां होती हैं।

आस्था से भरा दिन

हरछठ व्रत ना सिर्फ एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि माँ की ममता और बच्चों के लिए दुआओं का प्रतीक है। व्रती महिलाएं दिनभर नियमों का पालन करते हुए ईश्वर से बस यही प्रार्थना करती हैं –
“मेरे बच्चों का जीवन खुशहाल हो, और वो हर संकट से बचे रहें।”

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Fatehpur Temple- Mosque Protest: फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद से हंगामा, हिंदू संगठन...

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Fatehpur Temple- Mosque Protest: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के अबूनगर इलाके में स्थित एक मकबरे को लेकर विवाद बढ़ गया है। सोमवार को हिंदू समाज के कुछ लोगों ने इस मकबरे पर चढ़कर भगवा झंडा फहराया, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय की तरफ से पथराव शुरू हो गया। इस घटना ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया और पुलिस प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दीं। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन की तरफ से तुरंत कदम उठाए गए, लेकिन स्थिति में तनाव कम करने में समय लग रहा है।

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मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी की तीखी प्रतिक्रिया- Fatehpur Temple- Mosque Protest

इस विवाद पर बरेली के मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने हिंदू महासभा को आरोपित करते हुए कहा, “फतेहपुर के मकबरे को शहीद कर दिया गया। हिंदू महासभा के लोगों को कानून हाथ में लेने की इजाजत किसने दी?” उन्होंने चेतावनी दी कि मुसलमान इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। मौलाना ने इस विवाद में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें सजा दिलवाने की भी अपील की।

पुलिस प्रशासन का नियंत्रण प्रयास

फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू करने की कोशिश की। डीएम ने कहा, “अब स्थिति सामान्य है और लोग वापस जा चुके हैं। हमारी प्राथमिकता यह है कि लोग शांत रहें और प्रशासन पर विश्वास करें।” एसपी अनूप कुमार सिंह ने भी कहा कि अब कानून व्यवस्था सामान्य है, हालांकि शुरुआत में यह स्थिति काफी गंभीर हो गई थी।

विरोध और पथराव: हिंदू और मुस्लिम पक्षों के बीच टकराव

फतेहपुर में मकबरे को लेकर हिंदू संगठनों का विरोध तेज हो गया। हिंदूवादी संगठनों के लोग मकबरे पर चढ़े और वहां भगवा झंडा फहराया, इसके बाद उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी। मुस्लिम समुदाय के लोग इसका विरोध करते हुए पथराव करने लगे, जिससे दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर तैनात किया, लेकिन तनावपूर्ण माहौल बना रहा। प्रशासन को इस विवाद को शांत करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

मकबरे को ठाकुर जी मंदिर बताने का विवाद

हिंदू संगठन के लोग इस मकबरे को ठाकुर जी के मंदिर के रूप में पहचानते हुए पूजा-पाठ करने का प्रयास कर रहे थे। उनका कहना था कि यह स्थल एक हिंदू धार्मिक स्थान है, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे मजार के रूप में मानता है। इस धार्मिक विवाद ने दोनों समुदायों के बीच कड़ी नफरत और तनाव को जन्म दिया है। हिंदू संगठन के लोग बैरिकेडिंग तोड़कर वहां पहुंचे, जिससे माहौल और गरमाया।

सुरक्षा व्यवस्था: पुलिस की तैनाती

फतेहपुर में बढ़ते विवाद को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया है। एहतियातन पीएसी और पुलिस बलों की तैनाती की गई है। हर गली और चौराहे पर सुरक्षा बलों की निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। डाक बंगला चौराहे पर हजारों की भीड़ जमा हो गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने बल प्रयोग किया और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस विवाद पर कहा कि राज्य सरकार जिला प्रशासन के संपर्क में है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पूरे मामले को शांति से हल करने के लिए कई कदम उठाए हैं। पाठक ने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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War 2 Advance Booking: ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की ‘वॉर 2’ मचा रही है धूम, पहले दिन...

