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Shardiya Navratri 2025: महाअष्टमी और महानवमी पर कन्या पूजन का खास महत्व, जानिए तारीखे...

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Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र का पर्व पूरे भारत में बड़े श्रद्धा और आस्था से मनाया जाता है। ये नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा के लिए समर्पित होते हैं, लेकिन महाअष्टमी और महानवमी के दिन विशेष माने जाते हैं। इस बार महाअष्टमी 30 सितंबर (मंगलवार) को और महानवमी 1 अक्टूबर (बुधवार) को पड़ रही है।

इन दोनों खास दिनों पर कन्या पूजन का महत्व सबसे ज़्यादा होता है। मान्यता है कि इस दिन छोटी कन्याओं में मां दुर्गा के नौ रूपों का वास माना जाता है। उन्हें आदरपूर्वक पूजने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

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महाअष्टमी 2025: तिथि और कन्या पूजन मुहूर्त- Shardiya Navratri 2025

  • अष्टमी तिथि शुरू: 29 सितंबर को शाम 4:31 बजे
  • अष्टमी तिथि समाप्त: 30 सितंबर को शाम 6:06 बजे

महाअष्टमी के दिन कन्या पूजन के लिए कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं:

  • पहला मुहूर्त: सुबह 5:01 से 6:13 बजे तक
  • दूसरा मुहूर्त: सुबह 10:41 से दोपहर 12:11 बजे तक
  • अभिजीत मुहूर्त (सबसे खास): सुबह 11:47 से दोपहर 12:35 बजे तक

इस दिन की पूजा खासतौर पर मां महागौरी को समर्पित होती है। माना जाता है कि महागौरी देवी उज्ज्वलता, सौंदर्य और पवित्रता की प्रतीक हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से इनकी आराधना करता है, उसके जीवन से दुख और परेशानियां दूर हो जाती हैं।

महानवमी 2025: तिथि और कन्या पूजन मुहूर्त

महानवमी का पर्व इस बार 1 अक्टूबर (बुधवार) को मनाया जाएगा। नवरात्रि का समापन भी इसी दिन कन्या पूजन के साथ होता है।

  • पहला मुहूर्त: सुबह 5:01 से 6:14 बजे तक
  • दूसरा मुहूर्त: दोपहर 2:09 से 2:57 बजे तक

महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह देवी दुर्गा का नौवां और अंतिम स्वरूप है। ‘सिद्धिदात्री’ यानी जो भक्तों को सिद्धियां, शक्तियां और मनचाही इच्छाएं पूरी करने का वरदान देती हैं। माना जाता है कि इनकी उपासना से साधक को आध्यात्मिक और सांसारिक दोनों तरह की सिद्धियां प्राप्त होती हैं।

ऐसे करें कन्या पूजन

महाअष्टमी और महानवमी दोनों दिन कन्या पूजन करने की परंपरा है। इसमें 2 साल से लेकर 10 साल तक की 9 कन्याओं को मां दुर्गा के 9 रूप मानकर पूजा की जाती है। साथ ही, एक बालक को भी भैरव रूप में आमंत्रित किया जाता है।

पूजन की विधि:

  1. कन्याओं को साफ-सुथरे तरीके से आमंत्रित करें और आसन पर बैठाएं।
  2. उनके पैर धोएं, माथे पर कुमकुम-चंदन लगाएं।
  3. उन्हें हलवा, पूरी, चने का भोग लगाएं और प्रेम से भोजन कराएं।
  4. भोजन के बाद दक्षिणा और उपहार दें।
  5. अंत में उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें।

महाअष्टमी और महानवमी केवल देवी की आराधना के दिन नहीं हैं, बल्कि ये हमें नारी शक्ति की महत्ता, सम्मान और सेवा का भी संदेश देते हैं। कन्या पूजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह समाज को यह भी याद दिलाता है कि नारी में ही सृष्टि की शक्ति बसती है।

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Dussehra 2025: इस बार गांधी जयंती पर जलेगा रावण! जानिए दशहरा 2025 की तारीख, मुहूर्त औ...

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Dussehra 2025: हिंदू धर्म में दशहरे का त्योहार सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इस बार दशहरा 2025 में 2 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। पंचांग के मुताबिक, हर साल दशहरा आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आता है। इसे विजयादशमी भी कहा जाता है, क्योंकि यही वो दिन था जब भगवान श्रीराम ने रावण का अंत कर के धरती को उसकी क्रूरता से मुक्त किया था।

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भगवान राम की पूजा और विजय की कहानी- Dussehra 2025

मान्यता है कि भगवान राम ने अश्विन महीने की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक मां दुर्गा की विशेष आराधना की थी और दसवें दिन यानी दशमी को लंका के राजा रावण का वध किया। तभी से इस दिन को विजय का दिन माना जाता है और हर साल रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन कर बुराई के अंत का संदेश दिया जाता है।

यह पर्व खासतौर पर बच्चों के लिए एक सीख की तरह होता है कि चाहे बुराई कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, सच्चाई की जीत तय होती है।

