Bihar Election Results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे सामने आ चुके हैं और यह परिणाम महागठबंधन के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं। इस चुनाव में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है, और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की स्थिति बेहद खराब रही, जो कभी महागठबंधन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करती थी। आरजेडी की सीटें घटकर 50 तक पहुंच गई हैं, जबकि पहले 2015 में पार्टी 80 सीटें जीतने में सफल रही थी, और 2020 में भी उसे 75 सीटें मिली थीं। इस बार का परिणाम आरजेडी के लिए एक बड़ा सदमा है।
इस हार के कारणों की तलाश अब शुरू हो गई है और महागठबंधन के नेता इसके लिए बैठकों का आयोजन करेंगे। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आरजेडी के अंदर की रणनीतियों में कोई गड़बड़ी थी, और अगर हां, तो इसके पीछे किसकी भूमिका थी? एक प्रमुख नाम जो इस हार में चर्चा का विषय बना हुआ है, वह है संजय यादव। संजय यादव तेजस्वी यादव के करीबी सलाहकार माने जाते हैं, और उनकी भूमिका इस चुनाव में बहुत महत्वपूर्ण रही है।
संजय यादव की भूमिका और उनका महत्व- Bihar Election Results 2025
संजय यादव बिहार के महेन्द्रगढ़, हरियाणा के रहने वाले हैं। उनका बैकग्राउंड कंप्यूटर साइंस और MBA में है, और वे पहले एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। लेकिन तेजस्वी यादव से उनकी दोस्ती और राजनीतिक जुड़ाव धीरे-धीरे बढ़ता गया। कहा जाता है कि संजय यादव और तेजस्वी की दोस्ती 2012 से शुरू हुई थी, जब दोनों दिल्ली में मिले थे। इसके बाद संजय यादव ने आरजेडी में सक्रियता बढ़ाई और पार्टी के रणनीतिक मामलों में अपनी जगह बनानी शुरू की। तेजस्वी यादव ने 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले संजय यादव को पार्टी में एक महत्वपूर्ण भूमिका दी और तब से उनकी प्रभावशाली उपस्थिति लगातार बढ़ी।
इस बार 2025 के विधानसभा चुनाव में संजय यादव का योगदान बेहद महत्वपूर्ण था। सीट बंटवारे से लेकर चुनावी रणनीतियों तक, संजय यादव ने तेजस्वी यादव को कई अहम सलाह दी। वे चुनावी मुद्दों के चयन, मीडिया रणनीतियों और सोशल मीडिया/IT सेल को मज़बूत करने में भी सक्रिय रहे। संजय ने पार्टी के जातीय समीकरण से बाहर जाकर अपनी रणनीतियाँ बनाई, जो तेजस्वी यादव की सोच को भी बदलने का कारण बनीं।
संजय यादव और पार्टी के भीतर विवाद
हालांकि, संजय यादव की बढ़ती ताकत आरजेडी के अंदर कुछ नेताओं के लिए परेशानी का कारण बन गई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता और तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने कई बार संजय यादव की भूमिका पर सवाल उठाए थे। उनका आरोप था कि संजय यादव पार्टी में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं और पार्टी के अंदर असहमति बढ़ा रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने उन्हें ‘जयचंद’ तक कह डाला, और कई बार यह आरोप भी लगाया कि संजय यादव पार्टी के पारंपरिक वोट बैंक को नजरअंदाज कर रहे हैं।
संजय यादव की बढ़ती ताकत से केवल तेज प्रताप ही नहीं, बल्कि लालू यादव के परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी नाराज थे। उदाहरण के तौर पर, रोहिणी आचार्य ने भी संजय यादव की भूमिका पर सवाल उठाए थे। उनका मानना था कि संजय यादव ने पार्टी को लालू प्रसाद यादव के “जनता से जुड़े” तरीके से दूर कर दिया था। लालू यादव, जिनकी सेहत खराब है, इस बार फैसले लेने में सक्षम नहीं थे, और संजय यादव ने पार्टी की दिशा को पूरी तरह से बदल दिया था।
संजय यादव पर आरोप
आरजेडी के कुछ नेताओं का आरोप था कि चुनाव से पहले पार्टी के टिकट बंटवारे में संजय यादव ने मनमानी की। उनके फैसलों के कारण कई पुराने और कद्दावर नेताओं को दरकिनार किया गया, जिससे पार्टी का पारंपरिक वोट बैंक भी प्रभावित हुआ। इसके अलावा, कुछ नेताओं का यह भी कहना था कि संजय यादव को बिहार की राजनीति का उतना ज्ञान नहीं था, क्योंकि उनका मूल निवास हरियाणा है। वे बिहार के जातीय समीकरणों को सही से समझ नहीं पाए, जो कि राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण तत्व है।
चुनाव से ठीक पहले एक और विवाद तब सामने आया, जब तेजस्वी यादव की ‘अधिकार यात्रा’ के दौरान संजय यादव उस सीट पर बैठे थे, जिस पर आमतौर पर तेजस्वी यादव बैठते थे। इससे यह साफ संकेत मिला कि संजय यादव ने अपने आप को पार्टी में तेजस्वी के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण नेता मान लिया था। इस विवाद ने उनकी भूमिका पर और भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
संजय यादव की भूमिका पर उठते सवाल
अब चुनावी परिणाम के बाद, आरजेडी के अंदर संजय यादव की भूमिका पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। क्या संजय यादव ने पार्टी को गलत दिशा में धकेल दिया? क्या उनका व्यक्तिगत प्रभाव तेजस्वी यादव पर ज्यादा था, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ा? क्या वे पार्टी के रणनीतिक फैसलों में जरूरत से ज्यादा शामिल हुए? अब ये सवाल इसलिए अहम हो गए हैं क्योंकि पार्टी की हार के बाद संजय यादव पर दोषी ठहराए जाने की संभावना है।
Old Car Selling Tips: रिटायर गाड़ियाँ बेचते समय अगर दस्तावेज़ों की सही प्रक्रिया का ध्यान नहीं रखा गया, तो आपको भविष्य में गंभीर कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार, वाहन का मालिकाना हक तुरंत नए खरीदार के नाम पर ट्रांसफर कराना अनिवार्य है। इसके बिना सरकारी रिकॉर्ड में आप ही वाहन के मालिक बने रहेंगे। इससे दुर्घटना, चालान या अपराध की स्थिति में पुराना मालिक जिम्मेदार माने जाते हैं।
पुरानी गाड़ी बेचते समय सबसे पहला और अहम कदम है रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) का ट्रांसफर। विक्रेता को गाड़ी का मूल RC नए मालिक को सौंपना होता है। इसके साथ ही फॉर्म 29 और फॉर्म 30 आरटीओ में जमा करना जरूरी है। फॉर्म 29 में बिक्री की सूचना दी जाती है और फॉर्म 30 मालिकाना हक के हस्तांतरण के लिए आवेदन होता है।