War 2 Advance Booking: बॉलीवुड में जब दो बड़े सुपरस्टार्स एक साथ स्क्रीन शेयर करें, तो बवाल तो होना तय है। ‘वॉर 2’ के साथ कुछ ऐसा ही माहौल बन चुका है। ऋतिक रोशन और साउथ सुपरस्टार जूनियर एनटीआर की इस बहुप्रतीक्षित एक्शन फिल्म का इंतजार दर्शक लंबे समय से कर रहे थे, और अब जब फिल्म की रिलीज़ में सिर्फ कुछ दिन बाकी हैं, एडवांस बुकिंग के आंकड़े भी धमाका कर रहे हैं।

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14 अगस्त को रिलीज होगी ‘वॉर 2’ (War 2 Advance Booking)

‘वॉर 2’ 14 अगस्त 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है। ये फिल्म यशराज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स का हिस्सा है, जिसमें पहले से ही ‘टाइगर’ और ‘पठान’ जैसे किरदार मौजूद हैं। इस बार कहानी में और ज्यादा एक्शन, इमोशन और थ्रिल देखने को मिलेगा। सबसे खास बात ये है कि इस बार निर्देशन की कमान अयान मुखर्जी ने संभाली है, जिन्होंने इससे पहले ‘ब्रह्मास्त्र’ जैसे विजुअली ग्रैंड प्रोजेक्ट्स दिए हैं।

पहले दिन 6038 शो, 35,000 से ज्यादा टिकट बिक चुके

बॉक्स ऑफिस ट्रैकर Sacnilk की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘वॉर 2’ की एडवांस बुकिंग काफी जोरदार चल रही है। फिल्म के पहले दिन के लिए देशभर में 6038 शो तय किए गए हैं, और अब तक 35 हजार से ज्यादा टिकट्स बिक चुके हैं। एडवांस बुकिंग से अभी तक फिल्म ने करीब ₹4.24 करोड़ का कारोबार कर लिया है, जो बताता है कि दर्शकों में इस फिल्म को लेकर जबरदस्त उत्साह है।

मल्टी-लैंग्वेज और मल्टी-फॉर्मेट रिलीज

‘वॉर 2’ सिर्फ हिंदी में नहीं, बल्कि तमिल, तेलुगू और अंग्रेज़ी में भी रिलीज़ होगी। इतना ही नहीं, फिल्म 2D, 3D और IMAX जैसे कई फॉर्मैट्स में उपलब्ध होगी ताकि हर दर्शक अपने पसंदीदा अंदाज़ में फिल्म का लुत्फ उठा सके। खासकर मेट्रो शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, बैंगलुरु में एडवांस बुकिंग का क्रेज़ देखते ही बनता है।

IMDb रेटिंग और कियारा आडवाणी की एंट्री

फिल्म की IMDb रेटिंग फिलहाल 7.5 है, जो कि ट्रेलर और प्रोमो के दम पर बनी है। लेकिन असली रेटिंग तो रिलीज़ के बाद ही तय होगी, जब दर्शक पूरी फिल्म देखेंगे। फिल्म में कियारा आडवाणी की एंट्री भी एक बड़ा सरप्राइज है। उनका स्वैग, ग्लैमर और स्क्रीन प्रेजेंस कहानी में कितना तड़का लगाता है, ये देखने लायक होगा।

ऋतिक बनाम एनटीआर – क्लैश ऑफ टाइटन्स

पिछली ‘वॉर’ फिल्म में ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की जोड़ी ने तहलका मचा दिया था, लेकिन इस बार एनटीआर की एंट्री ने उम्मीदों को और ऊंचा कर दिया है। दोनों के बीच एक्शन सीक्वेंस को लेकर सोशल मीडिया पर पहले से ही चर्चा हो रही है।

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Russia–Ukraine War: भारत अगर ट्रंप की मदद कर दे इस मामले में, तो… टैरिफ वॉर के बीच अम...