कब है दशहरा? जानिए तिथि और पूजा का समय

  • दशमी तिथि शुरू: 1 अक्टूबर 2025 को शाम 7:01 बजे
  • दशमी तिथि समाप्त: 2 अक्टूबर 2025 को शाम 7:10 बजे

पूजा और रावण दहन का शुभ मुहूर्त

  • दशहरा पूजन मुहूर्त:
    2 अक्टूबर को दोपहर 2:09 बजे से 2:56 बजे तक
    (कुल अवधि – 47 मिनट)
  • अपराह्न पूजा (देवी अपराजिता और शस्त्र पूजा):
    दोपहर 1:21 बजे से 3:44 बजे तक
    (कुल अवधि – 2 घंटे 22 मिनट)
  • रावण दहन का समय (प्रदोष काल):
    सूर्यास्त के बाद शाम 6:05 बजे से शुरू होगा
    रावण दहन इसी प्रदोष काल में करना सबसे शुभ माना जाता है।

दशहरे के दिन क्या करें?

शमी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। इसे घर के दक्षिण दिशा में रखें, इससे पॉजिटिव एनर्जी आती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन झाड़ू खरीदकर मंदिर में दान करना और जरूरतमंद को देना शुभ फल देता है। यह आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में मदद करता है। वहीं, शस्त्र पूजन की परंपरा भी दशहरे से जुड़ी हुई है, खासतौर पर क्षत्रियों और रक्षा से जुड़े लोगों के लिए।

क्या न करें दशहरे के दिन?

  • इस दिन लड़ाई-झगड़े और गुस्से से बचें, क्योंकि यह दिन शुभता और सकारात्मकता का होता है।
  • झूठ बोलना और धोखा देना इस दिन अशुभ माना जाता है।
  • घर में तनाव और कलह से बचें, कोशिश करें कि पूरे परिवार के साथ मिलकर त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं।
  • नकारात्मक सोच से भी दूर रहें और भगवान राम की पूजा करते हुए उनसे जीवन में धैर्य, विजय, और समृद्धि की कामना करें।

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Hand Dryer Infection: हैंड ड्रायर या पेपर टॉवल? आपकी सेहत के लिए कौन है बेहतर विकल्प?

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Hand Dryer Infection: आपने अक्सर मॉल, ऑफिस या एयरपोर्ट जैसी जगहों पर वॉशरूम यूज़ करने के बाद हाथ सुखाने के लिए हैंड ड्रायर देखा होगा। वो मशीन जो तेज़ हवा से आपके हाथों को चुटकियों में सुखा देती है। देखने में तो ये बहुत साफ-सुथरी, मॉडर्न और इको-फ्रेंडली लगती है, लेकिन हाल ही में आई रिसर्च और हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय कुछ और ही कहानी कह रही है।

दरअसल, हैंड ड्रायर सिर्फ हवा नहीं फेंकते, बल्कि आपके हाथों पर कीटाणु भी वापस चिपका सकते हैं। और यह खतरा इतना मामूली नहीं है स्टडीज में सामने आया है कि ये मशीनें पेपर टॉवल की तुलना में 1300 गुना ज्यादा बैक्टीरिया फैला सकती हैं।

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हवा में दिखता नहीं, लेकिन होता बहुत कुछ- Hand Dryer Infection

जब आप टॉयलेट में फ्लश करते हैं, तो एक बेहद बारीक धुंध जैसी चीज़ हवा में फैल जाती है, जिसे “टॉयलेट प्लूम” कहा जाता है। यह धुंध कई बार टॉयलेट सीट के ढक्कन के अंदर नहीं रहती और घंटों तक हवा में तैरती है। अब सोचिए, जब हैंड ड्रायर उसी हवा को खींचकर तेज़ दबाव में बाहर फेंकता है, तो क्या होता होगा?

आपने हाथ अच्छे से धोए, लेकिन जब हैंड ड्रायर चालू किया, तो उसी दूषित हवा ने आपके साफ हाथों को फिर से गंदा कर दिया – यानी पूरा हाथ धोना बेकार चला गया।

हैंड ड्रायर = बैक्टीरिया स्प्रेयर?

यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स की एक स्टडी के मुताबिक, हाई-स्पीड हैंड ड्रायर न केवल बैक्टीरिया फैलाते हैं, बल्कि ये कीटाणु सिर्फ हाथों तक सीमित नहीं रहते ये आपके कपड़ों, चेहरे और यहां तक कि आसपास खड़े लोगों तक पहुंच सकते हैं।

मतलब, आप न सिर्फ खुद के लिए खतरा बढ़ाते हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी।

सिर्फ बैक्टीरिया नहीं, एलर्जी और फंगस भी साथ आते हैं

वॉशरूम की नमी खुद में एक समस्या है। यह जगह फंगल ग्रोथ, फफूंदी और एलर्जन के लिए आदर्श माहौल देती है। हैंड ड्रायर उस नमी वाली हवा को बार-बार खींचते और छोड़ते हैं। इसके कारण हवा में मौजूद फंगल स्पोर्स और धूल-कण आपके हाथों पर चिपक जाते हैं। लंबे समय तक ऐसा होना आपकी स्किन और रेस्पिरेटरी हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।

क्या ये ‘इको-फ्रेंडली’ दावा सही है?