यदि यह ट्रांसफर नहीं किया गया और गाड़ी से कोई दुर्घटना, अपराध या भारी चालान जुड़ता है, तो कानूनी रूप से आप ही जिम्मेदार ठहराए जा सकते हैं। इसलिए RC ट्रांसफर करना सिर्फ फॉर्मैलिटी नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा का जरिया है।
सेल अग्रीमेंट: सुरक्षा की पहली डोर
गाड़ी बेचते समय सेल अग्रीमेंट या हलफनामा तैयार करना बेहद जरूरी है। इस दस्तावेज़ में बिक्री की तारीख, समय, कीमत और यह स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि इसके बाद वाहन से जुड़ी सभी जिम्मेदारियां नए मालिक की हैं।
विक्रेता को इसकी अटेस्टेड कॉपी अपने पास रखना चाहिए। भविष्य में अगर कोई विवाद या कानूनी कार्रवाई होती है, तो यही दस्तावेज़ सबसे बड़ा सबूत साबित होगा।
नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)
अगर गाड़ी किसी दूसरे राज्य या आरटीओ क्षेत्र के खरीदार को बेची जा रही है, तो फॉर्म 28 (NOC) लेना आवश्यक है। यह प्रमाणित करता है कि वाहन पर कोई बकाया लोन, टैक्स या अन्य आपत्ति नहीं है। NOC के बिना गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नए राज्य में नहीं किया जा सकता।
अन्य महत्वपूर्ण सुझाव
गाड़ी बेचते समय खरीददार की पहचान और संपर्क जानकारी रिकॉर्ड करें।
ऑनलाइन RC ट्रांसफर की सुविधा का उपयोग करें ताकि प्रक्रिया तेज और सुरक्षित हो।
गाड़ी बेचने के बाद आरटीओ में सेल की कॉपी या फॉर्म 29-30 की रसीद संभाल कर रखें।
अगर गाड़ी पर कोई कर्ज या इंश्योरेंस शेष है, तो उसे क्लियर करना भी आवश्यक है।
पुरानी गाड़ी बेचना सिर्फ पैसा कमाने का जरिया नहीं है, बल्कि सही दस्तावेज़ और प्रक्रिया अपनाकर आप भविष्य में कानूनी समस्याओं से बच सकते हैं। RC ट्रांसफर, सेल अग्रीमेंट और NOC जैसे दस्तावेज़ समय पर पूरे करने से न केवल आपका अधिकार सुरक्षित रहता है, बल्कि किसी भी दुर्घटना या विवाद की स्थिति में आप सुरक्षित रहते हैं।
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच में ईडी (Enforcement Directorate) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की 61.20 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की संपत्ति को अस्थायी रूप से अटैच कर दिया है। ईडी ने इस कार्रवाई को अवैध वसूली से अर्जित संपत्तियों के खिलाफ किया है। आईए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला?
ईडी के अनुसार, अटैच की गई संपत्तियों में 364 आवासीय भूखंड, कृषि भूमि, बैंक बैलेंस और 1.24 करोड़ रुपए की फिक्स डिपाजिट (एफडी) शामिल हैं। सभी संपत्तियों को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अटैच किया गया है।
शराब घोटाले की जांच
ईडी ने यह कार्रवाई एसीबी/ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर की गई जांच के तहत की। जांच में सामने आया कि शराब घोटाले के कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और अनुसूचित अपराधों से अर्जित 2,500 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध कमाई हुई।
इस मामले में अब तक कई उच्च पदस्थ अधिकारियों और नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, अनवर ढेबर, आईटीएस अधिकारी अरुण पति त्रिपाठी और तत्कालीन आबकारी मंत्री व विधायक कवासी लखमा शामिल हैं।
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत
चैतन्य बघेल को 18 जुलाई 2025 को भिलाई स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उन्हें रायपुर सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में रखा गया। जमानत के लिए उनके कई आवेदन अदालत और हाईकोर्ट में खारिज कर दिए गए।
विशेष न्यायाधीश की अदालत ने 12 नवंबर को सुनवाई के बाद चैतन्य की न्यायिक रिमांड 26 नवंबर तक बढ़ा दी है। ईडी और ईओडब्ल्यू दोनों ही इस मामले की संयुक्त जांच कर रहे हैं।
अवैध धन को वैध संपत्ति में बदला
ईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि चैतन्य बघेल शराब सिंडिकेट के मुखिया थे। मुख्यमंत्री के पुत्र होने के कारण उन्हें सिंडिकेट का नियंत्रक और सर्वोच्च अधिकारी बनाया गया था।
जांच में पता चला कि चैतन्य ने अवैध वसूली से अर्जित धन को अपनी कंपनी मेसर्स बघेल डेवलपर्स की रियल एस्टेट परियोजना ‘विट्ठल ग्रीन’ में लगाया। इस तरह अवैध ब्लैकमनी को वैध (व्हाइट) संपत्ति के रूप में पेश किया गया।
आगे की कार्रवाई
बता दें, ईओडब्ल्यू जल्द ही 3,200 करोड़ रुपए के इस घोटाले में चैतन्य के खिलाफ चालान पेश करने की तैयारी कर रही है। इसके बाद यह चालान विशेष न्यायाधीश की अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा।
Al-Falah University: हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय इन दिनों राष्ट्रीय सुर्खियों में है। खबरों के अनुसार विश्वविद्यालय से जुड़े कुछ डॉक्टरों का नाम दिल्ली में हुए बम धमाकों की जांच में सामने आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एजेंसियां लगातार छानबीन कर रही हैं। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसी भी तरह की संस्थागत भूमिका या संलिप्तता से साफ इनकार किया है। लेकिन इस पूरे विवाद के बीच सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला नाम है—चांसलर जावेद अहमद सिद्दीकी का, जिनका बिजनस बैकग्राउंड अब चर्चा का नया केंद्र बन गया है।
1990 के दशक से शुरू हुआ सिद्दीकी का बिजनेस सफर- Al-Falah University
जावेद अहमद सिद्दीकी ने 1990 के दशक के अंत में दिल्ली-एनसीआर में अपने कारोबारी कदम रखे थे। शुरुआत छोटे-मोटे व्यवसायों से हुई, लेकिन धीरे-धीरे उनका दायरा बढ़ता गया। आज वे अल-फलाह विश्वविद्यालय के चांसलर होने के साथ-साथ अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी भी हैं।
यह ट्रस्ट केवल विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि स्कूलों, अनाथालयों, मदरसों और कई सामाजिक-शैक्षणिक संस्थानों का संचालन करता है। यानी शिक्षा और सामाजिक कल्याण का बड़ा नेटवर्क सिद्दीकी के नियंत्रण में है।
9 कंपनियों के डायरेक्टर—मंत्रालय के रिकॉर्ड में दर्ज लंबी सूची
भारत के कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के रिकॉर्ड बताते हैं कि जावेद अहमद सिद्दीकी कुल 9 पंजीकृत कंपनियों से जुड़े हुए हैं। इनमें शामिल हैं—