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Russia–Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध भले ही यूरोप में चल रहा हो, लेकिन इसकी गूंज अब भारत और अमेरिका के रिश्तों तक पहुंच चुकी है। अमेरिका के साउथ कैरोलिना से सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने शुक्रवार को एक अहम बयान देकर सबको चौंका दिया। उन्होंने भारत से खुलकर अपील की है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की युद्ध खत्म कराने की कोशिशों में मदद करे।

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यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच कुछ घंटे पहले ही फोन पर बातचीत हुई थी। इस कॉल में दोनों नेताओं ने यूक्रेन में चल रहे हालात पर चर्चा की थी, और पीएम मोदी ने पुतिन को भारत आने का निमंत्रण भी दिया।

ग्राहम का भारत से अनुरोध- Russia–Ukraine War

सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने शुक्रवार (8 अगस्त, 2025) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “भारत और अमेरिका के रिश्तों को सुधारने के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण काम भारत कर सकता है, वह है यूक्रेन में जारी संघर्ष को खत्म करने में राष्ट्रपति ट्रंप की मदद करना।” उन्होंने यह भी कहा, “भारत रूस से सस्ते तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है, जिससे पुतिन की युद्ध मशीन को ईंधन मिल रहा है। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से अपनी हालिया बातचीत में इस युद्ध को न्यायपूर्ण और सम्मानजनक तरीके से खत्म करने की आवश्यकता पर जोर दिया होगा।”

मोदी-पुतिन की बातचीत और ग्राहम की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पोस्ट में बताया था कि उन्होंने अपने दोस्त राष्ट्रपति पुतिन से एक विस्तृत और सकारात्मक बातचीत की। पीएम मोदी ने पुतिन को इस साल के अंत में भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया था। ग्राहम ने पीएम मोदी के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी और भारत के प्रभाव को समझदारी से इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने कहा, “भारत का इस मामले में एक अहम प्रभाव है, और मुझे उम्मीद है कि वे इसे सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे।”

यूक्रेन युद्ध में भारत की भूमिका

ग्राहम ने कहा कि भारत को इस युद्ध के निपटारे में एक अहम भूमिका निभानी चाहिए, खासकर जब भारत और रूस के बीच तेल व्यापार और अन्य आर्थिक रिश्ते बहुत गहरे हैं। भारत रूस से सस्ता तेल खरीदता है, जो पुतिन की युद्ध मशीन को चलाने के लिए जरूरी है। ग्राहम का मानना है कि भारत अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके इस संघर्ष को खत्म करने में मदद कर सकता है, जिससे अमेरिका और भारत के रिश्ते और भी मजबूत हो सकते हैं।

पीएम मोदी और पुतिन के रिश्ते

प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन के बीच लगातार सकारात्मक रिश्ते रहे हैं। दोनों देशों के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन और अन्य उच्च स्तरीय बातचीतों के माध्यम से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होते जा रहे हैं। इस बार पुतिन ने मोदी को यूक्रेन संकट के ताजातरीन घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी और मोदी ने भी उन्हें भारत में आयोजित होने वाले भारत-रूस शिखर सम्मेलन का न्योता दिया।

ग्राहम की चिंता और भारत से उम्मीदें

ग्राहम ने यह भी कहा कि भारत को अपने युद्ध से मुनाफा कमाने की कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने पहले भी ट्रंप के उस फैसले का समर्थन किया था, जिसमें भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त टैरिफ लगाने की बात थी। ग्राहम का मानना है कि भारत जैसे देशों को रूस से तेल खरीदने की वजह से एक महत्वपूर्ण दायित्व उठाना होगा और उन्हें यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए।

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India vs Pakistan: “अगर हम डूबे, तो आधी दुनिया को साथ ले डूबेंगे” – अमेरिका से पाकिस्...