अक्सर यह तर्क दिया जाता है कि हैंड ड्रायर ज्यादा पर्यावरण के अनुकूल हैं क्योंकि पेपर टॉवल कचरा बढ़ाते हैं। लेकिन सवाल उठता है – अगर इको-फ्रेंडली चीज़ सेहत पर भारी पड़ने लगे, तो क्या वो सही चॉइस है?
पेपर टॉवल यूज़ करने के बाद फेंक दिए जाते हैं और बैक्टीरिया वहीं खत्म हो जाते हैं, जबकि हैंड ड्रायर वही गंदी हवा बार-बार फैला देता है।

सेहत के लिए क्या है बेहतर?

पेपर टॉवल – हाथ सुखाने का सबसे सुरक्षित और असरदार तरीका। ये न सिर्फ नमी हटाते हैं, बल्कि हाथों पर मौजूद बचे-खुचे कीटाणुओं को भी साफ करते हैं।
नेचुरल एयर ड्राई – अगर पेपर टॉवल न मिलें, तो हाथों को खुद से सूखने देना हैंड ड्रायर से कहीं बेहतर विकल्प है।

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1xBet Promotion Case: युवराज से सोनू सूद तक ED जब्त करेगी सेलिब्रिटीज की करोड़ों की स...

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1xBet Promotion Case: ऑनलाइन बेटिंग एप 1xBet को प्रमोट करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी जांच का दायरा तेजी से बढ़ा दिया है। अब खबर ये है कि एजेंसी जल्द ही कई बड़े खिलाड़ियों, अभिनेताओं और ऑनलाइन इन्फ्लुएंसर्स की करोड़ों रुपये की संपत्त‍ियां जब्त करने जा रही है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, जिन सेलेब्रिटीज ने इस बेटिंग एप का प्रमोशन किया, उन्हें इससे मिले पैसों से की गई संपत्त‍ि खरीद पर शिकंजा कसा जा रहा है।

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अपराध की कमाई से खरीदी संपत्ति– 1xBet Promotion Case

ED के मुताबिक, कई सेलिब्रिटीज ने 1xBet से प्रमोशन के रूप में मिली मोटी रकम से जमीन, गाड़ी, फ्लैट और दूसरी महंगी चीजें खरीदी हैं। इनकम टैक्स और बैंक ट्रांजैक्शन्स से जुड़े दस्तावेजों की जांच में यह बात सामने आई है। इन संपत्त‍ियों को ‘प्रोसीड्स ऑफ क्राइम’ यानी अपराध से हुई कमाई माना गया है। अब इन्हें जब्त करने की तैयारी चल रही है।

यह भी सामने आया है कि कुछ संपत्त‍ियां देश से बाहर, खासकर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हैं। ED इनकी कीमत और वैल्यूएशन करवा रही है। जब्त करने की प्रक्रिया जैसे ही पूरी होगी, उसे PMLA की एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी को भेजा जाएगा, और कोर्ट की मंजूरी के बाद चार्जशीट दाखिल होगी।

किन-किन से हुई पूछताछ?

पिछले कुछ हफ्तों में ED ने इस मामले में एक के बाद एक कई हाई-प्रोफाइल लोगों से पूछताछ की है। इसमें शामिल हैं:

  • 23 सितंबर: युवराज सिंह से दिल्ली ऑफिस में करीब 7 घंटे पूछताछ हुई।
  • 24 सितंबर: एक्टर सोनू सूद से भी लगभग 7 घंटे तक सवाल-जवाब हुए।
  • 4 सितंबर: पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन ED के सामने पेश हुए थे।
  • इसके अलावा, सुरेश रैना, रॉबिन उथप्पा, अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती (पूर्व TMC सांसद), बंगाली एक्टर अंकुश हाजरा और कई ऑनलाइन इन्फ्लुएंसर्स से भी पूछताछ हो चुकी है।

उर्वशी रौतेला भी रडार पर

ED ने 1xBet की इंडिया एंबेसडर रहीं एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को भी नोटिस भेजा था, लेकिन वह उस समय विदेश में थीं और पेश नहीं हो सकीं। माना जा रहा है कि उनसे भी जल्द पूछताछ की जाएगी।

कैसे हुआ ये पूरा घोटाला?

ED की जांच में यह सामने आया है कि 1xBet एप ने भारत में बड़े पैमाने पर प्रचार करवाया, खासकर क्रिकेटर्स और बॉलीवुड सितारों के जरिए। बदले में मोटी रकम दी गई, जो डायरेक्ट बैंक अकाउंट्स में गई। कई मामलों में टैक्स चोरी के संकेत भी मिले हैं।

1xBet खुद को एक इंटरनेशनल बेटिंग प्लेटफॉर्म बताता है, जो 18 सालों से इस इंडस्ट्री में काम कर रहा है। इसकी वेबसाइट और एप 70 भाषाओं में उपलब्ध हैं। लोग इसमें क्रिकेट, फुटबॉल जैसे सैकड़ों खेलों पर दांव लगा सकते हैं। हालांकि भारत में यह एप गैर-कानूनी है और सरकार ने इस पर बैन लगा रखा है।

सरकार की सख्ती क्यों?