• अल-फलाह इन्वेस्टमेंट लिमिटेड
• अल-फलाह सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड
• अल-फलाह कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड
• अल-फलाह एक्सपोर्ट्स लिमिटेड
• अल-फलाह एनर्जी लिमिटेड
• अल-फलाह एजुकेशन सर्विस LLP
• तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन
इनके अलावा वह शरीका पब्लिक स्कूल, एक अनाथालय और एक मदरसे से भी जुड़े हैं। यह सूची बताती है कि सिद्दीकी की पहुंच सिर्फ शिक्षा या सामाजिक संस्थानों तक सीमित नहीं है, बल्कि अलग-अलग सेक्टरों में उन्होंने अपना व्यापक बिजनेस नेटवर्क स्थापित किया है।
कमाई के कई रास्ते—शिक्षा से लेकर ऊर्जा और सॉफ्टवेयर तक
सिद्दीकी की आय के मुख्य स्रोतों में शैक्षणिक संस्थानों से होने वाली कमाई, विभिन्न कॉर्पोरेट उद्यम और उनका ट्रस्ट शामिल हैं। उनकी कंपनियां सॉफ्टवेयर, परामर्श, ऊर्जा और निर्यात जैसे विविध क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
चूंकि ये कंपनियां निजी लिमिटेड संरचना में चलती हैं, इसलिए इनका बिजनेस मॉडल अनुबंधों, परियोजनाओं और निजी पार्टनरशिप्स पर आधारित है। शिक्षा और कारोबारी गतिविधियों का यह मिश्रण सिद्दीकी को एक प्रभावशाली नेटवर्क प्रदान करता है, जो अब जांच एजेंसियों की नजरों में है।
दिल्ली विस्फोट केस के बाद बढ़ी जांच—विश्वविद्यालय पर सवालों की रफ्तार तेज
अल-फलाह विश्वविद्यालय हाल ही में उस समय सुर्खियों में आया जब दिल्ली धमाकों की जांच में इससे जुड़े कुछ लोगों के नाम सामने आए। पुलिस टीम लगातार विश्वविद्यालय से जुड़े कर्मचारियों और डॉक्टरों से पूछताछ कर रही है।
हालांकि विश्वविद्यालय ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि उनका न आरोपी डॉक्टरों से कोई संस्थागत संबंध है और न ही किसी अवैध गतिविधि से उनका कोई ताल्लुक। इसके बावजूद जांच का दायरा बढ़ रहा है और जांच टीमें विश्वविद्यालय से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।
Ashutosh Maharaj Controversy: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में उस वक्त माहौल गरम हो गया जब भागवत कथा के दौरान कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज ने सतनामी समाज को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी। उनका वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पूरे सतनामी समाज में नाराज़गी फैल गई और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
वायरल वीडियो में क्या कहा गया? Ashutosh Maharaj Controversy
वायरल वीडियो में आशुतोष चैतन्य महाराज यह कहते सुनाई देते हैं कि— “छत्तीसगढ़ के तखतपुर में कितनी गायें कट रही हैं, आपको पता है? जो पहले सनातनी थे, वे आज सतनामी हो गए। उन मूर्खों को ये भी समझ नहीं आता कि सतनामी का मतलब क्या होता है। सत नाम केवल राम का है, और वे सतनामी होकर गायों को काट रहे हैं… आप लोग अपने बच्चों को सही परवरिश नहीं दे पा रहे हैं।”
इस बयान के बाद समाज के लोगों ने इसे अत्यंत आपत्तिजनक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया। समाज के कई नेताओं का कहना है कि व्यासपीठ जैसे पवित्र स्थान से ऐसी टिप्पणी न केवल अनुचित है, बल्कि इससे सामाजिक सौहार्द भी बिगड़ सकता है।
सतनामी समाज का फूटा गुस्सा, तखतपुर थाने का घेराव
वीडियो वायरल होते ही बुधवार को सतनामी समाज के सैकड़ों लोग तखतपुर थाने पहुंच गए और घेराव कर दिया। लोगों ने कथावाचक की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की और जोरदार नारेबाजी की। उनका कहना था कि ऐसे बयान समाज को बांटने का काम करते हैं और कानून को इसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
समाज के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि अगर गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।
पुलिस का एक्शन—कथावाचक पर FIR दर्ज
बढ़ते दबाव और माहौल के संवेदनशील होते देख पुलिस ने कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच जारी है और कानून व्यवस्था बनाकर रखने के लिए अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई है।
कथावाचक का खेद बयान
विवाद बढ़ने के बाद आशुतोष चैतन्य महाराज ने खुद एक वीडियो जारी कर अपने बयान पर खेद भी जताया है। हालांकि समाज के नेताओं का कहना है कि सिर्फ खेद पर्याप्त नहीं है उन्हें कानून के अनुसार कार्रवाई का सामना करना चाहिए।
टिकरी पारा में सुरक्षा बढ़ाई गई
बता दें, जिस कार्यक्रम में यह विवादित टिप्पणी की गई थी, वह तखतपुर के टिकरी पारा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा महापुराण है। विवाद के बाद कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पंडाल के आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो।
तखतपुर पुलिस के मुताबिक समाज को यह आश्वासन दिया गया है कि मामले में कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद फिलहाल क्षेत्र में स्थिति शांत है।
रायपुर में भी प्रदर्शन—सिविल लाइन थाने का घेराव
मामला सिर्फ तखतपुर तक नहीं रुका। रायपुर में भी गुरुवार शाम सतनामी समाज के युवकों ने सिविल लाइन थाने का घेराव कर कथावाचक की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की टिप्पणी समाज को भड़काने वाली है और इसमें समझौते की कोई गुंजाइश नहीं।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही देर में आने वाले हैं और मतगणना शुरू होते ही यह साफ हो जाएगा कि इस बार किसके सिर ताज सजेगा। लेकिन इससे पहले ही राजधानी दिल्ली से लेकर पटना तक राजनीति का रंग थोड़ा मीठा और थोड़ा मसालेदार हो गया है। चुनावी दफ्तरों और उम्मीदवारों के घरों में जिस तरह की तैयारियां चल रही हैं, उनसे माहौल में चुनावी रोमांच के साथ-साथ खाने की खुशबू भी घुल गई है।
बीजेपी दफ्तर में सत्तू पराठा और जलेबी की तड़क- Bihar Election 2025
दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में सुबह-सुबह ही कड़ाही और तवे गरमा गए। पार्टी कार्यकर्ता सत्तू भरे पराठे सेकते दिखे, वहीं साथ में जलेबियाँ भी खनकते तेल में छन रही थीं। हरियाणा चुनाव के दौरान जिस जलेबी ने राजनीतिक बहसों में अपनी खास जगह बना ली थी, वह इस बार फिर सुर्खियों में है। बीजेपी खेमे में माहौल ऐसा है जैसे रुझानों से पहले ही जश्न की प्लेटें तैयार कर ली गई हों। सत्तू पराठे और जलेबी का यह कॉम्बिनेशन देखने में जितना दिलचस्प है, उतना ही लोगों में उत्सुकता भी बढ़ा रहा है कि आखिर यह ‘स्वाद’ किसके नाम होने वाला है।
मोकामा में ‘बाहुबली बनाम बाहुबली’, और दोनों के घरों में महाभोज की धूम
मोकामा इस बार भी चर्चाओं के केंद्र में है, क्योंकि यहां दो बाहुबली उम्मीदवार आमने-सामने हैं—JDU से अनंत सिंह और RJD से वाणी सिंह। अनंत सिंह के आवास पर तो जीत के जश्न की तैयारी किसी बड़े त्योहार जैसी है। बताया जा रहा है कि उनके घर चार लाख मिठाइयाँ तैयार हो रही हैं, 50 हजार लोगों के लिए महाभोज का इंतज़ाम है, 48 हलवाई 12 चूल्हों पर लगातार पकवान तैयार करने में जुटे हैं। पूड़ियों की लोइयों का ढेर लगा है और 10 हजार लीटर दूध का ऑर्डर देकर विशेष व्यंजन तैयार कराए जा रहे हैं। गुलाब जामुन तो चाशनी में पहले से ही डुबकी लगा चुके हैं।
उधर वाणी सिंह भी पीछे नहीं हैं। उनके घर की तस्वीरें बताती हैं कि जीत की मिठास पर उनका भी पूरा फोकस है। सफेद रसगुल्ले और पीले राजभोग के टब उनके आवास पर पंक्तियों में सजे हैं, यानी मुकाबला सिर्फ वोटों का नहीं, मिठास का भी है।
बीजेपी खेमे में भी मनेर के लड्डुओं की कतार
बिहार बीजेपी के दफ्तरों में भी तैयारियां जोर पकड़े हुए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने 500 किलो मनेर के लड्डुओं का ऑर्डर दिया है। मनेर के ये लड्डू अपनी बनाावट और इतिहास दोनों के लिए मशहूर हैं। काजू, किशमिश, खरबूजे के बीज और खास बूंदी से तैयार ये लड्डू मुंह में जाते ही घुल जाते हैं। इनका इतिहास भी दिलचस्प है कहा जाता है कि लगभग 350 साल पहले जब मुगल बादशाह आलम मनेर शरीफ आए थे, तब उनके खानसामों ने यह लड्डू बनाए थे। बादशाह तो चले गए, लेकिन लड्डू बिहार की पहचान बनकर यहीं रह गए।
मंदिरों में भीड़, भगवान से ‘जीत’ का आशीर्वाद
उम्मीदवार सिर्फ रसोई में नहीं, मंदिरों में भी सक्रिय हैं। मतगणना से कुछ ही घंटे पहले डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा अशोकधाम स्थित इंदमनेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान शिव से चुनावी सफलता का आशीर्वाद भी मांगा।
Bihar Election Results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना शुरू होते ही सियासी पारा तेजी से चढ़ गया। शुरुआती रुझानों में NDA ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 243 सीटों में से 160+ सीटों पर बढ़त बना ली है। जबकि बहुमत के लिए 122 सीटों की आवश्यकता होती है, NDA का यह प्रदर्शन राजनीतिक माहौल में नई चर्चा का केंद्र बन गया है।
JDU का शानदार प्रदर्शन, NDA में बनी सबसे बड़ी पार्टी- Bihar Election Results 2025
इस बार जो सबसे चौंकाने वाला रुझान सामने आ रहा है, वह है JDU का मजबूत प्रदर्शन। कई सीटों पर JDU प्रत्याशी शुरुआती राउंड में ही निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं, जिससे यह साफ संकेत मिलने लगे हैं कि JDU NDA की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। इसके साथ ही एक बार फिर “नीतीश कुमार फैक्टर” को जनता का मजबूत समर्थन मिलता दिख रहा है।
नीतीश कुमार की वापसी के संकेत और सामाजिक वर्गों का समर्थन
चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने लगातार “एक बार फिर NDA सरकार” का नारा जोर-शोर से उठाया था। एग्जिट पोल में महिलाओं और OBC वर्ग का समर्थन JDU और NDA के पक्ष में बताया गया था, और शुरुआती रुझान भी उसी दिशा में जाते नजर आ रहे हैं। NDA के भीतर JDU और बीजेपी दोनों ही पार्टियां इस समय शानदार प्रदर्शन कर रही हैं।
महागठबंधन में निराशा, लेकिन तेजस्वी का दावा कायम
महागठबंधन भी मैदान में डटा हुआ है, लेकिन शुरुआती रुझानों ने उनकी उम्मीदों को झटका जरूर दिया है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने मतदान के बाद दावा किया था कि वे 18 नवंबर 2025 को शपथ लेंगे, लेकिन फिलहाल उनकी पार्टी कई क्षेत्रों में पिछड़ती दिख रही है।
हालाँकि राघोपुर सहित कई हॉट सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार कांटे की टक्कर देते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन व्यापक तौर पर गठबंधन NDA से काफी पीछे है।
काउंटिंग सेंटरों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
दो चरणों में हुए मतदान के बाद आज राज्यभर में 46 काउंटिंग सेंटरों पर मतगणना जारी है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी तरह की अनुचित गतिविधि पर तुरंत रोक लगाई जा सके। काउंटिंग केंद्रों के बाहर राजनीतिक दलों के समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
अंतिम नतीजों का इंतजार, दोपहर तक तस्वीर और साफ होने की संभावना
भले ही शुरुआती रुझान NDA की विशाल बढ़त की ओर इशारा कर रहे हों, लेकिन सभी की निगाहें अंतिम परिणामों पर टिकी हुई हैं। अगर रुझानों में बदलाव नहीं होता, तो इस बात की पूरी संभावना है कि बिहार की सत्ता एक बार फिर नीतीश कुमार के हाथों में लौट आए।
चुनाव आयोग का कहना है कि दोपहर तक चुनावी तस्वीर काफी स्पष्ट हो जाएगी।
फिलहाल बिहार की राजनीति में सबसे ज्यादा गूंजता हुआ नाम सिर्फ एक है— नीतीश कुमार।
Bihar Election Results 2025 Live Updates: आज बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम का दिन है. सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरु हो गई है. 38 जिलों में 243 विधानसभा सीटों के लिए 46 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं. नतीजों के लिए चुनाव आयोग की ओर से तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. इस बार कई जिलों की सीटों के लिए अतिरिक्त मतगणना स्थल बनाए गए हैं. सबसे पहले बैलेट पेपर की गिनती पूरी की जाएगी. उसके बाद ईवीएम के नतीजों की गिनती शुरू होगी. इसके लिए हर सीट पर 14 काउंटिंग टेबल बनाई गई हैं. हर एक राउंड में 14 बूथ के नतीजे जोड़े जाएंगे.