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India vs Pakistan: दुनिया भले ही शांति और सहयोग की बातें कर रही हो, लेकिन पाकिस्तान एक बार फिर अपने पुराने रवैये पर लौट आया है। इस बार धमकी किसी टीवी चैनल या रैली में नहीं, बल्कि अमेरिका की धरती से दी गई है  वो भी पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के मुंह से। टाम्पा शहर में एक डिनर के दौरान बोलते हुए मुनीर ने न सिर्फ भारत पर निशाना साधा, बल्कि सीधे-सीधे परमाणु युद्ध की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा, “हम परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं। अगर हमें लगा कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को साथ ले डूबेंगे।”

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यह पहला मौका है जब किसी देश का सेना प्रमुख अमेरिकी ज़मीन से तीसरे देश को खुलेआम न्यूक्लियर धमकी दे रहा है। ऐसे संवेदनशील मंच से इस तरह का बयान केवल पाकिस्तान की हताशा ही नहीं, बल्कि उसकी आंतरिक असुरक्षा को भी दिखाता है।

भारत के डैम पर भी उगला ज़हर- India vs Pakistan

मुनीर ने ‘सिंधु जल समझौते’ को लेकर भी तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर भारत सिंधु नदी पर कोई डैम बनाता है जो पाकिस्तान के पानी के बहाव को रोकता है, तो “हम उसे दस मिसाइलों से तबाह कर देंगे। हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है।”

गौरतलब है कि यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों के बाद सिंधु जल संधि की समीक्षा की बात कही थी। पाकिस्तान को डर है कि भारत इस कार्ड का इस्तेमाल करके पानी की आपूर्ति को नियंत्रित कर सकता है, जो वहां की कृषि और जीवनरेखा मानी जाती है।

अमेरिका में सैन्य अफसरों से की मुलाकात

मुनीर इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं और यह पिछले दो महीनों में उनकी दूसरी यात्रा है। इस बार उन्होंने अमेरिकी सेंट्रल कमान के निवर्तमान प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला के विदाई समारोह और एडमिरल ब्रैड कूपर के कमान संभालने के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

इससे पहले जून में भी मुनीर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ डिनर में शामिल हुए थे जो आमतौर पर सिर्फ राष्ट्राध्यक्षों को ही दिया जाता है। उस समय दोनों देशों ने मिलकर ऊर्जा, सुरक्षा और व्यापार के मुद्दों पर बातचीत की थी।

‘भारत मर्सिडीज, हम डंपर ट्रक हैं’ – अजीब तुलना

मुनीर ने भारत की ताकत और पाकिस्तान की स्थिति की तुलना कुछ अजीब तरीके से की। उन्होंने कहा, “भारत एक फरारी या मर्सिडीज की तरह हाईवे पर दौड़ रहा है, जबकि हम एक रेत से भरा डंपिंग ट्रक हैं। पर सोचिए, जब ये दोनों टकराएंगे तो नुकसान किसका होगा?”

ये बयान ना सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह भी दिखाता है कि पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व किस तरह भारत के विकास और अपनी नाकामी से बौखलाया हुआ है।

अंदर की बात: डर या दिखावा?

इस तरह के बयान अक्सर तब आते हैं जब कोई देश अपने अंदरूनी हालात से जूझ रहा होता है और बाहर दुश्मन का डर दिखाकर ध्यान भटकाना चाहता है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिरावट पर है, आतंरिक राजनीति अस्थिर है, और सेना की छवि भी जनता में पहले जैसी नहीं रही। ऐसे में ‘भारत को डराओ’ वाला फार्मूला एक बार फिर अपनाया गया है।

लेकिन भारत अब 90 के दशक वाला नहीं रहा। दुनिया जानती है कि ऐसी गीदड़भभकियों से भारत न तो डरता है और न ही अपने कदम पीछे हटाता है।

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Virat Kohli ODI Retirement: विराट और रोहित की वनडे से विदाई की आहट? बीसीसीआई ने तोड़ी...