भारत सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पास किया है, जिसके तहत सभी तरह के बेटिंग एप्स और चांस-बेस्ड गेम्स पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है।

सरकार का कहना है कि इन एप्स की वजह से लोग मानसिक और आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहे हैं। कई लोग गेमिंग की लत में फंसकर अपनी जिंदगी की सारी जमा-पूंजी गंवा चुके हैं। कुछ मामलों में तो आत्महत्या तक की खबरें आई हैं।

सूचना एवं तकनीकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बताया था कि ऑनलाइन मनी गेम्स से समाज को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में करीब 45 करोड़ लोग इससे प्रभावित हैं और 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान मिडल क्लास फैमिलीज को हुआ है। इतना ही नहीं, WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसे ‘गेमिंग डिसऑर्डर’ की श्रेणी में रखा है।

आगे क्या?

ED अब चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। जैसे ही कोर्ट से मंजूरी मिलेगी, इन सेलेब्रिटीज की जब्त संपत्त‍ियों को प्रोसीड्स ऑफ क्राइम के तहत अटैच कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि आगे और बड़े नाम इस जांच में सामने आ सकते हैं।

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Swami Chaitanyananda Saraswati की गिरफ्तारी के बाद खुला पाखंड का काला चिट्ठा, पासपोर्...

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Swami Chaitanyananda Saraswati: दिल्ली पुलिस के शिकंजे में आए स्वयंभू बाबा स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती की असलियत अब परत-दर-परत सामने आ रही है। जो व्यक्ति खुद को योग, धर्म और संस्कार का प्रचारक बताता था, वो असल में एक चालाक, बहुरूपिया और महिलाओं के शोषण में लिप्त अपराधी निकला। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए इस बाबा ने ऐसे ऐसे पैंतरे अपनाए कि पुलिस तक की आंखें चकरा गईं।

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दो महीने की फरारी, कई शहरों में छिपा रहा बाबा- Swami Chaitanyananda Saraswati

यह मामला तब सामने आया जब 6 अगस्त को दिल्ली स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट की 17 छात्राओं ने बाबा के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई। इनमें अधिकतर छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) से थीं। जैसे ही बाबा को खबर लगी कि FIR दर्ज हो चुकी है, वह देश छोड़ने की फिराक में था। लेकिन इससे पहले ही वह दिल्ली से गायब हो गया।

करीब दो महीने तक पुलिस उसकी तलाश में लगी रही। वह कभी वृंदावन, कभी मथुरा, कभी आगरा में छिपता रहा। सस्ते होटलों में ठहरता, टैक्सी से सफर करता, मोबाइल बार-बार बदलता। पहचान छिपाने में माहिर बाबा लगातार जांच एजेंसियों को चकमा देता रहा।

दो पासपोर्ट, दो नाम, दो पहचान

जब पुलिस ने उसके दस्तावेज खंगाले, तो सबसे बड़ा खुलासा हुआ कि उसके पास दो पासपोर्ट थे। एक पर नाम था स्वामी पार्थ सारथी, तो दूसरे पर स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती। सिर्फ नाम ही नहीं, दोनों पासपोर्ट पर जन्मस्थान और माता-पिता के नाम भी अलग-अलग थे। एक में जन्मस्थान दार्जिलिंग, दूसरे में तमिलनाडु लिखा था।

इतना ही नहीं, पैन कार्ड पर भी अलग-अलग माता-पिता के नाम दर्ज थे। यानी इस बाबा ने अपनी असली पहचान को पूरी तरह छुपा कर एक भ्रमजाल रच रखा था, ताकि पकड़े जाने पर पुलिस को उलझा सके।

आधी रात को दबोचा गया बाबा

दिल्ली पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि बाबा आगरा के ताजगंज इलाके में एक होटल में ‘पार्थ सारथी’ के नाम से रुका हुआ है। 27 सितंबर को उसने कमरा नंबर 101 लिया था और पूरे समय कमरे से बाहर नहीं निकला।

अंततः रविवार तड़के 3:30 बजे, पुलिस ने दबिश दी और उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करते समय उसके पास से मोबाइल, iPad और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए। होटल कर्मचारियों को भी उस पर शक हुआ था क्योंकि वह किसी से मिल नहीं रहा था।

छात्राओं पर दबाव डालने के हथकंडे

FIR में साफ तौर पर दर्ज है कि चैतन्यनंद संस्थान का चेयरमैन रहते हुए छात्राओं को देर रात अपने कमरे में बुलाता था। वह आपत्तिजनक मैसेज भेजता, और जब छात्राएं विरोध करतीं, तो उसकी तीन महिला सहयोगी उन्हें धमकाकर चुप करातीं। वह छात्राओं से वह संदेश डिलीट करवाता और किसी को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देता।