आपको बता दें कि बिहार के 243 विधानसभा सीटों पर 2 चरणों में मतदान हुए. चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर 2025 को संपन्न हुआ, जबकि दूसरा चरण 11 नवंबर 2025 को पूरा हुआ था. इस बार बिहार में 67.13% मतदान हुआ जो कि पिछले विधानसभा चुनाव से 9.6% ज़्यादा है. यह कहा जाता है कि जब जब बिहार में वोटिंग परसेंटेज बढ़ा है, तब तब सरकारें बदली हैं. अब इस बार क्या होगा, आज शाम होते होते लगभग चीजें क्लीयर हो जाएंगी.
इस चुनाव में भाजपा और जदयू ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा था. जबकि LJP(रामविलास) ने 29, उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक मोर्चा और जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा ने 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं, महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल ने 142, कांग्रेस ने 60, सीपीआई (एमएल) ने 20, विकासशील इंसान पार्टी ने 10, सीपीआई ने 9, सीपीआई (एम) ने चार और आईआईपी ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. अगर बिहार में अतीत के ट्रेंड सही रहे तो मतदान में महिलाओं की ज़्यादा भागीदारी से नीतीश कुमार को फ़ायदा हो सकता है.
यहाँ जानिए Bihar Election Results 2025 से जुड़े पल-पल के अपडेट्स….
Live Update
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
30
61
91
Janata Dal (United) – JD(U)
19
64
83
Rashtriya Janata Dal – RJD
5
20
25
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
2
17
19
Indian National Congress – INC
1
5
6
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
4
1
5
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
1
4
5
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
1
2
3
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
63
180
243
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
13
78
91
Janata Dal (United) – JD(U)
8
75
83
Rashtriya Janata Dal – RJD
3
24
27
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
1
18
19
Indian National Congress – INC
1
4
5
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
2
3
5
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
2
2
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
28
215
243
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
2
93
95
Janata Dal (United) – JD(U)
5
80
85
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
25
25
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
19
19
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
5
5
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Indian National Congress – INC
0
2
2
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
7
236
243
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
96
96
Janata Dal (United) – JD(U)
1
83
84
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
24
24
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
19
19
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
6
6
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Indian National Congress – INC
0
2
2
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
1
242
243
Mahua Chunav Result 2025 Live: महुआ से एनडीए जीत की ओर बढ़ी
महुआ चुनाव परिणाम: महुआ सीट पर लोजपा के संजय सिंह आगे चल रहे हैं। लालू के बेटे तेज प्रताप उनसे करीब 30,000 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
93
93
Janata Dal (United) – JD(U)
0
83
83
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
26
26
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
19
19
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
6
6
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Indian National Congress – INC
0
4
4
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
0
243
243
Mahua Chunav Result 2025 Live: महुआ में बंपर जीत की तरफ एनडीए
महुआ
14वॉ राउंड
लोजपा के संजय सिंह 22443 वोट से आगे
संजय सिंह-48477
मुकेश रौशन- 26034
तेजप्रताप -7436
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
92
92
Janata Dal (United) – JD(U)
0
83
83
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
26
26
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
20
20
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
6
6
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Indian National Congress – INC
0
4
4
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
0
243
243
Mahua Election Results 2025 Live: NDA Leads by 10,000 Votes in Mahua
महुआ विधानसभा सीट पर नौ राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है। एनडीए उम्मीदवार संजय कुमार सिंह 10,000 से ज़्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। राजद उम्मीदवार मुकेश कुमार रोशन दूसरे स्थान पर हैं।
Mahua Election Result 2025 Live: महुआ में NDA 10000 वोट से आगे
महुआ विधानसभा सीट पर 9 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है। 9 राउंड की गिनती पूरे होने तक एनडीए उम्मीदवार संजय कुमार सिंह 10000 से अधिक वोट से आगे चल रहे हैं। वहीं दूसरे नंबर पर राजद उम्मीदवार मुकेश कुमार रौशन हैं।
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
91
91
Janata Dal (United) – JD(U)
0
81
81
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
26
26
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
21
21
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
5
5
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
Indian National Congress – INC
0
4
4
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
4
4
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
4
4
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
0
243
243
Anant Singh Mokama Chunav Result 2025: अनंत सिंह 21682 से आगे
मोकामा सीट पर 19 राउंड की वोटों की गिनती के बाद जेडीयू के अनंत सिंह की जीत का रास्ता तय नजर आ रहा है। वह 21682 वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि आरजेडी की वीणा देवी वोटों के भारी अंतर से काफी पीछे छूट गई हैं। उधर, जन सुराज के प्रियदर्शी पीयूष 61880 वोटों से ट्रेल कर रहे हैं।
Kargahar Election Result 2025 Live: करगहर से जदयू 632 वोट से आगे
करगहर विधानसभा सीट पर चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जदयू उम्मीदवार बशिष्ठ सिंह सबसे आगे चल रहे हैं. एक राउंड की गिनती पूरी होने के बाद बशिष्ठ सिंह 632 वोटों से आगे चल रहे हैं. वहीं कांग्रेस उम्मीदवार संतोष कुमार मिश्रा दूसरे नंबर पर चल रहे हैं.