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Virat Kohli ODI Retirement: भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज खत्म हुए अभी दस दिन भी नहीं बीते और देश के दो सबसे चहेते क्रिकेटर विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर चर्चाएं एक बार फिर तेज हो गई हैं। इस बार मुद्दा गंभीर है: क्या दोनों दिग्गज अब वनडे क्रिकेट से भी रिटायर होने वाले हैं? दरअसल, अक्टूबर में होने वाली भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज को लेकर एक बड़ी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दावा किया गया है कि यह सीरीज शायद विराट और रोहित के वनडे करियर की आखिरी सीरीज हो सकती है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, अगर ये दोनों खिलाड़ी 2027 वर्ल्ड कप तक खेलना चाहते हैं, तो उन्हें अब घरेलू क्रिकेट खासतौर पर विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा लेना अनिवार्य हो सकता है।

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घरेलू क्रिकेट की शर्त भारी पड़ेगी? (Virat Kohli ODI Retirement)

बीसीसीआई अब चयन के लिए खिलाड़ियों की निरंतर फॉर्म और फिटनेस को देखते हुए घरेलू क्रिकेट को भी एक ज़रूरी कसौटी मान रहा है। जैसे इंग्लैंड टूर से पहले रणजी ट्रॉफी खेलना अनिवार्य किया गया था, वैसे ही वनडे चयन के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना जरूरी किया जा सकता है।

यह शर्त विराट और रोहित जैसे सीनियर खिलाड़ियों पर भारी पड़ सकती है। इस उम्र में जब वे अपने करियर के अंतिम मोड़ पर हैं, घरेलू टूर्नामेंट खेलना उनके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। यही कारण है कि क्रिकेट गलियारों में ये अटकलें तेज़ हो गई हैं कि दोनों स्टार्स जल्द ही वनडे क्रिकेट को भी अलविदा कह सकते हैं।

टीम में बदलाव की बयार

वहीं, गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद टीम इंडिया का फोकस युवा खिलाड़ियों पर ज्यादा है। टी20 टीम पहले ही युवाओं के भरोसे चल रही है और हाल ही में इंग्लैंड में शुभमन गिल की अगुवाई में टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ कर भारत ने मजबूत संकेत दिए हैं कि अब वक्त बदलाव का है। अब यही फोकस वनडे टीम पर भी दिख रहा है।

बीसीसीआई ने तोड़ी चुप्पी

इन तमाम अटकलों के बीच बीसीसीआई ने आखिरकार चुप्पी तोड़ी है। बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने PTI को बताया कि अभी विराट या रोहित के संन्यास को लेकर कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने साफ कहा, “ऐसे संवेदनशील मामलों में बोर्ड कभी जल्दबाजी नहीं करता। विराट और रोहित जैसे खिलाड़ियों की भावनाओं और उनके फैसलों का सम्मान किया जाएगा।”

उन्होंने ये भी बताया कि फिलहाल फोकस सितंबर में होने वाले एशिया कप और अगले साल के टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों पर है। बोर्ड ने ये भी स्पष्ट किया कि न तो किसी खिलाड़ी पर ‘फेयरवेल मैच’ का दबाव है, न ही कोई औपचारिक चर्चा हुई है।

क्या खुद लेंगे फैसला?

सूत्रों के मुताबिक, विराट और रोहित पहले ही टेस्ट और टी20 फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं और फिलहाल केवल वनडे खेल रहे हैं। अगर वो अब संन्यास का मन बनाते हैं तो इसकी जानकारी खुद बोर्ड को देंगे, जैसा कि उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले किया था।

फैंस के लिए भावनात्मक पल

विराट कोहली और रोहित शर्मा ना सिर्फ भारतीय क्रिकेट के स्तंभ रहे हैं, बल्कि करोड़ों फैंस की भावनाओं का हिस्सा भी हैं। ऐसे में अगर ये दोनों खिलाड़ी वाकई वनडे से भी रुख मोड़ते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के एक युग के अंत जैसा होगा।

अब निगाहें अक्टूबर में होने वाली ऑस्ट्रेलिया सीरीज पर हैं। क्या ये दो दिग्गज आखिरी बार नीली जर्सी में नजर आएंगे? या एक आखिरी रन, एक आखिरी छक्का अभी बाकी है?

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