सबसे खतरनाक बात ये थी कि वह संस्थान और हॉस्टल के CCTV कैमरों की लाइव फीड खुद मोबाइल पर देखता था, जिससे वह हर छात्रा की गतिविधियों पर नजर रखता था।

अंतरराष्ट्रीय मुखौटा और नकली पहचान

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पास से कई नकली विज़िटिंग कार्ड बरामद किए, जिनमें उसे संयुक्त राष्ट्र (ECOSOC) का प्रतिनिधि और ब्रिक्स का दूत बताया गया था। यही नहीं, उसने दावा किया था कि उसका सीधा प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से संबंध है। इन झूठे दावों के सहारे उसने संस्थान में अपनी दबंगई बनाए रखी और सबको भ्रम में रखा।

बैंक खातों में करोड़ों की हेराफेरी

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा के कई बैंक खातों में लगभग 8 करोड़ रुपये जमा हैं। उसने अलग-अलग नामों से FDs, खाते और लेन-देन के रिकॉर्ड बनाए थे। FIR दर्ज होने के बाद भी उसने करीब 50 लाख रुपये की निकासी की, जिससे अंदेशा है कि वह गवाहों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था।

पुलिस रिमांड और आगे की जांच

गिरफ्तारी के बाद अदालत ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। अब पुलिस उसकी तीन महिला सहायिकाओं से आमने-सामने पूछताछ करेगी। संभावना है कि उसे संस्थान ले जाकर पीड़ित छात्राओं के सामने भी खड़ा किया जाएगा, ताकि सच्चाई पूरी तरह सामने आ सके।

पीड़िताओं की उम्मीद: “अभी आधा न्याय मिला है”

गिरफ्तारी के बाद छात्राओं और उनके परिवारों ने थोड़ी राहत जरूर महसूस की है, लेकिन वे जानते हैं कि न्याय अभी अधूरा है। एक पीड़िता की दोस्त ने कहा, “ये सिर्फ शुरुआत है। हम चाहते हैं कि उसे ऐसी सजा मिले जिससे कोई और ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।”

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India-US Trade: अमेरिका को भारत को ‘दुरुस्त’ करना है? हावर्ड ल्यूटनिक के ...

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India-US Trade: अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्तों में इन दिनों गर्माहट के साथ थोड़ी तल्ख़ी भी नजर आ रही है। इसकी एक बड़ी वजह बना है अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड ल्यूटनिक का ताज़ा बयान, जिसमें उन्होंने भारत और ब्राज़ील जैसे देशों को ‘दुरुस्त’ करने की बात कही है। ल्यूटनिक ने यह बात अमेरिकी मीडिया चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कही, जो अब वैश्विक चर्चाओं में है।

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भारत पर 50% तक टैरिफ, रूसी तेल पर अलग से 25%

हावर्ड ल्यूटनिक ने भारत को सीधे तौर पर चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर भारत को अमेरिकी बाज़ार से फायदा चाहिए, तो उसे अमेरिका के हितों का भी ध्यान रखना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत जैसे देश अमेरिकी उपभोक्ताओं को सामान बेचते हैं, लेकिन खुद अपने बाज़ार पूरी तरह नहीं खोलते। यही नहीं, भारत पर अमेरिका की ओर से 50 प्रतिशत तक टैरिफ भी लगाया गया है जो कि अब तक का सबसे ऊंचा दर है। इसमें रूसी तेल की खरीद पर लगाया गया 25% शुल्क भी शामिल है।

गौरतलब है कि भारत, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक प्रतिबंधों के बावजूद रियायती दरों पर रूस से तेल खरीदता रहा है। भारत ने साफ कहा है कि उसकी ऊर्जा खरीद पूरी तरह राष्ट्रीय हित और बाजार की जरूरतों पर आधारित है। इस नीति से अमेरिका खासा नाराज नजर आता है।

“अगर बेचना है, तो सहयोग भी करना होगा” — ल्यूटनिक (India-US Trade)

ल्यूटनिक ने कहा, “भारत, ब्राजील, स्विट्जरलैंड और ताइवान जैसे देशों को यह समझना होगा कि अगर वे अमेरिकी ग्राहकों को सामान बेचना चाहते हैं, तो उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मिलकर चलना होगा।” उन्होंने कहा कि इन देशों के साथ अमेरिका के व्यापारिक मुद्दे अनसुलझे हैं, जिन्हें वक्त रहते सुलझाया जाएगा। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि ये देश सहयोग करें।

भारत-अमेरिका व्यापार रिश्ते: एक जटिल समीकरण

बावजूद इसके, अमेरिका लगातार चौथे साल (2024-25) भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है। द्विपक्षीय व्यापार का आंकड़ा 131.84 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 18% है, जबकि आयात में यह आंकड़ा करीब 6.22% है।