Mokama Chunav Result 2025: अनंत सिंह के आगे फीकी पड़ीं वीणा देवी, 13634 वोटों से आगे ‘बाहुबली नेता’
मोकामा सीट पर 11वें राउंड की काउंटिंग पूरी होने के बाद मुकाबला और अधिक रोमांचक हो गया है। जेडीयू से आरजेडी को कड़ी टक्कर मिल रही है। अनंत सिंह को 42002 वोट मिले हैं, और वह 13634 वोटों से आगे चल रहे हैं। वीणा देवी 13634 वोटों से उनसे पीछे चल रही हैं।
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
85
85
Janata Dal (United) – JD(U)
0
76
76
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
34
34
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
22
22
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
7
7
Indian National Congress – INC
0
6
6
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
4
4
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
3
3
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
3
3
Vikassheel Insaan Party – VSIP
0
1
1
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
0
243
243
Mokama Chunav Result 2025: अनंत सिंह भारी अंतर से आगे, वीणा सिंह को झटका
मोकामा सीट पर 10वें राउंड की काउंटिंग भी पूरी हो चुकी है और इसमें आरजेडी की वीणा देवी को तगड़ा झटका मिला है। वह अभी अनंत सिंह से 12249 वोटों से पीछे चल रही हैं। अनंत सिंह अभी 37752 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं।
मोकामा विधानसभा चुनाव परिणाम 2025 Live
अनंत कुमार सिंह – 19,524
वीणा देवी – 13,978
प्रियदर्शी पीयूष – 2,473
नोटा – 1,073
डॉ. राजेश कुमार रत्नाकर – 434
अनिल कुमार – 291
विकास कुमार – 176
राहुल कुमार – 163
मंजू कुमारी – 135
Anant Singh Chunav Result 2025: 9 राउंड की काउंटिंग पूरी, अनंत सिंह 9665 वोटों से आगे
मोकामा सीट पर 9वें राउंड की भी काउंटिंग पूरी हो चुकी है और अनंत सिंह 9665 वोटों की बढ़त लेकर आरजेडी की वीणा देवी से आगे हैं। वीणा पहले काफी पिछड़ रही थीं, पर अब अनंत सिंह को तगड़ी टक्कर देती दिख रही हैं।
Anant Singh 7 Chunav Result 2025: राउंड की काउंटिंग पूरी, अनंत सिंह की जबरदस्त बढ़त
सात राउंड की काउंटिंग पूरी हो चुकी है और 10:57 बजे की ताजा अपडेट के मुताबिक, अनंत सिंह 11055 वोटों से वीणा देवी से आगे चल रहे हैं। वीणा देवी के साथ-साथ जन सुराज पार्टी के प्रियदर्शी पीयूष 19817 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
लाइव अपडेट्स
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Janata Dal (United) – JD(U)
0
81
81
Bharatiya Janata Party – BJP
0
78
78
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
35
35
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
22
22
Indian National Congress – INC
0
7
7
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
4
4
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
4
4
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
2
2
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
1
1
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Total
0
236
236
Source: Google
Bihar Election Results 2025 Live: चुनावी गायकों के सुरों का जादू छपरा, अलीनगर और करगहर में दिख रहा है।
बिहार चुनाव में तीन मशहूर गायक अपनी-अपनी सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। मशहूर भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव छपरा और सारण में लगातार आगे चल रहे हैं। खेसारी राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। लोक गायिका मैथिली ठाकुर भी अलीनगर में आगे चल रही हैं। इसके अलावा, जनसुराज पार्टी के एक और भोजपुरी गायक रितेश पांडे भी करगहर सीट पर आगे चल रहे हैं।
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Janata Dal (United) – JD(U)
0
75
75
Bharatiya Janata Party – BJP
0
72
72
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
41
41
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
18
18
Indian National Congress – INC
0
7
7
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
5
5
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
5
5
All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM
0
2
2
Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM
0
1
1
Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)
0
1
1
Communist Party of India – CPI
0
1
1
Bahujan Samaj Party – BSP
0
1
1
Independent – IND
0
1
1
Total
0
230
230
Bihar Election Results Live, Results.eci.gov.in: Congress resumes rally for supporters, Left parties also hold protests
बिहार चुनाव के लिए मतगणना जारी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस पार्टी एक बार फिर सत्ता से दूर दिख रही है। गौरतलब है कि इस बार भी, कांग्रेस गठबंधन असफल गठबंधन का ही अगला चरण प्रतीत होता है। अब तक 213 सीटों के रुझानों में कांग्रेस केवल नौ सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, वाम दल भी केवल चार सीटों पर आगे चल रहे हैं। राजद ने 40 आवासीय भवनों का निर्माण किया है।
Source: Google
Bihar Assembly Results Live: जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी को पछाड़कर सबसे बड़ी पार्टी बनी देखें किस पार्टी को कितनी सीटें मिलीं।
JDU-58
BJP-50
RJD-30
LJP(RV)-15
Congress-10
Bihar Election Results 2025 Live: Tej Pratap trails by over 2,000 votes from Mahua
महुआ विधानसभा सीट से राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे को झटका लगता दिख रहा है। तेज प्रताप महुआ सीट 2000 से अधिक वोट से पीछे चल रहे हैं। तेजप्रताप का मुख्य मुकाबला लोजपा रामविलास के संजय कुमार सिंह से है।
Alinagar Vidhan Sabha Election Result 2025 Live: दरभंगा के अलीनगर में लगातार आगे चल रही मैथिली ठाकुर
बिहार विधानसभा चुनाव के सबसे चर्चित उम्मीदवारों में 25 वर्षीय मैथिली ठाकुर शुरुआती रुझानों में आगे चल रही हैं। मैथिली ठाकुर ब्राह्मण समुदाय से हैं। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी राजद उम्मीदवार बिनोद मिश्र भी ब्राह्मण हैं, जो उम्र में उनसे करीब 35 वर्ष बड़े हैं। मिश्र को मुस्लिम और यादव समुदायों का समर्थन मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी।
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
25
25
Janata Dal (United) – JD(U)
0
18
18
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
14
14
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
6
6
Indian National Congress – INC
0
3
3
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
The Plurals Party – TPLRSP
0
1
1
Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS
0
1
1
Total
0
69
69
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
20
20
Janata Dal (United) – JD(U)
0
15
15
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
6
6
Indian National Congress – INC
0
3
3
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
3
3
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
Total
0
48
48
Party Wise Results
Party
Won
Leading
Total
Bharatiya Janata Party – BJP
0
16
16
Janata Dal (United) – JD(U)
0
9
9
Rashtriya Janata Dal – RJD
0
4
4
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV
0
3
3
Indian National Congress – INC
0
2
2
Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)
0
1
1
Total
0
35
35
Source: Google
Bihar Chunav Result Live: भागलपुर से कांग्रेस के अजीत शर्मा आगे
भागलपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के अजीत शर्मा आगे चल रहे हैं। वहीं, प्रदेश में कांग्रेस कुल 20 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। महागठबंधन में कांग्रेस रुझानों में दूसरे नंबर की पार्टी बनी हुई है। वहीं, आरजेडी ने 58 सीटों पर बढ़त बनाई हुई। कुल मिलाकर रुझानों में एनडीएन अभी महागठबंधन पर भारी पड़ता दिख रहा है।
Bihar Chunav Result Live: बिहार चुनाव में रुझानों में बीजेपी को मिला बहुमत, महागठबंधन से करीबी मुकाबला
बिहार चुनाव के लिए चल रही मतों की गिनती में एनडीए को रुझानों में बहुमत मिल गया है। एनडीए ने 124 सीटों पर बढ़त बना रखी है। वहीं, महागठबंधन के उम्मीदवार 68 सीट पर आगे चल रहे हैं। अन्य दल 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
Assembly Election Results 2025 Live: Tej Pratap Yadav Takes Lead in Mahua Seat
तेज प्रताप यादव ने महुआ सीट पर फिर बढ़त बना ली है। दिलचस्प बात यह है कि तेज प्रताप अब अपने पिता की पार्टी राजद के उम्मीदवार मुकेश कुमार रोशन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार तेज प्रताप ने महुआ मेडिकल कॉलेज को अपनी उपलब्धि बताया था।
फुलवारी विधानसभा सीट का इतिहास श्याम रजक के नाम के बिना अधूरा है। रजक यहाँ से छह बार विधायक रह चुके हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने एक बार जनता दल के टिकट पर, तीन बार राजद के टिकट पर और दो बार जदयू के टिकट पर जीत हासिल की। बिहार की राजनीति में कई बदलावों के बावजूद, इस सीट पर उनकी पकड़ हमेशा मजबूत रही है। अब वह राजद में वापस आ गए हैं। 2020 के आंकड़ों के अनुसार, फुलवारी में 23.45 प्रतिशत मतदाता अनुसूचित जाति के हैं, जिनमें पासवान और रविदास समुदाय प्रमुख हैं।
Source: Google
Bihar Election Result 2025 Live: बीजेपी इन सीटों पर चल रही आगे
सहरसा
लखीसराय
दरभंगा
बेतिया
तारापुर
बगहा
बथनाहा
बांका
जमुई
दानापुर
बेनीपट्टी
अगियांव
Assembly Election Results 2025 Live: Tej Pratap Yadav Trailing in Mahua Seat
महुआ विधानसभा सीट बिहार की राजनीति में हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। यह लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का राजनीतिक गढ़ है। गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव इस सीट पर पीछे चल रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि तेज प्रताप अब अपने पिता की पार्टी राजद के उम्मीदवार मुकेश कुमार रोशन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
Source: Google
Bihar Assembly Results Live: Owaisi’s Party Leads in 2 Seats in Seemanchal
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी सीमांचल में बढ़त बना रही है। AIMIM के दो उम्मीदवार अपनी-अपनी सीटों पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे हैं। ओवैसी सीमांचल क्षेत्र में राजद के लिए मुश्किलें खड़ी करते दिख रहे हैं। ओवैसी की उम्मीदवारी मुस्लिम वोटों को बांटने का एक पक्का तरीका लग रही है।
Danapur Vidhan Sabha Election Result 2025 Live: दानापुर से बीजेपी के रामकृपाल यादव आगे
दानापुर विधानसभा सीट से बीजेपी के राम कृपाल यादव आगे चल रहे हैं। रामकृपाल पहले लालू के करीबी रह चुके हैं। दानापुर में रामकृपाल का मुकाबला रीतलाल यादव से है। खास बात है रामकृपाल यादव को हराने के लिए लालू ने यहां रोड शो भी किया था।
Source: Google
Bihar Election Results 2025 Live ECI: जनसुराज दो सीटों पर आगे: करगहर और चनपटिया।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है और जनसुराज दो सीटों पर शुरुआती बढ़त बनाए हुए है। मनीष कश्यप चनपटिया से और भोजपुरी गायक रितेश पांडे करगहर से आगे चल रहे हैं। गौरतलब है कि जनसुराज के दोनों उम्मीदवारों के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं। इसलिए, उन्हें अपनी लोकप्रियता का फायदा मिलता दिख रहा है।
Source: Google
Bihar Chunav Result Live: राजद, कांग्रेस को इन सीटों पर शुरुआती बढ़त
छपरा- खेसारी लाल यादव
राघोपुर-तेजस्वी यादव
रघुनाथ पुर- ओसामा साहेब
हरनौत- अरुण कुमार (कांग्रेस)
किशनगंज- कमरउल होडा
Source: Google
Bihar Vidhan Sabha Result Live: इस सीटों पर आगे चल रही बीजेपी
अलीनगर- मैथिली ठाकुर
लखीसराय- विजय सिन्या
तारापुर- सम्राट चौधरी
बांकीपुर- नितीन नवीन
Chhapra Vidhan Sabha Election Result 2025 Live: छपरा से खेसारी लाल यादव को बढ़त, बीजेपी पीछे
सारण जिले के छपरा से महागठबंधन से राजद उम्मीदवार खेसारी लाल यादव आगे चल रहे हैं। मशहूर स्टार और सिंगर खेसारी का मुकाबला यहां बीजेपी की छोटी कुमारी से है। खास बात है कि बीजेपी को यहां
टिकट बंटवारे के बाद विरोध का सामना करना पड़ा था।
Source: Google
Bihar Election Results 2025 Live Eci: पोस्टल बैलेट में बीजेपी को 15 और महागठबंधन 15 सीट पर आगे
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। पोस्टल बैलेट की गिनती के शुरुआती रुझान में बीजेपी 12 और महागठबंधन 6 सीट पर आगे चल रही है। हालांकि, यह अभी पोस्टल बैलेट पर ही आधारित है। ऐसे में इसमें अभी काफी बदलाव देखने को मिलेगा.
Source: Google
Bihar Chunav Result Mokama Seat Live: मोकामा में इस बार टूट पाएगा अनंत सिंह का तिलिस्म?
अनंत सिंह ने लगातार पांच बार इस सीट पर जीत का परचम लहराया है। उनका राजनीतिक सफर किसी रोमांचक कहानी से कम नहीं है। अनंत सिंह ने 2015 में पार्टी से किनारा होने पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़कर भी जीत हासिल की। वह 2020 में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हुए और जेल में रहते हुए भी जीत दर्ज की।
Source: Google
Bihar Election Result 2025 Live: बिहार चुनाव के लिए पोस्टल बैलट की गिनती शुरू
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है। कुछ देर में अलग-अलग सीटों से शुरुआती रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे। लोगों की नजर राघोपुर, तारापुर, सीवान से लेकर महुआ विधानसभा सीट पर लगी हुई है।
Bihar Vidhan Sabha Result Mokama Seat Live: मोकामा में लिट्टी चोखा, रसगुल्ला हो रहा तैयार
बिहार चुनाव 2025 की मतगणना शुरू होने से पहले मोकामा में राजद नेता वीणा देवी के आवास पर लिट्टी चोखा, रसगुल्ला और अन्य व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं। वीणा देवी मोकामा विधानसभा सीट से जदयू के अनंत कुमार सिंह और जन सुराज के प्रियदर्शी पीयूष के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