दोनों देश इस व्यापार को 2030 तक $500 बिलियन तक ले जाने की योजना बना रहे हैं, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह रास्ता आसान नहीं दिखता।

व्यापार समझौते पर संशय बरकरार

भारत और अमेरिका के बीच एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते की उम्मीद थी, जिसकी पहली किस्त अक्टूबर-नवंबर 2025 तक पूरी होने की बात कही जा रही थी। इसी दिशा में भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में न्यूयॉर्क में अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की थी।

वहीं, 16 सितंबर को अमेरिकी टीम ने भारत का दौरा भी किया था ताकि इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। लेकिन अब ल्यूटनिक के बयान के बाद इस समझौते की दिशा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

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दिल की सेहत के लिए अमृत हैं ये 4 फल, जान लीजिए कौन-कौन से हैं

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Heart attack prevention fruits: आज के समय में हार्ट अटैक की बीमारी आम हो गयी है. जिसे देखो हाई कोलेस्ट्रॉल दिल की कई अन्य बीमारी से जूझ रहा है लेकिन हृदय स्वास्थ्य (Heart Health) को बेहतर बनाने के लिए कुछ फलों को उनके पोषण मूल्य और वैज्ञानिक प्रमाणों के कारण अक्सर सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। ये फल न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि एंटीऑक्सीडेंट्स (Antioxidants), फाइबर (Fiber) और ज़रूरी विटामिन्स (Vitamins) से भरपूर होते हैं, जो रक्तचाप (Blood Pressure) को नियंत्रित करने, कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) कम करने और सूजन (Inflammation) को घटाने में मदद करते हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। तो चलिए इस लेख में आपको विस्तार से बताते हैं उन 4 फलो के बारे जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं और डॉक्टर इनका सेवन करने की सलाह देते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर बेरीज़

जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रसभरी। ये एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants), खासकर एंथोसायनिन (Anthocyanins) से भरपूर होते हैं, जो रक्तचाप कम करने और रक्त वाहिकाओं (blood vessels) के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये “खराब” कोलेस्ट्रॉल (LDL कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल कम करने में फायदेमंद एवोकाडो 

यह मोनोअनसैचुरेटेड वसा (monounsaturated fats) और पोटेशियम (potassium) का एक उत्कृष्ट स्रोत है। ये वसा कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को कम करने और दिल के दौरे के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

फाइबर की मात्रा से भरपूर सेब  

सेब में घुलनशील फाइबर और पॉलीफेनॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, जबकि पॉलीफेनॉल रक्तचाप को कम करने और धमनियों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

पोटेशियम युक्त केले

केले पोटेशियम (potassium) का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इनमें फाइबर (Fibre) भी होता है, जो समग्र हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। इसके अलवा हेल्थी हार्ट के लिए डॉक्टरों द्वारा सुझाए गए कुछ अन्य फल भी है जैसे: संतरे/खट्टे फल विटामिन सी (Vitamin c), फाइबर और पोटेशियम से भरपूर होते है।

वही अनार में कई बीमारियों को ठीक करता है। इनमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। आपको बता दें, इन फलों को अगर आप अपने दैनिक आहार में शामिल करते है तो यह आपके heart हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। लेकिन अगर आपको कोई बीमारी हो तो एक बार आप डॉक्टर की सलाह जरुर लें।

IND vs PAK Final: मैच इंडिया ने जीता, ट्रॉफी गई पाकिस्तान के कमरे में, BCCI बोला – भे...

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IND vs PAK Final: भारत ने एशिया कप 2025 का फाइनल जीतकर एक और ट्रॉफी अपने नाम कर ली, लेकिन फाइनल के बाद जो कुछ हुआ, उसने पूरे टूर्नामेंट की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए। टीम इंडिया को मैदान पर तो जीत मिल गई, लेकिन विजेता ट्रॉफी अब तक उनके पास नहीं पहुंची है। आईए आपको बताते है इस विवाद के बारे में विस्तार से:

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भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर जीता खिताब- IND vs PAK Final

सबसे पहले मैच की बात करें तो, रविवार को दुबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 146 रन बनाए। भारत ने इस लक्ष्य को दो गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया।

इस जीत में तिलक वर्मा की नाबाद 69 रन की मैच जिताऊ पारी और कुलदीप यादव की 4 विकेट की घातक गेंदबाज़ी ने अहम भूमिका निभाई। शिवम दुबे ने भी 33 रनों की तेज़ पारी खेलते हुए वर्मा के साथ 60 रन की साझेदारी कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।

ट्रॉफी लेने से टीम इंडिया ने किया इनकार

मैच खत्म होते ही सबसे चौंकाने वाला पल तब आया, जब भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। इसके चलते विजेता समारोह तकरीबन 90 मिनट तक टल गया। नकवी मंच पर ट्रॉफी लिए खड़े रहे, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने न तो उनसे हाथ मिलाया और न ही ट्रॉफी ली।