Islamabad Blast: पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर एक बार फिर सुरक्षा का साया मंडराने लगा है। इस्लामाबाद में हुए भीषण आत्मघाती हमले के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों में दहशत फैल गई है। सूत्रों के मुताबिक, टीम के कई सदस्य अब पाकिस्तान में ठहरने के बजाय जल्द से जल्द अपने देश लौटना चाहते हैं। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने साफ कर दिया है कि सीरीज़ रद्द नहीं होगी, सिर्फ उसके शेड्यूल में थोड़ा बदलाव किया गया है।
खिलाड़ी लौटना चाहते हैं, बोर्ड ने मना किया- Islamabad Blast
श्रीलंका ने इस तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के लिए 16 सदस्यीय टीम भेजी थी। लेकिन PTI की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से कम से कम आठ खिलाड़ी सुरक्षा चिंताओं के चलते स्वदेश लौटने की इच्छा जता चुके हैं। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) ने इस मुद्दे पर तुरंत टीम मैनेजमेंट से बातचीत की और खिलाड़ियों को भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
SLC ने एक बयान में कहा, “हमें टीम प्रबंधन से जानकारी मिली कि कुछ खिलाड़ी सुरक्षा कारणों से वापस लौटना चाहते हैं। हमने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों से बातचीत की है और टीम को आश्वस्त किया गया है कि सुरक्षा के सारे इंतज़ाम कड़े किए गए हैं।”
PCB ने कहा – सीरीज़ जारी रहेगी, बस शेड्यूल बदला गया
PCB के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीरीज़ को रद्द करने का कोई सवाल ही नहीं है। नकवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “हम श्रीलंका क्रिकेट का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान दौरा जारी रखने का फैसला किया। अब दूसरा वनडे 14 नवंबर को और तीसरा मैच 16 नवंबर को रावलपिंडी में खेला जाएगा।”
दरअसल, दोनों टीमों के बीच दूसरा वनडे गुरुवार को खेला जाना था, जिसे अब शुक्रवार तक टाल दिया गया है। वहीं तीसरा मैच अब 15 की जगह 16 नवंबर को रावलपिंडी में होगा।
धमाके ने बढ़ाई चिंता, इस्लामाबाद के पास है रावलपिंडी
खिलाड़ियों की सबसे बड़ी चिंता रावलपिंडी की भौगोलिक स्थिति को लेकर है। इसी हफ्ते इस्लामाबाद में ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स के बाहर हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई थी। चूंकि रावलपिंडी इस्लामाबाद के बिलकुल नजदीक है, इसलिए टीम को डर है कि कहीं वे भी खतरे की जद में न आ जाएं।
यह वही स्थिति है जैसी चार साल पहले बनी थी, जब न्यूजीलैंड की टीम को सुरक्षा अलर्ट मिलने के बाद रावलपिंडी से बिना मैच खेले ही लौटना पड़ा था।
SLC ने दी चेतावनी – लौटने वालों की होगी कार्रवाई
SLC ने खिलाड़ियों को चेतावनी दी है कि अगर कोई खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ सदस्य बोर्ड के निर्देशों के बावजूद वापस लौटता है, तो उसके खिलाफ औपचारिक समीक्षा की जाएगी। बोर्ड ने यह भी कहा कि यदि कोई खिलाड़ी सच में दौरा छोड़ना चाहता है, तो उसकी जगह रिप्लेसमेंट खिलाड़ी भेजा जाएगा ताकि सीरीज़ बाधित न हो।
पाकिस्तान ने दी सुरक्षा की गारंटी
PCB के सूत्रों ने माना है कि श्रीलंका की टीम सुरक्षा को लेकर वाकई चिंतित है। इसी बीच श्रीलंकाई उच्चायुक्त ने पाकिस्तान के गृह मंत्री और PCB अध्यक्ष से मुलाकात कर सुरक्षा स्थिति पर ब्रीफिंग ली है। PCB ने भरोसा दिया है कि रावलपिंडी और इस्लामाबाद दोनों जगह अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं और खिलाड़ियों की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होगी।
Delhi Blast mastermind: दिल्ली में हुए घातक कार धमाके की गुत्थी अब धीरे-धीरे सुलझती नजर आ रही है। जांच एजेंसियों के हाथ एक ऐसे शख्स का सुराग लगा है, जिसने न सिर्फ इस साजिश की नींव रखी बल्कि अपने धार्मिक प्रभाव और चालाकी से डॉक्टरों जैसे पढ़े-लिखे युवाओं को आतंक की अंधेरी राह पर धकेल दिया। उसका नाम है मौलवी इरफान अहमद, जो कश्मीर के शोपियां का रहने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक, मौलवी इरफान ही दिल्ली धमाके और फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल का असली मास्टरमाइंड है। बताया जा रहा है कि उसने श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ के तौर पर काम करते हुए कई मेडिकल छात्रों का ब्रेनवॉश किया और उन्हें ‘जिहाद’ के नाम पर हथियार उठाने के लिए उकसाया।
इस पूरे मॉड्यूल की पोल उस वक्त खुलनी शुरू हुई जब 16 अक्टूबर को श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पोस्टर लगाए गए। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हुईं और पोस्टर लगाने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में नाम सामने आया — मौलवी इरफान अहमद का। वहीं से कड़ियां जुड़ती चली गईं और एजेंसियों को समझ आया कि यह कोई छोटी साजिश नहीं, बल्कि एक बड़े आतंकी नेटवर्क का हिस्सा है।
इरफान ने अपने दो शागिर्दों डॉ. आदिल अहमद (अनंतनाग) और डॉ. उमर (पुलवामा) को इस नेटवर्क से जोड़ा। आदिल की गिरफ्तारी के बाद उसके बैंक लॉकर से AK-47 राइफल बरामद हुई। इसके बाद मामला और गंभीर हो गया। आदिल ने पूछताछ में बताया कि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन भी इस जिहादी मॉड्यूल में शामिल हैं और फरीदाबाद के ठिकानों पर विस्फोटक छिपाए गए हैं।
इरफान था ‘ब्रेन’ – डॉक्टर बने ‘एक्ज़ीक्यूटर’
जांच में सामने आया है कि इरफान का सीधा संबंध जैश-ए-मोहम्मद से था। वह अपने छात्रों को कट्टरपंथी वीडियो दिखाकर बरगलाता था और VOIP कॉल्स के ज़रिए अफगानिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं से संपर्क रखता था। उसके इशारों पर ही डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल ने पूरे नेटवर्क को दिल्ली-एनसीआर तक फैला दिया।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली धमाके से ठीक पहले, जब फरीदाबाद मॉड्यूल के कुछ सदस्य पकड़े गए, तो डर के मारे डॉ. उमर ने घबराहट में धमाका कर दिया, ताकि साजिश का असली चेहरा सामने न आ सके।
अल फलाह यूनिवर्सिटी भी सवालों के घेरे में
इस पूरी साजिश का एक और चौंकाने वाला पहलू है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी। यही वह जगह है जहां इन डॉक्टरों के बीच नेटवर्क और गहरा हुआ। जांच एजेंसियों के मुताबिक, डॉ. मुजम्मिल, डॉ. उमर नबी, और डॉ. शाहीन सईद तीनों का कनेक्शन इसी यूनिवर्सिटी से है।
डॉ. शाहीन को इस आतंकी मॉड्यूल की फाइनेंसर बताया जा रहा है। वहीं, एक और डॉक्टर नासिर, जिसे पहले कश्मीर में जिहादी गतिविधियों के चलते बर्खास्त किया गया था, उसे भी अल फलाह यूनिवर्सिटी में नौकरी मिल गई। यही नहीं, डॉ. उमर को भी श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से अनुशासनहीनता के कारण निकाला गया था, लेकिन बाद में उसे भी अल फलाह में जगह मिल गई।
जांच अब पहुंची अहम मोड़ पर
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, एजेंसियों को यकीन है कि मौलवी इरफान अहमद ने दिल्ली धमाके की पूरी योजना बनाई थी और डॉक्टरों को इसमें मोहरा बनाया गया। अब इरफान की तलाश में जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक छापेमारी चल रही है।