BCCI ने कहा- युद्ध जैसे माहौल में सम्मान नहीं ले सकते

इस घटना पर बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “भारत इस वक्त एक ऐसे देश के साथ संघर्ष की स्थिति में है, और उसी देश के एक मंत्री से हमें ट्रॉफी लेनी थी। हम ऐसे व्यक्ति से ट्रॉफी स्वीकार नहीं कर सकते, जो उस देश का प्रतिनिधित्व करता है जो हमारे खिलाफ युद्ध जैसी गतिविधियों में शामिल है।”

सैकिया ने साफ किया कि भारत ने यह फैसला सोच-समझकर लिया और यह उनके सिद्धांतों से जुड़ा मुद्दा है।

ट्रॉफी और मेडल होटल ले गए नकवी, BCCI भड़का

अब विवाद ने नया मोड़ तब लिया जब यह सामने आया कि मोहसिन नकवी ट्रॉफी और विजेता मेडल्स को अपने होटल के कमरे में ले गए। BCCI ने इसे लेकर सख्त आपत्ति जताई है।

सैकिया ने कहा, “इसका मतलब यह नहीं कि वह शख्स हमारी ट्रॉफी और मेडल अपने कमरे में रख ले। ये टीम इंडिया का हक है और ACC को इसे तुरंत भारत भेजना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा कि BCCI इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एशियन क्रिकेट काउंसिल के सामने औपचारिक विरोध दर्ज कराएगा।

मैच में भारत की दमदार परफॉर्मेंस

मैच की बात करें तो पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी रही थी। साहिबजादा फरहान (57) और फखर ज़मान (46) ने पहले विकेट के लिए 84 रन जोड़े, लेकिन इसके बाद पूरी टीम लड़खड़ा गई और 146 रन पर ऑलआउट हो गई।

भारत की ओर से कुलदीप यादव ने 4 विकेट लिए, वहीं वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और जसप्रीत बुमराह ने 2-2 विकेट झटके।

अब निगाहें ACC पर, ट्रॉफी कब पहुंचेगी भारत?

भारत ने मैच जीतकर एशिया कप 2025 की ट्रॉफी भले ही अपने नाम की हो, लेकिन असली ट्रॉफी अब तक टीम के पास नहीं पहुंची है। BCCI ने साफ कर दिया है कि अब ट्रॉफी को भारत भेजना ACC की जिम्मेदारी है।

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Asia Cup 2025: ट्रॉफी गई इंडिया के पास, पैसा जा रहा आतंकियों के पास? पाकिस्तान की हरक...

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Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई में खेला गया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर जीत दर्ज की। भारत ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। हालांकि, मैच की इस रोमांचक समाप्ति के बाद एक विवाद भी खड़ा हुआ, जिसे लेकर पाकिस्तान की हरकतें सुर्खियों में हैं।

भारत की जीत के बावजूद पाकिस्तान की टीम ने एक ऐसा कदम उठाया, जो सिर्फ खेल जगत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति और आतंकवाद से जुड़े गंभीर सवालों को भी जन्म देता है। पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने फाइनल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि उनकी टीम अपनी मैच फीस उन परिवारों को दान करेगी, जो मई 2025 में भारत के ऑपरेशन सिंदूर का शिकार हुए थे।

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सलमान का यह बयान सीधे तौर पर आतंकवादियों के प्रति उनके समर्थन को दर्शाता है। उनका कहना था कि इस धनराशि का उपयोग उन नागरिकों और बच्चों के परिवारों के लिए किया जाएगा, जो भारतीय हमलों में मारे गए थे। हालांकि, सलमान ने केवल ‘पीड़ित परिवार’ कहकर बात की, लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं, उनके मुताबिक यह पैसा सीधे तौर पर आतंकवादियों के समर्थन में जाएगा।

क्या पाकिस्तान का दान आतंकवादियों को लाभ पहुंचाएगा? Asia Cup 2025

भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान, मसूद अजहर का परिवार भी मारा गया था। जब पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा यह कहते हैं कि वे मई में मारे गए नागरिकों के परिवारों को दान करेंगे, तो सवाल उठता है कि क्या यह पैसा आतंकवादियों के परिवारों तक नहीं पहुंचेगा?

भारत ने पहले ही स्पष्ट किया था कि ऑपरेशन सिंदूर में सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था, और इसमें कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ था। ऐसे में, पाकिस्तानी कप्तान का बयान, जो सीधे तौर पर पीड़ित परिवारों के नाम पर आतंकी समूहों का समर्थन करता हुआ दिखाई देता है, एक और विवाद को जन्म दे रहा है।

भारत का कड़ा संदेश

वहीं, फाइनल मुकाबले के दौरान भारतीय टीम ने भी पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ अपने रिश्ते स्पष्ट कर दिए। मैच के बाद, भारतीय टीम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से साफ इंकार कर दिया। मोहसिन नकवी न केवल पीसीबी के चेयरमैन हैं, बल्कि पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने यह स्पष्ट किया कि वे आतंकवादियों का समर्थन करने वाले व्यक्तियों से किसी भी तरह का संबंध नहीं रखना चाहते, न ही वे उनसे हाथ मिलाना चाहते हैं।

भारत ने यह भी कहा कि इस तरह के विवादित व्यक्तियों के हाथों से ट्रॉफी स्वीकार करना उनके सिद्धांतों के खिलाफ होगा। इसी वजह से प्रेजेंटेशन सेरेमनी 90 मिनट से भी अधिक देर से शुरू हुई।

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Asia Cup 2025 Winner: भारत ने पाकिस्तान को हराकर रचा इतिहास, बनी एशियाई चैंपियन – लेक...

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Asia Cup 2025 Winner: दुबई में रविवार रात हुए एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर खिताब अपने नाम कर लिया। पाकिस्तानी खिलाड़ी साहिबजादा फरहान और फखर जमान ने शानदार बल्लेबाज़ी की, लेकिन इसके बाद बाकी बल्लेबाज किसी भी तरह से मैच को संभाल नहीं पाए और पूरी टीम सिर्फ 146 रनों पर सिमट गई। वहीं, भारत ने 150 रन बनाकर मैच जीत लिया। रिंकू ने आखिरी ओवर में चौका लगाकर जीत तय की। ये मुकाबला सिर्फ एक फाइनल नहीं था, बल्कि इतिहास रचने वाला मैच था क्योंकि एशिया कप के 41 साल के इतिहास में पहली बार भारत और पाकिस्तान आमने-सामने खिताबी भिड़ंत में उतरे थे।

भारतीय टीम ने ना सिर्फ इस मैच में जीत दर्ज की, बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ मौजूदा टूर्नामेंट में लगातार तीसरी बार जीत हासिल करके हैट्रिक भी पूरी की। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस हाई-वोल्टेज मैच में कप्तान सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया।

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भारत ने जीता टॉस, पाकिस्तान को पहले बल्लेबाज़ी का न्योता- Asia Cup 2025 Winner

मैच की शुरुआत भारत के टॉस जीतने से हुई। सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया, जो एकदम सही साबित हुआ। कुलदीप यादव की घातक गेंदबाज़ी के सामने पाकिस्तान की मजबूत मानी जा रही बैटिंग लाइनअप बिखर गई। पाकिस्तानी टीम निर्धारित 20 ओवर में एक सम्मानजनक स्कोर तक भी नहीं पहुंच सकी।

सूर्यकुमार की कप्तानी और टीम का संतुलन बना जीत की चाबी

भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में जो टीम संयोजन अपनाया, वह कमाल का रहा। तिलक वर्मा और अस दुबे जैसे बल्लेबाज़ों ने शानदार रन बनाए।

हेड-टू-हेड में भारत का दबदबा कायम

एशिया कप के इतिहास में भारत और पाकिस्तान की यह 21वीं भिड़ंत थी। भारत ने अब तक 13 मुकाबले जीतकर अपने दबदबे को और पुख्ता कर दिया है। टी20 फॉर्मेट की बात करें तो भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए 5 में से 4 मुकाबले जीत लिए हैं।

ट्रॉफी जीतने के बाद उठा एक बड़ा सवाल

हालांकि भारत की जीत के बाद एक अलग ही बहस छिड़ गई — क्या टीम इंडिया पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष और एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चेयरमैन मोहसिन नकवी के हाथों से ट्रॉफी लेगी?

दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनीतिक और क्रिकेटीय तनाव के चलते भारतीय टीम ने लीग स्टेज में पाकिस्तान को हराने के बाद हाथ मिलाने से भी परहेज़ किया था। उस वक्त ये भी सामने आया था कि भारतीय खिलाड़ियों ने सरकार और बीसीसीआई की सलाह पर ऐसा किया था। मोहसिन नकवी के भारत-विरोधी बयानों और सूर्यकुमार यादव के खिलाफ ICC में की गई शिकायत के बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया है।

बीसीसीआई का रुख साफ नहीं, लेकिन संदेश कड़ा हो सकता है

अब जब ट्रॉफी मोहसिन नकवी के हाथों से दी जानी है, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम इसे स्वीकार करती है या कोई वैकल्पिक रास्ता निकाला जाता है। हालांकि इस पर बीसीसीआई की तरफ से कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है, लेकिन अंदरखाने यह चर्चा ज़ोरों पर है कि खिलाड़ियों को इस मसले पर सख्त निर्देश दिए जा सकते हैं।

बढ़ी हुई प्राइज मनी भी रही चर्चा में

आपको बता दें, इस बार एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला गया और इसके साथ ही प्राइज मनी में भी इजाफा किया गया। विजेता टीम को इस बार ₹2.6 करोड़ (लगभग $300,000) की राशि मिलने की उम्मीद है, जो पिछले सीज़न की तुलना में 50% ज़्यादा है। उपविजेता टीम को $150,000 मिलने की संभावना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।

जीत के साथ इतिहास भी लिखा

भारत ने न सिर्फ पाकिस्तान को हराया, बल्कि एशिया कप 2025 का खिताब भी अपने नाम किया। ये जीत सिर्फ ट्रॉफी नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल है।

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